From 631fec3c4055ba388efdc3925864e0f3f93f8ed6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: UGM Date: Mon, 31 Jul 2017 15:36:51 +0530 Subject: [PATCH] Mon Jul 31 2017 15:36:50 GMT+0530 (India Standard Time) --- 06/08.txt | 2 +- 06/11.txt | 2 +- 06/14.txt | 2 +- manifest.json | 5 ++++- 4 files changed, 7 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/06/08.txt b/06/08.txt index bfa06d3..64df6f0 100644 --- a/06/08.txt +++ b/06/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 \v 9 \v 10 8.जोक आदरे ओवरी दुरनाम से भर माने वाले इन्द हिरे तबयत सा चिहरे | 9.नानी अनजाने के सद्रश्य हों तबयता सी बगेत के अय दोबो नी ओवरी जीवत है मारसाजी वाले सद्र्श मारे हा हा जिगय रे | 10.जोके शेक जिगय वाल मनह परन्तु सर्वदा आनन्द घयेरे कंगालों इन्द्रल नानी भाते धनवान बनाएर जोहो ननी लाई जांमाँ घनु थाये रे | \ No newline at end of file +\v 8 जोक आदरे ओवरी दुरनाम से भर माने वाले इन्द हिरे तबयत सा चिहरे | \v 9 नानी अनजाने के सद्रश्य हों तबयता सी बगेत के अय दोबो नी ओवरी जीवत है मारसाजी वाले सद्र्श मारे हा हा जिगय रे | \v 10 जोके शेक जिगय वाल मनह परन्तु सर्वदा आनन्द घयेरे कंगालों इन्द्रल नानी भाते धनवान बनाएर जोहो ननी लाई जांमाँ घनु थाये रे | \ No newline at end of file diff --git a/06/11.txt b/06/11.txt index c741f9c..2f31298 100644 --- a/06/11.txt +++ b/06/11.txt @@ -1 +1 @@ -\v 11 \v 12 \v 13 11. हे कुरन्थियों नानी खुलो येरे के बतकाब नानी के ह्रदय ननी ओरी खुलो है | 12.ननी खानी नानी मनया में कुछ संकोच हाँ | 13.पर पानीके बच्चे जानकर से की आइके बदना पानीके ह्रदय खोल दी | \ No newline at end of file +\v 11 हे कुरन्थियों नानी खुलो येरे के बतकाब नानी के ह्रदय ननी ओरी खुलो है | \v 12 ननी खानी नानी मनया में कुछ संकोच हाँ | \v 13 पर पानीके बच्चे जानकर से की आइके बदना पानीके ह्रदय खोल दी | \ No newline at end of file diff --git a/06/14.txt b/06/14.txt index b13bcc2..6578f00 100644 --- a/06/14.txt +++ b/06/14.txt @@ -1 +1 @@ -\v 14 \v 15 \v 16 14.अविश्वासी के संग असमान जुर्य धिमक जौल ज्योति ओवरी अंधकार की क्या गीत गवा हारे | 15.ओवरी मसीह का बनियल के संग लोगाला के संग अविश्वासी के हाग नातो है| 16.ओवरी मूरतों के संग नानी के परमेश्वर के मंदिर का कथा सम्बन्ध हों |कोइला नानी निकोल गुहारे ओवरी नानी के परमेश्वर ने चिने उन ओवरी न वईरी | ओवरी उन में वा हारे फिर उन में वां हारे उन परमेश्वर ओवरी वस्तु को घुयो नि| \ No newline at end of file +\v 14 अविश्वासी के संग असमान जुर्य धिमक जौल ज्योति ओवरी अंधकार की क्या गीत गवा हारे | \v 15 ओवरी मसीह का बनियल के संग लोगाला के संग अविश्वासी के हाग नातो है| \v 16 ओवरी मूरतों के संग नानी के परमेश्वर के मंदिर का कथा सम्बन्ध हों |कोइला नानी निकोल गुहारे ओवरी नानी के परमेश्वर ने चिने उन ओवरी न वईरी | ओवरी उन में वा हारे फिर उन में वां हारे उन परमेश्वर ओवरी वस्तु को घुयो नि| \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 02ed05d..8edad36 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -85,6 +85,9 @@ "05-18", "05-20", "06-title", - "06-01" + "06-01", + "06-04", + "06-08", + "06-11" ] } \ No newline at end of file