# निन्दा, अपमान, निन्दा, निन्दा, नामधराई # ## परिभाषा: ## किसी की निन्दा करने का अर्थ है आलोचना करना चरित्र या आचरण को स्वीकार नहीं करना। निन्दा करना मनुष्य के लिए नकारात्मक टिप्पणी करना है। * मनुष्य “निन्दा के योग्य नहीं” या “निन्दा के परे” या “अनिन्दनीय” है तो इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है और उसकी आलोचना नहीं की जा सकती है। * शब्द "निन्दा" का अनुवाद "अभियोग" या "शर्म" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है। * संदर्भ के आधार पर "निन्दा करने के लिए" का अनुवाद "ठट्ठा करने के लिए" या "अभियोग करने के लिए" या "आलोचना करने के लिए" के रूप में भी किया जा सकता है (यह भी देखें: [दोष लगाना](../other/accuse.md), [झिड़कना](../other/rebuke.md), [लज्जा](../other/shame.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## * [1 तीमुथियुस 05:7-8](rc://en/tn/help/1ti/05/07) * [1 तीमुथियुस 06:13-14](rc://en/tn/help/1ti/06/13) * [यिर्मयाह 15:15-16](rc://en/tn/help/jer/15/15) * [अय्यूब 16:9-10](rc://en/tn/help/job/16/09) * [नीतिवचन 18:3-4](rc://en/tn/help/pro/18/03) ## शब्द तथ्य: ## * Strong's: H1421, H1442, H2617, H2659, H2778, H2781, H3637, H3639, H7036, G410, G423, G819, G3059, G3679, G3680, G3681, G5195, G5196, G5484