diff --git a/bible/kt/humble.md b/bible/kt/humble.md index d89f0ca..b002b5f 100644 --- a/bible/kt/humble.md +++ b/bible/kt/humble.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता # +# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दीन” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको अन्यों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न अभिमानी है। दीनता दीन होने का गुण है। @@ -8,27 +8,27 @@ * मनुष्य यदि दीन बने तो वह स्वयं को कम महत्व के स्थान में रखता है। * नम्रता का अर्थ है अपने से अधिक दूसरों की आवश्यकता की सुधि लेना। * नम्रता का अर्थ यह भी है कि अपने वरदानों तथा योग्यताओं के उपयोग के समय किसी की सेवा में मर्यादा का पालन करना। -* “दीन बनो” का अनुवाद, “निराभिमान होना” हो सकता है। +* “दीन बनो” का अनुवाद, “निरभिमान होना” हो सकता है। * “परमेश्वर के सम्मुख दीन बनो” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महानता को ग्रहण करके अपनी इच्छा परमेश्वर के आधीन कर दो”। (यह भी देखें: [घमंड](../other/proud.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [याकूब 01:19-21](rc://en/tn/help/jas/01/19) -* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13) -* [याकूब 04:8-10](rc://en/tn/help/jas/04/08) -* [लूका 14:10-11](rc://en/tn/help/luk/14/10) -* [लूका 18:13-14](rc://en/tn/help/luk/18/13) -* [मत्ती 18:4-6](rc://en/tn/help/mat/18/04) -* [मत्ती 23:11-12](rc://en/tn/help/mat/23/11) +* [याकूब 1:21](rc://hi/tn/help/jas/01/21) +* [याकूब 3:13](rc://hi/tn/help/jas/03/13) +* [याकूब 4:10](rc://hi/tn/help/jas/04/10) +* [लूका 14:11](rc://hi/tn/help/luk/14/11) +* [लूका 18:14](rc://hi/tn/help/luk/18/14) +* [मत्ती 18:4](rc://hi/tn/help/mat/18/04) +* [मत्ती 23:12](rc://hi/tn/help/mat/23/12) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था। -* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर)__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था। +* __[34:10](rc://hi/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G858, G4236, G4239, G4240, G5011, G5012, G5013, G5391 +* स्ट्रोंग्स: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G08580, G42360, G42390, G42400, G50110, G50120, G50130, G53910 \ No newline at end of file