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\v 3 3.पा परन्तु नानी अनुसारे पर पर्दा पढ़ा तो नंग नाश हिरी हिरे के लिया पढ़ा हे| \v 4 ओवरी उन अविश्वासियों के लिए जोके बुदियों संसार के अनुसराऊ के इश्वरे अंधी कर दी ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप तेजोमय सुसमाचार के प्रकाश उन पर चकोरे | \v 3 पा परन्तु नानी अनुसारे पर पर्दा पढ़ा तो नंग नाश हिरी हिरे के लिया पढ़ा हे| \v 4 ओवरी उन अविश्वासियों के लिए जोके बुदियों संसार के अनुसराऊ के इश्वरे अंधी कर दी ताकि मसीह जो परमेश्वर का प्रतिरूप तेजोमय सुसमाचार के प्रकाश उन पर चकोरे |

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\v 5 \v 6 5.कोयला नानी पानीके परन्तु मसीह यीशु के पर चाउरेप्रभु हों ओवरी आई के विषय में अय खयरे की यीशु के कारणे नानिला के सेवक हाँ | 6. अय खानी की बाई परमेश्वर के जिस ने अंधकार में से अंधकार में सेड जोके ओवरी बदी धड़काब या हिरे चमकोर की नानी परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति नानी के यीशु मसीह के प्रकाशमान हो | \v 5 कोयला नानी पानीके परन्तु मसीह यीशु के पर चाउरेप्रभु हों ओवरी आई के विषय में अय खयरे की यीशु के कारणे नानिला के सेवक हाँ | \v 6 अय खानी की बाई परमेश्वर के जिस ने अंधकार में से अंधकार में सेड जोके ओवरी बदी धड़काब या हिरे चमकोर की नानी परमेश्वर की महिमा की पहिचान की ज्योति नानी के यीशु मसीह के प्रकाशमान हो |

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\v 7 \v 8 \v 9 \v 10 7.परन्तु नानी के पास अय धन की मट्टा के भानडी का था हा येरे की आसीन के सामर्थ नानी के ओवरी वरन परमेश्वर ही की अवरी ठहरो येरे | 8.नानी परीलाल ओवरी से क्लेश तो भोकता हा पर हाँ पढ़यारे निरुपाय पर निराह हाँ हाँ | 9.नानी सताएरे तो ओवरी नानी जीगा ही गिराह तो गायेरे पर नाश गया है | 10.नानी यीशु की मृत्यु हिरी नानी के पानीके देह समया लिय फिर की नानी ओवरी यीशु जीवन भी या प्रगट हिरी | \v 7 परन्तु नानी के पास अय धन की मट्टा के भानडी का था हा येरे की आसीन के सामर्थ नानी के ओवरी वरन परमेश्वर ही की अवरी ठहरो येरे | \v 8 नानी परीलाल ओवरी से क्लेश तो भोकता हा पर हाँ पढ़यारे निरुपाय पर निराह हाँ हाँ | \v 9 नानी सताएरे तो ओवरी नानी जीगा ही गिराह तो गायेरे पर नाश गया है | \v 10 नानी यीशु की मृत्यु हिरी नानी के पानीके देह समया लिय फिर की नानी ओवरी यीशु जीवन भी या प्रगट हिरी |

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\v 11 \v 12 11.कोयलों नानी जीतो येरे सर्वदा कारण मृत्यु के ताकत या सेपेयेरे जो की यीशु का जीवन या नानी मनहार हेर या प्रकट हिरी | 12.इसे मृत्यु जी हम नानिके प्रभाव् डालती है ,ओवरी नग़ जीवन या मृत्यु है | \v 11 11.कोयलों नानी जीतो येरे सर्वदा कारण मृत्यु के ताकत या सेपेयेरे जो की यीशु का जीवन या नानी मनहार हेर या प्रकट हिरी | \v 12 12.इसे मृत्यु जी हम नानिके प्रभाव् डालती है ,ओवरी नग़ जीवन या मृत्यु है |

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