diff --git a/bible/kt/adultery.md b/bible/kt/adultery.md index 916787b..fde4780 100644 --- a/bible/kt/adultery.md +++ b/bible/kt/adultery.md @@ -1,39 +1,37 @@ -# व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारी,व्यभिचारिणियों # +# व्यभिचार, व्यभिचारी, व्यभिचारी, व्यभिचारिणी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“व्यभिचार” अर्थात विवाहित मनुष्य द्वारा विवाह की सीमा के बाहर यौन सम्बन्ध बनाने का पाप। दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” ऐसा व्याहार या ऐसा पाप करने वाला मनुष्य। +“व्यभिचार” शब्द उस पाप को संदेभित करता है जब कोई विवाहित मनुष्य किसी ऐसे मनुष्य से शारीरिक सम्बन्ध बनाता है जो उसका जीवन साथी नहीं है| दोनों ही व्यभिचार के दोषी हैं। “व्यभिचारी” शब्द ऐसे व्याहार या ऐसा पाप करने वाले मनुष्य का वर्णन करता है| -* व्यभिचारी सामान्यतः व्यभिचार करनेवाला मनुष्य के सन्दर्भ में है। -* व्यभिचारिणी-व्यभिचार करनेवाली स्त्री के सन्दर्भ में है। -* व्यभिचार में पति-पत्नी द्वारा विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ना। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को व्यभिचार नहीं करने का आदेश दिया। -* “व्यभिचारिणियों” प्रतीकात्मक रूप में इस्राएल के लिए काम में लिया गया है जब वे परमेश्वर के स्वामीभक्त नहीं होते थे, विशेष करके जब वे छुठे ईश्वर की उपासना करते थे। +* "व्यभिचारी" शब्द सामान्यतः व्यभिचार करनेवाले मनुष्य के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है। +* कभी-कभी, "व्यभिचारिणी" शब्द यह निश्चित दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है कि व्यभिचार करने वाली स्त्री है| +* व्यभिचार में पति-पत्नी उनके विवाह की वाचा में की गई प्रतिज्ञाओं को तोड़ देते हैं। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी है कि वे व्यभिचार नहीं करें| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* यदि लक्षित भाषा में व्यभिचार के अनुवाद हेतु एक शब्द न होते। इसका अनुवाद एक उक्ति में किया जा सकता है, “किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”। +* यदि लक्षित भाषा में ऐसा कोई शब्द न हो जिसका अर्थ, "व्यभिचार" हो तो इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे वाक्यांश से किया जा सकता है जैसे, "किसी और की पत्नी के साथ यौन संबन्ध बनाना” या “किसी और के जीवन साथी के साथ अन्तरंग संबन्ध बनाना”। * कुछ भाषाओं में व्यभिचार को स्पष्ट व्यक्त नहीं किया जाता है जैसे, “किसी और के जीवन साथी के साथ सोना” या “अपनी पत्नी से विश्वासघात करना”। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)) -* जब '' व्यभिचारी '' का प्रयोग किसी आलंकारिक अर्थ में किया जाता है, तो अविश्वासी पति / पत्नी के साथ तुलना की जा रही उनके आज्ञा न मानने वाले लोगों के बारे में परमेश्वर के विचारों के बारे में संवाद करने के लिए, यह सबसे अच्छा अनुवाद करना है। अगर यह लक्षित भाषा में सही ढंग से नहीं व्यक्त किया जाए, तो "व्यभिचारी" का आलंकारिक उपयोग "विश्वासघाती" या "अनैतिक" या "विश्वासघाती पति की तरह" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [प्रतिबद्ध](../other/commit.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [यौन अनैतिकता](../other/fornication.md), [के साथ सोना](../other/sex.md), [विश्वासघाती](../kt/unfaithful.md)) +(यह भी देखें: [करना](../other/commit.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [यौन अनैतिकता](../other/fornication.md), [के साथ सोना](../other/sex.md), [विश्वासयोग्य](../kt/unfaithful.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [निर्गमन 20:12-14](rc://en/tn/help/exo/20/12) -* [होशे 04:1-2](rc://en/tn/help/hos/04/01) -* [लूका 16:18](rc://en/tn/help/luk/16/18) -* [मत्ती 05:27-28](rc://en/tn/help/mat/05/27) -* [मत्ती 12:38-40](rc://en/tn/help/mat/12/38) -* [प्रकाशितवाक्य 02:22-23](rc://en/tn/help/rev/02/22) +* [निर्गमन 20:14](rc://hi /tn/help/exo/20/14) +* [होशे 4:1-2](rc://hi/tn/help/hos/04/01) +* [लूका 16:18](rc://hi/tn/help/luk/16/18) +* [मत्ती 5:28](rc://hi/tn/help/mat/05/28) +* [मत्ती 12:39](rc://hi/tn/help/mat/12/39) +* [प्रकाशितवाक्य 02:22](rc://hi/tn/help/rev/02/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[13:06](rc://en/tn/help/obs/13/06)__ "तू __व्यभिचार__ न करना।" -* __[13:06](rc://en/tn/help/obs/28/02)__ __व्यभिचार__ मत करना -* __[34:07](rc://en/tn/help/obs/34/07)__ “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और __व्यभिचारी__ नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’” +* __[13:6](rc://hi/tn/help/obs/13/06)__ "तू __व्यभिचार__ न करना।" +* __[28:2](rc://hi/tn/help/obs/28/02)__ __व्यभिचार__ मत करना +* __[34:7](rc://hi/tn/help/obs/34/07)__ “धार्मिक अगुवे ने अपने मन में इस तरह प्रार्थना की, ‘हे परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ कि मैं दूसरे मनुष्यों के समान अन्धेर करनेवाला, अन्यायी और __व्यभिचारी__ नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूँ।’” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5003, H5004, G3428, G3429, G3430, G3431, G3432 +* स्ट्रोंग्स: H5003, H5004, G34280, G34290, G34300, G34310, G34320 diff --git a/bible/kt/altar.md b/bible/kt/altar.md index f6da14d..f497070 100644 --- a/bible/kt/altar.md +++ b/bible/kt/altar.md @@ -1,32 +1,32 @@ # वेदी, वेदियों -## परिभाषा: +## परिभाषा वेदी एक पत्थर निर्मित ऊंचा स्थान होता था जिस पर इस्राएली परमेश्वर के लिए पशु या अन्न होम करके बलि चढ़ाते थे। -* बाइबल के युग में मिट्टी के गारे से एक छोटा टीला या बड़े-बड़े पत्थरों को एक के ऊपर एक रख वेदी बनाई जाती थी। +* बाइबल के युग में मिट्टी के गारे से एक छोटा टीला या बड़े-बड़े पत्थरों को एक के ऊपर एक रख स्थिर वेदी बनाई जाती थी। * कुछ विशेष वेदियां लकड़ी के बक्से जैसी बनाई जाती थी जिन पर सोना, पीतल या कांसा चढ़ाया जाता था। -* इस्राएल के पड़ोस की जातियां भी अपने देवताओं के लिए बलि चढ़ाने हेतु वेदियां बनाती थी। +* इस्राएल की पड़ोस जातियां भी अपने देवताओं के लिए बलि चढ़ाने हेतु वेदियां बनाती थी। -(यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) +(यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [अन्नबलि](../other/grainoffering.md), [बलि](../other/sacrifice.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [उत्पत्ति 8:20](rc://hi/tn/help/gen/08/20) * [उत्पत्ति 22:9](rc://hi/tn/help/gen/22/09) * [याकूब 2:21](rc://hi/tn/help/jas/02/21) -* [लूका 11:49-51](rc://hin/tn/help/luk/11/49) +* [लूका 11:49-51](rc://hi/tn/help/luk/11/49) * [मत्ती 05:23](rc://hi/tn/help/mat/05/23) * [मत्ती 23:19](rc://hi/tn/help/mat/23/19) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[3:14](rc://hi/tn/help/obs/03/14)__ नूह जहाज़ से बहार निकल आया, उसने एक __वेदी__ बनाई, और बलि के लिए उचित प्रत्येक प्रजाति के कुछ पशुओं की बलि चढ़ाई। -* __[5:8](rc://hi/tn/help/obs/05/08)__ जब वे बलिदान की जगह पर पहुंच गए, तो अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे __वेदी__ पर रख दिया। -* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ याजक पशु को मारकर उसे __वेदी__ पर जलाएगा। -* __[16:6](rc://hi/tn/help/obs/16/06)__ उसने(गिदोन ने) मूर्तिओं के लिए बनाई गई __वेदी__के निकट यहोवा को समर्पित एक नई __वेदी__ बनाई और परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई। +* __[3:14](rc://hi/tn/help/obs/03/14)__ नूह जहाज़ से बहार निकल आया, उसने एक __वेदी__ बनाई, और बलि के योग्य प्रत्येक प्रजाति के कुछ पशुओं की बलि चढ़ाई। +* __[5:8](rc://hi/tn/help/obs/05/08)__ जब वे बलि चढ़ाने के स्थान पर पहुंच गए, तब अब्राहम ने अपने पुत्र इसहाक को बांध दिया और उसे __वेदी__ पर रख दिया। +* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ याजक पशु को मारकर उसे __वेदी__ पर जलाए। +* __[16:6](rc://hi/tn/help/obs/16/06)__ उसने(गिदोन