### बयान कसरें एक क़िस्म की अदद हैं जो किसी चीज़ के मसावी हिस्सों, या लोगों या चीज़ों के एक बड़े गिरोह के अन्दर मसावी गिरोहों का हवाला देते हैं। किसी चीज़ या चीज़ों की एक गिरोह को दो या ज़ियादा हिस्सों या गिरोहों में तक़सीम किया गया है, और एक हिस्सा उन हिस्सों या गिरोहों में से एक या ज़ियादा से मुराद है। >तपावन के तौर पर, तिहाई हीन के बराबर मय देना। (गिनती 15:7 ULT) हीन एक ज़र्फ़ है जो मय और दीगर रक़ीक़ की पैमाइश के लिए इस्तेमाल होता है। उन्हें हीन ज़र्फ़ को तीन बराबर हिस्सों में तक़सीम करने के बारे में सोचना था और उन हिस्सों में से सिर्फ़ एक हिस्से को पुर करना था और उस रक़म की पेशकश होनी थी। >तिहाई जहाज़ तबाह हो गए। (मुकाश्फ़ा 8:9 ULT) वहाँ बहुत सी जहाज़ें थी। अगर उन तमाम जहाज़ों को जहाज़ों की तीन बराबर गिरोहों में तक़सीम किया जाता, तो जहाज़ों की एक गिरोह तबाह हो गयी थी। अंग्रेज़ी के ज़ियादातर कसरों में अदद के आख़िर में सिर्फ़ “-th” इजाफ़ा होता है | हिस्सों की तअदाद जिसमे मुसल्लम को तक़सीम किया गया है | कसर | | ------------ | ------------- | | चार | चौथाई | | दस | दसवां | | एक सौ | एक सौवां | | एक हज़ार | एक हजारवां | अंग्रेज़ी में बाज़ कसरें उस नमूने की पैरवी नहीं करती हैं। | हिस्सों की तअदाद जिसमे मुसल्लम को तक़सीम किया गया है | कसर | | ------------ | ------------- | | दो | आधा | | तीन | तिहाई | | पाँच | पाँचवां | **वजह के यह एक तर्जुमा मसअला है:** बाज़ ज़बानें कसरें इस्तेमाल नहीं करती हैं। वो सिर्फ़ हिस्सों या गिरोहों की बाबत बात कर सकती हैं, लेकिन वो यह बताने के लिए कसरों का इस्तेमाल नहीं करती हैं के एक हिस्सा कितना बड़ा है या एक गिरोह में कितने शामिल हैं। ### बाईबल से मिशालें >अब मनस्सी के आधे क़बीले को तो मूसा ने बसन में मीरास दी थी, लेकिन उसके दूसरे आधे को, यशूअ ने उनके भाईयों के दरमियान यरदन के इस पार मग़रिब की तरफ़ हिस्सा दिया। (यशूअ 22:7 ULT) मनस्सी का क़बीला दो गिरोहों में तक़सीम था। फ़िक़रा “मनस्सी के आधे क़बीले” उन गिरोहों में एक से मुराद है। फ़िक़रा “दूसरे आधे” दूसरे गिरोह से मुराद है। >पस वो चारों फ़िरिश्ते खोल दिए गए, जो ख़ास घड़ी और दिन और महीने और बरस के लिए तिहाई आदमियों को मार डालने के लिए तैयार किये गए थे। (मुकाश्फ़ा 9:15 ULT) अगर तमाम लोगों को तीन बराबर गिरोहों में तक़सीम करना होता, तो एक गिरोह के लोगों की तअदाद मार दी जाती। >तपावन के तौर पर चौथाईहीन के बराबर मया भी लाये। (गिनती 15:5 ULT) उन्हें मय की एक हीन को चार बराबर हिस्सों में तक़सीम करने का तसव्वर करना था और उन में से एक हिस्से के बराबर रक़म को तैयार करना था। ### तर्जुमा की हिकमत ए अमली अगर आपकी ज़बान में कसर सहीह मानी देता है, तो इसके इस्तेमाल पर गौर करें। अगर नहीं, आप इन हिकमत ए अमली पर गौर कर सकते हैं। 1. हिस्सों या गिरोहों की तअदाद बताएँ जिसमे चीज़ को तक़सीम किया जाना है, और फिर उन हिस्सों या गिरोहों की तअदाद बताएँ जिनका हवाला दिया जा रहा है। 1. वज़न और लम्बाई जैसी पैमाइशों के लिए, ऐसी इकाई का इस्तेमाल करें जिसे आपके लोग जानते हों या UST की इकाई। 1. पैमाइशों के लिए, उन्हें इस्तेमाल करें जो आपकी ज़बान में इस्तेमाल किये जाते हैं। ऐसा करने के लिए आपको जानने की ज़रुरत होगी के आपकी पैमाईशें मीट्रिक निज़ाम से किस तरह का ताल्लुक रखती हैं और हर पैमाइश का पता लगायें। ### इन तर्जुमा की हिकमत ए अमली की इत्तलाक़ी मिशालें 1. हिस्सों या गिरोहों की तअदाद बताएँ जिसमे चीज़ को तक़सीम किया जाना है, और फिर उन हिस्सों या गिरोहों की तअदाद बताएँ जिनका हवाला दिया जा रहा है। * **तिहाई समुन्दर ख़ून की मानिन्द लाल हो गया** (मुकाश्फ़ा 8:8 ULT) * यह ऐसा था के उन्होंने समुन्दर को तीन हिस्सों में तक़सीम किया, और समुन्दर का एक हिस्सा ख़ून हो गया। * तू उस बछड़े के साथ नज़्र की क़ुर्बानी के तौर पर ऐफ़ा के तीन दहाई हिस्से के बराबर मैदा जिसमें निस्फ़ हीन के बराबर तेल मिला हुआ हो चढ़ाए। (गिनती 15:9 ULT) * ...तो तू एक ऐफ़ा मैदे को दस हिस्सों में तक़सीम कर और तेल के एक हीन को दो हिस्सों मेंतक़सीम कर। फिर मैदे के उन तीनों हिस्सों को तेल के उस एक हिस्से के साथ मिलाना। तब तू उस बछड़े के साथ नज़्र की क़ुर्बानी चढ़ाना। 1. पैमाइशों के लिए, उन पैमाइशों का इस्तेमाल करें जो UST में दी गयी हैं। UST के मुतर्जमीन ने पहले से ही पता कर लिया है के रक़म की नुमाइंदगी मीट्रिक निज़ाम में किस तरह करें। * **एक मिस्काल की दो तिहाई** (1 समुएल 13:21 ULT) * आठ ग्राम चाँदी (1 समुएल 13:21 UST) * **एफ़ा का तीन दहाई हिस्सा मैदा निस्फ़ हीन तेल के साथ मिला हुआ।** (गिनती 15:9 ULT) * साढ़े छः लीटर मैदा दो लीटर जैतून के तेल के साथ मिला हुआ। (गिनती 15:9 UST) 1. पैमाइशों के लिए, उन्हें इस्तेमाल करें जो आपकी ज़बान में इस्तेमाल किये जाते हैं। ऐसा करने के लिए आपको जानने की ज़रुरत होगी के आपकी पैमाईशें मीट्रिक निज़ाम से किस तरह का ताल्लुक रखती हैं और हर पैमाइश का पता लगायें। * **एफ़ा का तीन दहाई हिस्सा मैदा निस्फ़ हीन तेल के साथ मिला हुआ।** (गिनती 15:9 ULT) * छः क्वार्ट्स मैदा दो क्वार्ट्स तेल के साथ मिला हुआ।