# दीया, दीपक ## परिभाषा: “दीपक” शब्द प्रकाश उत्पन्न करने का माध्यम होता है। बाइबल में जिन दीपकों की चर्चा की गई है वे तेल से जलते थे, बाईबल के युग में जिस दीपक को काम में लिया जाता था वह एक छोटा सा पात्र होता था जिसमें ईंधन डाला जाता था- सामान्यतः तेल, जलाने पर वह प्रकाश देता था। * साधारण दीया मिट्टी का बनता था जिसमें जैतून का तेल भरा जाता था, उसमें एक बत्ती रखकर जलाई जाती थी। * कुछ दीए अण्डाकार होते थे जिनकी एक भुजा दबी होती थी जहां बत्ती रखी जाती थी। * तेल की दीपक को लेकर चला जा सकता है या एक ऊँचे स्थान पर रखा जाता था कि उसका प्रकाश सम्पूर्ण कमरे को या घर को प्रकाशित कर सके। * धर्म-शास्त्र में दीपक प्रतीकात्मक रूप में जीवन और ज्योति का प्रतीक है। (यह भी देखें: [दीवट](../other/lampstand.md), [जीवन](../kt/life.md), [ज्योति](../other/light.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## * [1 राजा 11:34-36](rc://en/tn/help/1ki/11/34) * [निर्गमन 25:3-7](rc://en/tn/help/exo/25/03) * [लूका 08:16-18](rc://en/tn/help/luk/08/16) * [मत्ती 05:15-16](rc://en/tn/help/mat/05/15) * [मत्ती 06:22-24](rc://en/tn/help/mat/06/22) * [मत्ती 25:1-4](rc://en/tn/help/mat/25/01) ## शब्द तथ्य: * स्ट्रोंग्स: H3940, H3974, H4501, H5215, H5216, G29850, G30880