# सीनै, होरेब ## तथ्यों: सीनै पर्वत या होरेब पर्वत एक पर्वत था जो संभवतः आज के सीनै प्रायद्वीप के दक्षिण में है परन्तु इस पर्वत का वास्तविक स्थान अज्ञात है। *एक संभावना है कि "होरेब" उस पर्वत का वास्तविक नाम है और "सीनै पर्वत"का सरल सा अर्थ है, "सीने का पहाड़" जिसका सन्दर्भ इस तथ्य से है कि होरेब पर्वत सीनै के मरुस्थल में है| * इस पर्वत को "परमेश्वर का पर्वत" भी कहते हैं। * यह वही स्थान है जहाँ मूसा ने भेड़ें चराते समय जलती हुई झाड़ी देखी थी। * यह वही स्थान है जहां परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ वाचा बंधी थी और उनको पत्थर की पट्टियों पर आज्ञाएं लिख कर दी थीं। * यह वह स्थान भी है जहां परमेश्वर ने मूसा को आज्ञा दी थी कि चट्टान को मार कर पानी निकाले कि मरुस्थल में चलते हुए इस्राएली तृप्त हो जाएं। (यह भी देखें: [रेगिस्तान](../other/desert.md), [दस आज्ञाओं](../other/tencommandments.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: * [प्रे.का. 7:29-30](rc://hi/tn/help/act/07/29) * [निर्गमन 16:1-3](rc://hi/tn/help/exo/16/01) * [गलातियों 4:24](rc://hi/tn/help/gal/04/24) * [लैव्यव्यवस्था 27:34](rc://hi/tn/help/lev/27/34) * [गिनती 1:17-19](rc://hi/tn/help/num/01/17) * [1 राजा 8:9-11](rc://hi/tn/help/1ki/08/09) * [2इतिहास 5:9-10](rc://hi/tn/help/2ch/05/09) * [व्यवस्थाविवरण 1:2](rc://hi/tn/help/deu/01/02) * [निर्गमन 3:1-3](rc://hi/tn/help/exo/03/01) * [भजन 106:19](rc://hi/tn/help/psa/106/19) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: * [13:1](rc://hi/tn/help/obs/13/01)__ इस्राएलियों को लाल सागर पार कराने के बाद परमेश्वर उनको मरुस्थल से चलाता हुआ __सीनै__ नाम के पहाड़ तक ले गया। * __[13:3](rc://hi/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन के बाद, जब लोगों ने अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार कर लिया,तब परमेश्वर गर्जन और बिजलियों के चमकने, और धुएं और तुरही के ऊँचे शब्द के साथ __सीनै पर्वत__ पर उतर आया | * __[13:11](rc://hi/tn/help/obs/13/11)__ कई दिनों तक मूसा __सीनै पर्वत__ के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा | * __[15:13](rc://hi/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो परमेश्वर ने उनके साथ __सीनै पर्वत__ पर बाँधी थी, कि वे उसका पालन करने के लिए बाद्य हैं। ## शब्द तथ्य: * Strong's: H2722, H5514, G3735, G4614