From ae8cc436bac5ca3ff5982f9728ecd029b67c96b1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 06:16:11 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/believe.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/believe.md | 74 +++++++++++++++------------------------------ 1 file changed, 25 insertions(+), 49 deletions(-) diff --git a/bible/kt/believe.md b/bible/kt/believe.md index b90cdf9..097e79c 100644 --- a/bible/kt/believe.md +++ b/bible/kt/believe.md @@ -45,59 +45,32 @@ * "अविश्वास के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, "विश्वास की कमी" या "विश्वास नहीं करना" * "अविश्वासी" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "यीशु में विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" या "यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), प्रेरित, मसीह, शिष्य, [विश्वास](../kt/believer.md), भरोसा) + +(यह भी देखें: +(यह भी देखें: [विश्वास करना](../kt/believe.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीही](../kt/christian.md), [शिष्य](../kt/disciple.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [भरोसा](../kt/trust.md)) + ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/15/06) [15:06](rc://en/tn/help/gen/15/06) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/15/06) [45:26](rc://en/tn/help/gen/45/26) -* [अय्यूब](rc://en/tn/help/job/09/16) [09:16-18](rc://en/tn/help/job/09/16) -* [हबक्कूक](rc://en/tn/help/hab/01/05) [01:5-7](rc://en/tn/help/hab/01/05) -* [मरकुस](rc://en/tn/help/mrk/01/14) [06:4-6](rc://en/tn/help/mrk/06/04) -* [मरकुस](rc://en/tn/help/mrk/01/14) [01:14-15](rc://en/tn/help/mrk/01/14) -* [लूका 09:41](rc://en/tn/help/luk/09/41) -* [यूहन्ना](rc://en/tn/help/1jn/03/23) [01:12](rc://en/tn/help/jhn/01/12) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [06:05](rc://en/tn/help/act/06/05) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [09:42](rc://en/tn/help/act/09/42) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [28:23-24](rc://en/tn/help/act/28/23) -* [रोमियों 03:03](rc://en/tn/help/rom/03/03) -* [1 कुरिन्थियों 06:01](rc://en/tn/help/1co/06/01) -* [1 कुरिन्थियों](rc://en/tn/help/1co/06/01) [09:05](rc://en/tn/help/1co/09/05) -* [2](rc://en/tn/help/2co/06/15) [कुरिन्थियों](rc://en/tn/help/1co/06/01) 06:15 -* [इब्रानियों 03:12](rc://en/tn/help/heb/03/12) -* [1 यूहन्ना](rc://en/tn/help/1jn/03/23) [03:23](rc://en/tn/help/1jn/03/23) - -## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: - -* **[3:4](rc://hi/tn/help/obs/03/04)** नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर **विश्वास** नहीं किया। - -* **[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)** अब्राम ने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास** किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास किया** है। - -* **[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)** परमेश्वर ने कहा, जो मनुष्य उस पर **विश्वास करेंगा** उसके पहिलौठे पुत्र को बचाने का का मार्ग उसने तैयार कर दिया है। - -* **[11:6](rc://hi/tn/help/obs/11/06)** **परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे।** - -* **[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)** यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर **विश्वास करता** है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर **विश्वास करता** है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर **विश्वास करती** है?” - -* **[43:1](rc://hi/tn/help/obs/43/01)** **यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के **विश्वासी** लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे होते थे।** - -* **_*[43:3](rc://hi/tn/help/obs/43/03) जब सभी विश्वासी एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया*_** । उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक पर आ ठहरी। - -* **[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13) प्रतिदिन, बहुत से लोग विश्वासी बन गये**। - -* **[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)** **उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया।** - -* **_*[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)*_** **_शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों  पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने विश्वासियों को सताया।_** - -* **[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)** कुछ लोग **यरूशलेम के** क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया**। यह वही जगह है जहाँ पहली बार यीशु के विश्वासी को** **"मसीह" कहा गया था****।** - -* **[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)** **उन्होंने कलीसियाओं में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे।** - - -## शब्द तथ्य: - -##बाईबल की कहानियों के उदाहरण +* [उत्पत्ति 15:6](rc://hi/tn/help/gen/15/06) +* [उत्पत्ति 45:26](rc://hi/tn/help/gen/45/26) +* [अय्यूब 9:16-18](rc://hi/tn/help/job/09/16) +* [हबक्कूक 1:5-7](rc://hi/tn/help/hab/01/05) +* [मरकुस 6:4-6](rc://hi/tn/help/mrk/06/04) +* [मरकुस1:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) +* [लूका 9:41](rc://hi/tn/help/luk/09/41) +* [यूहन्ना 1:12](rc://hi/tn/help/jhn/01/12) +* [प्रे.का 6:5](rc://hi/tn/help/act/06/05) +* [प्रे.का. 9:42](rc://hi/tn/help/act/09/42) +* [प्रे.का. 28:23-24](rc://hi/tn/help/act/28/23) +* [रोमियों 3:3](rc://hi/tn/help/rom/03/03) +* [1 कुरिन्थियों 6:1](rc://hi/tn/help/1co/06/01) +* [1 कुरिन्थियों 9:5](rc://hi/tn/help/1co/09/05) +* [2कुरिन्थियों 6:15](rc://hi/tn/help/2co/06/15) +* [इब्रानियों 3:12](rc://hi/tn/help/heb/03/12) +* [1 यूहन्ना 3:23](rc://hi/tn/help/1jn/03/23)##बाईबल की कहानियों के उदाहरण +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण: * __[3:4](rc://hi/tn/help/obs/03/04)__ नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर __विश्वास__ नहीं किया। * __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ अब्राम__ ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर __विश्वास__ किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर __विश्वास किया__ है। @@ -123,4 +96,7 @@ * __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ उन्होंने कलीसियाओं में __विश्वासियों__ को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे। + +## शब्द तथ्य: + * स्ट्रोंग्स: H0539, H0540, G05430, G05440, G05690, G05700, G05710, G39820, G41000, G41020, G41030, G41350