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\v 15 अवरी सीमा के बाहरी अवरी के परिश्रम पर घमण्ड हा खयेरे परन्तु नाके आशा वा की ज्यों ज्यों नंगे विस्वासे बढ़ोरी आई तक त्यों त्यों नानी पानके सीमा के अनुसारे नगे कारण और भी बढ़ो री | \v 16 की नानी नगे सिवानो से गेंता गात वारी सुसमाचार सुनवारीव् अवरी अई हा हा की नानी अवरी के सीमा भीतोरी ब्न्नोवा सी वनाब तरया कामया घमण्ड खयनि |