From 1187911996096e8d1f2728f2be11075c2b5e1bc8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 08:06:42 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/names/nazareth.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/nazareth.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/names/nazareth.md b/bible/names/nazareth.md index 0bc29af..12da175 100644 --- a/bible/names/nazareth.md +++ b/bible/names/nazareth.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# नासरत, नासरियों # +# नासरत, नासरी -## तथ्य: ## +## तथ्य: -नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 मील दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं। +नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 किलोमीटर दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं। * यूसुफ और मरियम नासरतवासी थे और यीशु का पालन-पोषण वहीं हुआ था। यही कारण है कि यीशु को “नासरी” कहते थे। * नासरत के अनेक यहूदी यीशु की शिक्षाओं को स्वीकार नहीं करते थे क्योंकि वह उनके साथ पला-बड़ा था इसलिए वे उसे एक साधारण मनुष्य मानते थे। @@ -11,22 +11,22 @@ (यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [गलील](../names/galilee.md), [यूसुफ (नया नियम)](../names/josephnt.md), [मरियम](../names/mary.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 26:9-11](rc://en/tn/help/act/26/09) -* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43) -* [लूका 01:26-29](rc://en/tn/help/luk/01/26) -* [मरकुस 16:5-7](rc://en/tn/help/mrk/16/05) -* [मत्ती 02:22-23](rc://en/tn/help/mat/02/22) -* [मत्ती 21:9-11](rc://en/tn/help/mat/21/09) -* [मत्ती 26:71-72](rc://en/tn/help/mat/26/71) +* [प्रे.का. 26:9-11](rc://hi/tn/help/act/26/09) +* [यूहन्ना 1:43-45](rc://hi/tn/help/jhn/01/43) +* [लूका 1:26-29](rc://hi/tn/help/luk/01/26) +* [मरकुस 16:5-7](rc://hi/tn/help/mrk/16/05) +* [मत्ती 2:23](rc://hi/tn/help/mat/02/22) +* [मत्ती 21:9-11](rc://hi/tn/help/mat/21/09) +* [मत्ती 26:71-72](rc://hi/tn/help/mat/26/71) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके __नासरत__ को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | -* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ यीशु __नासरत__ शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | -* __[26:07](rc://en/tn/help/obs/26/07)__ __नासरत__ के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनसा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें | +* __[23:4](rc://hi/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके __नासरत__ को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | +* __[26:2](rc://hi/tn/help/obs/26/02)__ यीशु __नासरत__ शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | +* __[26:7](rc://hi/tn/help/obs/26/07)__ __नासरत__ के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनशा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें और वह मर जाए| -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3478, G3479, G3480 +* स्ट्रोंग्स: G34780, G34790, G34800