From 49673d2fc851ca52eba6c0f36437a7bb0901fcae Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 11:25:36 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/peopleofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/peopleofgod.md | 46 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/kt/peopleofgod.md b/bible/kt/peopleofgod.md index e3b6393..a5935f0 100644 --- a/bible/kt/peopleofgod.md +++ b/bible/kt/peopleofgod.md @@ -1,35 +1,35 @@ -## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा ## +## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“परमेश्वर की प्रजा” अर्थात परमेश्वर ने संसार में से जिन लोगों को बुलाकर अलग कर लिया कि उसके साथ विशेष संबन्ध में रहें। +“परमेश्वर की प्रजा”, बाईबल में इस इस अवधारणा का सन्दर्भ उन लोगों से है जिनके साथ परमेश्वर ने वाचा बंधकर सम्बन्ध बनाए थे | -* पुराने नियम में परमेश्वर के लोग (प्रजा) इस्राएल के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने चुन कर अन्यजातियों से अलग कर लिया कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें। -* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय उन सब मनुष्यों से है जो यीशु में विश्वास करते हैं और उन्हें कलीसिया कहा गया है। कलीसिया में यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है। -* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिन्हें उसने चुन लिया है और उनके साथ उसका संबन्ध सबसे अलग है। परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा चुनी हुई है और संसार से पृथक की गई है कि उसे प्रसन्न करने का जीवन जीएं। परमेश्वर उन्हें अपनी सन्तान भी कहता है। +* पुराने नियम में "परमेश्वर की प्रजा" इस्राएल के संदर्भ में है| परमेश्वर ने इस्राएल को चुन कर संसार की अन्यजातियों से अलग कर लिया था कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें। +* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय "कलिसीया" से है अर्थात वह हर एक मनुष्य जो यीशु में विश्वास करता है| इसमें यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों समाहित हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है। +* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिनके साथ उसका सम्बन्ध वाचा आधारित है| परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा कही हुई है और वह चाहता है कि उनका जीवन आचरण ऐसा हो जो उसको प्रसन्न करे। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”। +* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”। * जब परमेश्वर कहता है, “मेरी प्रजा” तब उसका अनुवाद हो सकता है, “जिन लोगों को मैंने चुन लिया है” या “मेरी आराधना करने वाले लोग” या “मेरे अपने लोग” -* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद “तेरे अपने लोग” या “तुझे चुन लेने वाले लोग” हो सकता है। -* “उसकी प्रजा” का अनुवाद “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग चुन लिया” हो सकता है। +* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरे अपने लोग” या “ तेर हो जाने के लिए तुझे चुन लेने वाले लोग” +* “उसकी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग होने के लिए चुन लिया” (यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [जाति](../other/peoplegroup.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 11:1-3](rc://en/tn/help/1ch/11/01) -* [प्रे.का. 07:33-34](rc://en/tn/help/act/07/33) -* [प्रे.का. 07:51-53](rc://en/tn/help/act/07/51) -* [प्रे.का. 10:36-38](rc://en/tn/help/act/10/36) -* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24) -* [यशायाह 02:5-6](rc://en/tn/help/isa/02/05) -* [यिर्मयाह 06:20-22](rc://en/tn/help/jer/06/20) -* [योएल 03:16-17](rc://en/tn/help/jol/03/16) -* [मीका 06: 3-5](rc://en/tn/help/mic/06/03) -* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://en/tn/help/rev/13/07) +* [1 इतिहास 11:2](rc://hi/tn/help/1ch/11/02) +* [प्रे.का. 7:34](rc://hi/tn/help/act/07/34) +* [प्रे.का. 7:51-53](rc://hi/tn/help/act/07/51) +* [प्रे.का. 10:36-38](rc://hi/tn/help/act/10/36) +* [दानिय्येल 09:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24) +* [यशायाह 2:5-6](rc://hi/tn/help/isa/02/05) +* [यिर्मयाह 6:20-22](rc://hi/tn/help/jer/06/20) +* [योएल 3:16-17](rc://hi/tn/help/jol/03/16) +* [मीका 6: 3-5](rc://hi/tn/help/mic/06/03) +* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://hi/tn/help/rev/13/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H430, H5971, G2316, G2992 +* स्ट्रोंग्स: H430, H5971, G2316, G2992