From 4127e2270194163b4f63cd773cb9dabd7e8b2f6e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 07:48:33 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/faith.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/faith.md | 49 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 24 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/kt/faith.md b/bible/kt/faith.md index cd7ca5a..69ce629 100644 --- a/bible/kt/faith.md +++ b/bible/kt/faith.md @@ -1,40 +1,39 @@ -# विश्वास # +# विश्वास -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”। -* “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि किसी ने कुछ कहा या किया तो वह सच है और विश्वासयोग्य है। -* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उनके पाप मोचन तथा पाप के दण्ड से मुक्ति के उसके बलिदान में विश्वास करे। +* किसी में “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि वह जो कहता और करता है वह सच है और विश्वासयोग्य है। +* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उसकी पाप मोक्षक बलि में तथा पाप के दण्ड से उनकी मुक्ति में विश्वास करते हैं। * यीशु में सच्चा विश्वास मनुष्य में आत्मिक फल या अच्छा व्यवहार उत्पन्न करता है क्योंकि उसमें पवित्र आत्मा का अन्तर्वास होता है। -* कभी-कभी “विश्वास” यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति, “विश्वास के सत्य” में है। -* "विश्वास को थामे रहना" तथा विश्वास को त्याग देने में विश्वास मसीह में आस्था को दर्शाता है जिसमें मनुष्य यीशु के बारे में सब शिक्षाओं को ग्रहण करता है। +* कभी-कभी “विश्वास” शब्द यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के बारे में सामान्य संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “विश्वास के सत्य” +* "विश्वास को थामे रहना" तथा "विश्वास को त्याग देना" इनके सन्दर्भ में "विश्वास" शब्द का सन्दर्भ यीशु के बारे में सब शिक्षाओं पर विश्वास करने की दशा या अवस्था से होता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है। -* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) - -* "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है। -* ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।" -* "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है। +* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अंगीकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है। +* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” क्रिया के रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) +* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास को थामे रहो", इसका अनुवाद हो सकता है, "यीशु में विश्वास करते रहो" या "यीशु में विश्वास बनाए रखो" +* यह वाक्य,"उनको विश्वास के गहन सत्यों को थाम कर रखना है" इसका अनुवाद हो सकता है, "उनको यीशु के बारे में उन सब सत्यों पर विश्वास करना आवश्यक है जिनकी शिक्षा उनको दी जा चुकी है" +* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र", इसका अनुवाद हो सकता है, " वह मेरे पुत्र के जैसा है क्योंकि मैं ने उसको यीशु में विश्वास करना सिखाया है" या "मेरा सच्चा आत्मिक पुत्र जो यीशु में विश्वास करता है" (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 04:6-8](rc://en/tn/help/2ti/04/06) -* [प्रे.का. 06:7](rc://en/tn/help/act/06/07) -* [गलतियों 02: 20-21](rc://en/tn/help/gal/02/20) -* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18) +* [2 तीमुथियुस 4:7](rc://hi/tn/help/2ti/04/07) +* [प्रे.का. 6:7](rc://hi/tn/help/act/06/07) +* [गलतियों 2: 20-21](rc://hi/tn/help/gal/02/20) +* [याकूब 2:20](rc://hi/tn/help/jas/02/20) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र बेटे को लेकर बलिदान के रूप में मार डालो। -* __[31:07](rc://en/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु) पतरस से कहा, "तुम थोड़े __विश्वास__ वाले व्यक्ति, तुमने शक क्यों किया?" -* __[32:16](rc://en/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तुम्हारे __विश्वास__ ने तुमको चंगा किया है। शान्ति से जाओ।" -* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा। +* __[5:6](rc://hi/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र पुत्र को लेकर मेरे निमित्त बलि कर दे। +* __[31:7](rc://hi/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु ने) पतरस से कहा, "हे अल्प- __विश्वासी__ तू ने संदेह क्यों किया?" +* __[32:16](rc://hi/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तेरे __विश्वास__ ने तुझे चंगा किया है। शान्ति से जा।" +* __[38:9](rc://hi/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तेरे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H529, H530, G1680, G3640, G4102, G6066 +* स्ट्रोंग्स: H0529, H0530, G16800, G36400, G41020, G60660