From 96eca0548d7d5a7bc91fb6ecc5f10df1a6d0dbd6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 13:34:29 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 9 +++++---- 1 file changed, 5 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index 6f9c3a1..d040d8d 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -4,10 +4,11 @@ “शुद्ध” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने से है या सबसे पहले, तो मैल या दाग होना ही नहीं है| "शोधन" शब्द का सन्दर्भ विशेष करके किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने की क्रिया से है| -* “शुद्धिकरण” किसी वस्तु को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” हो सकता है। -* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। -* जिस मनुष्य को त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसका रोग संक्रमण मुक्त न हो जाए। त्वचा को शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जाने के लिए। -* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द को प्रतीकात्मक रूप से नैतिक शुद्धता के लिए प्रयोग किया जाता था। +* “शोधन” किसी वस्तु को "शुद्ध" करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” भी हो सकता है। +* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को सांस्कारिक परिप्रेक्ष्य में “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। +* जिस मनुष्य को कोई विशेष त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसकी त्वचा रोगमुक्त न हो जाए कि संक्रमण न फैला पाए|\ त्वचा के शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था कि उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जा सके| +* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता था जिसका सन्दर्भ नैतिक शुद्धता से था अर्थात, पापिओं से "शुद्ध" +बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था| ## अनुवाद के सुझाव: ##