diff --git a/bible/other/partial.md b/bible/other/partial.md index abb8622..99d3775 100644 --- a/bible/other/partial.md +++ b/bible/other/partial.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात # +# आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पक्षपात करना” और “पक्षपात” कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना। +“पक्षपात करना” और “पक्षपात”, इनका सन्दर्भ है, कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना का चुनाव करना। -* यह वैसा ही है जैसा कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक सम्मानित व्यवहार करना। +* यह वैसा ही है जैसा किसी को कृपापात्र बनाना अर्थात, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक अनुग्रहीत व्यवहार करना। * पक्षपात या विशेष अनुग्रह प्रकट करना अधिकतर इसलिए किया जाता है कि मनुष्य अधिक धनवान है या अन्यों से अधिक प्रतिष्ठित है। * बाइबल अपने लोगों को उपदेश देती है कि वे धनवानों तथा प्रतिष्ठित जनों के प्रति पक्षपाती न हों। * रोम की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस कहता है कि परमेश्वर पक्षपात नहीं करता है वह निष्पक्ष न्याय करता है। * याकूब के पत्र में भी यही शिक्षा दी गई है कि धनवानों को अधिक उत्तम स्थान देना या उनके साथ अधिक विनम्र व्यवहार करना उचित नहीं है। -(यह भी देखें: [पक्ष](../kt/favor.md)) +(यह भी देखें: [पक्ष धरना](../kt/favor.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 01:17-18](rc://en/tn/help/deu/01/17) -* [मलाकी 02:8-9](rc://en/tn/help/mal/02/08) -* [मरकुस 12:13-15](rc://en/tn/help/mrk/12/13) -* [मत्ती 22:15-17](rc://en/tn/help/mat/22/15) -* [रोमियो 02:10-12](rc://en/tn/help/rom/02/10) +* [व्यवस्थाविवरण 1:17](rc://hi/tn/help/deu/01/17) +* [मलाकी 2:9](rc://hi/tn/help/mal/02/09) +* [मरकुस 12:13-15](rc://hi/tn/help/mrk/12/13) +* [मत्ती 22:16](rc://hi/tn/help/mat/22/16) +* [रोमियो 2:10-12](rc://hi/tn/help/rom/02/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383 +* स्ट्रोंग्स: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383