Edit 'bible/other/persecute.md' using 'tc-create-app'
This commit is contained in:
parent
d7df6d5c28
commit
b450958003
|
@ -1,39 +1,39 @@
|
|||
# सताएँ, सताए जाते, सताना, उपद्रव, उत्पीड़न, सतानेवाला, पीछा करनेवाले
|
||||
# सताना/सताव
|
||||
|
||||
## परिभाषा:
|
||||
|
||||
“सताएँ” और “उपद्रव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे।
|
||||
“सताना” और “सताव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे।
|
||||
|
||||
* उपद्रव किसी एक मनुष्य या अनेक मनुष्यों पर हो सकता है जिसमें बार-बार, लगातार वार करना होता है।
|
||||
* इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने आक्रमण करके सताया था। उन्होंने उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा।
|
||||
* इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने सताया था। उन्होंने उन पर आक्रमण किया, उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा।
|
||||
* मनुष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों।
|
||||
* यहूदी धर्म के अगुवे यीशु को सताते थे क्योंकि उन्हें उसकी शिक्षाएं अच्छी नहीं लगती थी।
|
||||
* यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यहूदी धर्म के अगुवे और रोमी सरकार यीशु के अनुयायियों को सताने लगे थे।
|
||||
* “सताना” का अनुवाद “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना” भी हो सकता है।
|
||||
* “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार घातक व्यवहार”
|
||||
* “सताना” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना।"
|
||||
* “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार कष्टदायक व्यवहार”
|
||||
|
||||
(यह भी देखें: [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [अत्याचार करना](../other/oppress.md), [रोम](../names/rome.md))
|
||||
|
||||
## बाइबल सन्दर्भ:
|
||||
|
||||
* [प्रे.का. 07:52](rc://hi/tn/help/act/07/52)
|
||||
* [प्रे.का. 7:52](rc://hi/tn/help/act/07/52)
|
||||
* [प्रे.का. 13:50](rc://hi/tn/help/act/13/50)
|
||||
* [गलातियों 01:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13)
|
||||
* [यूहन्ना 05:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/05/16)
|
||||
* [गलातियों 1:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13)
|
||||
* [यूहन्ना 5:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/05/16)
|
||||
* [मरकुस 10:30](rc://hi/tn/help/mrk/10/30)
|
||||
* [मत्ती 05:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10)
|
||||
* [मत्ती 05:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43)
|
||||
* [मत्ती 5:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10)
|
||||
* [मत्ती 5:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43)
|
||||
* [मत्ती 10:22](rc://hi/tn/help/mat/10/22)
|
||||
* \[मत्ती 13:20-21\](rc://hi /tn/help/mat/13/20)
|
||||
* \[फिलिप्पियों 03:06\](rc://hi /tn/help/php/03/06)
|
||||
* [मत्ती 13:20-21\](rc://hi /tn/help/mat/13/20)
|
||||
* [फिलिप्पियों 3:6\](rc://hi /tn/help/php/03/06)
|
||||
|
||||
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
|
||||
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
|
||||
|
||||
* __[33:07](rc://hi/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
|
||||
* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
|
||||
* __[46:02](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |”
|
||||
* __[46:04](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |"
|
||||
* __[33:7](rc://hi/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |”
|
||||
* __[45:6](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए |
|
||||
* __[46:2](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |”
|
||||
* __[46:4](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |"
|
||||
|
||||
## शब्द तथ्य:
|
||||
|
||||
* Strong’s: H1814, H7291, H7852, G1375, G1376, G1377, G1559, G2347
|
||||
* स्ट्रोंग्स: H1814, H7291, H7852, G13750, G13760, G13770, G15590, G23470
|
Loading…
Reference in New Issue