From b167c3cddaffbd41b9eff98aa53058ac61442511 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:14:20 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/names/isaiah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/isaiah.md | 43 ++++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/names/isaiah.md b/bible/names/isaiah.md index 5c406c6..941bd10 100644 --- a/bible/names/isaiah.md +++ b/bible/names/isaiah.md @@ -5,36 +5,37 @@ यशायाह परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसने यहूदा में चार राजाओं के राज्यकाल में सेवा की थी। उज्जियाह, योताम, आहाज और हिज्जकियाह * जब अश्शूर हिजकिय्याह के युग में नगर पर आक्रमण कर रहे थे तब वह यरूशलेम में वास कर रहा था। -* पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी प्रमुख पुस्तक में से एक है। +* पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी पुस्तक में से एक है। * यशायाह ने अनेक भविष्यद्वाणियां लिपिबद्ध की है जिनकी पूर्ति उसके जीवनकाल ही में हो गई थी। * यशायाह मसीह की भविष्यद्वाणी के लिए विशेष करके जाना जाता है, जिसकी पूर्ति 700 वर्ष बाद यीशु के समय में हुई थी। * यीशु और उसके शिष्यों ने यशायाह की भविष्यद्वाणियों द्वारा मनुष्यों को मसीह के बारे में शिक्षा दी थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [आहाज](../names/ahaz.md), [अश्शूर](../names/assyria.md), [मसीह](../kt/christ.md), [हिजकिय्याह ](../names/hezekiah.md), [योताम](../names/jotham.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 20:1-3](rc://en/tn/help/2ki/20/01) -* [प्रे.का. 28:25-26](rc://en/tn/help/act/28/25) -* [यशायाह 01:1](rc://en/tn/help/isa/01/01) -* [लूका 03:4](rc://en/tn/help/luk/03/04) -* [मरकुस 01:1-3](rc://en/tn/help/mrk/01/01) -* [मरकुस 07:6-7](rc://en/tn/help/mrk/07/06) -* [मत्ती 03:1-3](rc://en/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 04:14-16](rc://en/tn/help/mat/04/14) +* [2 राजा 20:1-3](rc://hi/tn/help/2ki/20/01) +* [प्रे.का. 28:26](rc://hi/tn/help/act/28/26) +* [यशायाह 1:1](rc://hi/tn/help/isa/01/1) +* [लूका 3:4](rc://hi/tn/help/luk/03/4) +* [मरकुस 1:1](rc://hi/tn/help/mrk/01/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* [मरकुस 7:6](rc://hi/tn/help/mrk/07/06) +* [मत्ती 3:3](rc://hi/tn/help/mat/03/03) +* [मत्ती 4:14](rc://hi/tn/help/mat/04/14) -* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। -* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। -* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे। -* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे। -* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया। -* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना। -* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है। +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -## शब्द तथ्य: ## +* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। +* __[21:10](rc://hi/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। +* __[21:11](rc://hi/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे। +* __[21:12](rc://hi/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे। +* __[26:2](rc://hi/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया। +* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना। +* __[45:10](rc://hi/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है। -* Strong's: H3470, G2268 +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H3470, G22680