Edit 'bible/kt/anoint.md' using 'tc-create-app'

This commit is contained in:
Christopher_Sentu1 2021-10-14 02:07:29 +00:00
parent 3f668ce346
commit 46a12c4e4d
1 changed files with 8 additions and 9 deletions

View File

@ -4,15 +4,14 @@
“अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे| “अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे|
* पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं को तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा के निमित्त अलग किया जाए। * पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं का तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा निमित्त अलग किया जाए।
* वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था ताकि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए थे। * वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था कि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए हैं।
* नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए तेल से अभिषेक किया जाता था। * नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए उनका तेल से अभ्यंजन किया जाता था।
* नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप यीशु का सुगन्धित द्रव्य से अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने कहा कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है। * नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप सुगन्धित द्रव्य से यीशु का अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने यहाँ तक कह दिया था कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है।
* यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने उसके शव को दफन के लिए तेल और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक करके तैयार किया था। * यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने तेल और सुगन्धित द्रव्यों से उसके शव का अभ्यंजन करके दफन के लिए तैयार किया था।
* “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”। * “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”।
* मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे चुना गया था और भविष्यद्वक्ता, महायाजक एवं राजा स्वरूप उसका अभिषेक किया गया था। * मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे भविष्यद्वक्ता, महायाजक और राजा होने के लिए चुना गया था तथा उसका अभिषेक किया गया था।
* बाईबल के युग में कुछ स्त्रियाँ इत्र से अपना अभ्यंजन करती थीं कि उनका योन आकर्षण प्रकट हो
* बाइबिल के समय में, एक स्कोत्री स्वयं को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इत्र से खुद का अभिषेक कर सकती है।
## अनुवाद के सुझाव: ## ## अनुवाद के सुझाव: ##