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@ -1,24 +1,24 @@
# अप्पुल्लोस #
# अपुल्लोस #
## तथ्य: ##
अप्पुल्लोस मिस्र के सिंकदरिया नगर का एक यहूदी था, उसे मनुष्यों को यीशु के बारे में शिक्षा देने का विशेष वरदान प्राप्त था।
अपुल्लोस मिस्र के सिंकदरिया नगर का एक यहूदी था, उसे मनुष्यों को यीशु के बारे में शिक्षा देने का विशेष वरदान प्राप्त था।
* अप्पुल्लोस इब्रानी धर्मशास्त्र का ज्ञाता था और एक प्रतिभाशाली वक्ता भी था।
* इफिसुस में उसे दो विश्वासियों ने मसीही शिक्षा दी थी जिनके नाम थे: अक्विल्ला और प्रिस्किल्ला
* अपुल्लोस इब्रानी धर्मशास्त्र का ज्ञाता था और एक प्रतिभाशाली वक्ता भी था।
* इफिसुस में उसे दो विश्वासियों ने मसीही शिक्षा दी थी जिनके नाम थे: अक्विला और प्रिस्किल्ला।
* पौलुस ने जोर दिया कि वह और अप्पुल्लोस तथा अन्य प्रचारकों एवं शिक्षकों का एक ही लक्ष्य है कि वे लोगों को यीशु में विश्वास करने में सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [अक्विला](../names/aquila.md), [इफिसुस](../names/ephesus.md), [प्रिस्किल्ला](../names/priscilla.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 01:12-13](rc://en/tn/help/1co/01/12)
* [1 कुरिन्थियों 16:10-12](rc://en/tn/help/1co/16/10)
* [प्रे.का. 18:24-26](rc://en/tn/help/act/18/24)
* [तीतुस 03:12-13](rc://en/tn/help/tit/03/12)
* [1 कुरिन्थियों 01:13](rc://hi/tn/help/1co/01/13)
* [1 कुरिन्थियों 16:12](rc://hi/tn/help/1co/16/12)
* [प्रे.का. 18:25](rc://hi/tn/help/act/18/25)
* [तीतुस 03:13](rc://hi/tn/help/tit/03/13)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G625
* स्ट्रांग'स: G625

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@ -1,21 +1,21 @@
# क्रेते, क्रेतेवास, क्रेतेवासियों #
# क्रेते, क्रेती #
## तथ्य: ##
क्रेते यूनान के दक्षिणी तट के पर एक द्वीप था। "क्रेतेवासी" वह है जो क्रेते द्वीप पर रहता है।
क्रेते एक द्वीप है यूनान के दक्षिणी तट पर स्थित है। "क्रेती" वह है जो क्रेते द्वीप पर रहता है।
* अपनी प्रचार यात्राओं में प्रेरित पौलुस क्रेते की यात्रा पर गया था।
* पौलुस ने अपने सहकर्मी तीतुस को क्रेते पर छोड़ दिया था कि वहां कलीसिया के अगुओं को नियुक्त करे।
* प्रेरित पौलुस अपनी सेवकाई की यात्रा में क्रेते द्वीप पर गया था।
* पौलुस ने अपने सहकर्मी तीतुस को क्रेते पर छोड़ दिया था कि वह वहां मसीहियों को सिखाएं और कलीसिया के अगुओं को नियुक्त करे।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद संबंधित सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 02:8-11](rc://en/tn/help/act/02/08)
* [प्रे.का. 27:7-8](rc://en/tn/help/act/27/07)
* [आमोस 09:7-8](rc://en/tn/help/amo/09/07)
* [तीतुस 01:12-13](rc://en/tn/help/tit/01/12)
* [प्रेरि. 02:8-11](rc://hi/tn/help/act/02/08)
* [प्रेरि. 27:8](rc://hi/tn/help/act/27/08)
* [आमोस 09:7-8](rc://hi/tn/help/amo/09/07)
* [तीतुस 01:12](rc://hi/tn/help/tit/01/12)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G2912, G2914
* स्ट्रांग'स: G2912, G2914

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@ -4,38 +4,38 @@
पौलुस आरंभिक कलीसिया का अगुआ था जिसे यीशु ने सब जातियों में सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा था।
* पौलुस रोमी नगर तर्शिश में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस रोमी नगर तरसुस में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उन्हें रोमन नाम "पौलुस" से जाने गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [मसीही](../kt/christian.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 01:1-3](rc://en/tn/help/1co/01/01)
* [प्रे.का. 08:1-3](rc://en/tn/help/act/08/01)
* [प्रे.का. 09:26-27](rc://en/tn/help/act/09/26)
* [प्रे.का. 13:9-10](rc://en/tn/help/act/13/09)
* [गलातियों 01:1-2](rc://en/tn/help/gal/01/01)
* [फिलेमोन 01:8-9](rc://en/tn/help/phm/01/08)
* [1 कुरिन्थियों 01:03](rc://hi/tn/help/1co/01/01)
* [प्रेरि. 08:03](rc://hi/tn/help/act/08/01)
* [प्रेरि. 09:26](rc://hi/tn/help/act/09/26)
* [प्रेरि. 13:10](rc://hi/tn/help/act/13/09)
* [गलातियों 01:01](rc://hi/tn/help/gal/01/01)
* [फिलेमोन 01:08](rc://hi/tn/help/phm/01/08)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://hi/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://hi/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://hi/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://hi/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G3972, G4569
* स्ट्रांग'स: G3972, G4569

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@ -4,21 +4,21 @@
तीतुस एक अन्यजाति था। उसे पौलुस द्वारा प्रारंभिक कलीसियो में अगुआई करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
* पौलुस द्वारा तीतुस को लिखा गया एक पत्र नया नियम की किताबों में से एक है।
* पौलुस द्वारा तीतुस को लिखा गया एक पत्र नया नियम की पुस्तकों में से एक है।
* इस पत्र में पौलुस ने तीतुस को क्रेते के द्वीप पर कलीसियाओं में प्राचीनों को नियुक्त करने का निर्देश दिया था।
* पौलुस ने ईसाइयों को लिखे कुछ अपने पत्रों, पौलुस ने तीतुस को ऐसे किसी व्यक्ति के रूप में बताया, जिसने उसे प्रोत्साहित किया और उसे खुशी दी।
* मसीहियों को लिखे अपने कुछ पत्रों में, पौलुस ने तीतुस को ऐसे किसी व्यक्ति के रूप में बताया, जिसने उसे प्रोत्साहित किया और उसे खुशी दी।
(अनुवाद के संबन्ध में सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के संबन्ध में सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [नियुक्त](../kt/appoint.md), [विश्वासी](../kt/believer.md), [कलीसिया](../kt/church.md), [खतना](../kt/circumcise.md), [क्रेते](../names/crete.md), [प्राचीन](../other/elder.md), [प्रोत्साहन](../kt/exhort.md), [निर्देश](../other/instruct.md), [अगुआ](../kt/minister.md)
(यह भी देखें: [नियुक्त](../kt/appoint.md), [विश्वासी](../kt/believer.md), [कलीसिया](../kt/church.md), [खतना](../kt/circumcise.md), [क्रेते](../names/crete.md), [प्राचीन](../other/elder.md), [प्रोत्साहन](../kt/exhort.md), [निर्देश](../other/instruct.md), [अगुआ](../kt/minister.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [2 तीमु. 04:9-10](rc://en/tn/help/2ti/04/09)
* [गलातियों 02:1-2](rc://en/tn/help/gal/02/01)
* [गलातियों 02:3-5](rc://en/tn/help/gal/02/03)
* [तीतुस 01:4-5](rc://en/tn/help/tit/01/04)
* [2 तीमु. 04:10](rc://hi/tn/help/2ti/04/10)
* [गलातियों 02:1-2](rc://hi/tn/help/gal/02/01)
* [गलातियों 02:3-5](rc://hi/tn/help/gal/02/03)
* [तीतुस 01:4](rc://hi/tn/help/tit/01/04)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G5103
* स्ट्रांग'स: G5103

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@ -8,18 +8,16 @@
* पौलुस उसे “प्रिय” और “विश्वासयोग्य” कहता था।
* तुखिकुस इफिसुस और कुलुस्से में पौलुस के पत्र लेकर गया था।
(अनुवाद संबंधित सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद संबंधित सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [आसिया](../names/asia.md), [प्रिय](../kt/beloved.md), [कुलुस्से](../names/colossae.md), [इफिसुस](../names/ephesus.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [अगुआ](../kt/minister.md)
(यह भी देखें: [आसिया](../names/asia.md), [प्रिय](../kt/beloved.md), [कुलुस्से](../names/colossae.md), [इफिसुस](../names/ephesus.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [अगुआ](../kt/minister.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [2 तीमु. 04:11-13](rc://en/tn/help/2ti/04/11)
* [कुलुस्सियों 04:7-9](rc://en/tn/help/col/04/07)
* [तीतुस 03:12-13](rc://en/tn/help/tit/03/12)
{{tag>publish ktlink}
* [2 तीमु. 04:11-13](rc://hi/tn/help/2ti/04/11)
* [कुलुस्सियों 04:7-9](rc://hi/tn/help/col/04/07)
* [तीतुस 03:12-13](rc://hi/tn/help/tit/03/12)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G5190
* स्ट्रांग'स: G5190

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@ -1,20 +1,20 @@
# दोष लगाना, दोषा लगाता है, दोषी, दोष लगा रहे है, आरोप लगाने वाला, आरोप लगाने वाले, आरोप, आरोपों #
#दोष, दोष लगाना, दोष लगा रहे है, आरोप लगाने वाला, आरोप #
## परिभाषा: ##
“दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं।
* झूठा दोष अर्थात किसी पर लगाया गया दोष सच नहीं है जैसे यहूदी अगुओें ने यीशु पर अनुचित काम करने का झूठा दोष लगाया था।
* नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “दोष लगाने वाला” कहा गया है।
* नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप लगाने वाला” कहा गया है।
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 19:38-41](rc://en/tn/help/act/19/38)
* [होशे 04:4-5](rc://en/tn/help/hos/04/04)
* [यिर्मयाह 02:9-11](rc://en/tn/help/jer/02/09)
* [लूका 06:6-8](rc://en/tn/help/luk/06/06)
* [रोमियो 08:33-34](rc://en/tn/help/rom/08/33)
* [प्रेरि. 19:40](rc://hi/tn/help/act/19/40)
* [होशे 04:4](rc://hi/tn/help/hos/04/04)
* [यिर्मयाह 02:9-11](rc://hi/tn/help/jer/02/09)
* [लूका 06:6-8](rc://hi/tn/help/luk/06/06)
* [रोमियो 08:33](rc://hi/tn/help/rom/08/33)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3198, H8799, G1458, G2147, G2596, G2724
* स्ट्रांग'स: H3198, H6818, G1458, G2147, G2596, G2724

View File

@ -1,4 +1,4 @@
# चिताना #
# चिताना, चेतावनी, चेतावनी देने #
## परिभाषा: ##
@ -10,8 +10,8 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [नहेम्याह 09:32-34](rc://en/tn/help/neh/09/32)
* [नहेम्याह 09:32-34](rc://hi/tn/help/neh/09/32)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H2094, H5749, G3560, G3867, G5537
* स्ट्रांग'स: H2094, H5749, G3560, G3867, G5537

View File

@ -16,11 +16,11 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 इतिहास 29:26-28](rc://en/tn/help/1ch/29/26)
* [1 कुरिन्थियों 02:6-7](rc://en/tn/help/1co/02/06)
* [इब्रानियों 06:4-6](rc://en/tn/help/heb/06/04)
* [अय्यूब 05:26-27](rc://en/tn/help/job/05/26)
* [1 इतिहास 29:28](rc://hi/tn/help/1ch/29/28)
* [1 कुरिन्थियों 02:7](rc://hi/tn/help/1co/02/07)
* [इब्रानियों 06:05](rc://hi/tn/help/heb/06/05)
* [अय्यूब 05:26-27](rc://hi/tn/help/job/05/26)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H2465, G165, G1074
* स्ट्रांग'स: G165, G1074

View File

@ -1,30 +1,30 @@
# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भटका दिया, भटकना #
# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भ्रम में पड़े, गलत दिशा की ओर#
## परिभाषा: ##
फिर जाना” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी।
भटका दिया” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी।
“भटकना” शब्द समतल पथ या सुरक्षा के स्थान को छोड़कर गलत और खतरनाक मार्ग में जाने का भाव व्यक्त करता है।
चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “भटकी हुई” कहते हैं। परमेश्वर पापियों की तुलना उन भेड़ों से करता है जो उसका त्याग करके “भटक गई” हैं।
*“भटकना” शब्द समतल पथ या सुरक्षा के स्थान को छोड़कर गलत और खतरनाक मार्ग में जाने का भाव व्यक्त करता है।
*चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “भटकी हुई” कहते हैं। परमेश्वर पापियों की तुलना उन भेड़ों से करता है जो उसका त्याग करके “भटक गई” हैं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “भटकने” का अनुवाद, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “परमेश्वर के मार्ग से दूर जाते रहना” हो सकता है।
* “भटकने” का अनुवाद, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “ऐसे तरीके से जियो जो परमेश्वर से दूर चला जाए।” हो सकता है।
* “किसी को भरमाना” का अनुवाद, “किसी को परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए प्रेरित करना” या “किसी को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए प्रभावित करना” या “किसी को गलत मार्ग पर अपने पीछे चलाना”हो सकता है।
(यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [चरवाहे](../other/shepherd.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 यूह. 03:7-8](rc://en/tn/help/1jn/03/07)
* [2 तीमु. 03:10-13](rc://en/tn/help/2ti/03/10)
* [निर्गमन 23:4-5](rc://en/tn/help/exo/23/04)
* [यहेजकेल 48:10-12](rc://en/tn/help/ezk/48/10)
* [मत्ती. 18:12-14](rc://en/tn/help/mat/18/12)
* [मत्ती. 24:3-5](rc://en/tn/help/mat/24/03)
* [भजन-संहिता 058:3-5](rc://en/tn/help/psa/058/003)
* [भजन-संहिता 119:109-110](rc://en/tn/help/psa/119/109)
* [1 यूह. 03:7](rc://hi/tn/help/1jn/03/07)
* [2 तीमु. 03:13](rc://hi/tn/help/2ti/03/13)
* [निर्गमन 23:4-5](rc://hi/tn/help/exo/23/04)
* [यहेजकेल 48:10-12](rc://hi/tn/help/ezk/48/10)
* [मत्ती. 18:13](rc://hi/tn/help/mat/18/13)
* [मत्ती. 24:05](rc://hi/tn/help/mat/24/05)
* [भजन-संहिता 058:03](rc://hi/tn/help/psa/058/003)
* [भजन-संहिता 119:110](rc://hi/tn/help/psa/119/110)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105
* स्ट्रांग'स: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105

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@ -1,26 +1,26 @@
# पशु, पशुओं #
# पशु, पशुओं, जानवर #
## तथ्य: ##
बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” को कहने के लिए दूसरा शब्द है।
* वन पशु जंगल या खेतों में स्वतंत्र घूमता है, वह प्रशिक्षित नहीं होता कि घरेलू पशु कहलाए
* घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन या काम करवाने के लिए उपयोग में आता है जैसे हल चलाना आदि। पशु-धन ऐसे पशुओं को ही कहा जाता है।
* पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor))
* इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जातियों या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं।
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “प्राणी” या “सृजित वस्तु” या “वनपशु” प्रकरण के अनुवाद
* जंगली जानवर एक प्रकार का जानवर है जो जंगल या खेतों में स्वतंत्र रूप से रहता है और लोगों द्वारा प्रशिक्षित नहीं किया गया है
* घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन के लिए या काम करने के लिए रखा जाता है जैसे कि हल चलाना। अक्सर "पशुधन" शब्द का उपयोग इस तरह के जानवरों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
* पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: [रूपक](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor))
* इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जाति या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं।
* अनुवाद करने के तरीकों में संदर्भ के आधार पर, “प्राणी” या “सृजित वस्तु”, "जानवर" या “वनपशु” शामिल हो सकते हैं।
(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [जीवन](../other/livestock.md), [जाति](../other/nation.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [शैतान](../names/beelzebul.md))
(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [पशु](../other/livestock.md), [जाति](../other/nation.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [शैतान](../names/beelzebul.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 15:31-32](rc://en/tn/help/1co/15/31)
* [1 शमूएल 17:44-45](rc://en/tn/help/1sa/17/44)
* [2 इतिहास 25:18-19](rc://en/tn/help/2ch/25/18)
* [यिर्मयाह 16:1-4](rc://en/tn/help/jer/16/01)
* [लैव्यव्यवस्था 07:21](rc://en/tn/help/lev/07/21)
* [भजन संहिता 049:12-13](rc://en/tn/help/psa/049/012)
* [1 कुरिन्थियों 15:32](rc://hi/tn/help/1co/15/32)
* [1 शमूएल 17:44](rc://hi/tn/help/1sa/17/44)
* [2 इतिहास 25:18](rc://hi/tn/help/2ch/25/18)
* [यिर्मयाह 16:1-4](rc://hi/tn/help/jer/16/01)
* [लैव्यव्यवस्था 07:21](rc://hi/tn/help/lev/07/21)
* [भजन संहिता 049:12-13](rc://hi/tn/help/psa/049/012)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H338, H929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074
* स्ट्रांग'स: H338, H929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074

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# बिगड़कर, नाश होती है, बिगड़ गए, भ्रष्ट, सड़ाहट, बिगड़ गए #
# अशुद्ध, बिगड़कर, नाश होती है, बिगड़ गए, भ्रष्ट, सड़ाहट, बिगड़ गए
## परिभाषा: ##
“बिगड़कर” या “सड़ाहट” का संदर्भ ऐसी स्थिति से है जिसमें मनुष्य नाश हो जाता है, अनैतिक या बेईमान हो जाता है।
* “बिगड़कर” शब्द का मूल अर्थ है, नैतिकता में “झुकना” या “तोड़ा जाना” है।
* जो मनुष्य बिगड़ गया वह सत्य से विमुख हो गया और अनिष्ट एवं अनैतिक कार्य करता है।
* किसी को बिगाड़ना अर्थात उसे अनिष्ट एवं अनैतिक कार्य करने के लिए प्रभावित करना।
* जो मनुष्य बिगड़ गया वह सत्य से विमुख हो गया और बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करता है।
* किसी को बिगाड़ना अर्थात उसे बेइमानी एवं अनैतिक कार्य करने के लिए प्रभावित करना।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “बिगाड़ना” अर्थात “बुरा काम करने के लिए प्रभावित करना” या “अनैतिक होने के लिए प्रेरित करना”।
* बिगड़ा मनुष्य वह है, “जो अनैतिक हो गया है” या “जो बुराई करता है”
* इस शब्द का अनुवाद “बुरा” या “अनैतिक” या “दुष्ट” भी किया जा सकता है।
* “बिगड़ना” का अनुवाद हो सकता है, “बुरा व्यवहार” या “बुराई” या “अनैतिकता”
* “बिगड़ना” शब्द का अनुवाद “बुरा व्यवहार” या “बुराई” या “अनैतिकता” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [दुष्ट](../kt/evil.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [यहेजकेल 20:42-44](rc://en/tn/help/ezk/20/42)
* [गलातियों 06:6-8](rc://en/tn/help/gal/06/06)
* [उत्पत्ति 06:11-12](rc://en/tn/help/gen/06/11)
* [मत्ती 12:33-35](rc://en/tn/help/mat/12/33)
* [भजन 014:1](rc://en/tn/help/psa/014/001)
* [यहेजकेल 20:42-44](rc://hi/tn/help/ezk/20/42)
* [गलातियों 06:6-8](rc://hi/tn/help/gal/06/06)
* [उत्पत्ति 06:12](rc://hi/tn/help/gen/06/12)
* [मत्ती 12:33-35](rc://hi/tn/help/mat/12/33)
* [भजन संहिता 014:1](rc://hi/tn/help/psa/014/1)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1097, H1605, H2254, H2610, H4167, H4743, H4889, H4893, H7843, H7844, H7845, G853, G862, G1311, G1312, G2585, G2704, G4550, G4595, G5349, G5351, G5356
* स्ट्रांग'स: H2610, H3891, H4889, H7843, H7844, G861, G1311, G2704, G5351, G5356

