diff --git a/bible/names/sinai.md b/bible/names/sinai.md index 54832d5..79605c1 100644 --- a/bible/names/sinai.md +++ b/bible/names/sinai.md @@ -25,13 +25,13 @@ * [निर्गमन 3:1-3](rc://hi/tn/help/exo/03/01) * [भजन 106:19](rc://hi/tn/help/psa/106/19) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* [13:01](rc://en/tn/help/obs/13/01)__ के बाद परमेश्वर लाल सागर के माध्यम से इस्राएलियों का नेतृत्व किया, वह उन्हें __सीनै__ नाम की पहाड़ पर जंगल में ले गया। -* __[13:03](rc://en/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर __सीनै पर्वत__ पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | -* __[13:11](rc://en/tn/help/obs/13/11)__ कई दिनों तक मूसा __सीनै पर्वत__ के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा | -* __[15:13](rc://en/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ __सीनै पर्वत__ पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। +* [13:1](rc://hi/tn/help/obs/13/01)__ इस्राएलियों को लाल सागर पार कराने के बाद परमेश्वर उनको मरुस्थल से चलाता हुआ __सीनै__ नाम के पहाड़ तक ले गया। +* __[13:3](rc://hi/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन के बाद, जब लोगों ने अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार कर लिया,तब परमेश्वर गर्जन और बिजलियों के चमकने, और धुएं और तुरही की ऊँची शब्द के साथ __सीनै पर्वत__ पर उतर आया | +* __[13:11](rc://hi/tn/help/obs/13/11)__ कई दिनों तक मूसा __सीनै पर्वत__ के ऊपर परमेश्वर से बात करता रहा | +* __[15:13](rc://hi/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ __सीनै पर्वत__ पर बाँधी थी, कि वे उसका पालन करने के लिए बाद्य हैं। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2022, H5514, G3735, G4614 +* Strong's: H2722, H5514, G3735, G4614