From c0b85feabb16c5450cc1a794d9b1d533ed3f31fe Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 03:15:49 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/godthefather.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/godthefather.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/godthefather.md b/bible/kt/godthefather.md index 25fa84f..df46cfb 100644 --- a/bible/kt/godthefather.md +++ b/bible/kt/godthefather.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता # +# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता -## तथ्य: ## +## तथ्य: -यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। उसी अर्थ के साथ एक और शब्द "पिता" है, जो सबसे अधिक बार प्रयोग किया जाता था जब यीशु उससे बात कर रहा था +यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। इसी का एक और सहार्थी शब्द है, "पिता" है, जिसका सर्वाधिक प्रयोग यीशु ने किया जब वह उसका सन्दर्भ देता था| -* परमेश्वर, पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। +* परमेश्वर का अस्तित्व पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर में है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही परमेश्वर हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। * पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा। * जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।