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@ -1,16 +1,16 @@
# हियाव, हियाव बांधे, प्रोत्साहित, प्रोत्साहन, ढाढ़स बाँधो, उदास, निरुत्साहित, उदास करना, discouraging #
# हियाव, हियाव बांधे, प्रोत्साहित, प्रोत्साहन, उत्साहित, प्रेरित, ढाढ़स बाँधो, उदास, निरुत्साहित, उदास करना #
## तथ्य: ##
“हियाव” का अर्थ है निडर होकर सामना करना या कठिन, भयानक और संकट का काम करना।
“हियाव” का अर्थ है निडर होकर सामना करना या कठिन, भयानक और संकट का काम करना।
* “साहसी” (निर्भीक) साहस दिखानेवाला मनुष्य चाहे वह भयभीत हो या उस पर त्याग करने का दबाव हो।
* मनुष्य पर जब मानसिक या शारीरिक कष्ट आता है तब वह शक्ति का उपयोग करके यत्न के साथ साहस का प्रदर्शन करता है।
* “हिम्मत बांधो” अर्थात “डरो मत” या “विश्वास रखो कि सब अच्छा होगा”
* जब यहोशू कनान जैसे खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने की तैयारी कर रहा था तब मूसा ने उसे प्रोत्साहित किया कि वह “हियाव बांधकर और दृढ़ होकर” रहे।
* “हियाव” शब्द का अनुवाद हो सकता है “बहादुर” या “निडर” या “साहस”
* प्रकरण के अनुसार, “हियाव बांधने” का अनुवाद हो सकता है, “मानसिक रूप से दृढ़” या “विश्वास करना” या “अटल रहना”।
* “निडर होकर बोलना” का अनुवाद “निर्भीक होकर कहना” या “बिना किसी डर के कहना” या “विश्वास के साथ कहना”।
* “हियाव” शब्द का अनुवाद “बहादुर” या “निडर” या “साहस” हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार, “हियाव बांधने” का अनुवाद “मानसिक रूप से दृढ़” या “विश्वास करना” या “अटल रहना”हो सकता है
* “निडर होकर बोलना” का अनुवाद “निर्भीक होकर कहना” या “बिना किसी डर के कहना” या “विश्वास के साथ कहना” हो सकता है
“प्रोत्साहन देना” और “प्रोत्साहन” ऐसे शब्द हैं जिनके द्वारा मनुष्यों में ढांढ़स, आशा, विश्वास तथा साहस उत्पन्न किया जाता है।
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## अनुवाद के सुझाव ##
* प्रकरण के अनुसार “प्रोत्साहन शब्द के अनुवाद “आग्रह करना” या “शान्ति देना” या “दयालु शब्दों का उपयोग करना” या सहायता करना एवं सहयोग देना” हो सकते हैं।
* प्रकरण के अनुसार “प्रोत्साहन" शब्द के अनुवाद “आग्रह करना” या “शान्ति देना” या “दयालु शब्दों का उपयोग करना” या "सहायता करना एवं सहयोग देना” हो सकते हैं।
* “प्रोत्साहन की बातें” अर्थात “ऐसी बातें जिनसे मनुष्य को प्रेम, स्वीकरण तथा शक्ति पाने का बोध” हो।
(यह भी देखें: [आत्मविश्वास](../other/confidence.md), [उपदेश](../kt/exhort.md), [भय](../kt/fear.md), [बल](../other/strength.md))
(यह भी देखें: [आत्मविश्वास](../other/confidence.md), [समझाया](../kt/exhort.md), [भय](../kt/fear.md), [बल](../other/strength.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [व्यवस्थाविवरण 01:37-38](rc://en/tn/help/deu/01/37)
* [2 राजा 18:19-21](rc://en/tn/help/2ki/18/19)
* [1 इतिहास 17:25-27](rc://en/tn/help/1ch/17/25)
* [मत्ती 09:20-22](rc://en/tn/help/mat/09/20)
* [1 कुरिन्थियों 14:1-4](rc://en/tn/help/1co/14/01)
* [2 कुरिन्थियों 07:13-14](rc://en/tn/help/2co/07/13)
* [प्रे.का. 05:40-42](rc://en/tn/help/act/05/12)
* [प्रे.का. 16:40](rc://en/tn/help/act/16/40)
* [इब्रानियों 03:12-13](rc://en/tn/help/heb/03/12)
* [इब्रानियों 13:5-6](rc://en/tn/help/heb/13/05)
* [व्यवस्थाविवरण 01:37-38](rc://hi/tn/help/deu/01/37)
* [2 राजा 18:19-21](rc://hi/tn/help/2ki/18/19)
* [1 इतिहास 17:25-27](rc://hi/tn/help/1ch/17/25)
* [मत्ती 09:20-22](rc://hi/tn/help/mat/09/20)
* [1 कुरिन्थियों 14:1-4](rc://hi/tn/help/1co/14/01)
* [2 कुरिन्थियों 07:13](rc://hi/tn/help/2co/07/13)
* [प्रेरि. 05:40-42](rc://hi/tn/help/act/05/12)
* [प्रेरि. 16:40](rc://hi/tn/help/act/16/40)
* [इब्रानियों 03:12-13](rc://hi/tn/help/heb/03/12)
* [इब्रानियों 13:5-6](rc://hi/tn/help/heb/13/05)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H533, H553, H1368, H2388, H2388, H2428, H3820, H3824, H7307, G2114, G2115, G2174, G2292, G2293, G2294, G3870, G3874, G3954, G4389, G4837, G5111
* स्ट्रांग'स: H533, H553, H1368, H2388, H2388, H2428, H3820, H3824, H7307, G2114, G2115, G2174, G2292, G2293, G2294, G3870, G3874, G3954, G4389, G4837, G5111

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@ -1,4 +1,4 @@
# धोखा, धोखा, धोखा दिया, छलता, छली, धोखेबाज, धोखेबाजों, छलपूर्ण, धूर्तता से, छल में, छलता, छली #
# धोखा, धोखा देनेवाले, धोखा दिया, छलता, छली, धोखेबाज, धोखेबाजों, छलपूर्ण, धूर्तता से, छल में, छलता, छली #
## परिभाषा: ##
@ -13,8 +13,8 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “धोखा” के अनुवाद के अन्य रूप “झूठ बोलना” या “झूठा विश्वास दिलाना” या “किसी को असत्य पर विचार करवाना”।
* “धोखा देना” का अनुवाद हो सकता है, “झूठ पर विचार करने हेतु प्रेरित करना” या “झूठ कहना” या “चाल चलना” या “मूर्ख बनाना” या “पथभ्रष्ट करना”।
* “धोखा देने वाला” का अनुवाद हो सकता है, “झूठा” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “छलनेवाला”।
* “धोखा देना” का अनुवाद “झूठ पर विचार करने हेतु प्रेरित करना” या “झूठ कहना” या “चाल चलना” या “मूर्ख बनाना” या “पथभ्रष्ट करना” हो सकता है
* “धोखा देने वाला” का अनुवाद “झूठा” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “छलनेवाला”हो सकता है
* प्रकरण पर निर्भर करके, “छल” या “धोखा” ऐसे शब्दों में अनुवाद किया जा सकता है जिनका अर्थ “मिथ्यात्व” या “झूठ” या “प्रवंचना” या “छल-कपट” हो।
* “छली” या “धोखा देने वाला” का अनुवाद हो सकता है, “असत्यवादी” या “पथभ्रष्ट करने वाला” या “झूठ बोलने वाला” कि एक ऐसे मनुष्य का वर्णन किया जाए जो कहने और करने में मनुष्य को असत्य में विश्वास दिलाए।
@ -22,17 +22,15 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://en/tn/help/1jn/01/08)
* [1 तीमुथियुस 02:13-15](rc://en/tn/help/1ti/02/13)
* [2 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://en/tn/help/2th/02/03)
* [उत्पत्ति 03:12-13](rc://en/tn/help/gen/03/12)
* [उत्पत्ति 31:26-28](rc://en/tn/help/gen/31/26)
* [लेवीय 19:11-12](rc://en/tn/help/lev/19/11)
* [मत्ती. 27:62-64](rc://en/tn/help/mat/27/62)
* [मीका 06:11-12](rc://en/tn/help/mic/06/11)
{{tag>publish review}
* [1 यूहन्ना 01:8](rc://hi/tn/help/1jn/01/08)
* [1 तीमुथियुस 02:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14)
* [2 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://hi/tn/help/2th/02/03)
* [उत्पत्ति 03:12-13](rc://hi/tn/help/gen/03/12)
* [उत्पत्ति 31:26-28](rc://hi/tn/help/gen/31/26)
* [लेवीय 19:11-12](rc://hi/tn/help/lev/19/11)
* [मत्ती. 27:64](rc://hi/tn/help/mat/27/64)
* [मीका 06:11-12](rc://hi/tn/help/mic/06/11)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H898, H2048, H3577, H3584, H4123, H4820, H4860, H5230, H5377, H6121, H6231, H6280, H6601, H7411, H7423, H7683, H7686, H7952, H8267, H8496, H8501, H8582, H8591, H8649, G538, G539, G1386, G1387, G1388, G1389, G1818, G3884, G4105, G4106, G4108, G5422, G5423
* स्ट्रांग'स: H898, H2048, H3577, H3584, H3868, H4123, H4820, H4860, H5230, H5377, H5558, H6121, H6231, H6601, H7411, H7423, H7683, H7686, H7952, H8267, H8496, H8582, H8591, H8649, G538, G539, G1386, G1387, G1388, G1818, G3884, G4105, G4106, G4108, G5422, G5423

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@ -6,7 +6,7 @@
* बाइबल प्रायः बुराई से घृणा की चर्चा करती है। इसका अर्थ है बुराई से घृणा करना और उसका त्याग करना।
* परमेश्वर ने "घृणित" शब्द का प्रयोग उन लोगों के बुरे कामों का वर्णन करने के लिए किया, जो झूठे देवताओं की पूजा करते थे।
* इस्राएलियों को आज्ञा दी गई थी कि वे पड़ोसी जातियों के पापी अनैतिक अभ्यासों से घृणा करें।
* इस्राएलियों को आज्ञा दी गई थी कि वे पड़ोसी जातियों के पापी अनैतिक अभ्यासों से "घृणा" करें।
* परमेश्वर ने सब अनुचित यौनाचार को "घृणित" कहा है।
* भविष्य कहना, भूत सिद्धि करना तथा शिशु-बलि, सब परमेश्वर के लिए "घृणित" थे।
* "घृणा" शब्द का अनुवाद "दृढ़ता से अस्वीकार" या "नफरत" या "बहुत बुरा मानते हैं" के रूप में किया जा सकता है ।
@ -14,16 +14,16 @@
* जब दुष्ट को धर्मी "घृणित" करने के लिए आवेदन किया जाता है, तो इसे "बहुत अवांछनीय माना जाता है" या "अयोग्य" या "अस्वीकार कर दिया" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
* परमेश्वर ने कुछ प्रकार के जानवरों को "घृणा" करने के लिए इस्राएलियों से कहा था कि परमेश्वर ने उन्हें "अशुद्ध" और भोजन के लिए उपयुक्त नहीं घोषित किया था। * इसका अनुवाद “प्रबल नापसंदगी” या “परित्याग” या “अस्वीकार्य मानना” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: # # [ूत-सिद्धी](../other/divination.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))
(यह भी देखें: # # [विष्य कहना](../other/divination.md), [शुद्ध](../kt/clean.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [उत्पत्ति 43:32-34](rc://en/tn/help/gen/43/32)
* [यिर्मयाह 07:29-30](rc://en/tn/help/jer/07/29)
* [लैव्यव्यवस्था 11:9-10](rc://en/tn/help/lev/11/09)
* [लूका 16:14-15](rc://en/tn/help/luk/16/14)
* [प्रकाशितवाक्य 17:3-5](rc://en/tn/help/rev/17/03)
* [उत्पत्ति 43:32](rc://hi/tn/help/gen/43/32)
* [यिर्मयाह 07:30](rc://hi/tn/help/jer/07/30)
* [लैव्यव्यवस्था 11:10](rc://hi/tn/help/lev/11/10)
* [लूका 16:15](rc://hi/tn/help/luk/16/15)
* [प्रकाशितवाक्य 17:3-5](rc://hi/tn/help/rev/17/03)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1602, H6973, H8130, H8251, H8262, H8263, H8441, H8581, G946, G947, G948, G4767, G5723, G3404
* स्ट्रांग'स: H1602, H6973, H8130, H8251, H8262, H8263, H8441, H8581, G946, G947, G948, G4767, G3404

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@ -1,4 +1,4 @@
# अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा किया, आज्ञा का उल्लंगन, अवज्ञाकारी #
# अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा किया, आज्ञा का उल्लंगन, विद्रोही, आज्ञा का पालन करने से इन्कार करते हैं, अवज्ञाकारी #
## परिभाषा: ##
@ -14,20 +14,20 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 राजा 13:20-22](rc://en/tn/help/1ki/13/20)
* [प्रे.का. 26:19-21](rc://en/tn/help/act/26/19)
* [कुलुस्सियों 03:5-8](rc://en/tn/help/col/03/05)
* [लूका 01:16-17](rc://en/tn/help/luk/01/16)
* [लूका 06:49](rc://en/tn/help/luk/06/49)
* [भजन-संहिता 089:30-32](rc://en/tn/help/psa/089/030)
* [1 राजा 13:21](rc://hi/tn/help/1ki/13/21)
* [प्रे.का. 26:19-21](rc://hi/tn/help/act/26/19)
* [कुलुस्सियों 03:7](rc://hi/tn/help/col/03/05)
* [लूका 01:17](rc://hi/tn/help/luk/01/16)
* [लूका 06:49](rc://hi/tn/help/luk/06/49)
* [भजन-संहिता 089:30-32](rc://hi/tn/help/psa/089/030)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ परमेश्वर ने उस आदमी से कहा, "तुमने अपनी पत्नी को सुनकर मेरी __अनसुनी__ की।"
* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे __अवज्ञा__ करे तो परमेश्वर उन्हें दण्ड देगा।
* __[16:02](rc://en/tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की __अवज्ञा__ करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
* __[35:12](rc://en/tn/help/obs/35/12)__ "बड़े बेटे ने अपने पिता से कहा, 'इन सभी वर्षों से मैंने आपके लिए ईमानदारी से काम किया है! मैंने कभी भी आपको __अवज्ञा__ नहीं किया लेकिन फिर भी तुमने मुझे एक छोटा बकरी नहीं दिया, ताकि मैं अपने दोस्तों के साथ मना सकूं ।"
* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ परमेश्वर ने उस आदमी से कहा, "तुमने अपनी पत्नी को सुनकर मेरी __अनसुनी__ की।"
* __[13:07](rc://hi/tn/help/obs/13/07)__ अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे __अवज्ञा__ करे तो परमेश्वर उन्हें दण्ड देगा।
* __[16:02](rc://hi/tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की __अवज्ञा__ करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर दण्ड दिया।
* __[35:12](rc://hi/tn/help/obs/35/12)__ "बड़े बेटे ने अपने पिता से कहा, 'इन सभी वर्षों से मैंने आपके लिए ईमानदारी से काम किया है! मैंने कभी भी आपको __अवज्ञा__ नहीं किया लेकिन फिर भी तुमने मुझे एक छोटा बकरी नहीं दिया, ताकि मैं अपने दोस्तों के साथ मना सकूं ।"
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H4784, H5674, G506, G543, G544, G545, G3847, G3876
* स्ट्रांग'स: H4784, H5674, G506, G543, G544, G545, G3847, G3876

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@ -1,23 +1,23 @@
# धर्मोपदेश #
# धर्मोपदेश, शिक्षा, सिखाई, ज्ञान, जान सकें#
## परिभाषा: ##
“धर्मोपदेश” का अर्थ है शिक्षा देना। यह प्रायः धार्मिक शिक्षा के संदर्भ में है।
“धर्मोपदेश” का अर्थ है "शिक्षा देना"। यह प्रायः धार्मिक शिक्षा के संदर्भ में है।
* मसीही शिक्षा के संदर्भ में “धर्मोपदेश” के विषय हैं, पिता, पुत्र, और पवित्र-आत्मा, उसका व्यक्तित्व गुण और सब कार्य।
* इसका अर्थ यह भी है कि परमेश्वर द्वारा विश्वासियों को पवित्र जीवन जीने की शिक्षा देना कि परमेश्वर का महिमान्वन हो।
* शब्द "सिद्धांत" कभी-कभी झूठी या सांसारिक धार्मिक शिक्षाओं का उल्लेख करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है जो मनुष्यों से आते हैं। प्रकरण से इसका अर्थ स्पष्ट होता है।
* शब्द "धर्मोपदेश" कभी-कभी झूठी या सांसारिक धार्मिक शिक्षाओं का उल्लेख करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है जो मनुष्यों से आते हैं। प्रकरण से इसका अर्थ स्पष्ट होता है।
* इस शब्द का अनुवाद "शिक्षा" हो सकता है।
(यह भी देखें: [शिक्षा देना](../other/teach.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 तीमुथियुस 01:3-4](rc://en/tn/help/1ti/01/03)
* [2 तीमुथियुस 03:16-17](rc://en/tn/help/2ti/03/16)
* [मरकुस 07:6-7](rc://en/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 15:7-9](rc://en/tn/help/mat/15/07)
* [1 तीमुथियुस 01:3](rc://hi/tn/help/1ti/01/03)
* [2 तीमुथियुस 03:16-17](rc://hi/tn/help/2ti/03/16)
* [मरकुस 07:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 15:7-9](rc://hi/tn/help/mat/15/07)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3948, H4148, H8052, G1319, G1322, G2085
* स्ट्रांग'स: H3948, G1319, G1322, G2085

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@ -1,26 +1,25 @@
# प्राचीन, प्राचीनों #
# प्राचीन, प्राचीनों, अगुवों, बूढ़े #
## परिभाषा: ##
प्राचीन आत्मिक परिपक्वता के पुरूष होते हैं जिनका उत्तरदायित्व होता है कि परमेश्वर के लोगों की आत्मिक एवं व्यवहार संबन्धित अगुआई करें।
"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, आमतौर पर पुरुष) जो वृद्ध हो चुके हैं जो एक समुदाय के भीतर परिपक्व वयस्क और अगुएं बन गए हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के भूरे बाल हो सकते हैं, वयस्क बच्चे हो सकते हैं, या शायद नाते - पोते भी हो सकते हैं।
* “प्राचीन” शब्द का मूल इस तथ्य में है कि ये पुरूष आयु में अधिक होते थे और आयु एवं अनुभव के कारण उनमें अधिक बुद्धि होती थी।
* पुराने नियम में प्राचीन सामाजिक आचरण और मूसा की व्यवस्था से संबन्धित विषयों में इस्त्राएलियों की अगुआई एवं सहायता करते थे।
* नये नियम में यहूदी प्राचीन अपने समुदायों में अगुवों की भूमिका निभाते थे और समुदाय के न्यायाधीश भी थे।
* आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही प्राचीन विश्वासियों की स्थानीय मण्डली की आत्मिक क्षेत्र में अगुआई करते थे।
* उन कलीसियाओं में प्राचीन में नौजवान शामिल थे जो आत्मिक रूप से परिपक्व थे।
* इस शब्द का अनुवाद "वृद्ध पुरुषों" या " आत्मिक रूप से परिपक्व लोगों” के रूप में किया जा सकता है जो कलीसिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
* आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही प्राचीन विश्वासियों की स्थानीय मण्डली की आत्मिक क्षेत्र में अगुआई करते थे।उन कलीसियाओं में प्राचीन में नौजवान शामिल थे जो आत्मिक रूप से परिपक्व थे।
* इस शब्द का अनुवाद "वृद्ध पुरुषों" या "आत्मिक रूप से परिपक्व लोगों” के रूप में किया जा सकता है जो कलीसिया का नेतृत्व कर रहे हैं।
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 इतिहास 11:1-3](rc://en/tn/help/1ch/11/01)
* [1 तीमुथियुस 03:1-3](rc://en/tn/help/1ti/03/01)
* [1 तीमुथियुस 04:14-16](rc://en/tn/help/1ti/04/14)
* [प्रे.का. 05:19-21](rc://en/tn/help/act/05/19)
* [प्रे.का. 14:23-26](rc://en/tn/help/act/14/23)
* [मरकुस 11:27-28](rc://en/tn/help/mrk/11/27)
* [मत्ती 21:23-24](rc://en/tn/help/mat/21/23)
* [1 इतिहास 11:1-3](rc://hi/tn/help/1ch/11/01)
* [1 तीमुथियुस 03:1-3](rc://hi/tn/help/1ti/03/01)
* [1 तीमुथियुस 04:14](rc://hi/tn/help/1ti/04/14)
* [प्रेरि. 05:19-21](rc://hi/tn/help/act/05/19)
* [प्रेरि. 14:23](rc://hi/tn/help/act/14/23)
* [मरकुस 11:28](rc://hi/tn/help/mrk/11/28)
* [मत्ती 21:23-24](rc://hi/tn/help/mat/21/23)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1419, H2205, H7868, G1087, G3187, G4244, G4245, G4850
* स्ट्रांग'स: H1419, H2205, H7868, G1087, G3187, G4244, G4245, G4850

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@ -1,14 +1,11 @@
# सेवा करना, दास बनाना, दासत्व, बन्धन, वश में, बन्धन, बाँधा #
# सेवा करना, दास, दास बनाना, दासत्व, बन्धन, वश में, बन्धन, बाँधा
## परिभाषा: ##
“सेवा करना” अर्थात् किसी से स्वामी की या राज करने वाले देश की सेवा कराना। “दास बनाया जाना” या “बन्धुआई में होना” अर्थात् किसी बात को या किसी व्यक्ति के वश में होना।
* दासत्व में या बन्धुवाई में होने वाला मनुष्य बिना मजदूरी किसी की सेवा करनी होती है, वह अपनी इच्छा से कुछ नहीं कर सकता है।
* “दास बनाना” अर्थात मनुष्य की स्वतंत्रता छीन लेना।
* “बन्धुआई” का दूसरा शब्द है, “दासत्व”।
* प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य पाप के “दासत्व” में है। जब तक कि यीशु उन्हें उसके नियंत्रण एवं सामर्थ्य से मुक्त न कराए।
* मसीह में नया जीवन पाकर वह पाप का दास नहीं रहता है, वह धार्मिकता का दास हो जाता है।
* दासत्व में या बन्धुवाई में होने वाला मनुष्य बिना मजदूरी किसी की सेवा करनी होती है, वह अपनी इच्छा से कुछ नहीं कर सकता है। “बन्धुआई में होना” का अन्य शब्द "दासत्व" है।
* नए नियम में मनुष्य को पाप के “दासत्व” में कहा है जब तक कि यीशु उन्हें उसके नियंत्रण एवं सामर्थ्य से मुक्त न कराए। जब एक व्यक्ति मसीह में नया जीवन पाता है तब वह पाप का दास नहीं रहता है और वह धार्मिकता का दास हो जाता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
@ -19,11 +16,11 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [गलातियों 04:3-5](rc://en/tn/help/gal/04/03)
* [गलातियों 04:24-25](rc://en/tn/help/gal/04/24)
* [उत्पत्ति 15:12-13](rc://en/tn/help/gen/15/12)
* [यिर्मयाह 30:8-9](rc://en/tn/help/jer/30/08)
* [गलातियों 04:3](rc://hi/tn/help/gal/04/03)
* [गलातियों 04:24-25](rc://hi/tn/help/gal/04/24)
* [उत्पत्ति 15:13](rc://hi/tn/help/gen/15/13)
* [यिर्मयाह 30:8-9](rc://hi/tn/help/jer/30/08)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3533, H5647, G1398, G1402, G2615
* स्ट्रांग'स: H3533, H5647, G1398, G1402, G2615

