# एमोरी, एमोरियों ## तथ्य: एमोरी एक सामर्थी जाति थी जो कनान में, यारदन नदी के दोनों ओर निवास करती थी। * उनके नाम का अर्थ है, “ऊंचे लोग” जो संभवतः उनके स्थान के पर्वतों के कारण या उनके लबे कद के कारण पड़ा था। * उत्पत्ति की पुस्तक से विदित होता है कि एमोरी नूह के पोते, कनान के वंशज थे। * ऐ नगर में एमोरी बसे हुए थे| * परमेश्वर “एमोरियों का पाप” के विषय चर्चा करता है- उनकी मूर्तपूजा और उससे जुड़े पापी अभ्यास। * परमेश्वर ने जैसी आज्ञा दी उसी के अनुसार यहोशू ने एमोरियों का सर्वनाश करने के लिए इस्राएलियों की अगुआई की थी। ## बाइबल सन्दर्भ: * [आमोस 2:9](rc://hi/tn/help/amo/02/09) * [यहेजकेल 16:3](rc://hi/tn/help/ezk/16/03) * [उत्पत्ति 10:16](rc://hi/tn/help/gen/10/16) * [उत्पत्ति 15:14-16](rc://hi/tn/help/gen/15/14) * [यहोशू 09:10](rc://hi/tn/help/jos/09/10) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: * __[15:7](rc://hi/tn/help/obs/15/07)__ कुछ समय बाद, कनान में एक अन्य जाति, __एमोरियों__ के राजा ने जब यह सुना कि गिबोन के निवासियों ने इस्राएलियों से मेल कर लिया है, तब उसने सब के साथ मिलकर एक विशाल सेना तैयार की और गिब्बोनियों पर आक्रमण कार दिया। * __[15:08](rc://hi/tn/help/obs/15/08)__ प्रात:काल उन्होंने __एमोरियों__ की सेना को चकित कर दिया व उन पर हमला कर दिया। * __[15:9](rc://hi/tn/help/obs/15/09)__ उस दिन परमेश्वर इस्राएल के लिए लड़ा। परमेश्वर ने एमोरियों को उलझन में डाल दिया, और आकाश से पत्थर गिरा कर अनेक एमोरियों को घात किया। * __[15:10](rc://hi/tn/help/obs/15/10)__ उस दिन परमेश्वर ने सूर्य को आकाशमण्डल के बीचोंबीच ठहरा दिया, ताकि इस्राएलियों के पास एमोरियों का सर्पवनाश करने के लिए पर्याप्त समय हो। ## शब्द तथ्य: * Strong's: H567,