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* [मत्ती 9:10-11](rc://hi/tn/help/mat/09/10)
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* [मत्ती 11:18-19](rc://hi/tn/help/mat/mat/11/18)
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* [मत्ती 17:26-27])rc://hi/tn/help/mat/17/26)
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* [मत्ती 18:17](rc:://hi/tn/help/mat/18/17)
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* [मत्ती 18:17](rc:://hi/tn/help/mat/18/17)
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## शब्द तथ्य: ##
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##बाईबल की कहानियों के उदाहरण
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34:6 उसने कहा, "दो मनुष्य मंदिर में प्रार्थना करने के लिए गए; एक धर्म गुरु (फरीसी) था अनुर दूसरा चुंगी लेने वाला|"
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34:7 "धर्म गुरु (फरीसी) ने इस प्रकार प्रार्थना की, 'हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दुसरे मनुष्यों के सदृश्य पापी नहीं हूँ__जैसे डाकू,अंधेर करने वाले,व्यभिचारी, और न ही इस चुंगी लेने वाले के सामान हूँ|'"
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34:9 "परन्तु चुंगी लेने वाले ने दूर खड़े होकर स्वर्ग के और आँख उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट पीट कर कहा, 'हे परमेश्वर मुझ पापी पर दया कर|'"
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34:10 तब यीशु ने कहा, "मैं तुमसे सच कहता हूँ कि परमेश्वर ने उस चुंगी लेने वाले कि प्रार्थना सुन ली और उसको धर्मी घोषित कर दिया|"
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35:1 एक दिन यीशु अनेक चुंगी लेने वालों और पापियों के समूह को शिक्षा दे रहा था|
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* Strong's: H2670, H4060, H4371, H4522, H4864, H6186, G583, G5411
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