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@ -11,13 +11,13 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 13:4-7](rc://en/tn/help/1co/13/04)
* [1 पतरस 02:1-3](rc://en/tn/help/1pe/02/01)
* [निर्गमन 20:15-17](rc://en/tn/help/exo/20/15)
* [मरकुस 07:20-23](rc://en/tn/help/mrk/07/20)
* [नीतिवचन 03:31-32](rc://en/tn/help/pro/03/31)
* [रोमियो 01:29-31](rc://en/tn/help/rom/01/29)
* [1 कुरिन्थियों 13:4-7](rc://hi/tn/help/1co/13/04)
* [1 पतरस 02:1](rc://hi/tn/help/1pe/02/01)
* [निर्गमन 20:17](rc://hi/tn/help/exo/20/17)
* [मरकुस 07:20-23](rc://hi/tn/help/mrk/07/20)
* [नीतिवचन 03:31-32](rc://hi/tn/help/pro/03/31)
* [रोमियों 01:29](rc://hi/tn/help/rom/01/29)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H183, H1214, H1215, H2530, H3415, H5869, H7065, H7068, G866, G1937, G2205, G2206, G3713, G3788, G4123, G4124, G4190, G5354, G5355, G5366
* स्ट्रांग'स: H183, H1214, H1215, H2530, H3415, H5869, H7065, H7068, G866, G1937, G2205, G2206, G3713, G3788, G4123, G4124, G4190, G5354, G5355, G5366

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@ -7,9 +7,9 @@
* बाइबल में “फल” शब्द प्रायः मनुष्य के कामों और विचारों के लिए काम में लिया गया है। जिस प्रकार कि फल दर्शाता है कि वृक्ष कैसा है उसी प्रकार मनुष्य के शब्द और कार्य दर्शाते है कि उसका चरित्र कैसा है।
* मनुष्य अच्छे या बुरे आत्मिक फल उत्पन्न करता है परन्तु “फलवन्त” का अर्थ सदैव ही सकारात्मक है अर्थात बहुत अच्छे फल लाना।
* “फलवन्त” का प्रतीकात्मक अर्थ है, “समृद्धि” इसका संदर्भ प्रायः अनेक सन्तान एवं वंशज तथा भोजन की बहुतायत तथा धन धान्य से है।
* सामान्यतः “का फल” का अभिप्रायः है किसी से उत्पन्न कोई बात। उदाहरणार्थ, “बुद्धि का फल” का अर्थ है बुद्धिमान होने के परिणाम-स्वरूप भली वस्तुएं पाना।
* “भूमि का फल” मनुष्यों के खाने के लिए भूमि की उपज। इसमें न केवल फल जैसे कि खजूर और अंगूर ही नहीं, सब्जियाँ, मेवे और अनाज भी युक्त है।
* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “आत्मा का फल” आज्ञाकारी मनुष्यों में पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न ईश्वरभक्ति के गुण।
* सामान्यतः “का फल” का अभिप्रायः है किसी से उत्पन्न कोई बात या जो किसी और द्वारा निर्मित है। उदाहरणार्थ, “बुद्धि का फल” का अर्थ है बुद्धिमान होने के परिणाम-स्वरूप भली वस्तुएं पाना।
* “भूमि का फल” मनुष्यों के खाने के लिए भूमि की उपज है। इसमें न केवल फल जैसे कि खजूर और अंगूर ही नहीं, सब्जियाँ, मेवे और अनाज भी युक्त है।
* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “आत्मा का फल” आज्ञाकारी मनुष्यों में पवित्र आत्मा द्वारा उत्पन्न धार्मिक के गुण।
* “गर्भ का फल” अर्थात स्त्री की सन्तान।
## अनुवाद के सुझाव: ##
@ -18,7 +18,7 @@
* प्रकरण के अनुसार, “फलवन्त” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक आत्मिक फल उत्पन्न करना” या “अनेक सन्तान होना” या “समृद्ध होना”
* “भूमि की उपज” का अनुवाद “भूमि द्वारा उत्पन्न भोजन” या “उस क्षेत्र की फसल”।
* पशुओं और मनुष्यों की सृष्टि करके परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी “फूलो फलो और पृथ्वी को भर दो”। जिसका अर्थ है अनेक सन्तान होना। इसका अनुवाद “अनेक सन्तान होना” या “अनेक सन्तान एवं वंशज होना” या “अनेक सन्तान होना कि अनेक वंशज हों”।
* “गर्भ का फल” अनुवाद हो सकता है, “गर्भ से उत्पन्न” या “स्त्री द्वारा जन्मे सन्तान” या केवल “सन्तान”। * इलीशिबा ने मरियम से कहा, “धन्य तेरे गर्भ का फल” तो उसका अर्थ था “जिस पुत्र को तू जन्म देगी वह धन्य है”। * लक्षित भाषा में इस उक्ति के लिए भिन्न शब्द हो सकते हैं।
* “गर्भ का फल” अनुवाद हो सकता है, “गर्भ से उत्पन्न” या “स्त्री द्वारा जन्मे सन्तान” या केवल “सन्तान”। लीशिबा ने मरियम से कहा, “धन्य तेरे गर्भ का फल” तो उसका अर्थ था “जिस पुत्र को तू जन्म देगी वह धन्य है”। लक्षित भाषा में इस उक्ति के लिए भिन्न शब्द हो सकते हैं।
* “दाख का फल” का अनुवाद “दाखलता का फल” या “अंगूर” हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार, “अधिक फलवन्त होना” का अनुवाद हो सकता है, “अधिक फल देगी” या “अधिक सन्तान होगी” या “समृद्ध होगे”।
* प्रेरित पौलुस की अभिव्यक्ति “फलदायक परिश्रम” का अनुवाद हो सकता है, “अच्छे परिणाम लाने वाला काम” या “मसीह में विश्वास करने के लिए काम को लाने वाला प्रयास”।
@ -28,12 +28,12 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22)
* [उत्पत्ति 01:11-13](rc://en/tn/help/gen/01/11)
* [लूका 08:14-15](rc://en/tn/help/luk/08/14)
* [मत्ती 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07)
* [मत्ती 07:15-17](rc://en/tn/help/mat/07/15)
* [गलातियों 05:23](rc://hi/tn/help/gal/05/23)
* [उत्पत्ति 01:11](rc://hi/tn/help/gen/01/11)
* [लूका 08:15](rc://hi/tn/help/luk/08/15)
* [मत्ती 03:7-9](rc://hi/tn/help/mat/03/08)
* [मत्ती 07:17](rc://hi/tn/help/mat/07/17)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3, H4, H1061, H1063, H1069, H2173, H2233, H2981, H3206, H3581, H3759, H3899, H3978, H4022, H4395, H5108, H5208, H6500, H6509, H6529, H7019, H8256, H8393, H8570, G1081, G2590, G2592, G2593, G3703, G5052, G5352, G6013
* स्ट्रांग'स: H4, H1061, H1063, H1069, H2233, H2981, H3581, H3759, H3899, H3978, H4022, H5108, H6509, H6529, H7019, H8393, H8570, G1081, G2590, G2592, G2593, G3703, G5052, G5352

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@ -7,20 +7,20 @@
* बाइबल के युग में पहिलौठा मुख्य उत्तराधिकारी होता है जिसे पिता की सम्पदा और धन का अधिकांश भाग मिलता है।
* बाइबल में “उत्तराधिकारी” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है, विश्वासी परमेश्वर पिता से आत्मिक लाभ पाते हैं।
* परमेश्वर की सन्तान होने के नाते विश्वासी मसीह यीशु के “संगी वारिस” कहलाते हैं। इसका अनुवाद हो सकता है, “सह उत्तराधिकारी” या “संगी उत्तराधिकारी” या “के साथ उत्तराधिकारी”।
* “उत्तराधिकारी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “लाभ प्राप्त करनेवाला मनुष्य” या अपने माता पिता या रिश्तेदार के मरने पर धन सम्पदा प्राप्त करने वाले के लिए जो भी शब्द काम में लिया जाता है।
* “उत्तराधिकारी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “लाभ प्राप्त करनेवाला मनुष्य” या अपने माता पिता या रिश्तेदार के मरने पर धन सम्पदा प्राप्त करने वाले के लिए भाषा में जो भी अभिव्यक्ति का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: [पहिलौठा](../other/firstborn.md),[अधिकारी होना](../kt/inherit.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [गलातियों 04:1-2](rc://en/tn/help/gal/04/01)
* [गलातियों 04:6-7](rc://en/tn/help/gal/04/06)
* [उत्पत्ति 15:1-3](rc://en/tn/help/gen/15/01)
* [उत्पत्ति 21:10-11](rc://en/tn/help/gen/21/10)
* [लूका 20:13-14](rc://en/tn/help/luk/20/13)
* [मरकुस 12:6-7](rc://en/tn/help/mrk/12/06)
* [मत्ती 21:38-39](rc://en/tn/help/mat/21/38)
* [गलातियों 04:1-2](rc://hi/tn/help/gal/04/01)
* [गलातियों 04:6-7](rc://hi/tn/help/gal/04/06)
* [उत्पत्ति 15:1](rc://hi/tn/help/gen/15/01)
* [उत्पत्ति 21:10-11](rc://hi/tn/help/gen/21/10)
* [लूका 20:14](rc://hi/tn/help/luk/20/13)
* [मरकुस 12:07](rc://hi/tn/help/mrk/12/06)
* [मत्ती 21:38-39](rc://hi/tn/help/mat/21/38)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1121, H3423, G2816, G2818, G2820, G4789
* स्ट्रांग'स : H1121, H3423, G2816, G2818, G2820, G4789

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@ -11,15 +11,15 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 07:9-10](rc://en/tn/help/act/07/09)
* [गलातियों 06:9-10](rc://en/tn/help/gal/06/09)
* [उत्पत्ति 07:1-3](rc://en/tn/help/gen/07/01)
* [उत्पत्ति 34:18-19](rc://en/tn/help/gen/34/18)
* [यूहन्ना 04:53-54](rc://en/tn/help/jhn/04/53)
* [मत्ती 10:24-25](rc://en/tn/help/mat/10/24)
* [मत्ती 10:34-36](rc://en/tn/help/mat/10/34)
* [फिलिप्पियों04:21-23](rc://en/tn/help/php/04/21)
* [प्रेरि. 07:10](rc://hi/tn/help/act/07/10)
* [गलातियों 06:10](rc://hi/tn/help/gal/06/10)
* [उत्पत्ति 07:01](rc://hi/tn/help/gen/07/01)
* [उत्पत्ति 34:19](rc://hi/tn/help/gen/34/19)
* [यूहन्ना 04:53](rc://hi/tn/help/jhn/04/53)
* [मत्ती 10:25](rc://hi/tn/help/mat/10/25)
* [मत्ती 10:36](rc://hi/tn/help/mat/10/36)
* [फिलिप्पियों 04:22](rc://hi/tn/help/php/04/22)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1004, H5657, G2322, G3609, G3614, G3615, G3616, G3623, G3624
* स्ट्रांग'स: H1004, H5657, G2322, G3609, G3614, G3615, G3616, G3623, G3624

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@ -2,41 +2,39 @@
## परिभाषा: ##
“जानना” अर्थात किसी बात को समझना या किसी तथ्य का जानकार होना। "ज्ञात करना" एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है जानकारी देना।
“जानना” और "ज्ञान" का अर्थ सामान्यतः किसी बात को या किसी व्यक्ति को समझने के लिए होता है।इसका अर्थ किसी तथ्य का जानकार होना या किसी व्यक्ति से परिचित होना भी हो सकता है। "ज्ञात करना" एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है जानकारी देना।
* “ज्ञान” शब्द का संदर्भ में है जो मनुष्य जानकारी रखते हैं। इसका अभिप्राय लौकिक और अलौकिक संसार दोनों की जानकारी हो सकता है।
परमेश्वर के “बारे में जानना” अर्थात उसके बारे में तथ्यों को अन्तर्ग्रहण करना उसने हम पर जो प्रकट किया है।
* परमेश्वर के “बारे में जानना” अर्थात उसके बारे में तथ्यों को अन्तर्ग्रहण करना उसने हम पर जो प्रकट किया है।
* परमेश्वर को “जानना” अर्थात उसके साथ घनिष्ठ संबन्ध बनाना। यह मनुष्यों को जानने के लिए भी काम में लिया जाता है।
* परमेश्वर की इच्छा जानना अर्थात उसकी आज्ञा के प्रति सचेत रहना या मनुष्य से जो चाहता है उसे समझना।
* “व्यवस्था को जानना” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं के प्रति सचेत रहना या परमेश्वर ने मूसा को व्यवस्था में जो निर्देश दिए उन्हें समझना।
* कभी-कभी “ज्ञान” “बुद्धि” के पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है जिसमें परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन शामिल है।
* “परमेश्वर का ज्ञान” को कभी-कभी “यहोवा का भय” का पर्यायवाची शब्द स्वरूप काम में लिया जाता है।
## अनुवाद सुझाव ##
* प्रकरण पर आधारित “जानना” के अनुवाद हो सकते हैं, “समझना” या “परिचित होना” या “सचेत होना” या “जानकार होना” या “के संबन्ध” में होना।
* कुछ भाषाओं के पास दो अलग-अलग शब्द हैं "जानना," एक तथ्य जानने के लिए और दूसरा एक व्यक्ति को जानने के लिए और उसके साथ संबंध होने के लिए।
* दो चीजों के बीच अंतर को समझने के संदर्भ में, इस शब्द का आमतौर पर "भेद" के रूप में अनुवाद किया जाता है। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो इस शब्द का अक्सर प्रस्तावना के बाद "बीच में" होता है।
* "जानना" शब्द के लिए कुछ भाषाओं के पास दो शब्द अलग-अलग हैं, एक तथ्य जानने के लिए और दूसरा एक व्यक्ति को जानने के लिए और उसके साथ संबंध होने के लिए।
* “प्रकट करना” का अनुवाद “मनुष्यों को जानने योग्य बनाना” या “अनावृत करना” या “बारे में बताना” या “वर्णन करना” हो सकता है।
“किसी के बारे में बताना” का अनुवाद “सचेत होना” या “परिचित होना हो सकता है।”
“जानना कैसे” अर्थात कुछ करने की प्रक्रिया या विधि समझना। इसका अनुवाद हो सकता है, “सक्षम होना” था या “करने में निपुण होना”।
* “किसी के बारे में बताना” का अनुवाद “सचेत होना” या “परिचित होना हो सकता है।”
* “जानना कैसे” अर्थात कुछ करने की प्रक्रिया या विधि समझना। इसका अनुवाद हो सकता है, “सक्षम होना” था या “करने में निपुण होना”।
* “ज्ञान” शब्द का अनुवाद “जो ज्ञात है” या “बुद्धि” या “समझ” प्रकरण के अनुसार हो सकता है।
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [समझ](../other/understand.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md))
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [समझना](../other/understand.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 02:12-13](rc://en/tn/help/1co/02/12)
* [1 शमूएल 17:46-47](rc://en/tn/help/1sa/17/46)
* [2 कुरिन्थियों 02:14-15](rc://en/tn/help/2co/02/14)
* [2 पतरस 01:3-4](rc://en/tn/help/2pe/01/03)
* [व्य. 04:39-40](rc://en/tn/help/deu/04/39)
* [उत्पत्ति 19:4-5](rc://en/tn/help/gen/19/04)
* [लूका 01:76-77](rc://en/tn/help/luk/01/76)
* [1 कुरिन्थियों 02:12-13](rc://hi/tn/help/1co/02/12)
* [1 शमूएल 17:46](rc://hi/tn/help/1sa/17/46)
* [2 कुरिन्थियों 02:15](rc://hi/tn/help/2co/02/15)
* [2 पतरस 01:3-4](rc://hi/tn/help/2pe/01/03)
* [व्यव. 04:39-40](rc://hi/tn/help/deu/04/39)
* [उत्पत्ति 19:05](rc://hi/tn/help/gen/19/05)
* [लूका 01:77](rc://hi/tn/help/luk/01/77)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1843, H1844, H1847, H1875, H3045, H3046, H4093, H4486, H5046, H5234, H5475, H5869, G50, G56, G1097, G1107, G1108, G1231, G1492, G1921, G1922, G1987, G2467, G2589, G3877, G4267, G4894
* स्ट्रांग'स: H1843, H1844, H1847, H1875, H3045, H3046, H4093, H4486, H5046, H5234, H5475, H5869, G50, G56, G1097, G1107, G1108, G1492, G1921, G1922, G1987, G2467, G2589, G4267, G4894

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@ -4,21 +4,22 @@
“व्यवस्था” वैधानिक नियम होते हैं, जो प्रायः लिखे हुए रहते हैं और अधिकारी द्वारा लागू किए जाते हैं। “सिद्धान्त” निर्णय लेने और व्यवहार करने के दिशा-निर्देशक नियम हैं।
* “व्यवस्था” और सिद्धान्त दोनों ही मनुष्य के व्यवहार के दिशा-निर्देशक सामान्य नियम या मान्यताएँ होते हैं।
*"व्यवस्था" एक "नियम" के समान है, लेकिन "व्यवस्था" शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर बोली जाने वाली किसी चीज़ के संदर्भ में किया जाता है।
* “व्यवस्था” और "सिद्धान्त" दोनों ही मनुष्य के व्यवहार के दिशा-निर्देशक सामान्य नियम या मान्यताएँ होते हैं।
* “व्यवस्था” का अर्थ “मूसा की व्यवस्था” के अर्थ से भिन्न है क्योंकि यह परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दी गई आज्ञाएँ एवं निर्देशन थे।
* जब नियमों का सामान्य अर्थ में उल्लेख किया गया है तो व्यवस्था का अनुवाद “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम” किया जा सकता है।
* जब एक सामान्य नियमों को "व्यवस्था" संदर्भित किया गया है “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम” के रूप में अनुवाद किया सकता है।
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md))
(यह भी देखें: [मूसा की व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [नियम](../other/law.md), [आज्ञा](../kt/command.md), [घोषित](../other/declare.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [व्य. 04:1-2](rc://en/tn/help/deu/04/01)
* [एस्तेर 03:8-9](rc://en/tn/help/est/03/08)
* [निर्गमन 12:12-14](rc://en/tn/help/exo/12/12)
* [उत्पत्ति 26:4-5](rc://en/tn/help/gen/26/04)
* [यूह. 18:31-32](rc://en/tn/help/jhn/18/31)
* [रोमियो 07:1](rc://en/tn/help/rom/07/01)
* [व्यव. 04:02](rc://hi/tn/help/deu/04/02)
* [एस्तेर 03:8-9](rc://hi/tn/help/est/03/08)
* [निर्गमन 12:12-14](rc://hi/tn/help/exo/12/12)
* [उत्पत्ति 26:05](rc://hi/tn/help/gen/26/05)
* [यूह. 18:31](rc://hi/tn/help/jhn/18/31)
* [रोमियो 07:1](rc://hi/tn/help/rom/07/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1285, H1881, H1882, H2706, H2708, H2710, H4687, H4941, H6310, H7560, H8451, G1785, G3548, G3551, G4747
* स्ट्रांग'स: H1285, H1881, H1882, H2706, H2708, H2710, H4687, H4941, H6310, H7560, H8451, G1785, G3548, G3551, G4747

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@ -1,4 +1,4 @@
# उचित, व्यवस्था की रीति पर, उचित नहीं #
# उचित, व्यवस्था की रीति पर, उचित नहीं,अधर्म #
## परिभाषा: ##
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* प्रकरण के अनुसार अनुवाद “उचित” हो सकते हैं “अनुमति प्राप्त” या “परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार” या “अपने नियमों के पालन में” या “उचित” या “सुसंगत”
* “क्या यह उचित है” का अनुवाद “क्या हमारी व्यवस्था अनुमति देती है?” या “क्या यह व्यवस्था के अनुरूप है”
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md))
"व्यवस्था के विरुद्ध" और "वैध नहीं" शब्दों का उपयोग उन व्यवस्थाओं का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो एक व्यवस्था को तोड़ते हैं।
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* नए नियम में, "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का उपयोग न केवल परमेश्वर के नियमों को तोड़ने से संबंधित है परन्तु यहूदी मानव निर्मित नियमों को तोड़ने के लिए भी किया जाता है।
* वर्षों के दौरान, यहूदियों ने परमेश्वर द्वारा उन्हें दिए गए नियमों में जोड़ा। यहूदी अगुवे कुछ को "व्यवस्था के विरुद्ध" कहेंगे अगर यह उनके मानव निर्मित नियमों के अनुरूप नहीं है।
* जब यीशु और उसके चेले सब्त के दिन अनाज उठा रहे थे, तो फरीसियों ने उन पर कुछ “व्यवस्था के विरुद्ध” करने का आरोप लगाया क्योंकि यह उस दिन काम न करने के यहूदी व्यवस्था को तोड़ रहे थे।
*जब पतरस ने कहा कि उसके लिए अशुद्ध भोजन सामग्री खाना "व्यवस्था के विरुद्ध" था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उन भोजन सामग्री को खा लिया तो वह उन व्यवस्था को तोड़ देगा जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को कुछ भोजन सामग्री न खाने के बारे में दिए थे।
* [प्रे.का. 10:27-29](rc://en/tn/help/act/10/27)
* [प्रे.का. 22:25-26](rc://en/tn/help/act/22/25)
* [लूका 06:1-2](rc://en/tn/help/luk/06/01)
* [मरकुस 03:3-4](rc://en/tn/help/mrk/03/03)
* [मत्ती 12:3-4](rc://en/tn/help/mat/12/03)
* [मत्ती 12:9-10](rc://en/tn/help/mat/12/09)
शब्द "अधर्म" एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो व्यवस्था या नियमों का पालन नहीं करता है। जब कोई देश या लोगों का समूह "अधर्म" की स्थिति में होता है, तो व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता होती है।
* एक व्यवस्था विरोधी व्यक्ति विद्रोही होता है और वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है।
* प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अंतिम दिनों में “अधर्म का मनुष्य” या “अधर्मी” होगा, जो बुरे काम करने के लिए शैतान से प्रभावित होगा।
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द को "व्यवस्था के विरुद्ध" एक शब्द या अभिव्यक्ति का उपयोग करके अनुवादित किया जाना चाहिए, जिसका अर्थ है "व्यवस्था की रूप से नहीं" या "व्यवस्था तोडना"।
*"व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य तरीके "अनुमति नहीं" या "परमेश्वर के नियमों के अनुसार नहीं" या "हमारे व्यवस्था के अनुरूप नहीं हो सकते हैं।"
*अभिव्यक्ति "व्यवस्था के खिलाफ" का समान अर्थ "व्यवस्था के विरुद्ध" है।
* "अधर्म" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है।
* शब्द "अधर्म" का अनुवाद "किसी भी नियमों का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के खिलाफ)" के रूप में किया जा सकता है।
*वाक्यांश "अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियमों का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के खिलाफ विद्रोह करने वाले व्यक्ति "।
* यदि संभव हो तो इस शब्द की अवधारणा को "व्यवस्था" रखना महत्वपूर्ण है।
* ध्यान दें कि "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का इस शब्द से अलग अर्थ है।
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../kt/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [मूसा](../names/moses.md), [सब्त](../kt/sabbath.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [मत्ती 07:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21)
* [मत्ती 12:02](rc://hi/tn/help/mat/12/02)
* [मत्ती 12:04](rc://hi/tn/help/mat/12/04)
* [मत्ती 12:10](rc://hi/tn/help/mat/12/10)
* [मरकुस 03:04](rc://hi/tn/help/mrk/03/04)
* [लूका 06:02](rc://hi/tn/help/luk/06/02)
* [प्रेरि.02:23](rc://hi/tn/help/act/02/23)
* [प्रेरि.10:28](rc://hi/tn/help/act/10/28)
* [प्रेरि.22:25](rc://hi/tn/help/act/22/25)
* [2 थिस्स. 02:03](rc://hi/tn/help/2th/02/03)
* [तीतु. 02:14](rc://hi/tn/help/tit/02/14)
* [1 यूह. 03:4-6](rc://hi/tn/help/1jn/03/04)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H4941, H6662, H7990, G111, G459, G1832, G3545
* स्ट्रांग'स : H6530, G111, G113, G266, G458, G459, G1832, G3545

