From 548e65cbe9bf5e2278e5df231114e7c6a7bae64a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 08:28:50 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/synagogue.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/synagogue.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/synagogue.md b/bible/kt/synagogue.md index ec5c25f..df82d65 100644 --- a/bible/kt/synagogue.md +++ b/bible/kt/synagogue.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# आराधनालय # +# आराधनालय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एक साथ मिलते थे। +“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एकत्र होते थे। -* प्राचीन काल से, एक आराधनालय की सेवाओं में प्रार्थनाओं के समय, शास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण शामिल है। -* यहूदियों ने मूल रूप से आराधनालय को अपने ही शहरों में प्रार्थना करने और पूजा करने के लिए निर्माण करना शुरू किया, क्योंकि उनमें से बहुत से यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे। -* यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देते थे और लोंगों को चंगा करते थे। -* “आराधनालय” का संदर्भ वहां आराधना करने वाले समूह से भी हो सकता है। +* प्राचीन काल से ही, इन आराधनालयों की आराधनाओं में प्रार्थनाओं, धर्मशास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण का समय होता था। +* यहूदियों ने परमेश्वर से प्रार्थना करने और उसकी उपासना करने के लिए अपने-अपने नगरों में आराधनालयों का निर्माण करना आरम्भ कर दिया था क्योंकि अनेक यहूदी यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे। +* यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देता था और लोंगों को चंगा करता था। +* “आराधनालय” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है जिसका सन्दर्भ वहाँ एकत्र होने वालर आराधकों से है। (यह भी देखें: [चंगा करना](../other/heal.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [प्रार्थना करना](../kt/pray.md), [मन्दिर](../kt/temple.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md), [आराधना](../kt/worship.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08) -* [प्रे.का. 14:1-2](rc://en/tn/help/act/14/01) -* [प्रे.का. 15:19-21](rc://en/tn/help/act/15/19) -* [प्रे.का. 24:10-13](rc://en/tn/help/act/24/10) -* [यूहन्ना 06:57-59](rc://en/tn/help/jhn/06/57) -* [लूका 04:14-15](rc://en/tn/help/luk/04/14) -* [मत्ती 06:1-2](rc://en/tn/help/mat/06/01) -* [मत्ती 09:35-36](rc://en/tn/help/mat/09/35) -* [मत्ती 13:54-56](rc://en/tn/help/mat/13/54) +* [प्रे.का. 6:9](rc://hi/tn/help/act/06/09) +* [प्रे.का. 14:1-2](rc://hi/tn/help/act/14/01) +* [प्रे.का. 15:21](rc://hi/tn/help/act/15/21) +* [प्रे.का. 24:10-13](rc://hi/tn/help/act/24/10) +* [यूहन्ना 6:59](rc://hi/tn/help/jhn/06/59) +* [लूका 4:14](rc://hi/tn/help/luk/04/14) +* [मत्ती 6:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01) +* [मत्ती 9:35-36](rc://hi/tn/help/mat/09/35) +* [मत्ती 13:54](rc://hi/tn/help/mat/13/54) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4150, G656, G752, G4864 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H4150, G06560, G07520, G48640 \ No newline at end of file