From d8cd6450c2a95bfba2d3a0c0cad8ac2eb32ce8a9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 10:19:07 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/names/galilee.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/galilee.md | 41 +++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/names/galilee.md b/bible/names/galilee.md index 825f781..01f42ee 100644 --- a/bible/names/galilee.md +++ b/bible/names/galilee.md @@ -1,35 +1,36 @@ -# गलील, गलीली, गलीलियों # +# गलील, गलीली, गलीलियों -## तथ्य: ## +## तथ्य: -गलील इस्राएल का परम उत्तरी भाग था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलीली मनुष्य गलील का रहनेवाला था। +गलील इस्राएल की उत्तरी चरम सीमा पर था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलील का रहनेवाला मनुष्य गलीली कहलाता था। * नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे। * गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी। * यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था -यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और सेवा गलील क्षेत्र में ही हुई थी। +यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और शिक्षाएं गलील क्षेत्र में ही हुई थी। (यह भी देखें: [नासरत](../names/nazareth.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 09:31-32](rc://en/tn/help/act/09/31) -* [प्रे.का. 13:30-31](rc://en/tn/help/act/13/30) -* [यूहन्ना 02:1-2](rc://en/tn/help/jhn/02/01) -* [यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/jhn/04/01) -* [लूका 13:1-3](rc://en/tn/help/luk/13/01) -* [मरकुस 03:7-8](rc://en/tn/help/mrk/03/07) -* [मत्ती 02:22-23](rc://en/tn/help/mat/02/22) -* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13) +* [प्रे.का. 9:32](rc://hi/tn/help/act/09/32) +* [प्रे.का. 13:31](rc://hi/tn/help/act/13/31) +* [यूहन्ना 2:1-2](rc://hi/tn/help/jhn/02/01) +* [यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/jhn/04/03) +* [लूका 13:3](rc://hi/tn/help/luk/13/03) +* [मरकुस 3:7](rc://hi/tn/help/mrk/03/07) +* [मत्ती 2:22-23](rc://hi/tn/help/mat/02/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* [मत्ती 3:13-15](rc://hi/tn/help/mat/03/13) -* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह __गलील__ में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। -* __[26:01](rc://en/tn/help/obs/26/01)__ शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे __गलील के क्षेत्र के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति में लौट आए। -* __[39:06](rc://en/tn/help/obs/39/06)__ अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों __गलील__ से हो।” -* __[41:06](rc://en/tn/help/obs/41/06)__ तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले __गलील__ को जाता है।” +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -## शब्द तथ्य: ## +* __[21:10](rc://hi/tn/help/obs/21/10)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह __गलील__ में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। +* __[26:1](rc://hi/tn/help/obs/26/01)__ शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु पवित्र आत्मा से भरा हुआ अपने अधिवास, __गलील__ क्षेत्र लौट आया| +* __[39:6](rc://hi/tn/help/obs/39/06)__ अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों __गलील__ से हो।” +* __[41:6](rc://hi/tn/help/obs/41/06)__ तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले __गलील__ को जाता है।” -* Strong's: H1551, G1056, G1057 +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H1551, G10560, G10570