# कर, लगान,करारोपण, करदाता, कर संग्राहक ## परिभाषा: “कर” और “करों” अर्थात उन पर सत्तावासी सरकार को पैसा या सामान देना। कर संग्राहक एक सरकारी कर्मचारी होता है जिसका उत्तरदायित्व है कि सरकार को दी जाने वाली धनराशी जनता से वसूल करे| * कर का मान निर्धारण किसी वस्तु के मूल्य या मनुष्य की सम्पदा के मूल्य पर किया जाता है। *यीशु और प्रेरितों के युग में, रोमी सरकार रोमी साम्राज्य में रहने वाले हर एक जन से कर वसूलती थी, यहूदिओं से भी| * यदि कर नहीं चुकाया तब तो सरकार दोषी पर वैधानिक कार्यवाही करके देय राशि की वसूली कर लेती है। * यूसुफ और मरियम, यात्रा करके बैतलहम को गए ताकि जनगणना में गिने जाए,जो कर देने हेतु रोमी साम्राज्य में रहनेवाले हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य थी। * संदर्भ के आधार पर "कर" शब्द का अनुवाद "आवश्यक भुगतान" या "सरकारी धन" या "मंदिर धन" के रूप में भी किया जा सकता है। * "करों का भुगतान" करने का अनुवाद "सरकार को पैसा" या "सरकार के लिए धन संग्रह करना" या "आवश्यक भुगतान करना" के रूप में भी किया जा सकता है। "करों को एकत्र करने" का अनुवाद "सरकार के लिए धन प्राप्त करना" किया जा सकता है" * “चुंगी लेने वाला” सरकारी कर्मचारी है जो मनुष्यों से अनिवार्य धन-राशि एकत्र करता है। * र्प्मी सरकार के लिए कर वसूली करने वाले प्रायः सरकार द्वारा निर्दिष्ट धनराशी से अधिक वसूली किया करते थे और अतिरिक्त धनराशी अपने पास रख लेते थे| * क्योंकि कर संग्राहक इस प्रकार जनता को ठगते थे इसलिए यहूदी उनको महा पापी मानते थे| *यहूदी कर संग्राहकों को देशद्रोही भी मानते थे क्योंकि वे रोमी सर्कार के लिए काम करते थे जो यहूदिओं पर अत्यचार करती थी| *"चुंगी लेने वाले और पापी"यह उक्ति नए नियम के युग में एक सामान्य अभिव्यक्ति थी जिससे प्रकट होता था कि यहूदी कर संग्रसहकों से कैसी घृणा करते थे (यह भी देखें: [यहूदी](../kt/jew.md), [रोम](../names/rome.md), [पाप](../kt/sin.md), ## बाइबल सन्दर्भ: * [लूका 20:21-22](rc://hi/tn/help/luk/20/21) * [मरकुस 2:13-14](rc://hi/tn/help/mrk/02/13) * [मत्ती 9:7-9](rc://hi/tn/help/mat/09/07) * [गिनती 31:28-29](rc://hi/tn/help/num/31/28) * [रोमियो 13:6-7](rc://hi /tn/help/rom/13/06) * [लूका 3:12-13](rc://hi/tn/help/luk/03/12) * [लूका 5:27-28](rc://hi/tn/halp/luk/05/27) * [मत्ति 5:46-48](rc://hi/tn/help/mat/05/46) * [मत्ती 9:10-11](rc://hi/tn/help/mat/09/10) * [मत्ती 11:18-19](rc://hi/tn/help/mat/mat/11/18) * [मत्ती 17:26-27])rc://hi/tn/help/mat/17/26) * [मत्ती 18:17](rc:://hi/tn/help/mat/18/17) ##बाईबल की कहानियों के उदाहरण 34:6 उसने कहा, "दो मनुष्य मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए; एक धर्म गुरु (फरीसी) था अनुर दूसरा चुंगी लेने वाला|" 34:7 "धर्म गुरु (फरीसी) ने इस प्रकार प्रार्थना की, 'हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दुसरे मनुष्यों के सदृश्य पापी नहीं हूँ__जैसे डाकू,अंधेर करने वाले,व्यभिचारी, और न ही इस चुंगी लेने वाले के सामान हूँ|'" 34:9 "परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर स्वर्ग के और आँख उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट पीट कर कहा, 'हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर|'" 34:10 तब यीशु ने कहा, "मैं तुमसे सच कहता हूँ कि परमेश्वर ने उस चुंगी लेने वाले कि प्रार्थना सुन ली और उसको धर्मी घोषित कर दिया|" 35:1 एक दिन यीशु अनेक चुंगी लेने वालों और पापियों के समूह को शिक्षा दे रहा था| ##शब्द तथ्य: * कर: Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G 1323, G 2778, G 5055, G 5411 G583, G5411 * कर संग्राहक: Strong's: