# लाजर ## तथ्य: लाजर और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु बैतनिय्याह में उनके के घर में प्रायः ठहरा करता था। * लाजर इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था। * यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाजर दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे। * यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाजर” था। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [विनती](../other/beg.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [मार्था](../names/martha.md), [मरियम](../names/mary.md), [खड़ा करना](../other/raise.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [यूहन्ना 11:11](rc://hi/tn/help/jhn/11/11) * [यूहन्ना 12:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/12/01) * [लूका 16:21](rc://hi/tn/help/luk/16/21) ## बाइबल कहानियों के उदाहरण: * __[37:1](rc://hi/tn/help/obs/37/01)__ एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि __लाजर__ बहुत बीमार है। __लाजर__ और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु को बहुत प्रिय थे। * __[37:2](rc://hi/tn/help/obs/37/02)__ यीशु ने कहा, “हमारा मित्र __लाजर__ सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।” * __[37:3](rc://hi/tn/help/obs/37/03)__ यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे स्पष्ट कह दिया, “ __लाजर__ मर गया है” * __[37:4](rc://hi/tn/help/obs/37/04)__जब यीशु __लाज़र__ के गृहनगर पहुँचा, तो __लाजर__ को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। * __[37:6](rc://hi/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने __लाज़र__ को कहाँ रखा है?” * __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे __लाजर__ निकल आ।” * __[37:10](rc://hi/tn/help/obs/37/10)__ __लाजर__ बाहर निकल आया। वह अभी भी कफन में लिपटा हुआ था। * __[37:11](rc://hi/tn/help/obs/37/11)__परन्तु यहूदियों के धर्म गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने यीशु और __लाजर__ को मार डालने के लिए आपस में योजना बनाना आरम्भ किया। ## शब्द तथ्य: * स्ट्रोंग्स: G29760