\v 16 अवरी परिमेश्वर का धन्यवाद ही जोई नंग खानी आइ ख़ुशी तीतुस ह्रदय या ओढ़ा | \v 17 की आई नानी के समझ मन्नोव वरन जिक्क ख़ुशी हित बारी आइ नंग पास वी हारे |