From 0828f9f09b444cc19704da99072aa2b12532879b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 06:18:57 +0000 Subject: [PATCH] Edit 'bible/kt/falsegod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/falsegod.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/kt/falsegod.md b/bible/kt/falsegod.md index 05ee093..37bd522 100644 --- a/bible/kt/falsegod.md +++ b/bible/kt/falsegod.md @@ -1,11 +1,11 @@ # देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप। * झूठे देवी-देवता अस्तित्ववान नहीं हैं। यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है। -* मनुष्य अपने झूठे देवी देवताओं को प्रकट करने के लिए मूर्तियां बनाता है। +* मनुष्य कभी-कभी वस्तुओं की मूर्तियाँ बना कर अपने झूठे देवी देवताओं का प्रतिरूप तैयार कर लेता है। * बाइबल में परमेश्वर के लोग बार-बार उसकी अवज्ञा करके इन झूठे देवी-देवताओं की पूजा करने लगे थे। * दुष्टात्माएं मनुष्यों को धोखा देती हैं कि वे विश्वास करें कि जिन झूठे ईश्वरों और मूर्तियों की वे पूजा करते हैं उनमें शक्ति है। * बाल, दगोन, मोलेक, ये तीन उन अनेक झूठे ईश्वरों में थे जिनकी पूजा बाइबल युग में की जाती थी। @@ -13,11 +13,11 @@ -एक मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं ताकि वे इसकी पूजा कर सकें। कुछ को "मूर्तिपूजक" के रूप में वर्णित किया जाता है यदि इसमें एक सच्चे परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को सम्मान देना शामिल है। +मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं कि वे उसकी पूजा कर सकें। "मूर्तिपूजक" उस किसी को भी कहा जाता है जो एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान दे| * लोग उन झूठे देवताओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए मूर्तियाँ बनाते हैं जिनकी वे पूजा करते हैं। -* ये झूठे देवता नहीं होते हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है। -* कभी-कभी दुष्टात्मा एक मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही वह ऐसा न करता हो। +* ये झूठे देवता कुछ नहीं हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है। +* कभी-कभी दुष्टात्मा मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही न हो। * मूर्तियों को अक्सर सोने, चांदी, कांस्य या महंगी लकड़ी जैसी मूल्यवान सामग्रियों से बनाया जाता है। * एक "मूर्तिपूजक राज्य" का अर्थ है, "उन लोगों का राज्य जो मूर्तियों की पूजा करते हैं" या "उन लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।" * शब्द "मूर्तिमान आकृति" एक "नक्काशीदार छवि" या "मूर्ति" का दूसरा शब्द है। @@ -30,7 +30,7 @@ * लक्षित भाषा या आसपास की भाषा में “ईश्वर” या “झूठे ईश्वर” के लिए कोई शब्द होगा। * “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है। -* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का उपयोग किया जाता है। अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है +* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द का आरम्भ छोटे अक्षर 'g' से और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का आरम्भ बड़े 'G' से किया जाता है । अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है * एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है। * कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त का उपयोग किया जाता है।