diff --git a/bible/names/adam.md b/bible/names/adam.md index 0519b3d..8063b59 100644 --- a/bible/names/adam.md +++ b/bible/names/adam.md @@ -4,11 +4,11 @@ आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था. वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे. -* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी. -* आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है. -* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम का शब्द “मानवजाति” या “मनुष्य” है. -* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं. -* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी. इस कारण वे परमेश्वर से अलग हो गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने के कारण हुए. +* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी| +* आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है| +* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम में “मानवजाति” या “मनुष्य” के लिए शब्द हैं| +* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं +* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी| इस कारण वे परमेश्वर से अलग किए गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने का कारण हुए. (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,24 +16,24 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 02:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14) -* [उत्पत्ति 03:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) -* [उत्पत्ति 05:01](rc://hi/tn/help/gen/05/01) -* [उत्पत्ति 11:05](rc://hi/tn/help/gen/11/05) -* [लूका 03:38](rc://hi/tn/help/luk/03/38) -* [रोमियो 05:15](rc://hi/tn/help/rom/05/15) +* [1 तीमुथियुस 2:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14) +* [उत्पत्ति 3:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) +* [उत्पत्ति 5:01](rc://hi/tn/help/gen/05/01) +* [उत्पत्ति 11:5](rc://hi/tn/help/gen/11/05) +* [लूका 3:38](rc://hi/tn/help/luk/03/38) +* [रोमियो 5:15](rc://hi/tn/help/rom/05/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:09](rc://hi/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.” -* __[01:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__इस आदमी का नाम __आदम__ था. परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया. - * __[01:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था. -* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को वस्त्र पहनाए. -* __[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने __आदम__ और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया. -* __[49:08](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए. +* __[1:9](rc://hi/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.” +* __[1:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__इस आदमी का नाम __आदम__ था. परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया. + * __[1:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था. +* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को वस्त्र पहनाए. +* __[2:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने __आदम__ और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया. +* __[49:8](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए. * __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H120, G76 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0120, G00760 \ No newline at end of file