ने) मूर्तिओं के लिए बनाई गई __वेदी__जहां होती थी वहाँ उसने (गिदोन ने) परमेश्वर को समर्पित एक नई __वेदी__ बनाई और उस पर परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H741, H2025, H4056, H4196, G1041, G2379 +* स्ट्रोंग्स: H0741, H2025, H4056, H4196, G10410, G23790 diff --git a/bible/kt/anoint.md b/bible/kt/anoint.md index c048a8b..bb49337 100644 --- a/bible/kt/anoint.md +++ b/bible/kt/anoint.md @@ -1,39 +1,38 @@ -# अभिषेक करना, अभिषिक्त, अभिषेक # +# अभिषेक करना, अभिषिक्त, अभिषेक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अभिषेक करना” शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर तेल उण्डेलना। कभी-कभी तेल में मसाले मिलाए जाते थे कि उसमें से सुगन्ध हो। यह शब्द पवित्र आत्मा के लिए प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है जब वह किसी को चुनकर सामर्थ्य प्रदान करता है। +“अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे| -* पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं को तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा के निमित्त अलग किया जाए। -* वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था ताकि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए थे। -* नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए तेल से अभिषेक किया जाता था। -* नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप यीशु का सुगन्धित द्रव्य से अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने कहा कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है। -* यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने उसके शव को दफन के लिए तेल और सुगन्धित द्रव्यों से अभिषेक करके तैयार किया था। -* “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”। -* मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे चुना गया था और भविष्यद्वक्ता, महायाजक एवं राजा स्वरूप उसका अभिषेक किया गया था। +* पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं का तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा निमित्त अलग किया जाए। +* वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था कि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए हैं। +* नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए उनका तेल से अभ्यंजन किया जाता था। +* नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप सुगन्धित द्रव्य से यीशु का अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने यहाँ तक कह दिया था कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है। +* यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने तेल और सुगन्धित द्रव्यों से उसके शव का अभ्यंजन करके दफन के लिए तैयार किया था। +* “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”। +* मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे भविष्यद्वक्ता, महायाजक और राजा होने के लिए चुना गया था तथा उसका अभिषेक किया गया था। +* बाईबल के युग में कुछ स्त्रियाँ इत्र से अपना अभ्यंजन करती थीं कि उनका योन आकर्षण प्रकट हो -* बाइबिल के समय में, एक स्कोत्री स्वयं को अधिक आकर्षक बनाने के लिए इत्र से खुद का अभिषेक कर सकती है। +## अनुवाद के सुझाव: -## अनुवाद के सुझाव: ## - -* प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है। -* “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “अभिषिक्त होना” किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” शब्द का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है। +* “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “पवित्र किया जाना” हो सकता है। * कुछ संदर्भों में “अभिषेक” का अनुवाद “नियुक्त” हो सकता है। -* “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभिषेक तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है। +* “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभ्यंजन तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है। -(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [याजक](../kt/priest.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md) ) +(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [याजक](../kt/priest.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md) ) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:20-21](rc://en/tn/help/1jn/02/20) -* [1 यूहन्ना 02:27-29](rc://en/tn/help/1jn/02/27) -* [1 शमूएल 16:2-3](rc://en/tn/help/1sa/16/02) -* [प्रे.का. 04:27-28](rc://en/tn/help/act/04/27) -* [आमोस 06:5-6](rc://en/tn/help/amo/06/05) -* [निर्गमन 29:5-7](rc://en/tn/help/exo/29/05) -* [याकूब 05:13-15](rc://en/tn/help/jas/05/13) +* [1 यूहन्ना 2:20](rc://hi/tn/help/1jn/02/20) +* [1 यूहन्ना 2:27](rc://hi/tn/help/1jn/02/27) +* [1 शमूएल 16:2-3](rc://hi/tn/help/1sa/16/02) +* [प्रे.का. 4:27-28](rc://hi/tn/help/act/04/27) +* [आमोस 6:5-6](rc://hi/tn/help/amo/06/05) +* [निर्गमन 29:5-7](rc://hi/tn/help/exo/29/05) +* [याकूब 5:13-15](rc://hi/tn/help/jas/05/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, H1101, H1878, H3323, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, G218, G1472, G2025, G3462, G5545, G5548 +* स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H1101, H1878, H3323, H4397, H4398, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, H8136, G00320, G02180, G07430, G14720, G20250, G34620, G55450, G55480 \ No newline at end of file diff --git a/bible/kt/appoint.md b/bible/kt/appoint.md index 01113b6..4fd95cb 100644 --- a/bible/kt/appoint.md +++ b/bible/kt/appoint.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## परिभाषा: -“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य या भूमिका के लिए चुनना। +“नियुक्त करना” और “नियुक्त किया” अर्थात किसी को किसी विशेष कार्य को करने या भूमिका को निभाने के लिए चुनना। -* “नियुक्त होना” का संदर्भ “चुना हुआ” होना से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे  “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया” में है. लोग “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” थे अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे. +* “नियुक्त होना” का संदर्भ “ठहराया हुआ” से भी होता है कि कुछ प्राप्त करे, जैसे  “अनन्त जीवन के लिए ठहराया गया|” मनुष्य “अनन्त जीवन के लिए ठहराए गए” अर्थात वे अनन्त जीवन के लिए चुने गए थे. * “नियुक्त समय” अर्थात किसी घटना के होने के लिए परमेश्वर का “चुना हुआ समय” या “योजनाबद्ध समय.”  -* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना." +* “ठहराए” शब्द का अर्थ “आज्ञा देना” या किसी को किसी काम के लिए "उत्तरदायित्व सौपना." भी हो सकता है| ## अनुवाद के सुझाव: @@ -16,14 +16,14 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 08:11](rc://hi/tn/help/1sa/08/11)  -* [प्रे.का. 03:20](rc://hi/tn/help/act/03/20) -* [प्रे.का. 06:02](rc://hi/tn/help/act/06/02) +* [1 शमूएल 8:11](rc://hi/tn/help/1sa/08/11)  +* [प्रे.का. 3:20](rc://hi/tn/help/act/03/20) +* [प्रे.का. 6:02](rc://hi/tn/help/act/06/02) * [प्रे.का. 