# छितरा, तितर-बितर होकर # ## परिभाषा: ## * “छितरा” और “तितर-बितर होकर” मनुष्यों या वस्तुओं का विभिन्न दिशाओं में बिखर जाना। * पुराने नियम में परमेश्वर लोगों को “तितर-बितर” करने की बात कहता है। उन्हें अलग-अलग करके एक दूसरे से दूर अलग अलग स्थानों में कर देगा। उन्हें पाप का दण्ड देने के लिए परमेश्वर ने ऐसा किया था। संभव था कि तितर-बितर होने के कारण वे मन फिराएं और पुनः परमेश्वर की उपासना करने लगें। * नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में चला जाना पड़ा था। * “तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “विभिन्न स्थानों में विश्वासी” या “विभिन्न देशों में जाकर रहने वाले लोग”। * “तितर-बितर करना” का अनुवाद “विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”। (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [सताना](../other/persecute.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## * [1 पतरस 01:1-2](rc://en/tn/help/1pe/01/01) * [यहेजकेल 12:14-16](rc://en/tn/help/ezk/12/14) * [यहेजकेल 30:22-24](rc://en/tn/help/ezk/30/22) * [भजन संहिता 018:13-14](rc://en/tn/help/psa/018/013) ## शब्द तथ्य: ## * Strong's: H2219, H4127, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650