From a3132217f1a71ceb4fc2095cc25b36e5a3f87d87 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:46:40 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/demonpossessed.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/demonpossessed.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/demonpossessed.md b/bible/kt/demonpossessed.md index b6e45da..3a67de9 100644 --- a/bible/kt/demonpossessed.md +++ b/bible/kt/demonpossessed.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# दुष्टात्माएँ थीं # +# दुष्टात्माएँ थीं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं। +दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विचार शैतान या दुष्टात्मा के वश में हैं। * दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है। -* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है। +* यीशु ने दुश्तात्माग्रस्त लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा "निकालना" कहा गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में” (यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [मरकुस 01:32-34](rc://en/tn/help/mrk/01/32) -* [मत्ती 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23) -* [मत्ती 08:16-17](rc://en/tn/help/mat/08/16) -* [मत्ती 08:33-34](rc://en/tn/help/mat/08/33) +* [मरकुस 1:32](rc://hi/tn/help/mrk/01/32) +* [मत्ती 4:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24) +* [मत्ती 8:16](rc://hi/tn/help/mat/08/16) +* [मत्ती 8:33](rc://hi/tn/help/mat/08/33) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया। -* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया। -* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!” -* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया । -* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__। +* __[26:9](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__थीं, उन्हें यीशु के पास लाया गया। +* __[32:2](rc://hi/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा__थी, यीशु के पास दौड़कर आया। +* __[32:6](rc://hi/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्माग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!” +* __[32:9](rc://hi/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति का सा व्यवहार करते पाया । +* __[47:3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1139 +* स्ट्रोंग्स: G11390