13:48](rc://hi/tn/help/act/13/48) * [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://hi/tn/help/gen/41/33) -* [गिनती 03:9-10](rc://hi/tn/help/num/03/09) +* [गिनती 3:9-10](rc://hi/tn/help/num/03/09) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H561, H977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G322, G606, G1299, G1303, G1935, G2525, G2749, G4287, G4384, G4929, G5021, G5087 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0561, H0977, H2163, H2296, H2706, H2708, H2710, H3198, H3245, H3259, H3677, H3983, H4150, H4151, H4152, H4483, H4487, H4662, H5324, H5344, H5414, H5567, H5975, H6310, H6485, H6565, H6635, H6680, H6923, H6942, H6966, H7760, H7896, G03220, G06060, G12990, G13030, G19350, G25250, G27490, G42870, G42960, G43840, G49290, G50210, G50870 \ No newline at end of file diff --git a/bible/kt/believe.md b/bible/kt/believe.md index 4d7690a..097e79c 100644 --- a/bible/kt/believe.md +++ b/bible/kt/believe.md @@ -1,75 +1,102 @@ -# विश्वास, विश्वासी, अविश्वास, अविश्वासी +# विश्वास करना, विश्वासी, विश्वास, अविश्वासी, अविश्वास ## परिभाषा: -“विश्वास” और “विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर बहुत कम है। +“विश्वास करना” और “में विश्वास करना” निकट संबन्ध में हैं परन्तु इसके अर्थ में अन्तर तो है परन्तु बहुत कम है। -## 1\. विश्वास +### 1. विश्वास करना -* किसी पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है। -* किसी पे विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है। +* किसी बात पर विश्वास करना अर्थात स्वीकार करना या भरोसा रखना की यह सच है। +* किसी पर विश्वास करना अर्थात यह मानना की उस व्यक्ति ने जो कहा वह सच है। -## 2\. विश्वास करने +### 2. में विश्वास करना -* किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना है। भरोसा करने का अर्थ है कि वह व्यक्ति जो कहता है वह हमेशा सच्चाई से बोलता है, और वह करेगा जो उसने करने का वादा किया है। -* जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी चीज़ में विश्वास करता है, तो वह ऐसे तरीके से कार्य करेगा जो इस विश्वास को दर्शाता है। -* वाक्यांश "किसी में विश्वास करना" का अर्थ के रूप में "में विश्वास है।" -* “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए मारा गया। इसका अर्थ भरोसा रखना की वे उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो। +* किसी व्यक्ति पर "विश्वास करने" का अर्थ है, उस व्यक्ति पर "भरोसा" रखना। भरोसा करने का अर्थ है, कोई व्यक्ति वही है जो वह कहता है कि वह है, और कि वह सदा सत्य बोलेगा और वह किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है तो उसको पूरी करेगा| +* जब कोई व्यक्ति वास्तव में किसी बात में विश्वास करता है, तो उसका व्यवहार ऐसा होगा कि उसका विश्वास प्रकट हो| +* यह वाक्यांश "में विश्वास करना" का अर्थ वही है जो "में विश्वास" का है। +* “मसीह पर विश्वास” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर का पुत्र है, वह स्वयं परमेश्वर है जो मनुष्य बना और हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए बलि होकर मारा गया। इसका अर्थ है, उस पर भरोसा रखना कि वह उद्धारक है और ऐसा जीवन जीना जिससे उसका सम्मान हो। + + +### 3. विश्वासी +बाईबल में "विश्वासी" शब्द का सन्दर्भ उस मनुष्य से है जो मसीह यीशु में विश्वास रखता है और अपना उद्धारक होने के लिए उस पर भरोसा रखता है| ## अनुवाद के सुझाव: -* “विश्वास करना” का अनुवाद “जानना की सत्य है” या “उचित होने का ज्ञान” किया जा सकता है। -* “में विश्वास करना” का अनुवाद “पूर्ण भरोसा” या “विश्वास करना” एवं “आज्ञा मानना” या “पूर्ण निर्भर होकर अनुसरण करना” हो सकता है। +* “विश्वासी” शब्द का वास्तविक अर्थ है, "विश्वास करने वाला मनुष्य|" +* “मसीही” शब्द अंततः विश्वासियों का पदनाम हो गया क्योंकि इसके द्वारा संकेत मिलता है कि वे मसीह में विश्वास करते हैं और उसकी शिक्षाओं पर चलते हैं| + + +### 4. अविश्वास + + +"अविश्वास शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु पर विश्वास नहीं करना| + +* बाईबल में "अविश्वास" का अर्थ है, यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करना, भरोसा नहीं रखना| +* मनुष्य जो यीशु में विश्वास नहीं करता है उसको "अविश्वासी" कहा जाता है| + + +## अनुवाद के सुझाव +* "विश्वास करना" का नौवाद किया जा सकता है,जानना कि सच है" या "जानना कि न्यायोचित है" +* "में विश्वास करना" का अनुवाद हो सकता है, "पुर्णतः भरोसा रखना" या "भरोसा रखना और आज्ञा मानना" या "पूर्ण निर्भर करना और अनुसरण करना" +* कुछ अनुवादों में "यीशु के विश्वासी" या "मसीह के विश्वासी" कहना वरीयता में रखा गया है| +* इस शब्द का अनुवाद एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "यीशु पर भरोसा रखने वाला मनुष्य" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसके लिए जीता है" +*"विश्वासी" शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां हो सकती हैं, "यीशु का अनुयायी" या "मनुष्य जो यीशु को जानता है और उसका आज्ञाकारी है" +* "विश्वासी" शब्द किसी भी विश्वासी के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है जबकि "शिष्य" और "प्रेरित" शब्द मुख्यतः उन मनुष्यों के लिए विशिष्टता में काम में लिया गया था जिन्होंने यीशु को उसके पार्थिव जीवन में देखा था| इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग करना ही उचित होगा जिससे कि वे पृथक हों| +* "अविश्वास के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, "विश्वास की कमी" या "विश्वास नहीं करना" +* "अविश्वासी" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "यीशु में विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" या "यीशु में उद्धारक होने का विश्वास नहीं करने वाला मनुष्य" + + +(यह भी देखें: +(यह भी देखें: [विश्वास करना](../kt/believe.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीही](../kt/christian.md), [शिष्य](../kt/disciple.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [भरोसा](../kt/trust.md)) -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), प्रेरित, मसीह, शिष्य, [विश्वास](../kt/believer.md), भरोसा) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/15/06) [15:06](rc://en/tn/help/gen/15/06) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/15/06) [45:26](rc://en/tn/help/gen/45/26) -* [अय्यूब](rc://en/tn/help/job/09/16) [09:16-18](rc://en/tn/help/job/09/16) -* [हबक्कूक](rc://en/tn/help/hab/01/05) [01:5-7](rc://en/tn/help/hab/01/05) -* [मरकुस](rc://en/tn/help/mrk/01/14) [06:4-6](rc://en/tn/help/mrk/06/04) -* [मरकुस](rc://en/tn/help/mrk/01/14) [01:14-15](rc://en/tn/help/mrk/01/14) -* [लूका 09:41](rc://en/tn/help/luk/09/41) -* [यूहन्ना](rc://en/tn/help/1jn/03/23) [01:12](rc://en/tn/help/jhn/01/12) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [06:05](rc://en/tn/help/act/06/05) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [09:42](rc://en/tn/help/act/09/42) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/28/23) [28:23-24](rc://en/tn/help/act/28/23) -* [रोमियों 03:03](rc://en/tn/help/rom/03/03) -* [1 कुरिन्थियों 06:01](rc://en/tn/help/1co/06/01) -* [1 कुरिन्थियों](rc://en/tn/help/1co/06/01) [09:05](rc://en/tn/help/1co/09/05) -* [2](rc://en/tn/help/2co/06/15) [कुरिन्थियों](rc://en/tn/help/1co/06/01) 06:15 -* [इब्रानियों 03:12](rc://en/tn/help/heb/03/12) -* [1 यूहन्ना](rc://en/tn/help/1jn/03/23) [03:23](rc://en/tn/help/1jn/03/23) +* [उत्पत्ति 15:6](rc://hi/tn/help/gen/15/06) +* [उत्पत्ति 45:26](rc://hi/tn/help/gen/45/26) +* [अय्यूब 9:16-18](rc://hi/tn/help/job/09/16) +* [हबक्कूक 1:5-7](rc://hi/tn/help/hab/01/05) +* [मरकुस 6:4-6](rc://hi/tn/help/mrk/06/04) +* [मरकुस1:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) +* [लूका 9:41](rc://hi/tn/help/luk/09/41) +* [यूहन्ना 1:12](rc://hi/tn/help/jhn/01/12) +* [प्रे.का 6:5](rc://hi/tn/help/act/06/05) +* [प्रे.का. 9:42](rc://hi/tn/help/act/09/42) +* [प्रे.का. 