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@ -1,12 +1,12 @@
# के समान, एक मन, सदृश करना, समानता, समता, वैसे ही, बराबर, से अलग #
# के समान, एक मन, सदृश करना, समानता, समता, वैसे ही, इसी प्रकार, बराबर, से अलग #
## परिभाषा: ##
“के समान” या “समानता” का अर्थ है कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु के स्वरूप हो।
* “समान” जब उसे रूपक स्वरूप भी काम में लिया जाता है जिसमें गुणों को उजागर करते हुए किसी की तुलना किसी और से की जाती है। उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-simile))
* “के समान” जब उसे "उपमा" स्वरूप भी काम में लिया जाता है जिसमें गुणों को उजागर करते हुए किसी की तुलना किसी और से की जाती है। उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-simile))
* “के स्वरूप होना” या “के सदृश्य सुनाई देना” या “समानता में होना” का अर्थ है जिससे तुलना की जा रही है उसके लक्षण उसमें होना।
* मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसकी “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की समानता या स्वरूप में है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना।
* मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसकी “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की "समानता" या "स्वरूप में" है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना।
* किसी वस्तु या मनुष्य की “समानान्तर में होना” अर्थात उस वस्तु या मनुष्य के गुण होना।
## अनुवाद के सुझाव ##
@ -17,17 +17,17 @@
* “उसकी समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “उसके स्वरूप होना” या “उसके जैसे अनेक गुण होना”।
* “नाशवान मनुष्य या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों और रेंगनेवाले जन्तुओं की समानता में” का अनुवाद हो सकता है “नाशवान मनुष्यों या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों तथा छोटे-छोटे रेंगनेवाले जन्तुओं के रूप में बनाई गई मूर्तियां”
(यह भी देखें: [पशु](../other/beast.md), [मांस](../kt/flesh.md), [परमेश्‍वर का प्रतिरूप](../kt/imageofgod.md), [समान](../other/image.md), [नाश होना](../kt/perish.md))
(यह भी देखें: [पशु](../other/beast.md), [मांस](../kt/flesh.md), [परमेश्‍वर का प्रतिरूप](../kt/imageofgod.md), [छवि](../other/image.md), [नाश होना](../kt/perish.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [यहेजकेल 01:4-6](rc://en/tn/help/ezk/01/04)
* [मरकुस 08:24-26](rc://en/tn/help/mrk/08/24)
* [मत्ती 17:1-2](rc://en/tn/help/mat/17/01)
* [मत्ती 18:1-3](rc://en/tn/help/mat/18/01)
* [भजन संहिता 073:4-5](rc://en/tn/help/psa/073/004)
* [प्रकाशितवाक्य 01:12-13](rc://en/tn/help/rev/01/12)
* [यहेजकेल 01:05](rc://hi/tn/help/ezk/01/05)
* [मरकुस 08:24](rc://hi/tn/help/mrk/08/24)
* [मत्ती 17:02](rc://hi/tn/help/mat/17/02)
* [मत्ती 18:03](rc://hi/tn/help/mat/18/03)
* [भजन संहिता 073:05](rc://hi/tn/help/psa/073/05)
* [प्रकाशितवाक्य 01:12-13](rc://hi/tn/help/rev/01/12)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1823, H8403, H8544, G1503, G1504, G2509, G2531, G2596, G3664, G3665, G3666, G3667, G3668, G3669, G3697, G4833, G5108, G5613, G5615, G5616, G5618, G5619
* स्ट्रांग'स: H1823, H8403, H8544, G1503, G1504, G2509, G2531, G2596, G3664, G3665, G3666, G3667, G3668, G3669, G3697, G4833, G5108, G5613, G5615, G5616, G5618, G5619

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@ -9,17 +9,17 @@
* प्रकरण के अनुसार, “लालसा” का अनुवाद “अनुचित इच्छा” या “गहरी इच्छा” या “अनुचित यौन वासना” या “प्रबल अनैतिक कामना” या “पाप करने की प्रबल इच्छा” किया जा सकता है।
* “की लालसा करना” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा रखना” या “के बारे में अनुचित मनोकामना करना” या “किसी बात की अनुचित अभिलाषा करना” या “अनैतिक इच्छाएं।”
(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [मूरत](../other/idol.md))
(यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [झूठे भगवान](../kt/falsegod.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 यूहन्ना 02:15-17](rc://en/tn/help/1jn/02/15)
* [2 तीमुथियुस 02:22-23](rc://en/tn/help/2ti/02/22)
* [गलातियों 05:16-18](rc://en/tn/help/gal/05/16)
* [गलातियों 05:19-21](rc://en/tn/help/gal/05/19)
* [उत्पत्ति 39:7-9](rc://en/tn/help/gen/39/07)
* [मत्ती 05:27-28](rc://en/tn/help/mat/05/27)
* [1 यूहन्ना 02:16](rc://hi/tn/help/1jn/02/16)
* [2 तीमुथियुस 02:22](rc://hi/tn/help/2ti/02/22)
* [गलातियों 05:16](rc://hi/tn/help/gal/05/16)
* [गलातियों 05:19-21](rc://hi/tn/help/gal/05/19)
* [उत्पत्ति 39:7-9](rc://hi/tn/help/gen/39/07)
* [मत्ती 05:28](rc://hi/tn/help/mat/05/28)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, H8307, H8378, G766, G1937, G1938, G1939, G1971, G2237, G3715, G3806
* स्ट्रांग'स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806

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@ -1,29 +1,29 @@
# प्रबंधक प्रबंधक प्रबंधकों, भण्डारी, भण्डारियों, भंडारीपन #
# प्रबंधक प्रबंधक प्रबंधकों, भण्डारी, भण्डारियों, भंडारीपन #
## परिभाषा: ##
“प्रबंधक ” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है।
“प्रबंधक” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है।
* भण्डारी के बहुत उत्तरदायित्व होते थे जिनमे अन्य सेवकों के कार्यों का पर्यवेक्षण भी था।
* “प्रबंधक ” भण्डारी का नया शब्द है। दोनों शब्दों का तात्पर्य है किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना
* “प्रबंधक ” भण्डारी का नया शब्द है। दोनों शब्दों का तात्पर्य है किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना
अनुवाद के सुझाव ##
## अनुवाद के सुझाव
* इसका अनुवाद “पर्यवेक्षक” या “घरेलू व्यवस्थापक” या “प्रबंध करनेवाला सेवक” या “व्यवस्था करने वाला मनुष्य” हो सकता है।
* इसका अनुवाद “पर्यवेक्षक” या “घरेलू व्यवस्थापक” या “प्रबंध करनेवाला सेवक” या “व्यवस्था करने वाला मनुष्य” हो सकता है।
(यह भी देखें: [सेवक](../other/servant.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 तीमुथियुस 03:4-5](rc://en/tn/help/1ti/03/04)
* [उत्पत्ति 39:3-4](rc://en/tn/help/gen/39/03)
* [उत्पत्ति 43:16-17](rc://en/tn/help/gen/43/16)
* [यशा. 55:10-11](rc://en/tn/help/isa/55/10)
* [लूका 08: 1-3](rc://en/tn/help/luk/08/01)
* [लूका 16: 1-2](rc://en/tn/help/luk/16/01)
* [मत्ती 20: 8-10](rc://en/tn/help/mat/20/08)
* [तीतुस 01:6-7](rc://en/tn/help/tit/01/06)
* [1 तीमुथियुस 03:4-5](rc://hi/tn/help/1ti/03/04)
* [उत्पत्ति 39:04](rc://hi/tn/help/gen/39/04)
* [उत्पत्ति 43:16](rc://hi/tn/help/gen/43/16)
* [यशा. 55:10-11](rc://hi/tn/help/isa/55/10)
* [लूका 08:03](rc://hi/tn/help/luk/08/03)
* [लूका 16:02](rc://hi/tn/help/luk/16/02)
* [मत्ती 20:8-10](rc://hi/tn/help/mat/20/08)
* [तीतुस 01:07](rc://hi/tn/help/tit/01/07)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H376, H4453, H5057, H6485, G2012, G3621, G3623
* स्ट्रांग'स: H376, H4453, H5057, H6485, G2012, G3621, G3623

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@ -12,22 +12,22 @@
## अनुवाद के सुझाव ##
* “मन” का अनुवाद हो सकता है, “विचार” या “तर्क करना” या “सोचना” या “समझना।”
* “मन में रखना” का अनुवाद हो सकता है, स्मरण रखना या “ध्यान देना” या “निश्चय जान लेना।”
* “हृदय, प्राण और मन” का अनुवाद हो सकता है, “अनुभव करना, विश्वास करना और विचार करना।”
* “मन में रखना” का अनुवाद हो सकता है, "स्मरण रखना" या “ध्यान देना” या “निश्चय जान लेना।”
* “हृदय, प्राण और मन” का अनुवाद हो सकता है, “आप क्या महसूस करते हैं, आप क्या विश्वास करते हैं और आप किस बारे में में सोचते हैं। "
* “मन में लाना” का अनुवाद हो सकता है, “स्मरण करना” या “सोचना”।
* “मन परिवर्तन करके गया” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्णय बदल कर गया” या “अन्ततः जाने का निर्णय ले ही लिया” या “विचार बदल कर गया।”
* * अभिव्यक्ति "दुचित्ता " का अनुवाद "संदेह" या "निर्णय लेने में असमर्थ" या "विवादित विचारों के साथ" किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [मन](../kt/heart.md), [आत्मा](../kt/soul.md))
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [मन](../kt/heart.md), [जीव](../kt/soul.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [लूका 10:25-28](rc://en/tn/help/luk/10/25)
* [मरकुस 06:51-52](rc://en/tn/help/mrk/06/51)
* [मत्ती 21:28-30](rc://en/tn/help/mat/21/28)
* [मत्ती 22:37-38](rc://en/tn/help/mat/22/37)
* [याकूब 04:08](rc://en/tn/help/jms/04/08)
* [लूका 10:27](rc://hi/tn/help/luk/10/27)
* [मरकुस 06:51-52](rc://hi/tn/help/mrk/06/51)
* [मत्ती 21:29](rc://hi/tn/help/mat/21/29)
* [मत्ती 22:37](rc://hi/tn/help/mat/22/37)
* [याकूब 04:08](rc://hi/tn/help/jms/04/08)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590
* स्ट्रांग'स: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590

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@ -1,4 +1,4 @@
# आज्ञा मानना, आज्ञा मानना, आज्ञा दिया, आज्ञाकारी, आज्ञाकारी, आज्ञाकारी, आज्ञाकारी, अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञा, अवज्ञाकारी #
# आज्ञा मानना, आज्ञा दिया, आज्ञाकारी, पालन करना,#
## परिभाषा: ##
@ -15,24 +15,24 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 05:29-32](rc://en/tn/help/act/05/29)
* [प्रे.का. 06:7](rc://en/tn/help/act/06/07)
* [उत्पत्ति 28:6-7](rc://en/tn/help/gen/28/06)
* [याकूब 01:22-25](rc://en/tn/help/jas/01/22)
* [याकूब 02:10-11](rc://en/tn/help/jas/02/10)
* [लूका 06:46-48](rc://en/tn/help/luk/06/46)
* [मत्ती 07:26-27](rc://en/tn/help/mat/07/26)
* [मत्ती 19:20-22](rc://en/tn/help/mat/19/20)
* [मत्ती 28:20](rc://en/tn/help/mat/28/20)
* [प्रेरि. 05:32](rc://hi/tn/help/act/05/32)
* [प्रेरि. 06:7](rc://hi/tn/help/act/06/7)
* [उत्पत्ति 28:6-7](rc://hi/tn/help/gen/28/06)
* [याकूब 01:25](rc://hi/tn/help/jas/01/25)
* [याकूब 02:10-11](rc://hi/tn/help/jas/02/10)
* [लूका 06:47](rc://hi/tn/help/luk/06/47)
* [मत्ती 07:26](rc://hi/tn/help/mat/07/26)
* [मत्ती 19:20-22](rc://hi/tn/help/mat/19/20)
* [मत्ती 28:20](rc://hi/tn/help/mat/28/20)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ परमेश्वर की इस __आज्ञा__ के अनुसार नूह ने किया। नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था।
* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ फिर अब्राहम ने परमेश्वर की __आज्ञा__ का पालन किया__, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया |
* __[05:10](rc://en/tn/help/obs/05/10)__ पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे(अब्राहम) कारण अपने को धन्य मानेंगी; क्योंकि तूने मेरी बात __मानी__ है।
* __[05:10](rc://en/tn/help/obs/05/10)__ परन्तु मिस्र परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया या आज्ञा का __पालन__ नहीं किया।
* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ यदि वह लोग इन नियमों का __पालन__ करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष देंगा।
* __[03:04](rc://hi/tn/help/obs/03/04)__ परमेश्वर की इस __आज्ञा__ के अनुसार नूह ने किया। नूह और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था।
* __[05:06](rc://hi/tn/help/obs/05/06)__ फिर अब्राहम ने परमेश्वर की __आज्ञा__ का पालन किया__, और अपने पुत्र का बलिदान देने के लिये तैयार हो गया |
* __[05:10](rc://hi/tn/help/obs/05/10)__ पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे(अब्राहम) कारण अपने को धन्य मानेंगी; क्योंकि तूने मेरी बात __मानी__ है।
* __[05:10](rc://hi/tn/help/obs/05/10)__ परन्तु मिस्र परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया या आज्ञा का __पालन__ नहीं किया।
* __[13:07](rc://hi/tn/help/obs/13/07)__ यदि वह लोग इन नियमों का __पालन__ करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष देंगा।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1697, H2388, H3349, H4928, H6213, H7181, H8085, H8086, H8104, G191, G544, G3980, G3982, G4198, G5083, G5084, G5218, G5219, G5255, G5292, G5293, G5442
* स्ट्रांग'स: H1697, H2388, H3349, H4928, H6213, H7181, H8085, H8086, H8104, G191, G3980, G3982, G5083, G5084, G5218, G5219, G5255, G5292, G5293, G5442

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@ -7,18 +7,18 @@
* "नियुक्त" का संदर्भ अक्सर याजक, सेवक या रब्बी नियुक्त करने की औपचारिक प्रक्रिया से भी है।
* उदाहरणार्थ, परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को याजक होने के लिए ठहराया है।
* इसका अर्थ धार्मिक पर्व या वाचा के निर्धारण से भी हो सकता है।
* संदर्भ के अनुसार, “अभिषेक करना” का अनुवाद हो सकता है कार्य-भार सौंपना” या “निुयक्त करना” या “आज्ञा देना” या “नियम बनाना ” या “स्थापना करना”।
* संदर्भ के अनुसार, “अभिषेक करना” का अनुवाद हो सकता है कार्य-भार सौंपना” या “निुयक्त करना” या “आज्ञा देना” या “नियम बनाना ” या “स्थापना करना”।
(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [आदेश](../other/decree.md), [नियम](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [याजक](../kt/priest.md)
(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [आदेश](../other/decree.md), [नियम](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [याजक](../kt/priest.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 राजा 12:31-32](rc://en/tn/help/1ki/12/31)
* [2 शमूएल 17:13-14](rc://en/tn/help/2sa/17/13)
* [निर्गमन 28:40-41](rc://en/tn/help/exo/28/40)
* [गिनती 03:3-4](rc://en/tn/help/num/03/03)
* [भजन संहिता 111:7-9](rc://en/tn/help/psa/111/007)
* [1 राजा 12:31-32](rc://hi/tn/help/1ki/12/31)
* [2 शमूएल 17:13-14](rc://hi/tn/help/2sa/17/13)
* [निर्गमन 28:40-41](rc://hi/tn/help/exo/28/40)
* [गिनती 03:3-4](rc://hi/tn/help/num/03/03)
* [भजन संहिता 111:7-9](rc://hi/tn/help/psa/111/007)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3245, H4390, H4483, H6186, H6213, H6466, H6680, H7760, H8239, G1299, G2525, G2680, G3724, G4270, G4282, G4309, G5021, G5500
* स्ट्रांग'स: H3245, H4390, H6186, H6213, H6680, H7760, H8239, G1299, G2525, G4270, G4282

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@ -1,12 +1,12 @@
# देखरेख, पर्यवेक्षण, पर्यवेक्षक, अध्यक्ष, पर्यवेक्षक #
# देखरेख, पर्यवेक्षण, पर्यवेक्षक, अध्यक्ष, पर्यवेक्षक, रखवाला #
## परिभाषा: ##
"अध्यक्ष" शब्द उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो मनुष्यों के कामों और कल्याण का प्रभारी है।
"अध्यक्ष" शब्द उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो मनुष्यों के कामों और कल्याण का प्रभारी है। बाइबल में, अक्सर "रखवाला" शब्द का अर्थ"अध्यक्ष" है।"
* पुराने नियम में अध्यक्ष का कार्य था कि अपने कर्मचारियों से अच्छा काम करवाए।
* नये नियम में यह शब्द आरंभिक कलीसिया के अगुवों के संदर्भ में था। उनका कार्य था कि कलीसिया की आत्मिक आवश्यकताओं को पूरा करें और सुनिश्चित करें कि विश्वासियों को उचित बाइबल की शिक्षा दी जाए।
* पौलुस अध्यक्ष को चरवाह कहता है जो स्थानीय कलीसिया में विश्वासियों की सुधि लेता है क्योंकि कलीसिया उसकी "भेड़ें" हैं।
* पौलुस अध्यक्ष को चरवाह कहता है जो स्थानीय कलीसिया में विश्वासियों की सुधि लेता है क्योंकि कलीसिया उसकी "भेड़ें" हैं।
* एक चरवाहे के सदृश्य अध्यक्ष अपनी भेड़ों की रक्षा करता है। वह झूठी आत्मिक शिक्षा तथा अन्य बुरे प्रभावों से अपनी कलीसिया की रक्षा करता है।
* नये नियम में “अध्यक्ष”, "प्राचीनों" तथा “रखवाले/चरवाहे” आत्मिक अगुओं का बोध कराने के लिए विभिन्न शब्द हैं।
@ -19,12 +19,12 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 इतिहास 26:31-32](rc://en/tn/help/1ch/26/31)
* [1 तीमुथियुस 03:1-3](rc://en/tn/help/1ti/03/01)
* [प्रे.का. 20:28-30](rc://en/tn/help/act/20/28)
* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://en/tn/help/gen/41/33)
* [फिलिप्पियों 01:1-2](rc://en/tn/help/php/01/01)
* [1 इतिहास 26:31-32](rc://hi/tn/help/1ch/26/31)
* [1 तीमुथियुस 03:02](rc://hi/tn/help/1ti/03/02)
* [प्रेरि. 20:28-30](rc://hi/tn/help/act/20/28)
* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://hi/tn/help/gen/41/33)
* [फिलिप्पियों 01:01](rc://hi/tn/help/php/01/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H5329, H6485, H6496, H7860, H8104, G1983, G1984, G1985
* स्ट्रांग'स: H5329, H6485, H6496, H7860, H8104, G1983, G1984, G1985

