# श्राप, श्रापित, श्राप दे रहा ## परिभाषा: “श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण उत्पन्न करना। * श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वस्तु की हानि हो। * किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न विचार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उनके साथ बुरा हो। * इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होने से भी हो सकता है। ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, * परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना” * “श्रापित हो” इस उक्ति द्वारा जब मनुष्यों का वर्णन किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”। * "श्रापित है" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।" * "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।" * तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ भिन्न नहीं है, तो इस उक्ति को ऐसा ही रखना उचित होगा। (यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 शमूएल 14:24-26](rc://hi/tn/help/1sa/14/24) * [2 पतरस 2:12-14](rc://hi/tn/help/2pe/02/12) * [गलातियों 3:10](rc://hi/tn/help/gal/03/10) * [गलातियों 3:14](rc://hi/tn/help/gal/03/14) * [उत्पत्ति 3:14](rc://hi/tn/help/gen/03/14) * [उत्पत्ति 3:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) * [याकूब 3:10](rc://hi/tn/help/jas/03/010) * [गिनती 22:6](rc://hi/tn/help/num/22/06) * [भजन संहिता 109:28](rc://hi/tn/help/psa/109/28) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: * __[2:09](rc://hi/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “__शापित__ है तू!” * __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुझे उसकी उपज खाने के लिये कठोर परिश्रम करना होगा।” * __[4:4](rc://hi/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ दें उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।” * __[39:7](rc://hi/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।” * __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय लिया। ## शब्द तथ्य: * स्ट्रोंग्स: H0422, H0423, H0779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G03310, G03320, G06850, G19440, G25510, G26520, G26530, G26710, G26720, G60350