28:23-24](rc://hi/tn/help/act/28/23) +* [रोमियों 3:3](rc://hi/tn/help/rom/03/03) +* [1 कुरिन्थियों 6:1](rc://hi/tn/help/1co/06/01) +* [1 कुरिन्थियों 9:5](rc://hi/tn/help/1co/09/05) +* [2कुरिन्थियों 6:15](rc://hi/tn/help/2co/06/15) +* [इब्रानियों 3:12](rc://hi/tn/help/heb/03/12) +* [1 यूहन्ना 3:23](rc://hi/tn/help/1jn/03/23)##बाईबल की कहानियों के उदाहरण -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण: +* __[3:4](rc://hi/tn/help/obs/03/04)__ नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर __विश्वास__ नहीं किया। + +* __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ अब्राम__ ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर __विश्वास__ किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर __विश्वास किया__ है। + +* __[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा, जो मनुष्य उस पर __विश्वास करेंगा__ उसके पहिलौठे पुत्र को बचाने का का मार्ग उसने तैयार कर दिया है। + +* __[11:6](rc://hi/tn/help/obs/11/06)__परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर__ विश्वास__ नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे। + +* __[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर __विश्वास करता__ है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर __विश्वास करता__ है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर __विश्वास करती__ है?” + +* **[43:1](rc://hi/tn/help/obs/43/01)** **यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के **विश्वासी** लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे होते थे।** + +* __[43:3](rc://hi/tn/help/obs/43/03)__ जब सब __विश्वासी__एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया। उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक__विश्वासी__ पर आ ठहरी। + +* __[43:13](rc://hi/tn/help/obs/43/13)__ प्रतिदिन, बहुत से लोग __विश्वासी__बनते गये। + +* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए __विश्वासी__ अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया। + +* __[46:1](rc://hi/tn/help/obs/46/01)__शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों  पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने __विश्वासियों__ को सताया। + +* __[46:9](rc://hi/tn/help/obs/46/09)__ कुछ __विश्वासी__ यरूशलेम के क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और उन्होंने अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया। + +* __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ उन्होंने कलीसियाओं में __विश्वासियों__ को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे। + -* **[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)** नूह ने लोगों को बाढ़ के विषय में चेतावनी दी , और कहा कि परमेश्वर की ओर मन फिराओ पर उन्होंने नूह पर **विश्वास** नहीं किया। - -* **[04:08](rc://en/tn/help/obs/04/08)** अब्राम ने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास** किया। परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम धर्मी है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर **विश्वास किया** है। - -* **[11:02](rc://en/tn/help/obs/11/02)** परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर **विश्वास करेंगा** वह उसके पहिलौठे पुत्र को बचाएगा। - -* **[11:06](rc://en/tn/help/obs/11/06)** **परन्तु मिस्र के लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं करते थे या उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते थे।** - -* **[37:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)** यीशु ने उससे कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ। जो कोई मुझ पर **विश्वास करता** है वह यदि मर भी जाए तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर **विश्वास करता** है वह कभी न मरेंगा। क्या तू इस बात पर **विश्वास करती** है?” - -* **[43:01](rc://en/tn/help/obs/43/01)** **यीशु के स्वर्ग लौटने के बाद, चेले यरूशलेम में ही रहे क्योंकि यीशु ने उन्हें ऐसा करने की आज्ञा दी थी। वहाँ के विश्वासी लगातार प्रार्थना करने के लिए इकट्ठे हुए।** - -* **_*[43:03](rc://en/tn/help/obs/43/03) जब सभी विश्वासी एक साथ थे, अचानक वह घर जहाँ वे थे एक तेज आवाज की वायु से भर गया*_** । उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक पर आ ठहरी। - -* **[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13) प्रतिदिन, बहुत से लोग विश्वासी बन गये**। - -* **[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)** **उस दिन से यरूशलेम में बहुत से लोगों ने यीशु के अनुयायियों को सताना शुरू कर दिया, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों पर भाग गए। लेकिन इसके बावजूद, जहाँ भी वे गए उन्होंने यीशु के बारे में प्रचार किया।** - -* **_*[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)*_** **_शाऊल वह युवक था, जिसने स्तिफनुस की हत्या करने वाले लोगों के परिधानों  पर पहरा दिया था। वह यीशु पर विश्वास नहीं करता था, इसलिए उसने विश्वासियों को सताया।_** - -* **[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)** कुछ लोग **यरूशलेम के** क्लेश के कारण तितर-बितर हो गए थे, और अन्ताकिया में पहुँच कर यीशु के बारे में प्रचार किया**। यह वही जगह है जहाँ पहली बार यीशु के विश्वासी को** **"मसीह" कहा गया था****।** - -* **[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)** **उन्होंने कलीसियाओं में विश्वासियों को प्रोत्साहित करने और सिखाने के लिए कई पत्र भी लिखे।** - ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H539, H540, G543, G544, G569, G570, G571, G3982, G4100, G4102, G4103, G4135 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0539, H0540, G05430, G05440, G05690, G05700, G05710, G39820, G41000, G41020, G41030, G41350 diff --git a/bible/kt/beloved.md b/bible/kt/beloved.md index dab77bc..4e06e3e 100644 --- a/bible/kt/beloved.md +++ b/bible/kt/beloved.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# प्रिय # +# प्रिय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है कि जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और किसी का प्रिय है। +“प्रिय” शब्द प्रीति की अभिव्यक्ति है जो ऐसे व्यक्ति का वर्णन करती है जिससे प्रेम किया जाता है और जो किसी का प्रिय है। * “प्रिय” शब्द का वास्तविक अर्थ है “प्रिय जन” या “जिसे प्रेम किया जाता है” * परमेश्वर ने यीशु के लिए कहा कि वह उसका “प्रिय पुत्र है” -* प्रेरितों द्वारा लिखे मसीह कलीसियाओं के पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था। +* प्रेरितों द्वारा मसीह की कलीसियाओं को लिखे गए पत्रों में बार-बार सहविश्वासियों को “प्रिय” कहा था। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “स्नेही”, या “प्रिय जन” या “अति प्रिय” या “अति स्नेहमय” -* घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में अलग-अलग उक्तियां अधिक स्वाभाविक होंगी। -* ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द परमेश्वर के प्रेम से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और बलिदान का है। +* घनिष्ठ मित्रों के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “मेरे प्रिय मित्र” या “मेरे घनिष्ठ मित्र” अंग्रेजी भाषा में यह कहना स्वाभाविक है, “मेरे प्रिय मित्र पौलुस” या “पौलुस, मेरे प्रिय मित्र” अन्य भाषाओं में इसको भिन्न रूप से क्रमबद्ध करनाअधिक स्वाभाविक होगा। +* ध्यान दें कि “प्रिय” शब्द उस शब्द से निकलता है जो परमेश्वर के प्रेम का है जो शर्तरहित,निःस्वार्थ से आता है जो शर्तरहित है, निःस्वार्थ और आत्मत्याग का है। (यह भी देखें: [प्रेम](../kt/love.