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* [प्रकाशितवाक्य 01:9](rc://hin/tn/help/rev/01/09)
* [रोमियो 05:3-5](rc://hin/tn/help/rom/05/03)
## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[09:13](rc://en/tn/help/obs/09/13)__ परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके __दुख__ को निश्चय देखा है |”
* __[38:12](rc://en/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की कहा, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो इस __दुख__ के कटोरे में से मुझे पीने मत देना |
* __[42:03](rc://en/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें नबियों ने जो कहा था याद दिलाया कि मसीह __दुख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा |
* __[42:07](rc://en/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा कि, “लिखा है कि मसीह __दुख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |”
* __[44:05](rc://en/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम्हे नहीं पता था कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो का इस्तेमाल किया भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुख उठाएगा__, और मारा जाएँगा |
* __[46:04](rc://en/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुख उठाना__ पड़ेगा |”
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई __दुख__, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी |
* __[09:13](rc://hin/tn/help/obs/09/13)__ परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके __दुख__ को निश्चय देखा है |”
* __[38:12](rc://hin/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह __दुख__ का कटोरा मुझे न पड़े |
* __[42:3](rc://hin/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह __दुख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा |
* __[42:7](rc://hin/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह __दुख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |”
* __[44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुख उठाएगा__, और मारा जाएँगा |
* __[46:4](rc://hin/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुख उठाना__ पड़ेगा |”
* __[50:17](rc://hin/tn/help/obs/50/17)__ वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई __दुख__, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी |
## शब्द तथ्य: ##