From 99ec6c01c3fd620539e6e60e30e8ed0b0a611f02 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Aug 2022 14:05:10 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/names/lazarus.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/lazarus.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/names/lazarus.md b/bible/names/lazarus.md index 0390797..3ff4ac6 100644 --- a/bible/names/lazarus.md +++ b/bible/names/lazarus.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# लाज़र # +# लाज़र -## तथ्य: ## +## तथ्य: -लाज़र और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु उनके बैतनिय्याह के घर में प्रायः ठहरा करता था। +लाज़र और उसकी बहनें, मार्था और मरियम यीशु के विशेष मित्र थे। यीशु बैतनिय्याह में उनके के घर में प्रायः ठहरा करता था। * लाज़र इसलिए जाना जाता है कि यीशु ने उसे मरने के बाद फिर जीवित किया था, वह अनेक दिन कब्र में रहा था। * यहूदी अगुवे यीशु के इस आश्चर्यकर्म से क्रोधित थे वरन् डाह करते थे, अतः वे यीशु और लाज़र दोनों ही की हत्या करने का अवसर खोज रहे थे। * यीशु ने एक दृष्टान्त भी सुनाया था जिसमें एक गरीब मनुष्य था और एक धनवान मनुष्य था, उस गरीब मनुष्य का नाम भी “लाज़र” था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [विनती](../other/beg.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [मार्था](../names/martha.md), [मरियम](../names/mary.md), [खड़ा करना](../other/raise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 11:10-11](rc://en/tn/help/jhn/11/10) -* [यूहन्ना 12:1-3](rc://en/tn/help/jhn/12/01) -* [लूका 16:19-21](rc://en/tn/help/luk/16/19) +* [यूहन्ना 11:11](rc://hi/tn/help/jhn/11/11) +* [यूहन्ना 12:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/12/01) +* [लूका 16:21](rc://hi/tn/help/luk/16/21) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[37:01](rc://en/tn/help/obs/37/01)__ एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि __लाजर__ बहुत बीमार है। __लाजर__ और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु के बहुत प्रिय थे। -* __[37:02](rc://en/tn/help/obs/37/02)__ यीशु ने कहा, “हमारा मित्र __लाजर__ सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।” -* __[37:03](rc://en/tn/help/obs/37/03)__ यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे साफ साफ कह दिया, “ लाजर मर गया है” -* __[37:04](rc://en/tn/help/obs/37/04)__जब यीशु __लाज़र__ के गृहनगर पहुँचा, तो लाजर को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। -* __[37:06](rc://en/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने __लाज़र__ को कहाँ रखा है?” -* __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे लाजर निकल आ।” -* __[37:10](rc://en/tn/help/obs/37/10)__ __लाजर__ बाहर निकल आया। वह अभी भी कपड़ो में लिपटा हुआ था। -* __[37:11](rc://en/tn/help/obs/37/11)__परन्तु यहूदियों के धार्मिक गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और __लाजर__ को मरवा सके। +* __[37:1](rc://hi/tn/help/obs/37/01)__ एक दिन, यीशु को संदेश मिला कि __लाजर__ बहुत बीमार है। __लाजर__ और उसकी दो बहिन, मार्था और मरियम, यीशु को बहुत प्रिय थे। +* __[37:2](rc://hi/tn/help/obs/37/02)__ यीशु ने कहा, “हमारा मित्र __लाजर__ सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूँ।” +* __[37:3](rc://hi/tn/help/obs/37/03)__ यीशु के चेलो ने उत्तर दिया, “हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो स्वस्थ हो जाएगा।” तब यीशु ने उनसे स्पष्ट कह दिया, “ __लाजर__ मर गया है” +* __[37:4](rc://hi/tn/help/obs/37/04)__जब यीशु __लाज़र__ के गृहनगर पहुँचा, तो __लाजर__ को कब्र में रखे चार दिन हो चुके थे। +* __[37:6](rc://hi/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने __लाज़र__ को कहाँ रखा है?” +* __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ यह कहकर उसने बड़े शब्द से पुकारा, “हे __लाजर__ निकल आ।” +* __[37:10](rc://hi/tn/help/obs/37/10)__ __लाजर__ बाहर निकल आया। वह अभी भी कफन में लिपटा हुआ था। +* __[37:11](rc://hi/tn/help/obs/37/11)__परन्तु यहूदियों के धर्म गुरु यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने यीशु और __लाजर__ को मार डालने के लिए आपस में योजना बनाना आरम्भ किया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2976 +* स्ट्रोंग्स: G29760