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@ -1,39 +1,40 @@
# शान्ति, शांतिपूर्ण, शांतिपूर्वक, शंतियोग्य, शांति बनाने वाले #
# शान्ति,शान्त, शांतिपूर्ण, शांतिपूर्वक, शंतियोग्य, शांति बनाने वाले #
## परिभाषा: ##
“शान्ति” शब्द वह परिस्थिति है जब किसी भी प्रकार का झगड़ा या चिन्ता या भय न हो। “शांतिपूर्ण” मनुष्य नीरवता का अनुभव करता है और उसे सुरक्षा का विश्वास होता है।
* पुराने नियम में, "शांति" शब्द का सामान्य अर्थ अक्सर किसी व्यक्ति की समृद्धि, कल्याण या पूर्णता होता है।
* “शान्ति” उस समय को भी दर्शाती है जब जातियां और देश आपस में युद्ध नहीं करते हैं। इन लोगों के “शांतिपूर्ण संबन्ध” कहलाते हैं।
* किसी मनुष्य का समुदाय के साथ “शान्ति स्थापित” का करने का अर्थ है युद्ध रोकने का प्रयास करना।
* “शान्ति बनाने वाला” वह मनुष्य है जो मनुष्यों को परस्पर शान्ति में रहने के लिए काम करता है या प्रभावित करनेवाली बातें करता है।
* मनुष्यों के साथ “शान्ति बनाए रखने” का अर्थ है उनके साथ युद्ध नहीं करने की स्थिति में रहना।
* मनुष्यों के साथ “शान्ति बनाए रखने” का अर्थ है उन लोगों के खिलाफ नहीं लड़ने की स्थिति में होना।
* परमेश्वर और मनुष्यों में अच्छे एवं उचित संबन्ध तब उत्पन्न होते हैं जब परमेश्वर मनुष्यों के पापों से बचा लेता है। इसे "परमेश्वर के साथ मेल" कहते हैं।
* “अनुग्रह और शान्ति” का अभिवादन प्रेरित अपने पत्रों में विश्वासियों को आशीर्वाद स्वरूप लिखते थे।
* “शान्ति” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के साथ या परमेश्वर के साथ उचित संबन्ध में रहने से भी है।
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 थिस्सलुनीकियों 05:1-3](rc://en/tn/help/1th/05/01)
* [प्रे.का. 07:26-28](rc://en/tn/help/act/07/26)
* [कुलुस्सियों 01:18-20](rc://en/tn/help/col/01/18)
* [कुलुस्सियों 03:15-17](rc://en/tn/help/col/03/15)
* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22)
* [लूका 07:48-50](rc://en/tn/help/luk/07/48)
* [लूका 12:51-53](rc://en/tn/help/luk/12/51)
* [मरकुस 04:38-39](rc://en/tn/help/mrk/04/38)
* [मत्ती 05:9-10](rc://en/tn/help/mat/05/09)
* [मत्ती 10:11-13](rc://en/tn/help/mat/10/11)
* [1 थिस्सलुनीकियों 05:1-3](rc://hi/tn/help/1th/05/01)
* [प्रेरि. 07:26](rc://hi/tn/help/act/07/26)
* [कुलुस्सियों 01:18-20](rc://hi/tn/help/col/01/18)
* [कुलुस्सियों 03:15](rc://hi/tn/help/col/03/15)
* [गलातियों 05:23](rc://hi/tn/help/gal/05/23)
* [लूका 07:50](rc://hi/tn/help/luk/07/50)
* [लूका 12:51](rc://hi/tn/help/luk/12/51)
* [मरकुस 04:39](rc://hi/tn/help/mrk/04/39)
* [मत्ती 05:9](rc://hi/tn/help/mat/05/09)
* [मत्ती 10:13](rc://hi/tn/help/mat/10/13)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[15:06](rc://en/tn/help/obs/15/06)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता __संधि__ स्थापित न करे,
* __[15:12](rc://en/tn/help/obs/15/12)__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ __शांति__ प्रदान की।
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में __शांति__ लाई।
* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में __शान्ति__ स्थापित होगी।
* __[48:14](rc://en/tn/help/obs/48/14)__ दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और __शांति__ के साथ हमेशा राज्य करेगा।
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर __शान्ति__ व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
* __[15:06](rc://hi/tn/help/obs/15/06)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता __संधि__ स्थापित न करे,
* __[15:12](rc://hi/tn/help/obs/15/12)__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ __शांति__ प्रदान की।
* __[16:03](rc://hi/tn/help/obs/16/03)__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में __शांति__ लाई।
* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में __शान्ति__ स्थापित होगी।
* __[48:14](rc://hi/tn/help/obs/48/14)__ दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और __शांति__ के साथ हमेशा राज्य करेगा।
* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर __शान्ति__ व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H5117, H7521, H7961, H7962, H7965, H7999, H8001, H8002, H8003, H8252, G269, G425, G31514, G1515, G1516, G1517, G1518, G2272
* स्ट्रांग'स: H5117, H7961, H7962, H7965, H7999, H8001, H8002, H8003, H8252, G269, G1514, G1515, G1516, G1517, G1518, G2272

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@ -1,4 +1,4 @@
# धीरज धरना , धीरज #
# धीरज धरना, धीरज #
## परिभाषा: ##
@ -13,11 +13,11 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [कुलुस्सियों 01:11-12](rc://en/tn/help/col/01/11)
* [इफिसियों 06: 17-18](rc://en/tn/help/eph/06/17)
* [याकूब 05:9-11](rc://en/tn/help/jas/05/09)
* [लूका 08:14-15](rc://en/tn/help/luk/08/14)
* [कुलुस्सियों 01:11](rc://hi/tn/help/col/01/11)
* [इफिसियों 06:18](rc://hi/tn/help/eph/06/18)
* [याकूब 05:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09)
* [लूका 08:14-15](rc://hi/tn/help/luk/08/14)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: G3115, G4343, G5281
* स्ट्रांग'स: G3115, G4343, G5281

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@ -9,20 +9,20 @@
* परमेश्वर के मन को या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य टेढ़ा माना जाता था।
* “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे भाग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है।
* “टेढ़ी भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”।
* “टेढ़े लोग” का अनुवाद हो सकता है, “दुराचारी लोग” या “अनैतिक मनुष्य” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने वाले लोग”।
* “टेढ़ी चाल चलना” का अनुवाद हो सकता है, बुरा व्यवहार करना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं के विरूद्ध चलना” या “परमेश्वर की शिक्षा के विरुद्ध जीवन जीना”।
* “टेढ़े लोग” का अनुवाद हो सकता है, “दुराचारी लोग” या “जो लोग नैतिक रूप से पथभ्रष्ट हैं” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने वाले लोग”।
* “टेढ़ी चाल चलना” का अनुवाद हो सकता है, "बुरा व्यवहार करना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं के विरूद्ध चलना” या “परमेश्वर की शिक्षा के विरुद्ध जीवन जीना”।
* “टेढ़ी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भ्रष्ट होना” या “बुराई में बदल जाना”।
(यह भी देखें: [भ्रष्ट](../other/corrupt.md), [छलना](../other/deceive.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [फिरना](../other/turn.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 राजा 08:46-47](rc://en/tn/help/1ki/08/46)
* [1 शमूएल 20:30-31](rc://en/tn/help/1sa/20/30)
* [अय्यूब 33:27-28](rc://en/tn/help/job/33/27)
* [लूका 23:1-2](rc://en/tn/help/luk/23/01)
* [भजन संहिता 101:4-6](rc://en/tn/help/psa/101/004)
* [1 राजा 08:46-47](rc://hi/tn/help/1ki/08/46)
* [1 शमूएल 20:30](rc://hi/tn/help/1sa/20/30)
* [अय्यूब 33:27-28](rc://hi/tn/help/job/33/27)
* [लूका 23:02](rc://hi/tn/help/luk/23/01)
* [भजन संहिता 101:4-6](rc://hi/tn/help/psa/101/004)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1942, H2015, H3399, H3868, H3891, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H5999, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G654, G1294, G3344, G3346, G3859, G4106
* स्ट्रांग'स: H1942, H2015, H3868, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G1294

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@ -2,41 +2,55 @@
## परिभाषा: ##
जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना।
"प्रचार करना" का अर्थ जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना।
"प्रचार" करने का अर्थ सार्वजनिक रूप से साहसपूर्वक किसी चीज़ की घोषित या घोषणा करना है।
* प्रचार प्रायः एक मनुष्य द्वारा जनसमूह में किया जाता है। प्रचार बोलकर किया जाता है, लिखकर नहीं।
* “प्रचार” और “शिक्षण” समान बात है परन्तु एक से नहीं हैं।
* “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण देना की उन्हें कैसे कार्य करना है।
* “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना है। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण देना की उन्हें कैसे कार्य करना है।
* “प्रचार” अधिकतर “सुसमाचार” के साथ किया जाता है।
* प्रचारक मनुष्यों में प्रचार करता है तो उसे सामान्यतः उसकी “शिक्षाएं” कहते हैं।
* अक्सर बाइबल में, “प्रचार” का मतलब सार्वजनिक रूप से किसी ऐसी चीज़ की घोषणा करना है, जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी है, या दूसरों को परमेश्वर के बारे में और कितना महान है।
* नए नियम में, प्रेरितों ने यीशु के बारे में कई अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों के लोगों को सुसमाचार सुनाया।
* "प्रचार" शब्द का उपयोग राजाओं द्वारा किए गए फरमानों के लिए या सार्वजनिक रूप से बुराई की निंदा करने के लिए भी किया जा सकता है।
* "प्रचार" अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "घोषणा" या "खुले तौर पर उपदेश" या "सार्वजनिक रूप से घोषित" शामिल हो सकते हैं।
* "उद्घोषणा" शब्द का अनुवाद "घोषणा" या "सार्वजनिक उपदेश" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md))
(यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [2 तीमुथियुस 04:1-2](rc://en/tn/help/2ti/04/01)
* [प्रे.का. 08:4-5](rc://en/tn/help/act/08/04)
* [प्रे.का. 10:42-43](rc://en/tn/help/act/10/42)
* [प्रे.का. 14:21-22](rc://en/tn/help/act/14/21)
* [प्रे.का. 20:25-27](rc://en/tn/help/act/20/25)
* [लूका 04:42-44](rc://en/tn/help/luk/04/42)
* [मत्ती 03:1-3](rc://en/tn/help/mat/03/01)
* [मत्ती 04:17](rc://en/tn/help/mat/04/17)
* [मत्ती 12:41](rc://en/tn/help/mat/12/41)
* [मत्ती 24:12-14](rc://en/tn/help/mat/24/12)
* [2 तीमु. 04:1-2](rc://hi/tn/help/2ti/04/01)
* [प्रेरि.08:4-5](rc://hi/tn/help/act/08/04)
* [प्रेरि.10:42-43](rc://hi/tn/help/act/10/42)
* [प्रेरि.14:21-22](rc://hi/tn/help/act/14/21)
* [प्रेरि. 20:25](rc://hi/tn/help/act/20/25)
* [लूका 04:42](rc://hi/tn/help/luk/04/42)
* [मत्ती 03:1-3](rc://hi/tn/help/mat/03/01)
* [मत्ती 04:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17)
* [मत्ती 12:41](rc://hi/tn/help/mat/12/41)
* [मत्ती 24:14](rc://hi/tn/help/mat/24/14)
* [प्रेरि.09:20-22](rc://hi/tn/help/act/09/20)
* [प्रेरि.13:38-39](rc://hi/tn/help/act/13/38)
* [योना 03:1-3](rc://hi/tn/help/jon/03/01)
* [लूका 04:18-19](rc://hi/tn/help/luk/04/18)
* [मर. 01:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14)
* [मत्ती 10:26](rc://hi/tn/help/mat/10/26)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[24:02](rc://en/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
* __[30:01](rc://en/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने __प्रचार करने__ के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
* __[38:01](rc://en/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का __प्रचार करते रहे__|
* __[45:07](rc://en/tn/help/obs/45/07)__ वह सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोगों बचाए गए |
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से __प्रचार करने लगा__ कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में __प्रचार करने__ के लिये भेज दिया |
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का __प्रचार किया__ और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
* __[50:02](rc://en/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का __प्रचार करेंगे__, और फिर अन्त आ जाएगा।"
* __[24:02](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
* __[30:01](rc://hi/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने __प्रचार करने__ के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा।
* __[38:01](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का __प्रचार करते रहे__|
* __[45:07](rc://hi/tn/help/obs/45/07)__ वह सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोगों बचाए गए |
* __[46:06](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से __प्रचार करने लगा__ कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में __प्रचार करने__ के लिये भेज दिया |
* __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का __प्रचार किया__ और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
* __[50:02](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का __प्रचार करेंगे__, और फिर अन्त आ जाएगा।"
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1319, H6953, H7121, H7150, G1229, G1256, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G3955, G4283, G4296
* स्ट्रांग'स:
* प्रचार करना: H1319, H7121, H7150, G1229, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G4283
* प्रचार: H1319, H1696, H1697, H2199, H3045, H3745, H4161, H5046, H5608, H6963, H7121, H7440, H8085, G518, G591, G1229, G1861, G2097, G2605, G2782, G2784, G2980, G3142, G4135

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@ -1,4 +1,4 @@
# लाभ, लाभ, लाभदायक #
# लाभ, कमाई, निष्फल, लाभदायक #
## परिभाषा: ##
@ -8,24 +8,34 @@
* “लाभ” विशेष करके व्यापार में पैसा मुनाफ़ा प्राप्त करने के संदर्भ में होता है। व्यापार लाभकारी होता है जहां निवेष से अधिक पैसा प्राप्त हो।
* कर्म लाभकारी तब होते हैं जब उनके द्वारा मनुष्यों को लाभ होता है।
* 2तीमु. 3:16 में लिखा है कि संपूर्ण पवित्रशास्त्र मनुष्यों के सुधार और शिक्षा के लिए “लाभदायक” है। इसका अर्थ है कि बाइबल की शिक्षाएँ मनुष्यों को परमेश्वर की इच्छा का जीवन जीने में सहायक और उपयोगी हैं।
* 2 तीमु. 3:16 में लिखा है कि संपूर्ण पवित्रशास्त्र मनुष्यों के सुधार और शिक्षा के लिए “लाभदायक” है। इसका अर्थ है कि बाइबल की शिक्षाएँ मनुष्यों को परमेश्वर की इच्छा का जीवन जीने में सहायक और उपयोगी हैं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
"निष्फल" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है।
* प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हितकारी” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है।
* इसका शाब्दिक अर्थ है किसी चीज को लाभ पहुंचाना या किसी को कुछ हासिल करने में मदद न करना।
* कुछ ऐसा जो लाभहीन है, करने योग्य नहीं है क्योंकि यह कोई लाभ नहीं देता है।
* इसका अनुवाद "निकम्मा" या "बेकार" या "उपयोगी नहीं" या "अयोग्य" या "लाभकारी नहीं" या "कोई लाभ नहीं" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [योग्य](../kt/worthy.md))
## अनुवाद के सुझाव: ##rc://en/tn/help/pro/10/16)
* प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हितकारी” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है।
* “लाभदायक” का अनुवाद “उपयोगी” या “हितकारी” या “सहायक” हो सकता है।
* “से लाभ प्राप्त करना” का अनुवाद “से लाभ उठाना” या “से पैसा प्राप्त करना” था, “से सहायता प्राप्त करना” हो सकता है।
* व्यापार के संदर्भ में “लाभ” का अनुवाद ऐसे शब्द या व्याख्यांश द्वारा किया जाएँ जिसका अर्थ “पैसों का लाभ” या “पैसों की अधिकता” या “अतिरिक्त पैसा” हो।
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [2 पतरस 02:1-3](rc://en/tn/help/2pe/02/01)
* [यहेजकेल 18:12-13](rc://en/tn/help/ezk/18/12)
* [यूहन्ना 06:62-63](rc://en/tn/help/jhn/06/62)
* [मरकुस 08:35-37](rc://en/tn/help/mrk/08/35)
* [मत्ती 16:24-26](rc://en/tn/help/mat/16/24)
* [नीतिवचन 10:16-17](rc://en/tn/help/pro/10/16)
* [अय्यू.15:03](rc://hi/tn/help/job/15/03)
* [नीति. 10:16](rc://hi/tn/help/pro/10/16)
* [यिर्म. 02:08](rc://hi/tn/help/jer/02/08)
* [यहे. 18:12-13](rc://hi/tn/help/ezk/18/12)
* [यूह. 06:63](rc://hi/tn/help/jhn/06/63)
* [मरकुस 08:36](rc://hi/tn/help/mrk/08/36)
* [मत्ती 16:26](rc://hi/tn/help/mat/16/26)
* [2 पतरस 02:1-3](rc://hi/tn/help/2pe/02/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H7737, H7939, G147, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624
* स्ट्रांग'स: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H5532, H7737, H7939, G147, G255, G512, G888, G889, G890, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624

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@ -1,4 +1,4 @@
# बलवा , बलवा, बलवा किया, विद्रोह, विद्रोह, बलवाई, विद्रोह शीलता #
# बलवा , बलवा, बलवा किया, विद्रोह, विद्रोह, बलवाई, विद्रोह शीलता #
## परिभाषा: ##
@ -8,7 +8,7 @@
* मनुष्य अधिकारियों द्वारा निर्दिष्ट कार्य न करे तो वह बलवा करता है।
* कभी-कभी मनुष्य अपने सरकार या शासकों से भी बलवा (विद्रोह) करते हैं।
* प्रकरण के अनुसार “बलवा करना” का अनुवाद “आज्ञा न मानना” या “विद्रोह करना” भी हो सकता है।
* “बलवाई” का अनुवाद “लगातार ज्ञाकारी” या “आज्ञापालन से इन्कार” भी किया जा सकता है।
* “बलवाई” का अनुवाद “लगातार अवज्ञाकारी” या “आज्ञापालन से इन्कार” भी किया जा सकता है।
* “बलवा” का अर्थ है, “आज्ञा मानने से इन्कार” या “अवज्ञा” या “नियम विरोधी”
* “बलवा” का संदर्भ एक संगठित जनसमूह से भी हो सकता है जो नियम को तोड़कर अगुओं और जनता पर सार्वजनिक आक्रमण कर देते हैं। ये लोग अन्य मनुष्यों को भी साथ देने के लिए भड़काते हैं।
@ -16,23 +16,23 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 राजा 12:18-19](rc://en/tn/help/1ki/12/18)
* [1 शमूएल 12:14-15](rc://en/tn/help/1sa/12/14)
* [1 तीमुथियुस 01:9-11](rc://en/tn/help/1ti/01/09)
* [2 इतिहास 11:4-6](rc://en/tn/help/2ch/10/17)
* [प्रे.का. 21:37-38](rc://en/tn/help/act/21/37)
* [लूका 23:18-19](rc://en/tn/help/luk/23/18)
* [1 राजा 12:18-19](rc://hi/tn/help/1ki/12/18)
* [1 शमूएल 12:14](rc://hi/tn/help/1sa/12/14)
* [1 तीमुथियुस 01:9-11](rc://hi/tn/help/1ti/01/09)
* [2 इतिहास 10:17-19](rc://hi/tn/help/2ch/10/17)
* [प्रेरि. 21:37-38](rc://hi/tn/help/act/21/37)
* [लूका 23:18-19](rc://hi/tn/help/luk/23/18)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
इस्राएलियों के चालीस वर्ष तक जंगल में भटकने के बाद, वह सभी जो परमेश्वर के विरुद्ध बोलते थे मर गए।
* __[14:14](rc://hi/tn/help/obs/14/14)__ इस्राएलियों के चालीस वर्ष तक जंगल में भटकने के बाद, वह सभी जो परमेश्वर के __विरुद्ध__ बोलते थे मर गए।
* __[18:07](rc://hi/tn/help/obs/14/14)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के __विरुद्ध__ बलवा किया।
* __[18:09](rc://hi/tn/help/obs/18/07)__ यारोबाम ने परमेश्वर का __विद्रोह__ किया और लोगों को पाप में धकेल दिया।
* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/18/09)__ यहूदा के बहुत से लोग परमेश्वर के __विरुद्ध__ हो गए और अन्य देवताओं की उपासना करने लगे।
* __[20:07](rc://hi/tn/help/obs/18/13)__ परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के __विरुद्ध__ विद्रोह किया।
* __[45:03](rc://hi/tn/help/obs/20/07)__ फिर स्तिफनुस ने कहा, “हे हठीले और परमेश्वर से बलवा करने वालों, तुम सदा पवित्र आत्मा का __विरोध__ करते हो, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने सदैव परमेश्वर का विरोध किया और उसके भविष्यवक्ताओं को मार डाला।
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के __विरुद्ध__ बलवा किया।
* __[18:09](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ यारोबाम ने परमेश्वर का __विद्रोह__ किया और लोगों को पाप में धकेल दिया।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/09)__ यहूदा के बहुत से लोग परमेश्वर के __विरुद्ध__ हो गए और अन्य देवताओं की उपासना करने लगे।
* __[20:07](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ परन्तु कुछ वर्षों के बाद, यहूदा के राजा ने बेबीलोन के __विरुद्ध__ विद्रोह किया।
* __[45:03](rc://en/tn/help/obs/20/07)__ फिर स्तिफनुस ने कहा, “हे हठीले और परमेश्वर से बलवा करने वालों, तुम सदा पवित्र आत्मा का __विरोध__ करते हो, जैसा तुम्हारे पूर्वजों ने सदैव परमेश्वर का विरोध किया और उसके भविष्यवक्ताओं को मार डाला।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H4775, H4776, H4777, H4779, H4780, H4784, H4805, H5327, H5627, H5637, H6586, H6588, H7846, G3893, G4955
* स्ट्रांग'स: H4775, H4776, H4777, H4779, H4780, H4784, H4805, H5327, H5627, H5637, H6586, H6588, H7846, G3893, G4955

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@ -1,27 +1,27 @@
# झिड़कना, घुड़कने, डांटा #
# झिड़कना, घुड़कने, डाँटें, डांटा #
## परिभाषा: ##
झिड़कना अर्थात कठोर शब्दों के प्रयोग द्वारा किसी का सुधार करना कि वह पापों से विमुख हो जाए। इस तरह के सुधार झिड़कना है।
नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे।
नीतिवचन में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान की ताड़ना करें।
झिड़कना मौखिक रूप से किसी को सही करने के लिए संदर्भित करता है, आमतौर पर कठोरता या बल के साथ।
* नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे।
* नीतिवचन में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान की ताड़ना करें।
* झिड़की विशेष करके गलती करनेवाले को पाप करने से रोकने के लिए की जाती थी।
* इसका अनुवाद “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना” के रूप में हो सकता है।
* “एक झिड़की” का अनुवाद, "कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।
* “बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना" के रूप में हो सकता है।
“एक झिड़की” का अनुवाद, कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।
“बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना के रूप में हो सकता है।
(यह भी देखें [चिताना](../other/admonish.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [मरकुस 01:23-26](rc://en/tn/help/mrk/01/23)
* [मरकुस 16:14-16](rc://en/tn/help/mrk/16/14)
* [मत्ती 08:26-27](rc://en/tn/help/mat/08/26)
* [मत्ती 17:17-18](rc://en/tn/help/mat/17/17)
* [उत्प. 21:25](rc://hi/tn/help/gen/21/25)
* [मरकुस 01:23-26](rc://hi/tn/help/mrk/01/23)
* [मरकुस 16:14](rc://hi/tn/help/mrk/16/14)
* [मत्ती 08:26-27](rc://hi/tn/help/mat/08/26)
* [मत्ती 17:17-18](rc://hi/tn/help/mat/17/17)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G298, G299, G1649, G1651, G1969, G2008, G3679
* स्ट्रांग'स: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G1649, G1651, G1969, G2008, G3679

