# गुम्मट, पहरे की मिनारें ## परिभाषा: “गुम्मट” एक ऊँची रचना जहाँ से सुरक्षाकर्मी किसी आने वाले संकट पर दृष्टि रख सकते थे। ये गुम्मट अधिकतर पत्थरों के बने होते थे। * जमींदार भी कभी-कभी गुम्मट बनाते थे कि वहाँ से अपनी फसल की चौकीदारी करें और चोरी होने से उसे बचाएं। * गुम्मटों में कमरे भी होते थे कि चौकीदार या उसका परिवार वहाँ रहे जिससे कि दिन रात फसल की चौकसी की जा सके। * नगर के गुम्मट शहरपनाह से ऊँचे बनाए जाते थे कि पहरूए किसी शत्रु की सेना को आते हुए देख पाएं। * "गुम्मट" शब्द का उपयोग शत्रु से रक्षा के प्रतीक स्वरुप भी काम में लिया जाता है। (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) (यह भी देखें: [बैरी](../other/adversary.md), [पहरा देना](../other/watch.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 27:25-27](rc://hi/tn/help/1ch/27/25) * [यहेजकेल 26:3-4](rc://hi/tn/help/ezk/26/03) * [मरकुस 12:1-3](rc://hi/tn/help/mrk/12/01) * [मत्ती 21:33-34](rc://hi/tn/help/mat/21/33) * [भजन संहिता 62:2](rc://hi/tn/help/psa/062/02) ## शब्द तथ्य: * स्ट्रोंग्स: H0803, H0971, H0975, H1785, H2918, H4026, H4029, H4692, H4707, H4869, H6076, H6438, H6836, G44440