# परीक्षा, सिद्ध करना ## परिभाषा: “परीक्षा” शब्द का सन्दर्भ उस परिस्थिति से है जिसमें कोई वस्तु या मनुष्य का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखा” या “जांचा” जाता है। * अभियोग अर्थात् न्यायिक सुनवाई जिसमें मनुष्य को दोषी या निर्दोष सिद्ध करने के लिए प्रमाणों को प्रस्तुत किया जाता है। * परमेश्वर द्वारा मनुष्य के विश्वास को परखने के लिए उत्पन्न की गई कठिन परिस्थितियों को भी “परीक्षा” कहा जाता है। इसके लिए अन्य शब्द है "परखना" या "प्रलोभन" जो विशेष प्रकार की परीक्षा है। * बाइबल में अनेक मनुष्यों की परीक्षा ली गई थी कि परमेश्वर के प्रति उनके विश्वास एवं आज्ञाकारिता का निश्चय किया जाए। वे नाना प्रकार की परीक्षाओं से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, बन्दीगृह में डाले जाना या विश्वास के कारण घात भी किए जाना। (यह भी देखें: [परीक्षा करना](../kt/tempt.md), [परखा जाना](../kt/test.md), [निर्दोष](../kt/innocent.md), [दोष](../kt/guilt.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [व्यवस्थाविवरण 4:34](rc://hi/tn/help/deu/04/34) * [यहेजकेल 21:12-13](rc://hi/tn/help/ezk/21/12) * [विलापगीत 3:58-61](rc://hi/tn/help/lam/03/58) * [नीतिवचन 25:7-8](rc://hi /tn/help/pro/25/07) ## शब्द तथ्य: * स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986