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@ -1,42 +1,42 @@
ग्रहण करना, ग्रहण करता, मिला, प्राप्त करते, लेनेवाला#
# ग्रहण करना, ग्रहण करता, मिला, प्राप्त करते, लेनेवाला#
## परिभाषा: ##
“ग्रहण करना” का सामान्य अर्थ कोई दी हुई या पेश की गई या प्रस्तुत की हुई या प्राप्त किए हुए को स्वीकार करना।
“ग्रहण करना” का अर्थ कष्ट सहना या किसी बात का अनुभव करना भी हो सकता है जैसे “उसे अपने कर्मों का दण्ड मिला”
एक विशेष अर्थ भी है जिसमें हम किसी व्यक्ति को ग्रहण करते है। उदाहरणार्थ अतिथियों या आगन्तुकों का स्वागत करना अर्थात उन्हें ग्रहण करके उनका सम्मान करना, जिससे उनके साथ संबन्ध बनाया जाए।
“पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसे काम करने के लिए उसका स्वागत करते हैं।
“यीशु को ग्रहण करना” का अर्थ है मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर के उद्धार का दान स्वीकार करना।
जब अन्धा मनुष्य “दृष्टि का दान ग्रहण करता है” तो इसका अर्थ है परमेश्वर ने उसे चंगा कर दिया है और उसे देखने की क्षमता प्रदान की है।
* “ग्रहण करना” का अर्थ कष्ट सहना या किसी बात का अनुभव करना भी हो सकता है जैसे “उसे अपने कर्मों का दण्ड मिला”
* एक विशेष अर्थ भी है जिसमें हम किसी व्यक्ति को "ग्रहण" करते है। उदाहरणार्थ अतिथियों या आगन्तुकों का स्वागत करना अर्थात उन्हें ग्रहण करके उनका सम्मान करना, जिससे उनके साथ संबन्ध बनाया जाए।
* “पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसे काम करने के लिए उसका स्वागत करते हैं।
* “यीशु को ग्रहण करना” का अर्थ है मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर के उद्धार का दान स्वीकार करना।
* जब अन्धा मनुष्य “दृष्टि का दान ग्रहण करता है” तो इसका अर्थ है परमेश्वर ने उसे चंगा कर दिया है और उसे देखने की क्षमता प्रदान की है।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “पाना” हो सकता है।
“तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” के रूप में हो सकता है।
"उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद, क्योंकि "देखने में सक्षम था" या "फिर से देखने में सक्षम हो गया" या "परमेश्वर द्वारा ठीक किया गया ताकि वह देख सके" के रूप में किया जा सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “दिया गया” हो सकता है।
* “तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” के रूप में हो सकता है या "परमेश्वर पवित्र आत्मा का कारण होगा कि तुम में शक्तिशाली रूप से काम करे"
* "उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद, क्योंकि "देखने में सक्षम था" या "फिर से देखने में सक्षम हो गया" या "परमेश्वर द्वारा ठीक किया गया ताकि वह देख सके" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [उद्धार](../kt/save.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 यूहन्ना 05:9-10](rc://en/tn/help/1jn/05/09)
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:6-7](rc://en/tn/help/1th/01/06)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:1-2](rc://en/tn/help/1th/04/01)
* [प्रे.का. 08:14-17](rc://en/tn/help/act/08/14)
* [यिर्मयाह 32:33-35](rc://en/tn/help/jer/32/33)
* [लूका 09:5-6](rc://en/tn/help/luk/09/05)
* [त्ती 03:10-12](rc://en/tn/help/mal/03/10)
* [भजन संहिता 049:14-15](rc://en/tn/help/psa/049/014)
* [1 यूहन्ना 05:9](rc://hi/tn/help/1jn/05/09)
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:06](rc://hi/tn/help/1th/01/06)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:01](rc://hi/tn/help/1th/04/01)
* [प्रेरि. 08:15](rc://hi/tn/help/act/08/15)
* [यिर्मयाह 32:33](rc://hi/tn/help/jer/32/33)
* [लूका 09:05](rc://hi/tn/help/luk/09/05)
* [ला. 03:10-12](rc://hi/tn/help/mal/03/10)
* [भजन संहिता 049:14-15](rc://hi/tn/help/psa/049/014)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी |
* __[45:05](rc://en/tn/help/obs/45/05)__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को __ग्रहण__ कर |”
* __[49:06](rc://en/tn/help/obs/49/06)__ यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे |
* __[49:10](rc://en/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु क्रूस पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर __ले लिया__ |
* __[49:13](rc://en/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में __स्वीकार__ करता है परमेश्वर उसे बचाएगा।
* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी |
* __[45:05](rc://hi/tn/help/obs/45/05)__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को __ग्रहण__ कर |”
* __[49:06](rc://hi/tn/help/obs/49/06)__ यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे |
* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु क्रूस पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर __ले लिया__ |
* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में __स्वीकार__ करता है परमेश्वर उसे बचाएगा।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1878, H2505, H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2210, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G3970, G4327, G4355, G4356, G4687, G4732, G5264, G5274, G5562
* स्ट्रांग'स : H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G4327, G4355, G4356, G4687, G5264, G5562

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@ -1,4 +1,4 @@
# परित्याग, परित्याग, परित्याग, परित्याग, परित्याग #
# परित्याग#
## परिभाषा: ##
@ -12,20 +12,20 @@
## अनुवाद के सुझाव ##
* प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”।
* राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”।
* मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “हठ करके स्वीकार न करना” के रूप में अनुवाद हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”।
* "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”।
* मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना” के रूप में हो सकता है।
(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पालन](../other/obey.md), [हठी](../other/stiffnecked.md)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [गलातियों 04:12-14](rc://en/tn/help/gal/04/12)
* [होशे 04:6-7](rc://en/tn/help/hos/04/06)
* [यशायाह 41:8-9](rc://en/tn/help/isa/41/08)
* [यूहन्ना 12:48-50](rc://en/tn/help/jhn/12/48)
* [मरकुस 07:8-10](rc://en/tn/help/mrk/07/08)
* [गलातियों 04:12-14](rc://hi/tn/help/gal/04/12)
* [होशे 04:6-7](rc://hi/tn/help/hos/04/06)
* [यशायाह 41:09](rc://hi/tn/help/isa/41/09)
* [यूहन्ना 12:48-50](rc://hi/tn/help/jhn/12/48)
* [मरकुस 07:09](rc://hi/tn/help/mrk/07/08)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H947, H959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G96, G114, G483, G550, G579, G580, G593, G683, G720, G1609, G3868
* स्ट्रांग'स: H947, H959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G114, G483, G550, G579, G580, G593, G683, G720, G1609, G3868

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@ -1,4 +1,4 @@
# श्रद्धा, भय माना, भय मानकर, सम्मानों, भक्तियुक्त #
# श्रद्धा, भय माना, भय मानकर, सम्मानों, भक्तिपूर्ण, भक्तियुक्त #
## परिभाषा: ##
@ -12,11 +12,11 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 पतरस 01:15-17](rc://en/tn/help/1pe/01/15)
* [इब्रानियों 11:7](rc://en/tn/help/heb/11/07)
* [यशायाह 44:17](rc://en/tn/help/isa/44/17)
* [भजन संहिता 005:7-8](rc://en/tn/help/psa/005/007)
* [1 पतरस 01:15-17](rc://hi/tn/help/1pe/01/15)
* [इब्रानियों 11:7](rc://hi/tn/help/heb/11/07)
* [यशायाह 44:17](rc://hi/tn/help/isa/44/17)
* [भजन संहिता 005:7-8](rc://hi/tn/help/psa/005/007)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H3372, H3373, H3374, H4172, H6342, H7812, G127, G1788, G2125, G2412, G5399, G5401
* स्ट्रांग'स: H3372, H3373, H3374, H4172, H6342, H7812, G127, G1788, G2125, G2412, G5399, G5401

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@ -1,30 +1,30 @@
# शासन, नियम, शासित, शासक, शासकों, निर्णयों, फैसलों, अतिरंजित #
# शासन, नियम, शासित, शासक, शासकों, हाकिमों, निर्णयों, फैसलों, अतिरंजित #
## परिभाषा: ##
अधिपति” सामान्यतः एक व्यक्ति जो अन्य लोगों पर अधिकार रखता है, जैसे किसी देश, राज्य, या धार्मिक संप्रदाय का अगुआ। एक शासक एक है जो "नियम" और उसका अधिकार उसका "नियम" है।
शासक” सामान्यतः एक व्यक्ति जो अन्य लोगों पर अधिकार रखता है, जैसे किसी देश, राज्य, या धार्मिक संप्रदाय का अगुआ। एक शासक एक है जो "नियम" और उसका अधिकार उसका "नियम" है।
पुराने नियम में राजा को भी अधिपति कहा जाता था जैसे इस वाक्य में है, “इस्त्राएल पर अधिपति ठहराया”
परमेश्वर को सबसे बड़ा राजा कहा गया है जो राजाओं का राजा है।
नये नियम में आराधनालय के अगुवे को सरदार कहा गया है।
नये नियम में एक और अधिपति था जिसे हाकिम कहा गया है।
प्रकरण के अनुसार “अधिपति” शब्द का अनुवाद “अगुआ” या “अधिकार रखनेवाला मनुष्य” किया जा सकता है।
“शासन करने” के कार्य का अर्थ है, “अगुआई करना” या “किसी पर अधिकार रखना”। इसका अर्थ वही है जैसे “राज करना” जब राजा के संदर्भ में होता है।
*पुराने नियम में राजा को भी अधिपति कहा जाता था जैसे इस वाक्य में है, “इस्त्राएल पर अधिपति ठहराया”
* परमेश्वर को सबसे बड़ा राजा कहा गया है जो राजाओं का राजा है।
* नये नियम में आराधनालय के अगुवे को "अधिपति" कहा गया है।
* नये नियम में एक और अधिपति था जिसे हाकिम कहा गया है।
* प्रकरण के अनुसार “अधिपति” शब्द का अनुवाद “अगुआ” या “अधिकार रखनेवाला मनुष्य” किया जा सकता है।
* “शासन करने” के कार्य का अर्थ है, “अगुआई करना” या “किसी पर अधिकार रखना”। इसका अर्थ वही है जैसे “राज करना” जब राजा के संदर्भ में होता है।
(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [हाकिम](../other/governor.md), [राजा](../other/king.md), [आराधनालय](../kt/synagogue.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
* [प्रे.का. 03:17-18](rc://en/tn/help/act/03/17)
* [प्रे.का. 07:35-37](rc://en/tn/help/act/07/35)
* [लूका 12:11-12](rc://en/tn/help/luk/12/11)
* [लूका 23:35](rc://en/tn/help/luk/23/35)
* [मरकुस 10:41-42](rc://en/tn/help/mrk/10/41)
* [मत्ती. 09:32-34](rc://en/tn/help/mat/09/32)
* [मत्ती. 20:25-28](rc://en/tn/help/mat/20/25)
* [तीतुस 03:1-2](rc://en/tn/help/tit/03/01)
* [प्रे.का. 03:17-18](rc://hi/tn/help/act/03/17)
* [प्रे.का. 07:35-37](rc://hi/tn/help/act/07/35)
* [लूका 12:11-12](rc://hi/tn/help/luk/12/11)
* [लूका 23:35](rc://en/hi/help/luk/23/35)
* [मरकुस 10:42](rc://hi/tn/help/mrk/10/42)
* [मत्ती. 09:32-34](rc://hi/tn/help/mat/09/32)
* [मत्ती. 20:25](rc://hi/tn/help/mat/20/25)
* [तीतुस 03:01](rc://hi/tn/help/tit/03/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H995, H1166, H1167, H1404, H2708, H2710, H3027, H3548, H3920, H4043, H4410, H4427, H4428, H4438, H4467, H4474, H4475, H4623, H4910, H4941, H5057, H5065, H5387, H5401, H5461, H5715, H6113, H6213, H6485, H6957, H7101, H7218, H7287, H7300, H7336, H7786, H7860, H7980, H7981, H7985, H7989, H7990, H8199, H8269, H8323, H8451, G746, G752, G755, G757, G758, G932, G936, G1018, G1203, G1299, G1778, G1785, G1849, G2232, G2233, G2525, G2583, G2888, G2961, G3545, G3841, G4165, G4173, G4291
* स्ट्रांग'स: H995, H1166, H1167, H1404, H2708, H2710, H3027, H3548, H3920, H4043, H4410, H4427, H4428, H4438, H4467, H4474, H4475, H4623, H4910, H4941, H5057, H5065, H5387, H5401, H5461, H5715, H6113, H6213, H6485, H6957, H7101, H7218, H7287, H7300, H7336, H7786, H7860, H7980, H7981, H7985, H7989, H7990, H8199, H8269, H8323, H8451, G746, G752, G755, G757, G758, G932, G936, G1018, G1203, G1299, G1778, G1785, G1849, G2232, G2233, G2525, G2583, G2888, G2961, G3545, G3841, G4165, G4173, G4291

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@ -1,22 +1,22 @@
# संयम, संयम, आत्म नियंत्रित, #
# संयम, संयम, आत्म नियंत्रित #
## परिभाषा: ##
“संयम” पाप से बचने के लिए अपने व्यवहार को वशीभूत रखना।
“संयम” पाप से बचने के लिए किसी के व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता रखना।
* इसका संदर्भ सदाचार से है अर्थात् पाप के विचार, भाषा और कामों से बचना।
* संयम पवित्र-आत्मा द्वारा विश्वासियों को दिया गया फल या गुण है।
* संयम पवित्र-आत्मा द्वारा मसीहियों को दिया गया फल या गुण है।
* संयम रखने वाला मनुष्य किसी गलत काम को करने की इच्छा से अपने आप को रोक लेता है। परमेश्वर ही मनुष्य को संयम प्रदान करता है।
(यह भी देखें: [फल](../other/fruit.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 07:8-9](rc://en/tn/help/1co/07/08)
* [2 पतरस 01:5-7](rc://en/tn/help/2pe/01/05)
* [2 तीमुथियुस 03:1-4](rc://en/tn/help/2ti/03/01)
* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22)
* [1 कुरिन्थियों 07:8-9](rc://hi/tn/help/1co/07/08)
* [2 पतरस 01:5-7](rc://hi/tn/help/2pe/01/05)
* [2 तीमुथियुस 03:1-4](rc://hi/tn/help/2ti/03/01)
* [गलातियों 05:22-24](rc://hi/tn/help/gal/05/22)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H4623, H7307, G192, G193, G1466, G1467, G1468, G4997
* स्ट्रांग'स: H4623, H7307, G192, G193, G1466, G1467, G1468, G4997

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@ -1,10 +1,10 @@
# भेजना, भेजा जाता, भेजा गया, भेजा जाना, बाहर भेजना, बाहर भेजना, बाहर भेजा गया, बाहर भेजा जाना #
# भेजना, भेजूँ, भेजा जाता, भेजा गया, भेजा जाना, बाहर भेजना, बाहर भेजा गया, बाहर भेजा जाना #
## परिभाषा: ##
“भेजना” अर्थात किसी को या किसी वस्तु को कहीं जाने के लिए विवश करना। “बाहर भेजना” अर्थात किसी को किसी दूत कार्य पर ले जाना
“भेजना” अर्थात किसी को या किसी वस्तु को कहीं जाने के लिए विवश करना। “बाहर भेजना” अर्थात किसी को किसी दूत कार्य पर ले जाना
* "बाहर भेजा गया" मनुष्य प्रायः किसी विशेष कार्य के लिए नियुक्त किया जाता है
* "बाहर भेजा गया" मनुष्य प्रायः किसी विशेष कार्य के लिए नियुक्त किया जाता है
* “वर्षा भेजना” या “विनाश लाना” अर्थात “आने का कारण होना” ऐसी अभिव्यक्ति परमेश्वर के लिए काम में ली जाती है कि वह ऐसा कर रहा है।
* “भेजना” शब्द का उपयोग “सन्देश भेजना” या “समाचार भेजना” में भी काम में लिया जाता है अर्थात किसी को सन्देश सौंपना कि किसी को सुनाए।
* किसी को किसी वस्तु के साथ “भेजना” अर्थात किसी और की वह वस्तु ले जाकर देना, प्रायः कुछ दूर जाना कि उद्देशित मनुष्य को वह प्राप्त हो।
@ -14,14 +14,14 @@
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 07:33-34](rc://en/tn/help/act/07/33)
* [प्रे.का. 08:14-17](rc://en/tn/help/act/08/14)
* [यूह. 20:21-23](rc://en/tn/help/jhn/20/21)
* [मत्ती 09:37-38](rc://en/tn/help/mat/09/37)
* [मत्ती. 10:5-7](rc://en/tn/help/mat/10/05)
* [मत्ती. 10:40-41](rc://en/tn/help/mat/10/40)
* [मत्ती. 21:1-3](rc://en/tn/help/mat/21/01)
* [प्रेरि. 07:33-34](rc://hi/tn/help/act/07/33)
* [प्रेरि. 08:14-17](rc://hi/tn/help/act/08/14)
* [यूह. 20:21-23](rc://hi/tn/help/jhn/20/21)
* [मत्ती 09:37-38](rc://hi/tn/help/mat/09/37)
* [मत्ती. 10:05](rc://hi/tn/help/mat/10/05)
* [मत्ती. 10:40](rc://hi/tn/help/mat/10/40)
* [मत्ती. 21:1-3](rc://hi/tn/help/mat/21/01)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882
* स्ट्रांग'स: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882

