diff --git a/bible/kt/spirit.md b/bible/kt/spirit.md index bd0ec36..5f25545 100644 --- a/bible/kt/spirit.md +++ b/bible/kt/spirit.md @@ -2,48 +2,50 @@ ## परिभाषा: ## -“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग जो दिखाई नहीं देता है। मरने का समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति। +“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग है जो दिखाई नहीं देता है। मरने के समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति। -* शब्द "आत्मा" एक ऐसी आत्मा का उल्लेख कर सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे कि दुष्टात्मा। -* “आत्मिक” शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार का कोई भी व्यक्तित्व। -* “आत्मा” शब्द का अर्थ “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”।स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा” -* यीशु ने कहा कि परमेश्वर एक आत्मा है। +* शब्द "आत्मा" एक ऐसे प्राणी आत्मा के सन्दर्भ में भी हो सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे दुष्टात्मा। +* “आत्मिक” इस शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार की बातें। +* “की आत्मा” इस उक्ति का अर्थ है, “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”। मनुष्य के स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा” +* यीशु ने कहा कि परमेश्वर आत्मा है। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अभौतिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक अस्तित्व”। -* कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” से हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अलौकिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक मनुष्यत्व”। +* कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” हो सकता है। * कभी-कभी “आत्मा” शब्द मनुष्य की भावना को व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है जैसे “मेरी आत्मा भीतर ही भीतर व्याकुल थी”। इसका अनुवाद “मेरी आत्मा दुःखित थी” या “मुझे गहरा दुख” हो सकता है। -* “की आत्मा” का अनुवाद “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का दृष्टिकोण” या “विचार के द्वारा चित्रित” हो सकता है। -* संदर्भ के आधार पर, "आध्यात्मिक" का अनुवाद "गैर-भौतिक" या "पवित्र आत्मा से" या "भगवान" या "गैर-भौतिक दुनिया का हिस्सा" के रूप में किया जा सकता है। -* लाक्षणिक अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक दूध" का अनुवाद "परमेश्वर की बुनियादी शिक्षा" या "परमेश्वर की शिक्षाओं के रूप में भी किया जा सकता है जो आत्मा को पोषण करते हैं (जैसे दूध करता है)।" -* वाक्यांश "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद "ईश्वरीय व्यवहार के रूप में किया जा सकता है जो पवित्र आत्मा को आज्ञाकारी दिखाता है।" -* शब्द "आध्यात्मिक उपहार" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "विशेष क्षमता पवित्र आत्मा देता है । +* “की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का स्वाभाव” या “के द्वारा चरित्र-लक्षण प्रभावित" +* संदर्भ के आधार पर, "आत्मिक" का अनुवाद हो सकता है, "अलौकिक" या "पवित्र आत्मा से" या "परमेश्वर" या "अलौकिक संसार का भाग" +* इस अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद हो सकता है, "ईश्वरीय स्वभाव जो पवित्र आत्मा का आज्ञाकारी है" +* "आध्यात्मिक वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "पवित्रात्मा प्रदत्त विशेष योग्यता" +* कभी-कभी इस शब्द का अनुवाद, "हवा" भी हो सकता है, जब हवा चलने का सन्दर्भ हो या "सांस"" हो सकता है जब जीवित प्राणियों द्वारा वायु प्रवाह का संदार्ब हो| -(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [प्राण](../kt/soul.md)) +(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [प्राण](../kt/soul.md)), [सांस](../other/breath.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://en/tn/help/1co/05/03) -* [1 यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/1jn/04/01) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:23-24](rc://en/tn/help/1th/05/23) -* [प्रे.का. 05:9-11](rc://en/tn/help/act/05/09) -* [कुलुस्सियों 01: 9-10](rc://en/tn/help/col/01/09) -* [इफिसियों 04:23-24](rc://en/tn/help/eph/04/23) -* [उत्पत्ति 07:21-22](rc://en/tn/help/gen/07/21) -* [यशायाह 04: 3-4](rc://en/tn/help/isa/04/03) -* [मार्क 01:21-26](rc://en/tn/help/mrk/01/23) -* [मत्ती. 26:39-41](rc://en/tn/help/mat/26/39) -* [फिलिप्पियों 01:25-27](rc://en/tn/help/php/01/25) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://hi/tn/help/1co/05/05) +* [1 यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/1jn/04/03) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:23](rc://hi/tn/help/1th/05/23) +* [प्रे.का. 5:9](rc://hi/tn/help/act/05/09) +* [कुलुस्सियों 1: 9](rc://hi/tn/help/col/01/09) +* [इफिसियों 4:23](rc://hi/tn/help/eph/04/23) +* [उत्पत्ति 7:21-22](rc://hi/tn/help/gen/07/21) + +* [उत्पत्ति 8:1](rc://hi/tn/help/gen/08/01) +* [यशायाह 4: 4](rc://hi/tn/help/isa/04/04) +* [मरकुस 1:23-26](rc://hi/tn/help/mrk/01/23) +* [मत्ती. 26:41](rc://hi/tn/help/mat/26/41) +* [फिलिप्पियों 1:27](rc://hi/tn/help/php/01/27 ) ## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ## -* __[13:03](rc://en/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को __आत्मिक__ रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | -* __[40:07](rc://en/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक गया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया | -* __[45:05](rc://en/tn/help/obs/45/05)__ जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |” -* __[48:07](rc://en/tn/help/obs/48/07)__ सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास किया अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक __आत्मिक__ वंशज बना | +* __[13:3](rc://hi/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को __आत्मिक__ रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | +* __[40:7](rc://hi/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी __आत्मा__ तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक दिया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया | +* __[45:5](rc://hi/tn/help/obs/45/05)__ जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी __आत्मा__ को ग्रहण कर |” +* __[48:7](rc://hi/tn/help/obs/48/07)__ सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास करने लगा और अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक __आत्मिक__ वंशज बना | -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427 +* स्ट्रोंग्स: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427