\v 14 परमेश्वर आपने शक्ति से प्रभु का जियाईन | अउर हमहू का जियाई है | \v 15 क तू नाही जन्तेव की तोहर शारीर मसीह कय अंग हुवय ? तव क मसीह कय अंग लइकय वेश्या कय अंग बनाई कभ्व नाय |