diff --git a/bible/kt/tempt.md b/bible/kt/tempt.md index 0b23bf0..21db573 100644 --- a/bible/kt/tempt.md +++ b/bible/kt/tempt.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# परीक्षा करने, परीक्षा +# परीक्षा करना, परीक्षा ## परिभाषा: किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना. * परीक्षा में मनुष्य को गलत काम करने की प्रेरणा मिलती है. -* मनुष्य अपने पापी स्वभाव या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं. +* मनुष्य अपने पापी स्वभाव से या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं. * शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा औरअनुचित कार्यों द्वारा परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है. * शैतान ने यीशु की परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाने का प्रयास किया था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया.  * मनुष्य “परमेश्वर की परीक्षा” लेता है तो वह उससे कुछ गलत करवाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि वह हठीली अवज्ञा करता है, यहाँ तक कि परमेश्वर उसको दंड देने पर विवश हो. यह भी परमेश्वर की परिक्षा लेना कहलाता है. @@ -14,7 +14,7 @@ * "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना.” * “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें.” -* परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.” +* परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीले हो कर परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.” (यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md)) @@ -29,10 +29,10 @@ ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[25:01](rc://hi/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उनकी __परीक्षा करने__ आया. -* __[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया. +* __[25:1](rc://hi/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उसकी __परीक्षा करने__ आया. +* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया. * __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे प्रार्थना करते रहें कि __परीक्षा__ में न पड़ें. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987 \ No newline at end of file