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 04:14-16](rc://en/tn/help/1co/04/14) -* [1 यूहन्ना 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01) -* [1 यूहन्ना 04:7-8](rc://en/tn/help/1jn/04/07) -* [मरकुस 01:9-11](rc://en/tn/help/mrk/01/09) -* [मरकुस 12:6-7](rc://en/tn/help/mrk/12/06) -* [प्रकाशितवाक्य 20:9-10](rc://en/tn/help/rev/20/09) -* [रोमियो 16:6-8](rc://en/tn/help/rom/16/06) -* [श्रेष्ठगीत 01:12-14](rc://en/tn/help/sng/01/12) +* [1 कुरिन्थियों 4:14-16](rc://hi/tn/help/1co/04/14) +* [1 यूहन्ना 3:2](rc://hi/tn/help/1jn/03/01) +* [1 यूहन्ना 4:7](rc://hi/tn/help/1jn/04/07) +* [मरकुस 1:11](rc://hi/tn/help/mrk/01/11) +* [मरकुस 12:6](rc://hi/tn/help/mrk/12/06) +* [प्रकाशितवाक्य 20:9](rc://hi/tn/help/rev/20/09) +* [रोमियो 16:8](rc://hi/tn/help/rom/16/08) +* [श्रेष्ठगीत 1:14](rc://hi/tn/help/sng/01/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G25, G27, G5207 +* Strong's: H157, H1730, H2532, H3033, H3039, H4261, G00250, G00270, G52070 diff --git a/bible/kt/blasphemy.md b/bible/kt/blasphemy.md index 1b13b64..2d72268 100644 --- a/bible/kt/blasphemy.md +++ b/bible/kt/blasphemy.md @@ -1,34 +1,34 @@ -## निन्दा, निन्दा करना, निन्दक ## +# निंदा, निन्दा करना, निन्दक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान व्यक्त करना। किसी की “निन्दा” शब्द का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें। +बाइबल में “निन्दा” शब्द का अर्थ है परमेश्वर या मनुष्य के प्रति घोर अपमान के शब्दों का प्रयोग करना| किसी की “निन्दा” करने का अर्थ है किसी के विरूद्ध ऐसी बातें कहना कि सुननेवाला उसके बारे में गलत या बुरा सोचें। -* परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता था कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उसका अपमान करना या परमेश्वर के सम्मान को हानि पहुंचाना या ऐसा अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे। -* मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या अपने आप को भी परमेश्वर के तुल्य एक परमेश्वर कहे तो वह निन्दा है। -* कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में जब मनुष्य के विरूद्ध कुछ कहा जाता है तो वे “मानहानि” (स्लेण्डर) शब्द का उपयोग करते हैं। +* परमेश्वर की निन्दा करने का अर्थ अधिकतर यह होता है कि परमेश्वर के बारे में असत्य बातें कह कर उस पर कलंक लगाना या उसका अपमान करना या अनैतिक व्यवहार करना जिससे परमेश्वर की प्रतिष्ठा गिरे। +* मनुष्य स्वयं को परमेश्वर कहे या दावा करे कि एकमात्र सच्चे परमेश्वर के अतिरिक्त भी कोई परमेश्वर है तो यह निंदा करना है| +* कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करणों में "कलंक" शब्द का उपयोग किया गाया है जब मनुष्यों के विरूद्ध कुछ कहा जाता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “निन्दा” का अनुवाद किया जा सकता है, “किसी के विरूद्ध बुरी बातें कहना” या “परमेश्वर का अपमान करना” या “मानहानि करना” * “निन्दा” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “किसी के विरूद्ध झूठी बातें कहना” या “मानहानि करना” या “झूठी अफवाह उड़ाना”। (यह भी देखें: [निरादर](../other/dishonor.md), [झूठा दोष लगाना](../other/slander.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 01:12-14](rc://en/tn/help/1ti/01/12) -* [प्रे.का. 06:10-11](rc://en/tn/help/act/06/10) -* [प्रे.का. 26:9-11](rc://en/tn/help/act/26/09) -* [याकूब 02:5-7](rc://en/tn/help/jas/02/05) -* [यूहन्ना 10:32-33](rc://en/tn/help/jhn/10/32) -* [लूका 12:8-10](rc://en/tn/help/luk/12/08) -* [मरकुस 14:63-65](rc://en/tn/help/mrk/14/63) -* [मत्ती 12:31-32](rc://en/tn/help/mat/12/31) -* [मत्ती 26:65-66](rc://en/tn/help/mat/26/65) -* [भजन संहिता 074:9-11](rc://en/tn/help/psa/074/009) +* [1 तीमुथियुस 1:12-14](rc://hi/tn/help/1ti/01/12) +* [प्रे.का. 6:11](rc://hi/tn/help/act/06/11) +* [प्रे.का. 26:9-11](rc://hi/tn/help/act/26/09) +* [याकूब 02:5-7](rc://hi/tn/help/jas/02/05) +* [यूहन्ना 10:32-33](rc://hi/tn/help/jhn/10/32) +* [लूका 12:10](rc://hi/tn/help/luk/12/10) +* [मरकुस 14:64](rc://hi/tn/help/mrk/14/64) +* [मत्ती 12:31](rc://hi/tn/help/mat/12/31) +* [मत्ती 26:65](rc://hi/tn/help/mat/26/65) +* [भजन संहिता 74:10](rc://hi/tn/help/psa/074/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G987, G988, G989 +* स्ट्रोंग्स : H1288, H1442, H2778, H5006, H5007, H5344, G09870, G09880, G09890 diff --git a/bible/kt/bless.md b/bible/kt/bless.md index 72574d5..54d95d0 100644 --- a/bible/kt/bless.md +++ b/bible/kt/bless.md @@ -1,49 +1,49 @@ -# आशीष, धन्य, आशीर्वाद # +# आशीष देना, धन्य, आशीर्वाद -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात होने की कामना करना। +किसी को “आशीष” देना अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की कामना करना। -* किसी को आशीष देने का अर्थ उसके प्रति सकारात्मक एवं लाभकारी मनोकामना व्यक्त करना। +* किसी को आशीष देने का अर्थ यह भी हो सकता है, मनुष्य विशेष के लिए अच्छी एवं लाभकारी बात की मनोकामना व्यक्त करना। * बाइबल के युग में पिता प्रायः अपनी सन्तान को विधिवत आशीष देते थे। -* परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहता है तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं। -* कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करना भी होता है या परमेश्वर को भोजन के लिए धन्यवाद देना और उसका गुणगान करना। +* परन्तु मनुष्य जब परमेश्वर को “धन्य”कहते हैं या इच्छा प्रकट करते हैं किप्रमेश्वर धन्य हो, तो इसका अर्थ है कि वे उसकी स्तुति करते हैं| तब इस शब्द का अभिप्राय है, वे उसका गुणगान कर रहे हैं। +* कभी-कभी “आशीष” शब्द भोजन को खाने से पहले उसे पवित्र करने की प्रक्रिया के लिए या भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद करने एवं स्तुति करने के लिए भी काम में लिया जाता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “आशीष” देना का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या “किसी पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है। -* “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”। +* “आशीष देना" का अनुवाद “उदारता से प्रदान करना” या किसी "पर अत्यधिक दया एवं कृपा प्रकट करना” भी हो सकता है। +* “परमेश्वर ने बहुत आशीष दी” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने बहुत भली वस्तुएँ दी” या “परमेश्वर ने बहुतायत से दिया" या "परमेश्वर समृद्धि प्रदान करेगा”। * “वह आशीषित है” इसका अनुवाद हो सकता है, “वह बहुत लाभ उठाएगा” या “वह अच्छी-अच्छी वस्तुएँ प्राप्त करेगा” या “परमेश्वर उसे समृद्धि प्रदान करेगा”। -* “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “कितना धन्य है वह पुरुष जो” -* “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”। +* “धन्य है वह पुरूष जो” इसका अनुवाद हो सकता है, “उस मनुष्य के लिए कैसा भला है जो" +* “धन्य है प्रभु परमेश्वर” ऐसी अभिव्यक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “प्रभु की स्तुति हो” या “ यहोवा की स्तुति करो” या “मैं परमेश्वर की स्तुति करता हूं”। * भोजन को आशिष देने के संदर्भ में इसका अनुवाद किया जा सकता है, “भोजन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद किया” या “भोजन के लिए परमेश्वर का गुणगान किया” या “परमेश्वर की स्तुति करके भोजन को पवित्र किया”। (यह भी देखें: [स्तुति करना](../other/praise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 10:14-17](rc://en/tn/help/1co/10/14) -* [प्रे.का. 13:32-34](rc://en/tn/help/act/13/32) -* [इफिसियों 01:3-4](rc://en/tn/help/eph/01/03) -* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://en/tn/help/gen/14/19) -* [यशायाह 44: 3-4](rc://en/tn/help/isa/44/03) -* [याकूब 01:22-25](rc://en/tn/help/jas/01/22) -* [लूका 06:20-21](rc://en/tn/help/luk/06/20) -* [मत्ती. 26:26](rc://en/tn/help/mat/26/26) -* [नहेम्याह 09:5-6](rc://en/tn/help/neh/09/05) -* [रोमियो 04:9-10](rc://en/tn/help/rom/04/09) +* [1 कुरिन्थियों 10:16](rc://hi/tn/help/1co/10/16) +* [प्रे.का. 13:34](rc://hi/tn/help/act/13/34) +* [इफिसियों 1:3](rc://hi/tn/help/eph/01/03) +* [उत्पत्ति 14:20](rc://hi/tn/help/gen/14/20) +* [यशायाह 44: 3](rc://hi/tn/help/isa/44/03) +* [याकूब 1:25](rc://hi/tn/help/jas/01/25) +* [लूका 6:20](rc://hi/tn/help/luk/06/20) +* [मत्ती. 