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\v 20 \v 21 20-नानी अई बतकाव सावधान रख्खो हारे की अइ दया या के कामय के विषय या जो के सेवा नानी घय हारे कोई नानी पर दोष हाँ लगाव पावरीव | 21-क्योंकि जो बतकाव प्रभु के समाने हा वा परन्तु मन्छ के सामने वा नानी आइके चिंता घय हारे |