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@ -1,44 +1,57 @@
# सेवा करना, दास बनाना, दास बना दिया, सेवक, सेवकों, दास, दासों, सेवा करना, दासत्व, दासी #
# सेवा करना, दास बनाना, दास बना दिया, सेवक, सेवकों, दास, दासों, दासत्व, दासी #
## परिभाषा: ##
“सेवक” का अर्थ “दास” भी हो सकता है और उस मनुष्य के संदर्भ में है जो किसी और मनुष्य के लिए काम करनेवाले मनुष्य से है, अपनी इच्छा से या बलपूर्वक। आस-पास के पाठ से स्पष्ट हो जाता है कि दास के बारे में कहा जा रहा है या सेवक के।
"सेवा" शब्द का अर्थ सामान्यतः काम करना, और अवधारणा को विभिन्न प्रकार के संदर्भों में लागू किया जा सकता है।यह शब्द एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए काम करता है (या पालन करता है), या तो अपनी इच्छा से या बलपूर्वक। बाइबल में, निम्नलिखित लोगों में से किसी को "दास:" एक दास एक युवा महिला कार्यकर्ता, एक युवा पुरुष कार्यकर्ता को कहा जा सकता है, जो परमेश्वर और अन्यों का पालन करता हो। बाइबल के युग में दास और सेवक में अधिक अन्तर नहीं था जैसा आज समझा जाता है। सेवक और दास दोनों ही अपने स्वामी के घराने के महत्वपूर्ण सदस्य होते थे और अधिकतर परिवार के सदस्य ही माने जाते थे। कभी-कभी सेवक अपने स्वामी के अजीवन सेवक स्वैच्छा से बनना चाहते थे।
* बाइबल के युग में दास और सेवक में अधिक अन्तर नहीं था जैसा आज समझा जाता है। सेवक और दास दोनों ही अपने स्वामी के घराने के महत्वपूर्ण सदस्य होते थे और अधिकतर परिवार के सदस्य ही माने जाते थे। कभी-कभी सेवक अपने स्वामी के अजीवन सेवक स्वैच्छा से बनना चाहते थे।
* दास एक ऐसा सेवक होता था जो अपने स्वामी की सम्पदा होता था। जो दास को खरीदता था वह उसका “स्वामी” कहलाता था। कुछ स्वामी अपने दासों के साथ निर्दयता का व्यवहार करते थे परन्तु कुछ स्वामी अपने दासों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करते थे जैसे वे परिवार के महत्वपूर्ण सदस्य हों।
* प्राचीन युग में कुछ लोग किसी के ऋणी होने के कारण स्वैच्छा से उसके दास बन जाते थे कि लिया हुआ उधार चुका सकें।
* मेहमानों की सेवा करने वाले व्यक्ति के संदर्भ में, इस शब्द का अर्थ है "देखभाल करना" या "भोजन परोसना" या "भोजन प्रदान करना।" जब यीशु ने चेलों को लोगों को मछली "परोसने " के लिए कहा, तो इसका अनुवाद "वितरित" या "बांटने" या "देना" हो सकता है।
* बाइबल में व्यक्त एक उक्ति “तेरा दास” का उपयोग किसी अधिकार संपन्न व्यक्ति जैसे राजा के लिए सम्मान प्रकट करने हेतु किया जाता था। इसका अर्थ यह नहीं कि कहने वाला वास्तव में उसका दास था।
* संदर्भ के आधार पर "सेवा" शब्द का अनुवाद "सेवक को" या "के लिए कार्य करना" या "की देखभाल करना" या "पालन" के रूप में भी किया जा सकता है।
* पुराने नियम में परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं तथा आराधकों को प्रायः उसका “दास” कहा जाता था।
* "परमेश्वर की सेवा करने के लिए" का अनुवाद "परमेश्वर की आराधना और आज्ञा का पालन" करने के लिए किया जा सकता है या "उस कार्य को करना जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी हो।"
* नये नियम में मसीह में विश्वास करके परमेश्वर की आज्ञा माननेवालों को प्रायः उसके सेवक कहा जाता था।
* विश्वासियों को प्रायः “धार्मिकता के दास” कहा गया है। यह रूपक परमेश्वर के आज्ञा पालन की तुलना एक दास द्वारा उसके स्वामी के आज्ञा पालन के प्रति समर्पण से की गई है।
* "मेज़ पर परोसा" का अर्थ है उन लोगों को भोजन पहुंचाना जो मेज़ पर बैठे हैं, या अधिक सामान्यतः पर "भोजन वितरित" करते हैं।
* जो लोग दूसरों को परमेश्वर के बारे में सिखाते हैं, उन्हें कहा जाता है कि वे परमेश्वर और जिन्हे वे शिक्षा दे रहे हैं, दोनों की सेवा करें।
* प्रेरित पौलुस ने कुरिन्थुस के मसीहियों को लिखा कि वे किस तरह से पुरानी वाचा को “सेवा” करते थे। यह मूसा की व्यवस्था का पालन करने के लिए संदर्भित करता है। अब वे नई वाचा की "सेवा" करते हैं। यह यीशु के क्रूस पर बलिदान के कारण, उनके विश्वासियों को पवित्र आत्मा द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करने और पवित्र जीवन जीने के लिए सक्षम किया जाता है।
*पौलुस उनकी "सेवा" के संदर्भ में और कार्यों के बारे में पुरानी या नई वाचा में बात करता है। इसका अनुवाद "सेवा करना" या "पालन करना" या "भक्ति करना" हो सकता है।
(देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor))
(यह भी देखें: [प्रतिबद्ध](../other/commit.md), [सेवा करना](../other/enslave.md), [घराना](../other/household.md), [स्वामी](../kt/lord.md), [आज्ञाकारी](../other/obey.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [सेवा](../other/serve.md))
(यह भी देखें: [प्रतिबद्ध](../other/commit.md), [दास बनाना](../other/enslave.md), [घराना](../other/household.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [आज्ञाकारी](../other/obey.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [व्यवस्था](../other/law.md),)
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 04:29-31](rc://en/tn/help/act/04/29)
* [प्रे.का. 10:7-8](rc://en/tn/help/act/10/07)
* [कुलुस्सियों 01:7-8](rc://en/tn/help/col/01/07)
* [कुलुस्सियों 03:22-25](rc://en/tn/help/col/03/22)
* [उत्पत्ति 21:10-11](rc://en/tn/help/gen/21/10)
* [लूका 12:47-48](rc://en/tn/help/luk/12/47)
* [मरकुस 09:33-35](rc://en/tn/help/mrk/09/33)
* [मत्ती 10:24-25](rc://en/tn/help/mat/10/24)
* [मत्ती 13:27-28](rc://en/tn/help/mat/13/27)
* [प्रेरि.04:29-31](rc://hi/tn/help/act/04/29)
* [प्रेरि. 10:7-8](rc://hi/tn/help/act/10/07)
* [कुलु. 01:7-8](rc://hi/tn/help/col/01/07)
* [कुलु. 03:22-25](rc://hi/tn/help/col/03/22)
* [उत्प.21:10-11](rc://hi/tn/help/gen/21/10)
* [लूका 12:47-48](rc://hi/tn/help/luk/12/47)
* [मरकुस 09:33-35](rc://hi/tn/help/mrk/09/33)
* [मत्ती 10:24-25](rc://hi/tn/help/mat/10/24)
* [मत्ती 13:27-28](rc://hi/tn/help/mat/13/27)
* [2 तीमुथियुस 02:3-5](rc://hi/tn/help/2ti/02/03)
* [प्रेरि.06:2-4](rc://hi/tn/help/act/06/02)
* [उत्प.25:23](rc://hi/tn/help/gen/25/23)
* [लूका 04:8](rc://hi/tn/help/luk/04/08)
* [लूका 12:37-38](rc://hi/tn/help/luk/12/37)
* [लूका 22:26-27](rc://hi/tn/help/luk/22/26)
* [मरकुस 08:7-10](rc://hi/tn/help/mrk/08/07)
* [मत्ती 04:10-11](rc://hi/tn/help/mat/04/10)
* [मत्ती 06:24](rc://hi/tn/help/mat/06/24)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम बहुत वृद्ध था और उसका पुत्र, इसहाक, एक आदमी हो गया था, अब्राहम ने अपने __दासों__ में से एक को कुटुम्बियों के पास भेजा की वे उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आये।
* __[08:04](rc://en/tn/help/obs/08/04)__ दास__ व्यापारियों ने यूसुफ को एक __दास__ के रूप में एक धनी सरकारी अधिकारी को बेचा।
* __[09:13](rc://en/tn/help/obs/09/13)__ "मैं(परमेश्वर) तुझे(मूसा) फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र के __दासत्व__ से निकाल ले आए।"
* __[19:10](rc://en/tn/help/obs/19/10)__ फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्‍वर है, और मैं तेरा __दास__ हूँ,
* __[29:03](rc://en/tn/help/obs/29/03)__ "जबकि चुकाने को __दास__ के पास कुछ न था, तो उसके स्वामी ने कहा, __यह (दास)__ और इसकी पत्नी और बाल-बच्‍चे और जो कुछ इसका है सब बेचा जाए, और क़र्ज चुका दिया जाए।’"
* __[35:06](rc://en/tn/help/obs/35/06)__ "मेरे पिता के कितने ही __मजदूरों__ को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाँ भूखा मर रहा हूँ।"
* __[47:04](rc://en/tn/help/obs/47/04)__ __ दासी__ पीछे आकर चिल्‍लाने लगी, “ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्‍वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।”
* __[50:04](rc://en/tn/help/obs/50/04)__ यीशु ने यह भी कहा, " __दास__ अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता"
* __[06:01](rc://hi/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम बहुत वृद्ध था और उसका पुत्र, इसहाक, एक आदमी हो गया था, अब्राहम ने अपने __दासों__ में से एक को कुटुम्बियों के पास भेजा की वे उसके पुत्र, इसहाक के लिए एक पत्नी ले आये।
* __[08:04](rc://hi/tn/help/obs/08/04)__ __दास__ व्यापारियों ने यूसुफ को एक __दास__ के रूप में एक धनी सरकारी अधिकारी को बेचा।
* __[09:13](rc://hi/tn/help/obs/09/13)__ "मैं(परमेश्वर) तुझे(मूसा) फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र के __दासत्व__ से निकाल ले आए।"
* __[19:10](rc://hi/tn/help/obs/19/10)__ फिर एलिय्याह ने प्रार्थना की, “हे अब्राहम, इसहाक और इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा! आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्‍वर है, और मैं तेरा __दास__ हूँ,
* __[29:03](rc://hi/tn/help/obs/29/03)__ "जबकि चुकाने को __दास__ के पास कुछ न था, तो उसके स्वामी ने कहा, __यह (दास)__ और इसकी पत्नी और बाल-बच्‍चे और जो कुछ इसका है सब बेचा जाए, और क़र्ज चुका दिया जाए।’"
* __[35:06](rc://hi/tn/help/obs/35/06)__ "मेरे पिता के कितने ही __मजदूरों__ को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहाँ भूखा मर रहा हूँ।"
* __[47:04](rc://hi/tn/help/obs/47/04)__ __दासी__ पीछे आकर चिल्‍लाने लगी, “ये मनुष्य परमप्रधान परमेश्‍वर के दास हैं, जो हमें उद्धार के मार्ग की कथा सुनाते हैं।”
* __[50:04](rc://hi/tn/help/obs/50/04)__ यीशु ने यह भी कहा, " __दास__ अपने स्वामी से बड़ा नहीं होता"
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H5288, H5647, H5649, H5650, H5657, H7916, H8198, H8334, G1249, G1401, G1402, G2324, G3407, G3411, G3610, G3816, G4983, G5257
* (दास) स्ट्रांग'स : H5288, H5647, H5649, H5650, H5657, H79198, H8198, H8334, G1249, G1401, G1012, G2324, G3407, G3411, G3610, G3816, G4916, G5252525
* (सेवा) H327, H3547, H4929, H4931, H5647, H5656, H5673, H5975, H6213, H6399, H6402, H6440, H6633, H6635, H7272, H8104, H8120, H8120, H8998, H8278, H8658 G1402, G1438, G1983, G2064, G2212, G2323, G2999, G3000, G3009, G4337, G4342, G4754, G5087, G5256

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@ -2,25 +2,54 @@
## परिभाषा: ##
“लज्जा” शब्द मनुष्य के अपमान की भावना के संदर्भ में है अर्थात अपमान या अनुचित कार्य जो किसी ने किया
“लज्जा” शब्द नीचा दिखलाना या अपमानित होने की दर्दनाक भावना को संदर्भित करता है जो एक व्यक्ति को लगता है जब वे कुछ ऐसा करते हैं जो दूसरों को अपमानपूर्ण या अनुचित मानते हैं
* “लज्जाजनक बात” अर्थात “अनुचित” या “अपमानजनक” काम।
* “लज्जित” शब्द का अर्थ है किसी लज्जाजनक कार्य को करने पर मनुष्य के मन में उत्पन्न भावना।
* कुछ ऐसा काम जो “लज्जाजनक बात” अर्थात “अनुचित” या “अपमानजनक” हो।
* “लज्जित” शब्द का अर्थ है किसी लज्जाजनक या अनुचित कार्य को करने पर मनुष्य के मन में उत्पन्न भावना है।
* शब्द "अपमानित" का अर्थ है किसी को शर्मिंदा या अपमानित महसूस कराना, आमतौर पर सार्वजनिक रूप से। किसी को शर्मसार करने के कार्य को "अपमान" कहा जाता है।
* “लज्जित करना” अर्थात किसी को हरा देना या उसके पापों को प्रकट करना कि उसे अपने पर लज्जा आए।
* भविष्यद्वक्ता यशायाह यह कहता है कि जो मूर्तियां बनाते हैं और मूर्तिपूजा करते हैं वे लज्जित किए जाएंगे।
* परमेश्वर मन फिराव न करने वाले के पाप प्रकट करके और उसे अपमानित करके लज्जित करेगा।
* किसी की "निंदा करना" का अर्थ है कि उस व्यक्ति के चरित्र या व्यवहार की आलोचना या अस्वीकृति है।
* वाक्यांश "शर्मिंदा किया" का अर्थ है लोगों को हराना या उनके कार्यों को उजागर करना ताकि वे खुद को शर्मिंदा महसूस करें। भविष्यद्वक्ता यशायाह यह कहता है कि जो मूर्तियां बनाते हैं और मूर्तिपूजा करते हैं वे लज्जित किए जाएंगे।
* "लज्जाजनक" शब्द का इस्तेमाल किसी पापी कृत्य या उसे करने वाले व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति कुछ पाप करता है, तो यह उसके अपमान या अपमान की स्थिति में हो सकता है।
* कभी-कभी अच्छा काम करने वाले व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जिससे उसे अपमान या लज्जा का कारण बनता है। उदाहरण के लिए, जब यीशु को एक क्रूस पर मार दिया गया था, तो यह मरने का एक अपमानजनक तरीका था। यीशु ने इस अपमान के लायक कुछ भी गलत नहीं किया था।
* जब परमेश्वर किसी को नम्र करता है, तो इसका मतलब है कि वह एक घमंडी व्यक्ति को असफलता का अनुभव करा रहा है, जिससे वह उसके घमंड को दूर करने में मदद कर सके। यह किसी को अपमानित करने से अलग है, जो अक्सर उस व्यक्ति को चोट पहुंचाने के लिए किया जाता है।
* यह कहना कि यह व्यक्ति "तिरस्कार के ऊपर" या "तिरस्कार से परे" या "तिरस्कार के बिना" है, जिसका अर्थ है कि यह व्यक्ति परमेश्वर का सम्मान अपने व्यवहार से करता है और उसकी आलोचना में बहुत कम या कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
(यह भी देखें: [झूठे ईश्वर](../kt/falsegod.md), [दीन](../kt/humble.md), [अपमानित](../other/humiliate.md), [यशायाह](../names/isaiah.md), [पश्चाताप](../kt/repent.md), [पाप](../kt/sin.md), [आराधना](../kt/worship.md)
## अनुवाद के सुझाव:
* "अपमान" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अनादर" शामिल हो सकता है।
* "अपमानजनक" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जाजनक" या "अनादर करना" शामिल हो सकता है।
* "अपमानित" करने के लिए भी "लज्जा" या "शर्म महसूस करने का कारण" या "शर्मिंदा" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
* संदर्भ के आधार पर, "निरादर" का अनुवाद करने के तरीके में "लज्जा" या "अपमानजनक" या "अपमान" शामिल हो सकता है।
* "निन्दा करना" शब्द का अनुवाद "दोषारोपण" या "लज्जा" या "अपमान" के रूप में भी किया जा सकता है।
* संदर्भ के आधार पर "निन्दा करना" का अनुवाद "डाँटना" या "आरोप लगाना" या "आलोचना करना" के रूप में भी किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [अनादर](../other/dishonor.md), [दोष लगाना](../other/accuse.md), [डांटना](../other/rebuke.md), [झूठे ईश्वर](../kt/falsegod.md), [दीन](../kt/humble.md), [यशायाह](../names/isaiah.md), [आराधना](../kt/worship.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 पतरस 03:15-17](rc://en/tn/help/1pe/03/15)
* [2 राजा 02:17-18](rc://en/tn/help/2ki/02/17)
* [2 शमूएल 13:13-14](rc://en/tn/help/2sa/13/13)
* [लूका 20:11-12](rc://en/tn/help/luk/20/11)
* [मर. 08:38](rc://en/tn/help/mrk/08/38)
* [मर. 12:4-5](rc://en/tn/help/mrk/12/04)
* [1 पतरस 03:15-17](rc://hi/tn/help/1pe/03/15)
* [2 राजा. 02:17](rc://hi/tn/help/2ki/02/17)
* [2 शमूएल 13:13](rc://hi/tn/help/2sa/13/13)
* [लूका 20:11](rc://hi/tn/help/luk/20/11)
* [मरकुस 08:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38)
* [मरकुस 12:4-5](rc://hi/tn/help/mrk/12/04)
* [1 तीमुथियुस 03:07](rc://hi/tn/help/1ti/03/07)
* [उत्पत्ति 34:07](rc://hi/tn/help/gen/34/07)
* [इब्रानियों 11:26](rc://hi/tn/help/heb/11/26)
* [विलापगीत 02:1-2](rc://hi/tn/help/lam/02/01)
* [भजन संहिता 022:06](rc://hi/tn/help/psa/022/06)
* [व्यवस्थाविवरण 21:14](rc://hi/tn/help/deu/21/14)
* [एज्रा 09:05](rc://hi/tn/help/ezr/09/05)
* [नीतिवचन 25:7-8](rc://en/tn/help/pro/25/07)
* [भजन संहिता 006:8-10](rc://hi/tn/help/psa/006/008)
* [भजन संहिता 123:03](rc://hi/tn/help/psa/123/03)
* [1 तीमुथियुस 05:7-8](rc://hi/tn/help/1ti/05/07)
* [1 तीमुथियुस 06:13-14](rc://hi/tn/help/1ti/06/13)
* [यिर्मयाह 15:15-16](rc://hi/tn/help/jer/15/15)
* [अय्यूब 16:9-10](rc://hi/tn/help/job/16/09)
* [नीतिवचन 18:03](rc://hi/tn/help/pro/18/03)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H937, H954, H955, H1317, H1322, H2616, H2659, H2781, H3001, H3637, H3639, H3640, H6172, H7022, H7036, H8103, H8106, G127, G149, G152, G153, G422, G808, G818, G819, G821, G1788, G1791, G1870, G2617, G3856, G5195
* स्ट्रांग'स : H937, H954, H955, H1317, H1322, H1421, H1442, H1984, H2490, H2616, H2617, H2659, H2778, H2781, H2865, H3001, H3637, H3639, H3640, H3971, H5007, H5034, H5039, H6030, H6031, H6172, H6256, H7022, H7034, H7036, H7043, H7511, H7817, H8103, H8213, H8216, H8217, H8589, G149, G152, G153, G410, G422, G423, G808, G818, G819, G821, G1788, G1791, G1870, G2617, G3059, G3679, G3680, G3681, G3856, G5014, G5195, G5196, G5484

View File

@ -1,22 +1,22 @@
# बदनामी, बदनामी, बदनाम, निंदक, निंदा, नृशंस #
# बदनामी, बदनाम, निंदक, निंदा, नृशंस, झूठी बातें, बुरा-भला, दोष लगानेवाली
## परिभाषा: ##
एक बदनामी नकारात्मक हैं, किसी अन्य व्यक्ति के बारे में बोली जाने वाली बातें (लिखित नहीं) जो बदनाम करती हैं। किसी व्यक्ति के बारे में ऐसी बातें (लिखने के लिए नहीं) कहने के लिए उस व्यक्ति को बदनाम करना है । ऐसी बातें कहने वाला व्यक्ति एक निंदक है।
बदनामी एक नकारात्मक हैं, किसी अन्य व्यक्ति के बारे में बोली जाने वाली बातें (लिखित नहीं) जो बदनाम करती हैं। किसी व्यक्ति के बारे में ऐसी बातें (लिखने के लिए नहीं) कहने के लिए उस व्यक्ति को बदनाम करना है । ऐसी बातें कहने वाला व्यक्ति एक निंदक है।
* बदनामी सच्ची बात नहीं होती है, या झूठा आरोप होता है परन्तु इससे सुननेवाला किसी मनुष्य के बारे में गलत सोचता है।
* 'बदनामी' का अनुवाद "के खिलाफ बोलना" या "बुराई फैलाने" या "बदनामी" के रूप में किया जा सकता है।
* बदनामी करने वाले को “मुखबिर” या “अफवाह फैलाने वाला” भी कहते हैं।
* 'बदनामी' का अनुवाद "के खिलाफ बोलना" या "बुराई फैलाने" या "अपवाद करना" के रूप में किया जा सकता है।
* बदनामी करने वाले को “सूचना देनेवाला” या “अफवाह फैलाने वाला” भी कहते हैं।
(यह भी देखें: [परमेश्‍वर की निन्दा](../kt/blasphemy.md))
(यह भी देखें: [निन्दा](../kt/blasphemy.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 04:12-13](rc://en/tn/help/1co/04/12)
* [1 तीमुथियुस 03:11-13](rc://en/tn/help/1ti/03/11)
* [1 कुरिन्थियों 04:13](rc://en/tn/help/1co/04/13)
* [1 तीमुथियुस 03:11](rc://en/tn/help/1ti/03/11)
* [2 कुरिन्थियों 06:8-10](rc://en/tn/help/2co/06/08)
* [मरकुस 07:20-23](rc://en/tn/help/mrk/07/20)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1681, H1696, H1848, H3960, H5006, H5791, H7270, H7400, H8267, G987, G988, G1228, G1426, G2636, G2637, G3059, G3060, G6022
* स्ट्रांग'स: H1681, H1696, H1848, H3960, H5791, H7270, H7400, H8267, G987, G988, G1228, G1426, G2636, G2637, G3059, G3060

View File

@ -1,4 +1,4 @@
# कलह #
# कलह, झगड़ों #
## परिभाषा: ##
@ -6,19 +6,17 @@
* एक व्यक्ति जो झगड़े का कारण बनता है, लोगों के बीच मजबूत असहमति और भावनाओं को चोट पहुंचाते हैं।
* कभी-कभी “झगड़े” शब्द का उपयोग करने से तात्पर्य होता है क्रोध या कड़वाहट जैसे मजबूत भावनाएं शामिल होना।
* इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “असहमति” या “झगड़ा” या “लड़ाई”।
(यह भी देखें: [क्रोधित](../other/angry.md))
* इस शब्द का अनुवाद अन्य तरीकों में, “असहमति” या “झगड़ा” या “लड़ाई” हो सकते हैं।
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 03:3-5](rc://en/tn/help/1co/03/03)
* [हबक्कूक 01:3-4](rc://en/tn/help/hab/01/03)
* [फिलिप्पियों 01:15-17](rc://en/tn/help/php/01/15)
* [नीतिवचन 17:1-2](rc://en/tn/help/pro/17/01)
* [भजन संहिता 055:8-9](rc://en/tn/help/psa/055/008)
* [रोमियो 13:13-14](rc://en/tn/help/rom/13/13)
* [1 कुरिन्थियों 03:3-5](rc://hi/tn/help/1co/03/03)
* [हबक्कूक 01:3](rc://hi/tn/help/hab/01/03)
* [फिलिप्पियों 01:17](rc://hi/tn/help/php/01/17)
* [नीतिवचन 17:01](rc://hi/tn/help/pro/17/01)
* [भजन संहिता 055:8-9](rc://hi/tn/help/psa/055/008)
* [रोमियो 13:13](rc://hi/tn/help/rom/13/13)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1777, H1779, H4066, H4090, H4683, H4808, H7379, H7701, G485, G2052, G2054, G3055, G3163, G5379
* स्ट्रांग'स: H1777, H1779, H4066, H4090, H4683, H4808, H7379, H7701, G485, G2052, G2054, G3055, G3163, G5379

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# अधीन, अधीन, अधीन, अधीन, अधीन, अधीनता, अधीन, अधीन, अधीन था, अधीन थे, अधीन #
# अधीन, अधीनता, अधीन था, अधीन थे #
## तथ्यों: ##
एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का "अधीन" होता है, यदि दूसरा व्यक्ति पहल पर शासन करता है। “अधीन रहो” वाक्य एक आज्ञा है जिसका अर्थ है, “आज्ञा मानों” या “किसी के अधिकार के अधीन रहो”
एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का "अधीन" होता है, यदि दूसरा व्यक्ति पहल पर शासन करता है। “अधीन रहो” वाक्य एक "आज्ञा" है जिसका अर्थ है, “आज्ञा मानों” या “किसी के अधिकार के अधीन रहो”
* “के अधीन करना” का अर्थ है मनुष्यों को किसी अगुवे या शासक के आधिपत्य के अधीन करना।
* “किसी को किसी बात के अधीन करना” अर्थात् किसी के नकारात्मक अनुभव करवाना जैसे दण्ड की आज्ञा के अधीन करना।
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## बाइबल के सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 02:14-16](rc://en/tn/help/1co/02/14)
* [1 राजा 04:5-6](rc://en/tn/help/1ki/04/05)
* [1 पतरस 02:18-20](rc://en/tn/help/1pe/02/18)
* [1इब्रानियों 02:5-6](rc://en/tn/help/heb/02/05)
* [नीतिवचन 12:23-24](rc://en/tn/help/pro/12/23)
* [1 कुरिन्थियों 02:14-16](rc://hi/tn/help/1co/02/14)
* [1 राजा 04:6](rc://hi/tn/help/1ki/04/06)
* [1 पतरस 02:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/02/18)
* [1इब्रानियों 02:5-6](rc://hi/tn/help/heb/02/05)
* [नीतिवचन 12:23-24](rc://hi/tn/help/pro/12/23)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G350, G1379, G1396, G1777, G3663, G5292, G5293
* स्ट्रांग'स: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G350, G1379, G1396, G1777, G3663, G5292, G5293