26:26](rc://en/hi/help/mat/26/26) +* [नहेम्याह 9:5](rc://hi/tn/help/neh/09/05) +* [रोमियो 4:9](rc://hi/tn/help/rom/04/09) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:07](rc://en/tn/help/obs/01/07)__ परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा था और उसने उन्हें __आशीर्वाद दिया__। -* __[01:15](rc://en/tn/help/obs/01/15)__ परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें __आशीष दिया__ और उन से कहा, “कई बच्चों और पोतो को पैदा करो और पृथ्वी में भर जाओ!” -* __[01:16](rc://en/tn/help/obs/01/16)__ इसलिये परमेश्वर ने जो कुछ वह कर रहा था उन सब से विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को __आशीष दिया__ और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम लिया था। -* __[04:04](rc://en/tn/help/obs/04/04)__ "मैं तुम्हारा नाम महान करूँगा। मैं __आशीष__ दूँगा उनको जो तुझे आशीर्वाद देगा, और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। पृथ्वी के सभी परिवारों को तेरे कारण __आशीष दिया__ जाएगा। " -* __[04:07](rc://en/tn/help/obs/04/07)__ मलिकिसिदक ने अब्राम को __आशीष दिया__ और कहा, " परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का मालिक है अब्राम को आशीष दे।" -* __[07:03](rc://en/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक अपनी __आशीष__ एसाव को देना चाहता था। -* __[08:05](rc://en/tn/help/obs/08/05)__ यहां तक कि जेल में, यूसुफ परमेश्वर के प्रति वफादार रहा, और परमेश्वर ने उसे __आशीष दिया__ । +* __[1:7](rc://hi/tn/help/obs/01/07)__ परमेश्वर ने देखा कि यह अच्छा है और उसने उन्हें __आशीर्वाद दिया__। +* __[1:15](rc://hi/tn/help/obs/01/15)__ परमेश्वर ने अपने स्वरूप में आदम और हव्वा को बनाया। उस ने उन्हें __आशीष दी__ और उन से कहा, “अनेक संतान और पोतो को जन्म देकर पृथ्वी में भर जाओ!” +* __[1:16](rc://hi/tn/help/obs/01/16)__ इसलिये परमेश्वर जो कुछ वह कर रहा था उन सब से उसने विश्राम लिया। उस ने सातवें दिन को __आशीष दी__ और उसे पवित्र किया क्योंकि इस दिन परमेश्वर ने अपने काम से विश्राम किया था। +* __[4:4](rc://hi/tn/help/obs/04/04)__ "मैं तेरा नाम महान करूँगा। जो तुझे __आशीष__दे, उसको मैं आशीष दूंगा और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूँगा। तेरे कारण पृथ्वी के सब कुल __आशीष __ पाएंगे।" +* __[4:7](rc://hi/tn/help/obs/04/07)__ मलिकिसिदक ने अब्राम को __आशीष दी__और कहा, "परमप्रधान परमेश्वर जो स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी है, अब्राम को आशीष दे।" +* __[7:3](rc://hi/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक एसाव को __आशीष__ देना चाहता था। +* __[8:5](rc://hi/tn/help/obs/08/05)__ यहां तक कि जेल में भी यूसुफ परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य रहा, और परमेश्वर ने उसे __आशीष दी__ -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H833, H835, H1288, H1289, H1293, G1757, G2127, G2128, G2129, G3106, G3107, G3108, G6050 +* स्ट्रोंग्स: H0833, H0835, H1288, H1289, H1293, G17570, G21270, G21280, G21290, G31060, G31070, G31080, G60500 \ No newline at end of file diff --git a/bible/kt/boast.md b/bible/kt/boast.md index 28e136a..0e46f83 100644 --- a/bible/kt/boast.md +++ b/bible/kt/boast.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# घमण्ड करना, घमण्डी +# घमण्ड करना, घमण्डी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “घमण्ड” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य के बारे में गर्व की बातें करना। इसका अर्थ प्रायः स्वयं के बारे में बड़ाई करना होता है। * “घमण्डी” मनुष्य अपने बारे में घमण्ड करता है। -* परमेश्वर ने इस्राएल की मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा का हठ करते थे। -* बाइबल में लोगों की धन, सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों पर घमण्ड करने का उल्लेख किया गया है। इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थे और इन सबके दाता परमेश्वर को नहीं मानते थे। -* इसकी अपेक्षा परमेश्वर इस्राएलियों से कहता था कि वे उससे जानने पर घमण्ड करें। -* प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो किया है उसके लिए आनन्दित होकर उसका धन्यवाद करें। +* परमेश्वर ने इस्राएल को मूत्तियों पर घमण्ड करने के लिए झिड़का था। वे सच्चे परमेश्वर के स्थान में मूर्तिपूजा करने का हठ करते थे। +* बाइबल में लोगों के घमंड करने का उल्लेख है. धन-सम्पदा, शक्ति, अच्छी खेती और नियमों आदी पर घमण्ड करने का| इसका अर्थ है कि वे इन बातों पर घमण्ड करते थेऔर स्वीकार नहीं करते थे कि इन सबका दाता तो वास्तव में परमेश्वर ही है| +* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा, इसकी अपेक्षा उमके लिए "घमंड" करने या गर्व करने का कारण होना चाहिए कि वे उसको जानते हैं| +* प्रेरित पौलुस प्रभु में घमण्ड करने की बात कहता है अर्थात परमेश्वर ने जो कुछ भी उनके लिए किया है उसके लिए आनंद के साथ परमेश्वर के आभारी होना| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “घमण्ड” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बड़ाई करना” या “घमण्ड से कहना” या “घमण्ड करना” * “घमण्डी” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “घमण्ड की बातों से भरा” या “घमण्डी” या “स्वयं की बड़ाई करना” -* परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना” -* कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक-अभिमान और दूसरा सकारात्मक किसी के कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना। +* परमेश्वर को जानने में घमण्ड करने के संदर्भ में अनुवाद हो सकता है, “में घमण्ड करना” या “में बड़ाई करना” या "के बारे में अत्यधिक प्रसन्न होना” या “के लिए परमेश्वर को धन्यवाद कहना” +* कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के दो शब्द हैं, एक नकारात्मक अर्थात, अभिमान और दूसरा सकारात्मक अर्थात, अपने कार्य, परिवार और देश पर घमण्ड करना। ## अनुवाद के सुझाव: ## @@ -23,13 +23,13 @@ ## बाइबल संदर्भ: ## -* [1 राजा 20:11-12](rc://en/tn/help/1ki/20/11) -* [2 तीमुथियुस 03:1-4](rc://en/tn/help/2ti/03/01) -* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13) -* [याकूब 04:15-17](rc://en/tn/help/jas/04/15) -* [भजन संहिता 044:7-8](rc://en/tn/help/psa/044/007) +* [1 राजा 20:11](rc://hi/tn/help/1ki/20/11) +* [2 तीमुथियुस 3:1-4](rc://hi/tn/help/2ti/03/01) +* [याकूब 3:14](rc://hi/tn/help/jas/03/14) +* [याकूब 4:15-17](rc://hi /tn/help/jas/04/15) +* [भजन संहिता 44:8](rc://hi/tn/help/psa/044/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1984, H3235, H6286, G212, G213, G2620, G2744, G2745, G2746, G3166 +* Strong's: H1984, H3235, H6286, G02120, G02130, G26200, G27440, G27450, G27460, G31660 diff --git a/bible/kt/body.md b/bible/kt/body.md index 5ed22a8..b9f7ce3 100644 --- a/bible/kt/body.md +++ b/bible/kt/body.md @@ -1,36 +1,37 @@ -# देह, शरीरों # +# देह, शरीर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु का शरीर से है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है। +“देह” का सन्दर्भ मनुष्य या पशु के शरीर से है। इस शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किसी वस्तु या जनसमूह के लिए भी किया गया है। * “देह” शब्द मृतक मनुष्य या मृतक पशु के संदर्भ में भी काम में आता है। कभी ऐसी देह के “मृतक देह” या “लोथ” कहा गया है। * अन्तिम फसह के भोजन के समय यीशु ने रोटी तोड़कर अपने शिष्यों से कहा था, “यह मेरी देह है” तो वह अपने शरीर के बारे में कह रहा था जो उनके पापों के लिए तोड़ (मार डाला) जाएगा। * बाइबल में विश्वासियों के समूह को “मसीह की देह” कहा गया है। * जैसे शरीर के अनेक अंग होते हैं वैसे ही “मसीह की देह” के अनेक सदस्य हैं। -* मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक दायित्व है कि संपूर्ण समूह की सहायता करे कि वह एक साथ परमेश्वर की सेवा करे और उसका महिमान्वन करे। -* यीशु को उसके विश्वासी “देह” का “सिर” भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु विश्वासियों को निर्देश एवं मार्गदर्शन प्रदान करता है कि उसकी “देह” के अंग होने के कारण उन्हें क्या करना है। +* मसीह की देह में प्रत्येक विश्वासी का अपना एक विशेष कार्य है जिससे सम्पूर्ण समुदाय को सहता मिलती है कि परमेश्वर की सेवा और उसके महिमान्वन निमित्त