# परम्परा ## परिभाषा: ## परम्परा, प्रथाएं एवं अभ्यास थे जो दीर्घकालीन व्यवहारगत रहे और आनेवाली पीढ़ियों को दिए गए। * बाइबल में "परम्पराओं" शब्द शब्द का सन्दर्भ प्रायः मानव रचित शिक्षाओं और अभ्यासों से है जो परमेश्वर की व्यवस्था नही थी। यह अभिव्यक्ति, "मनुष्यों की परंपरा" या "मानवीय परंपरा" इस को स्पष्ट करती है। * यह वाक्यांश जैसे, "पूर्वजों की परंपराओं" या "पितरों की परंपराओं" का सन्दर्भ विशेष करके उन यहूदी प्रथाओं और अभ्यासों से है जिनको यहूदी अगुओं ने समय के अंतराल में मूसा प्रदत्त परमेश्वर की व्यवस्था में जोड़ दिया था यद्यपि, ये अनुषांगिक परम्पराएं परमेश्वर प्रदत्त नहीं थीं, मनुष्यों में एक धारणा थी कि धार्मिकता के लिए ये आवश्यक थीं। * प्रेरित पौलुस ने “परम्परा” को अलग तरीके से उपयोग किया जो पत्मेश्वर प्रदत्त मसीही आचरण के सन्दर्भ में शिक्षाओं के सम्बन्ध में थीं और उसने तथा अन्य प्रेरितों ने नव्विश्वासियों को उनकी शिक्षा दी थी। * आधुनिक समय में, कई मसीही परंपराएं हैं जो बाइबल में सिखाई नहीं गई हैं| वे परम्पराओं और अभ्यासों के ऐतिहासिक स्वीकरण का परिणाम हैं। इन परम्पराओं का अवलोकन बाइबल में निहित परमेश्वर की शिक्मेंषाओं के प्रकाश में की जाना आवश्यक है। (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md), [पूर्वजों](../other/father.md), [पीढ़ी](../other/generation.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [मूसा](../names/moses.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 थिस्सलुनीकियों 3:6-9](rc://hi/tn/help/2th/03/06) * [कुलुस्सियों 2:8](rc://hi/tn/help/col/02/08) * [गलातियों 1:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13) * [मरकुस 7:2](rc://hi/tn/help/mrk/07/02) * [मत्ती 15:3](rc://hi/tn/help/mat/15/03) ## शब्द तथ्य: * स्त्रोंग्स: G38620