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\v 8 \v 9 \v 10 8.प्रेम कभव हटत नहीं भविष्यवाणी हुए तव ,भासा हुए तव चलीजात है ज्ञात हवय तव मिट जात है। 9. कहे का हमार ज्ञान अधुरा बाय और हमार भविष्यवाणी अधूरी बाय। 10. लकिन जब सर्व्सिद्श अउतव अधुरा मिट जाए।
\v 8 प्रेम कभव हटत नहीं भविष्यवाणी हुए तव ,भासा हुए तव चलीजात है ज्ञात हवय तव मिट जात है। \v 9 कहे का हमार ज्ञान अधुरा बाय और हमार भविष्यवाणी अधूरी बाय। \v 10 लकिन जब सर्व्सिद्श अउतव अधुरा मिट जाए।

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\v 11 \v 12 \v 13 11.जब हम लरका रहेन तव लारका की नहीं बोलत रहेन लरका के नहीं मन रहा लरका की नहीं समझ रहा लकिन बड़ा होईग्यान तव लालारिकन कय बात छोड़ दिहन। 12.अब हमय शीसा म धुंद दाखय दीया थय,लकिन वह समय आमने सामने देखब ,यह समय हमार समझ अधूरी बाय,लकिन वह समय यश पुरी तरह से पहिचान लियब जैसे पहिचाना गयन है। 13.लकिन अब विश्वास,आशा ,प्रेम ई तीनो स्थाई बाय,लकिन यह्मा से सबसे बड़ा प्रेम बाय |
\v 11 जब हम लरका रहेन तव लारका की नहीं बोलत रहेन लरका के नहीं मन रहा लरका की नहीं समझ रहा लकिन बड़ा होईग्यान तव लालारिकन कय बात छोड़ दिहन। \v 12 अब हमय शीसा म धुंद दाखय दीया थय,लकिन वह समय आमने सामने देखब ,यह समय हमार समझ अधूरी बाय,लकिन वह समय यश पुरी तरह से पहिचान लियब जैसे पहिचाना गयन है। \v 13 लकिन अब विश्वास,आशा ,प्रेम ई तीनो स्थाई बाय,लकिन यह्मा से सबसे बड़ा प्रेम बाय |

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पाठ - 14

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