एल्जुत होकर कार्य करें| +* यीशु को उसके विश्वासियों की “देह” का “सिर” (अगुआ) भी कहा गया है। जैसे मनुष्य का सिर अपने शरीर को निर्देश देता है कि उसे क्या करना है वैसे ही यीशु है जो विश्वासियों का, अर्थात उसकी "देह" के अंगों का पथप्रदर्शन करता है और उनको निर्देश देता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द के सर्वोत्तम अनुवाद हेतु लक्षित भाषा में शरीर के लिए सामान्यतः काम में लिए जाने वाले शब्द का उपयोग किया जाए। सुनिश्चित करें कि जिस शब्द का उपयोग किया गया है वह अस्वीकार्य तो नहीं। -* कुछ भाषाओं में विश्वासियों के समुदाय का सामूहिक संदर्भ देते समय “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा। -* जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह” है तो इसे वास्तविक टिप्पणी के साथ ज्यों का त्यों रखना अधिक उचित है। -* कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग में लिया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो। +* कुछ भाषाओं में विश्वासियों का सामूहिक संदर्भ देते समय उनको “मसीह की आत्मिक देह” कहना अधिक स्वाभाविक एवं उचित होगा। +* जब यीशु कहता है, “यह मेरी देह है" तो इसका अनुवाद ज्यों का त्यों करना ही अधिक उचित होगा और यदि आवशक हो तो व्याख्या हेतु टिपण्णी दी जाए| +* कुछ भाषाओं में मृतक देह के लिए एक अलग शब्द प्रयोग किया जाता है जैसे मनुष्य के लिए “शव” और पशु के लिए “लोथ।” सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद संदर्भ में अर्थपूर्ण हो और स्वीकार्य भी हो। -(यह भी देखें: [सिर](../other/head.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: +[सिर](../other/head.md), [हाथ](../other/hand.md); [मुंह](../other/face.md); [कमर](../other/loins.md); [दाहिना हाथ](../kt/righthand.md); [जीभ](../other/tongue.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 10:11-12](rc://en/tn/help/1ch/10/11) -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://en/tn/help/1co/05/03) -* [इफिसियों 04:4-6](rc://en/tn/help/eph/04/04) -* [न्यायियों 14:7-9](rc://en/tn/help/jdg/14/07) -* [गिनती 06:6-8](rc://en/tn/help/num/06/06) -* [भजन संहिता 031:8-9](rc://en/tn/help/psa/031/008) -* [रोमियो 12:4-5](rc://en/tn/help/rom/12/04) +* [1 इतिहास 10:12](rc://hi/tn/help/1ch/10/12) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://hi/tn/help/1co/05/05) +* [इफिसियों 4:4](rc://hi/tn/help/eph/04/04) +* [न्यायियों 14:8](rc://hi/tn/help/jdg/14/08) +* [गिनती 6:6-8](rc://hi/tn/help/num/06/06) +* [भजन संहिता 31:9](rc://hi/tn/help/psa/031/09) +* [रोमियो 12:5](rc://hi/tn/help/rom/12/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G4430, G4954, G4983, G5559 +* स्ट्रोंग्स: H0990, H1320, H1460, H1465, H1472, H1480, H1655, H3409, H4191, H5038, H5085, H5315, H6106, H6297, H7607, G44300, G49540, G49830, G55590 diff --git a/bible/kt/brother.md b/bible/kt/brother.md index bcdcfb4..f534ae5 100644 --- a/bible/kt/brother.md +++ b/bible/kt/brother.md @@ -1,34 +1,34 @@ # भाई -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में होता है जिसकी माता/पिता किसी और की भी माता/पिता हो। +“भाई” शब्द प्रायः उस पुरुष के संदर्भ में अता है जिसका सम्बन्ध किसी के साथ माता या पिता के द्वारा हो| -* पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग रिश्तेदारों या सहयोगियों के सामान्य संदर्भ के रूप में भी किया जाता है, जैसे कि एक ही जनजाति, कबीले, व्यवसाय या लोगों के समूह। जब इस तरह से उपयोग किया जाता है, तो यह शब्द पुरुषों और महिलाओं दोनों को संदर्भित कर सकता है। -* नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों को भाई कहते थे, स्त्री-पुरुष दोनों को क्योंकि मसीह में सब विश्वासी एक ही आत्मिक परिवार के सदस्य माने जाते थे जिनका स्वर्गिक पिता परमेश्वर है। -* कभी-कभी प्रेरितों ने विश्वासी स्त्रियों के लिए भी बहन शब्द का उपयोग किया या कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर, याकूब जोर देकर सभी विश्वासियों के बारे में बात कर रहा है, जब वह "एक भाई या बहन को भोजन या कपड़ों की ज़रूरत है" कहता है। +* पुराने नियम में, "भाइयों" शब्द का उपयोग परिजनों या साथियों जैसे, एक ही गोत्र, कुल, व्यवसाय या जनजाति के सदस्यों के लिए सर्वनिष्ठ सन्दर्भ हेतु भी काम में लिया गया है| जब इस शब्द का उपयोग इस प्रकार किया जाता है तब इसका सन्दर्भ स्त्री-पुरुष दोनों से हो सकता है| +* नये नियम में प्रेरित सामान्यतः विश्वासियों के लिए "भाई" शब्द का उपयोग करते थे, जिसमे स्त्री-पुरुष दोनों समाहित होते थे| +* कभी-कभी प्रेरितों ने किसी विश्वासी स्त्री के लिए "बहन" शब्द का उपयोग किया है या बलाघात हेतु कि पुरुष और स्त्री दोनों को संबोधित किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, याकूब कहता है, "कोई भाई या बहन नंगे-उघाड़े हों और उन्हें प्रतिदिन भोजन की घटी हो" तो उसका बल सब विश्वासियों पर है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* उचित तो होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई शब्द से किया जाए जब तक कि इसका अर्थ गलत न समझा जाए। -* पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “सगोत्र” या “इस्राएली भाई।” -* मसीह में सह-विश्वासी के लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीही भाई” या “आत्मिक भाई”। -* यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और भाई शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों। -* इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीके स्त्री-पुरुष विश्वासियों के लिए काम में आनेवाला अनुवादित शब्द हो सकता है, “सहविश्वासी” या “मसीही भाई-बहन”। -* यह निर्धारित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या दोनों पुरुषों और स्त्रियों को शामिल किया गया है या नहीं। +* उचित तो यही होगा कि इसका अनुवाद लक्षित भाषा के उस शब्द से किया जाए जो सगे भाई के लिए काम में आने वाला शब्द हो जब तक कि इसका अर्थ गलत न निकले| +* पुराने नियम में विशेष करके “भाइयों” शब्द सामान्यतः एक ही परिवार या एक ही कुल या एक ही जाति के सदस्यों के लिए काम में लिया गया है इसका संभावित अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “कुलभ्राता” या “साथी इस्राएली।” +* मसीह में सह-विश्वासी के सन्दर्भ में लिए इसका अनुवाद हो सकता है “मसीह में भाई” या “आत्मिक भाई”। +* यदि स्त्री पुरुष दोनों की चर्चा की जा रही है और "भाई" शब्द का अर्थ गलत समझा जा सकता है तो संबन्धों के सामान्य शब्द का उपयोग किया जाए जिसमें स्त्री पुरुष दोनों हों। +* इस शब्द का अनुवाद करने की अन्य विधियां जिनमें स्त्री-पुरुष विश्वासियों, दोनों को संदर्भित किया जा सकता है, "साथी विश्वासियों" या "मसीही भाइयों और बहनों" +* यह निश्चित करने के लिए संदर्भ की जाँच करें कि क्या केवल पुरुषों को संदर्भित किया जा रहा है, या पुरुषों और स्त्रियों दोनों को समाहित किया गया है| (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [बहन](../other/sister.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:26-28](rc://en/tn/help/act/07/26) -* [उत्पत्ति 29:9-10](rc://en/tn/help/gen/29/09) -* [लैव्यव्यवस्था 19:17-18](rc://en/tn/help/lev/19/17) -* [नहेम्याह 03:1-2](rc://en/tn/help/neh/03/01) -* [फिलिप्पियों 04: 21-23](rc://en/tn/help/php/04/21) -* [प्रकाशितवाक्य 01:9-11](rc://en/tn/help/rev/01/09) +* [प्रे.का. 7:26](rc://hi/tn/help/act/07/26) +* [उत्पत्ति 29:10](rc://hi/tn/help/gen/29/10) +* [लैव्यव्यवस्था 19:17](rc://hi/tn/help/lev/19/17) +* [नहेम्याह 3:1](rc://hi/tn/help/neh/03/01) +* [फिलिप्पियों 4: 21](rc://hi/tn/help/php/04/21) +* [प्रकाशितवाक्य 1:9](rc://hi/tn/help/rev/01/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H251, H252, H264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G80, G81, G2385, G2455, G2500, G4613, G5360, G5569 +* स्ट्रोंग्स: H0251, H0252, H0264, H1730, H2992, H2993, H2994, H7453, G00800, G00810, G23850, G24550, G25000, G46130, G53600, G55690 \ No newline at end of file diff --git a/bible/kt/dayofthelord.md b/bible/kt/dayofthelord.md index bbd3e43..87bcad3 100644 --- a/bible/kt/dayofthelord.md +++ b/bible/kt/dayofthelord.