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# सिखाना, सिखाता है, पढ़ाया गया, शिक्षा, शिक्षायें, अशिक्षित #
# सिखाना, सिखाता है, सिखाकर, पढ़ाया गया, शिक्षा, शिक्षायें, अशिक्षित #
## परिभाषा: ##
किसी को "सिखाने" का अर्थ है कि उसे वह बताना जो वह पहले से न जानता हो। इसका मतलब सामान्य रूप में "जानकारी प्रदान करने" का भी हो सकता है, जिसका संदर्भ सीखने वाले व्यक्ति से नहीं होता। सामान्यतः जानकारी औपचारिक या विधिवत रूप से दी जाती है। एक व्यक्ति का "शिक्षण" या उसकी "शिक्षा" वह हैं जो उसने पढ़ाया है।
* “गुरू” वह है जो शिक्षा देता है। “सिखाना” की भूतकालीन क्रिया है, “सिखाया जाता है
* “गुरू” वह है जो शिक्षा देता है। “सिखाना” की भूतकालीन क्रिया है, “सिखाया”
* यीशु अपनी शिक्षाओं में परमेश्वर और उसके राज्य की बातें बताता था।
* यीशु के चेले उसे “गुरू” कहते थे। यह परमेश्वर के लिए मनुष्यों में शिक्षा देनेवाले के लिए एक सम्मानित पद था।
* जिन जानकारियों की शिक्षा दी जाती है उनका प्रदर्शन या बोला जा सकता है।
* “सिद्धांत” परमेश्वर के बारे में दी जानेवाली शिक्षाओं का समुच्य तथा जीवन शैली के बारे में परमेश्वर के निर्देश है। इसका अनुवाद “परमेश्वर की शिक्षाएं” या “परमेश्वर जो सिखाता है” के रूप में हो सकता है।
* प्रकरण पर आधारित “तुझे सिखाया गया” का अनुवाद, “इन लोगों ने तुझे जो सिखाया” या “परमेश्वर ने तुझे जो सिखाया” हो सकता है।
* “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद “कहना”, या “समझना” या “निर्देश देना” हो सकते है।
* इस शब्द का अनुवाद अधिकतर होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना”
* “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद “कहना”, या “समझना” या “निर्देश देना” हो सकते है।
* इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना”
(यह भी देखें: [निर्देश](../other/instruct.md), [शिक्षक](../other/teacher.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 तीमुथियुस 01:3-4](rc://en/tn/help/1ti/01/03)
* [1 तीमुथियुस 01:3](rc://en/tn/help/1ti/01/03)
* [प्रे.का. 02:40-42](rc://en/tn/help/act/02/40)
* [यूहन्ना 07:14-16](rc://en/tn/help/jhn/07/14)
* [लूका 04:31-32](rc://en/tn/help/luk/04/31)
* [मत्ती. 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23)
* [भजन संहिता 032:7-8](rc://en/tn/help/psa/032/007)
* [यूहन्ना 07:14](rc://en/tn/help/jhn/07/14)
* [लूका 04:31](rc://en/tn/help/luk/04/31)
* [मत्ती. 04:23](rc://en/tn/help/mat/04/23)
* [भजन संहिता 032:08](rc://en/tn/help/psa/032/08)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G1317, G1321, G1322, G2085, G2605, G2727, G3100, G2312, G2567, G3811, G4994
* स्ट्रांग'स: H502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G1317, G1321, G1322, G2085, G2605, G2727, G3100, G2312, G2567, G3811, G4994

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* "समय" का अर्थ "अवसर" एक वाक्यांश में "तीसरी बार" के रूप में हो सकता है। वाक्यांश "कई बार" का अर्थ "कई अवसरों पर" हो सकता है।
* "समय पर" होने का मतलब तब आना जब आने की उम्मीद है, देर से नहीं।
* प्रकरण के अनुसार “समय” शब्द का अनुवाद “मौसम” या “काल” या “पल” या "घटना" या "घटन" हो सकता है ।
* “समयों और ऋतुओं” यह उक्ति, आलंकारिक तौर पर एक ही विचार को बार-बार व्यक्त करती है। इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी निश्चित समय में घटनाओं का होना” (देखें: [प्रतिलिपि](rc://en/ta/man/translate/figs-doublet))
* “समयों और ऋतुओं” यह उक्ति, आलंकारिक तौर पर एक ही विचार को दो बार व्यक्त करती है। इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी निश्चित समय में घटनाओं का होना” (देखें: [प्रतिलिपि](rc://en/ta/man/translate/figs-doublet))
(यह भी देखें: [युग](../other/age.md), [पीड़ा](../other/tribulation.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [प्रे.का. 01:6-8](rc://en/tn/help/act/01/06)
* [प्रेरि. 01:07](rc://en/tn/help/act/01/06)
* [दानिय्येल 12:1-2](rc://en/tn/help/dan/12/01)
* [मरकुस 11:11-12](rc://en/tn/help/mrk/11/11)
* [मत्ती 08:28-29](rc://en/tn/help/mat/08/28)
* [मरकुस 11:11](rc://en/tn/help/mrk/11/11)
* [मत्ती 08:29](rc://en/tn/help/mat/08/29)
* [भजन संहिता 068:28-29](rc://en/tn/help/psa/068/028)
* [प्रकाशितवाक्य 14:14-16](rc://en/tn/help/rev/14/14)
* [प्रकाशितवाक्य 14:15](rc://en/tn/help/rev/14/15)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H116, H227, H268, H310, H570, H865, H1697, H1755, H2165, H2166, H2233, H2465, H3027, H3117, H3118, H3119, H3259, H3427, H3706, H3967, H4150, H4279, H4489, H4557, H5331, H5703, H5732, H5750, H5769, H6049, H6235, H6256, H6258, H6440, H6471, H6635, H6924, H7105, H7138, H7223, H7272, H7281, H7637, H7651, H7655, H7659, H7674, H7992, H8027, H8032, H8138, H8145, H8462, H8543, G744, G530, G1074, G1208, G1441, G1597, G1626, G1909, G2034, G2119, G2121, G2235, G2250, G2540, G3379, G3461, G3568, G3763, G3764, G3819, G3956, G3999, G4178, G4181, G4183, G4218, G4277, G4287, G4340, G4455, G5119, G5151, G5305, G5550, G5551, G5610
* स्ट्रांग'स: H116, H227, H310, H1697, H1755, H2165, H2166, H2233, H2465, H3027, H3117, H3118, H3119, H3259, H3427, H3967, H4150, H4279, H4489, H4557, H5331, H5703, H5732, H5750, H5769, H6235, H6256, H6440, H6471, H6635, H6924, H7105, H7138, H7223, H7272, H7281, H7637, H7651, H7655, H7659, H7674, H7992, H8027, H8032, H8138, H8145, H8462, H8543, G744, G530, G1074, G1208, G1441, G1597, G1626, G1909, G2034, G2119, G2121, G2235, G2250, G2540, G3461, G3568, G3764, G3819, G3956, G3999, G4178, G4181, G4183, G4218, G4287, G4340, G4455, G5119, G5151, G5305, G5550, G5551, G5610

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@ -1,8 +1,8 @@
# मुड़, मुड़ता, लौटना, पीछे मुड़ता है, वापस मुड़ता है, वापस मुड़ना, वापस मुड़ा, मुड़ जाना, वापस मुड़ा,मोड़, मुड़ कर दूर जा रहा है, लौटता है, वापस लौटाया, वापस लौट रहा है, वापस लौट जाता है #
# मुड़, मुड़ता, लौटना, पीछे मुड़ता है, वापस मुड़ता है, वापस मुड़ना, वापस मुड़ा, भटक जाते, मुड़ जाना, वापस मुड़ा,मोड़, मुड़ कर दूर जा रहा है, लौटता है, वापस लौटाया, वापस लौट रहा है, वापस लौट जाता है #
## परिभाषा: ##
“मुड़” का अर्थ है दिशा परिवर्तन या किसी बात के कारण किसी की दिशा बदलना।
“मुड़” का अर्थ है शारीरिक रूप से दिशा बदलने या किसी बात के कारण किसी की दिशा बदलना।
* “मुड़” का अर्थ “पीछे मुड़ना” कि पीछे देखें या दूसरी दिशा में उन्मुख हों।
* “वापस मुड़ना” या “चाल से फिरना” का अर्थ है “लौट जाना” या “दूर हो जाना” या “दूर करने का कारण होना”
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## अनुवाद के सुझाव ##
* सन्दर्भ के अनुसार “वापस” का अनुवाद “दिशा परिवर्तन” या “जाना” या “चलना” हो सकता है।
* कुछ संदर्भों में “वापस” का अनुवाद “कारण” (कोई) कुछ करने के लिए। "(किसी) से दूर मुड़ना" का अनुवाद "कारण (कोई) जाने के लिए" या "कारण (किसी) को रोकने के लिए किया जा सकता है।"
* सन्दर्भ के अनुसार “मुड़” का अनुवाद “दिशा परिवर्तन” या “जाना” या “चलना” हो सकता है।
* कुछ संदर्भों में “मुड़” का अनुवाद “कारण” (कोई) कुछ करने के लिए। "(किसी) से दूर मुड़ना" का अनुवाद "कारण (कोई) जाने के लिए" या "कारण (किसी) को रोकने के लिए किया जा सकता है।"
* " परमेश्वर से दूर हो जाना" वाक्यांश का अनुवाद " परमेश्वर की आराधना करना बंद करना" के रूप में किया जा सकता है।
* "परमेश्वर की ओर मुड़ना" वाक्यांश का अनुवाद "फिर से परमेश्वर की आराधना करना शुरू करना" किया जा सकता है।
* जब दुश्मन "पीछे मुड़ें," इसका मतलब है कि वे "पीछे हटना" "दुश्मन को पीछे मुड़ना" का मतलब है "दुश्मन के पीछे हटने का कारण।"
* वाकई, जब इस्राएल "झूठे देवताओं" के पास लौट आए, तब वे "उनकी उपासना करने लगे" जब वे मूर्तियों से "मुड़ गए", उन्होंने "उनकी पूजा करना बंद कर दिया"
* लाक्षणिक रूप से प्रयुक्त, जब इस्राएल झूठे देवताओं के पास "लौट आए", तब वे "उनकी उपासना करने लगे" जब वे मूर्तियों से "मुड़ गए", उन्होंने "उनकी पूजा करना बंद कर दिया"
* जब परमेश्वर अपने विद्रोही लोगों से "दूर हो गया", तब उसने "उनकी रक्षा करना बंद कर दिया" या "उनकी मदद करना बंद कर दिया"
* वाक्यांश "अपने बच्चों के लिए पिता के दिलों को मोड़ना" का अनुवाद "पिता अपने बच्चों की देखभाल फिर से करे" किया जा सकता है।
* अभिव्यक्ति "मेरी महिमा को शर्मिंदगी में बदलना" का अनुवाद "मेरी महिमा को शर्मिंदा बनाने का कारण" या "मुझे अपमानित करना है कि मैं शर्मिंदा हो जाऊ" या "मुझे शर्मिंदा करना (बुरा काम करके) ताकि लोग मुझे सम्मान न दें ।" के रूप में किया जा सकता है।
* "मैं तुम्हारे नगरों को बर्बाद कर दूंगा" का अनुवाद किया जा सकता है, "मैं तुम्हारे नगरों को नष्ट कर दूंगा" या "मैं शत्रुओं को तुम्हारे शहरों को नष्ट करने का कारण बनाऊंगा।"
* वाक्यांश " में बदलना" का अनुवाद "बन जाना हैं" के रूप में किया जा सकता है।" जब मूसा की छड़ी एक साँप "में बदल गई", तो यह एक सांप "बन गया"। इसका अनुवाद भी "में बदल गया" के रूप में किया जा सकता है।
* वाक्यांश "में बदलना" का अनुवाद "बन जाना हैं" के रूप में किया जा सकता है। जब मूसा की छड़ी एक साँप "में बदल गई", तो यह एक सांप "बन गया"। इसका अनुवाद भी "में बदल गया" के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [मूर्ति](../other/idol.md), [कुष्ठ रोग](../other/leprosy.md), [आराधना](../kt/worship.md))
(यह भी देखें: [झूठे ईश्वर](../kt/falsegod.md), [कुष्ठ रोग](../other/leprosy.md), [आराधना](../kt/worship.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 राजा 11:1-2](rc://en/tn/help/1ki/11/01)
* [प्रे.का. 07:41-42](rc://en/tn/help/act/07/41)
* [प्रे.का. 11:19-21](rc://en/tn/help/act/11/19)
* [यिर्मयाह 36:1-3](rc://en/tn/help/jer/36/01)
* [लूका 01:16-17](rc://en/tn/help/luk/01/16)
* [मलाकी 04:4-6](rc://en/tn/help/mal/04/04)
* [प्रकाशितवाक्य 11:6-7](rc://en/tn/help/rev/11/06)
* [1 राजा 11:2](rc://hi/tn/help/1ki/11/02)
* [प्रे.का. 07:42](rc://hi/tn/help/act/07/42)
* [प्रे.का. 11:21](rc://hi/tn/help/act/11/21)
* [यिर्मयाह 36:1-3](rc://hi/tn/help/jer/36/01)
* [लूका 01:17](rc://hi/tn/help/luk/01/17)
* [मलाकी 04:06](rc://hi/tn/help/mal/04/04)
* [प्रकाशितवाक्य 11:06](rc://hi/tn/help/rev/11/06)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H541, H1750, H2015, H2017, H2186, H2559, H3399, H3943, H4142, H4672, H4740, H4878, H5186, H5253, H5414, H5437, H5472, H5493, H5528, H5627, H5753, H5844, H6437, H6801, H7227, H7725, H7734, H7750, H7760, H7847, H8159, H8447, G344, G387, G402, G576, G654, G665, G868, G1294, G1578, G1612, G1624, G1994, G2827, G3179, G3313, G3329, G3344, G3346, G4762, G5077, G5157, G5290, G6060
* स्ट्रांग'स: H541, H2015, H2017, H2186, H2559, H3943, H4672, H4740, H4878, H5186, H5253, H5414, H5437, H5472, H5493, H5528, H5627, H5753, H6437, H7227, H7725, H7734, H7750, H7760, H7847, H8159, H8447, G344, G387, G402, G654, G665, G868, G1294, G1578, G1612, G1624, G1994, G3179, G3313, G3329, G3344, G3346, G4762, G5157, G5290

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@ -1,31 +1,24 @@
# व्यर्थ, अनर्थ #
# व्यर्थ, अनर्थ, घमंड#
## परिभाषा: ##
“व्यर्थ” शब्द किसी निकम्मी बात या निरूद्देश्य बात को व्यक्त करता है। व्यर्थ बातें निस्सार एवं निकम्मी होती हैं।
* “अनर्थ” (व्यर्थ ही व्यर्थ) अर्थात निकम्मापन या निस्सारता। इसका संदर्भ घमंड और अभिमान से भी है।
* पुराने नियम में मूर्तियों को व्यर्थ, निकम्मी कहा गया है, वे मुक्ति या उद्धार नहीं दिला सकतीं। वे निकम्मी हैं, उनकी न तो कोई उपयोगिता है न ही कोई उद्देश्य।
* यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि उसका कोई शुभ परिणाम प्राप्त नहीं हुआ। उस प्रयास या कार्य से कुछ भी उपलब्ध नहीं हुआ है।
* 'व्यर्थ में भरोसा करने' का अर्थ कुछ ऐसी चीज़ों में विश्वास करना है जो सत्य नहीं है और वह झूठी आशा देती है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
शब्द "व्यर्थ" और "घमंड" कुछ ऐसा वर्णन करते हैं जो बेकार या बेहद अस्थायी है।
* पुराने नियम में मूर्तियों को व्यर्थ,चीजों के रूप में वर्णित किया जाता है जो बेकार हैं और कुछ भी नहीं कर सकती हैं।
* यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि वहाँ प्रयास या कार्य से कुछ भी उपलब्ध नहीं हुआ है। "व्यर्थ" वाक्यांश का अनुवाद विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिसमें शामिल हैं: "परिणाम के बिना;" "कोई परिणाम नहीं?" "बिना किसी वजह के;" "बिना किसी उद्देश्य के," या "बिना किसी उद्देश्य के।"
* प्रकरण के अनुसार “व्यर्थ” शब्द का अनुवाद “खाली” या “निकम्मा” या “निराशाजनक” या “घटिया” या “अर्थहीन” हो सकता है।
* “व्यर्थ होना” का अनुवाद “परिणाम रहित” या “परिणाम से वंचित” या “अर्थहीन” या “निरूद्देश्य” हो सकता है।
* “व्यर्थ ही व्यर्थ” का अनुवाद “घमंड” “निकम्मी बात” या “निराशाजनक बात” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [मूरत](../other/idol.md), [योग्य](../kt/worthy.md))
(यह भी देखें: [झूठे ईश्वर](../kt/falsegod.md), [योग्य](../kt/worthy.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 15:1-2](rc://en/tn/help/1co/15/01)
* [1 शमूएल 25:21-22](rc://en/tn/help/1sa/25/21)
* [2 पतरस 02:17-19](rc://en/tn/help/2pe/02/17)
* [यशायाह 45:19](rc://en/tn/help/isa/45/19)
* [यिर्मयाह 02:29-31](rc://en/tn/help/jer/02/29)
* [मत्ती 15:7-9](rc://en/tn/help/mat/15/07)
* [1 कुरिन्थियों 15:1-2](rc://hi/tn/help/1co/15/01)
* [1 शमूएल 25:21-22](rc://hi/tn/help/1sa/25/21)
* [2 पतरस 02:18](rc://hi/tn/help/2pe/02/18)
* [यशायाह 45:19](rc://hi/tn/help/isa/45/19)
* [यिर्मयाह 02:29-31](rc://hi/tn/help/jer/02/29)
* [मत्ती 15:7-09](rc://hi/tn/help/mat/15/09)
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H205, H1891, H1892, H2600, H3576, H5014, H6754, H7307, H7385, H7386, H7387, H7723, H8193, H8267, H8414, G945, G1432, G1500, G2755, G2756, G2757, G2758, G2761, G3150, G3151, G3152, G3153, G3154, G3155
* स्ट्रांग'स: H1891, H1892, H2600, H7307, H7385, H7387, H7723, H8193, H8267, H8414, G945, G1500, G2756, G2758, G2761, G3151, G3152, G3153, G3155

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* बाइबल के युग में दाखमधु भोजन के साथ एक सामान्य पेय पदार्थ था। उसमें मद्य की मात्रा उतनी नहीं होती थी जितनी आज की दाखरस में होती है।
* भोजन के समय परोसी गई मदिरा में प्रायः पानी मिलाया गया होता था।
* पुरानी मशक कड़क होकर भंगुरावस्था में आ जाती थी जिसकी दरारों में से दाखरस बह जाता था। नई मशकें कोमल एवं लचीली होती थी अर्थात वे फटती नहीं थी और दाखरस को सुरक्षित रखने के लिए उचित थी।
* यदि आपकी संस्कृति में दाखरस नहीं जानी जाती है तो इसका अनुवाद “किण्वन किया हुआ अंगूर का रस” कह सकते हैं या “अंगूर के फलों से किण्वन किया हुआ रस” या “किण्वन किया हुआ फलों का रस” (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* “मशक” का अनुवाद “मदिरा की थैली” या “पशु की खाल मदिरा का थैला” या “पशु की खाल मदिरा का थैला”।
* यदि आपकी संस्कृति में दाखरस नहीं जानी जाती है तो इसका अनुवाद “किण्वन किया हुआ अंगूर का रस” कह सकते हैं या “अंगूर के फलों से किण्वन किया हुआ रस” या “किण्वन किया हुआ फलों का रस” (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
* “मशक” का अनुवाद “मदिरा की थैली” या “पशु की खाल मदिरा का थैला” या “पशु की खाल मदिरा का पात्र”।
(यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [दाखलता](../other/vine.md), [दाख की बारी](../other/vineyard.md), [दाखरस के कुण्ड](../other/winepress.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 तीमुथियुस 05:23-25](rc://en/tn/help/1ti/05/23)
* [उत्पत्ति 09:20-21](rc://en/tn/help/gen/09/20)
* [उत्पत्ति 49:11-12](rc://en/tn/help/gen/49/11)
* [यूहन्ना 02:3-5](rc://en/tn/help/jhn/02/03)
* [यूहन्ना 02:9-10](rc://en/tn/help/jhn/02/09)
* [मत्ती 09:17](rc://en/tn/help/mat/09/17)
* [मत्ती 11:18-19](rc://en/tn/help/mat/11/18)
* [1 तीमुथियुस 05:23](rc://hi/tn/help/1ti/05/23)
* [उत्पत्ति 09:21](rc://hi/tn/help/gen/09/21)
* [उत्पत्ति 49:12](rc://hi/tn/help/gen/49/11)
* [यूहन्ना 02:3-5](rc://hi/tn/help/jhn/02/03)
* [यूहन्ना 02:10](rc://hi/tn/help/jhn/02/09)
* [मत्ती 09:17](rc://hi/tn/help/mat/09/17)
* [मत्ती 11:18](rc://hi/tn/help/mat/11/18)
नष्ट करना
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H2561, H2562, H3196, H4469, H4997, H5435, H6025, H6071, H8492, G1098, G3631, G3820, G3943
* स्ट्रांग'स: H2561, H2562, H3196, H4469, H4997, H5435, H6025, H6071, H8492, G1098, G3631, G3820, G3943