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# प्रभु का दिन, यहोवा का दिन # +# प्रभु का दिन, यहोवा का दिन -## वर्णन: ## +## वर्णन: -पुराने नियम में “यहोवा का दिन” एक निश्चित समय के संबन्ध में है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा। +पुराने नियम में “यहोवा का दिन” निश्चित समय (समयों) के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जब परमेश्वर मनुष्यों को पाप का दण्ड देगा। -* नये नियम में “प्रभु का दिन” उस समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु पुनः आएगा और अन्त के समय में मनुष्यों का न्याय करेगा। -* न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा। -* इन उक्तियों में “दिन” कभी-कभी वास्तव में दिन के ही संदर्भ में होता है या यह कभी “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है। -* कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का पड़ना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा। +* नये नियम में “प्रभु का दिन” उस दिन या समय के संदर्भ में है जब प्रभु यीशु समय के अंत में मनुष्यों का न्याय करने के लिए पुनः आएगा। +* न्याय और पुनरुत्थान का यह अन्तिम भावी समय जिसे कभी कभी “अन्तिम दिन” भी कहते हैं। यह समय तब आरंभ होगा जब प्रभु यीशु पापियों का न्याय करने आएगा और अपना स्थाई राज्य स्थापित करेगा। +* इन उक्तियों में “दिन” शब्द कभी-कभी वास्तविक दिन के ही संदर्भ में होता है या यह “समय” या “अवसर” के संदर्भ में हो सकता है जिसकी अवधि दिन से अधिक हो सकती है। +* कभी-कभी दण्ड को “परमेश्वर के क्रोध का उंडेला जाना” भी कहते हैं जो विश्वास नहीं करने वालों पर आएगा। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के आधार पर “यहोवा का दिन” का अनुवाद होगा, “यहोवा का समय” या “वह समय जब यहोवा अपने बैरियों को दण्ड देगा” या “यहोवा के क्रोध का समय." * “प्रभु का दिन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “प्रभु के न्याय का समय” या “वह समय जब प्रभु यीशु मनुष्यों का न्याय करने आएगा” (यह भी देखें: [दिन](../other/biblicaltimeday.md), [न्याय का दिन ](../kt/judgmentday.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पुनरुत्थान](../kt/resurrection.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://en/tn/help/1co/05/03) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:1-3](rc://en/tn/help/1th/05/01) -* [2 पतरस 03:10](rc://en/tn/help/2pe/03/10) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:1-2](rc://en/tn/help/2th/02/01) -* [प्रे.का. 02:20-21](rc://en/tn/help/act/02/20) -* [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://en/tn/help/php/01/09) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://hi/tn/help/1co/05/05) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:2](rc://hi/tn/help/1th/05/02) +* [2 पतरस 3:10](rc://hi/tn/help/2pe/03/10) +* [2 थिस्सलुनीकियों 02:2](rc://hi/tn/help/2th/02/02) +* [प्रे.का. 2:20-21](rc://hi/tn/help/act/02/20) +* [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://hi/tn/help/php/01/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H3068, H3117, G2250, G2962 diff --git a/bible/kt/zion.md b/bible/kt/zion.md index cbbd2ec..297487e 100644 --- a/bible/kt/zion.md +++ b/bible/kt/zion.md @@ -4,20 +4,20 @@ “सिय्योन” या “सिय्योन पर्वत” एक दृढ़ गढ़ के संदर्भ में है जिसे राजा दाऊद ने यबूसियों से जीता था। दोनो शब्द यरूशलेम के संबोधन के अन्य रूप हुए थे। -* सिय्योन पर्वत और मोरिय्याह पर्वत वे दो पर्वत थे जिन पर यरूशलेम नगर बसा हुआ था। आगे चलकर “सिय्योन” और “सिय्योन पर्वत” इन पर्वतों और यरूशलेम नगर के उपनाम हुए। कभी-कभी ये शब्द यरूशलेम के मन्दिर के संदर्भ में भी काम में लिए गए हैं। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) -* दाऊद ने सिय्योन या यरूशलेम को “दाऊद नगर” नाम दिया था। यह स्थान दाऊद के अपने स्थान, बैतलहम से भिन्न था जिसे दाऊद नगरी भी कहा गया है। -* “सिय्योन” शब्द के अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा। +* सिय्योन पर्वत और मोरिय्याह पर्वत वे दो पर्वत थे जिन पर यरूशलेम नगर बसा हुआ था। आगे चलकर “सिय्योन” और “सिय्योन पर्वत” इन पर्वतों और यरूशलेम नगर के उपनाम हुए। कभी-कभी ये शब्द यरूशलेम के मन्दिर के संदर्भ में भी काम में लिए गए हैं। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) +* दाऊद ने सिय्योन या यरूशलेम को “दाऊद नगर” नाम दिया था। यह स्थान दाऊद के अपने स्थान, बैतलहम से भिन्न था जिसे दाऊद नगरी भी कहा गया है। +* “सिय्योन” शब्द को अन्य प्रतीकात्मक रूपों में भी काम में लिया गया है, जैसे इस्राएल के लिए या परमेश्वर के आत्मिक राज्य के लिए या उस नए स्वार्गिक यरूशलेम के लिए जिसे परमेश्वर रचेगा। (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [दाऊद](../names/david.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [यबूसी](../names/jebusites.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 11:4-6](rc://en/tn/help/1ch/11/04) -* [आमोस 01:1-2](rc://en/tn/help/amo/01/01) -* [यिर्मयाह 51:34-35](rc://en/tn/help/jer/51/34) -* [भजन संहिता 076:1-3](rc://en/tn/help/psa/076/001) -* [रोमियो 11:26-27](rc://en/tn/help/rom/11/26) +* [1 इतिहास 11:5](rc://hi/tn/help/1ch/11/05) +* [आमोस 01:2](rc://hi/tn/help/amo/01/02) +* [यिर्मयाह 51:35](rc://hi/tn/help/jer/51/35) +* [भजन संहिता 76:1-3](rc://hi/tn/help/psa/076/001) +* [रोमियो 11:26](rc://hi/tn/help/rom/11/26) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H6726 \ No newline at end of file diff --git a/bible/names/edom.md b/bible/names/edom.md index acc46a3..bd43088 100644 --- a/bible/names/edom.md +++ b/bible/names/edom.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# एदोम, एदोमी, एदोमियों, इदूमिया # +# एदोम, एदोमी, एदोमियों, इदूमिया -## तथ्य: ## +## तथ्य: एदोम एसाव का दूसरा नाम था। जिस स्थान में वह बस गया उस स्थान का नाम “एदोम” पड़ गया जो आगे चल कर “इदूमिया” हो गया। “एदोमियों” उसके वंशज थे। -* एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और अन्ततः यहूदा के दक्षिण तक फैल गया। +* एदोम क्षेत्र समय के साथ-साथ स्थान बदलता रहा। वह इस्राएल के दक्षिण में था और विस्तार करते करते अन्त में दक्षिण में यहूदा तक फैल गया। * नये नियम के युग में एदोम यहूदा राज्य का दक्षिणी अर्धभाग हो गया था। यूनानियों ने उसे “इदूमिया” कहा। * एदोम शब्द का अर्थ है “लाल” जो इस तथ्य के संदर्भ में है कि जब एसाव का जन्म हुआ था तब उसके शरीर पर लाल बाल थे। या इसका संदर्भ लाल रंग की उस दाल से भी हो सकता है जिसके बदले में एसाव ने अपने पहिलौठे होने का अधिकार बेच दिया था। * पुराने नियम में एदोम देश को सदैव ही इस्राएल का शत्रु कहा गया है। -* ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी। +* ओबद्याह की संपूर्ण पुस्तक में एदोम के विनाश की भविष्यद्वाणी की गई है। पुराने नियम के अन्य भविष्यद्वक्ताओं ने भी एदोम के विरूद्ध भविष्यद्वाणियां की थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [बैरी](../other/adversary.md), [पहिलौठे का अधिकार](../kt/birthright.md), [एसाव](../names/esau.md), [ओबद्याह](../names/obadiah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [उत्पत्ति 25:29-30](rc://en/tn/help/gen/25/29) -* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://en/tn/help/gen/32/03) -* [उत्पत्ति 36:1-3](rc://en/tn/help/gen/36/01) -* [यशायाह 11:14-15](rc://en/tn/help/isa/11/14) -* [यहोशू 11:16-17](rc://en/tn/help/jos/11/16) -* [ओबद्याह 01:1-2](rc://en/tn/help/oba/01/01) +* [उत्पत्ति 25:30](rc://hi/tn/help/gen/25/30) +* [उत्पत्ति 32:3](rc://hi/tn/help/gen/32/03) +* [उत्पत्ति 36:1](rc://hi/tn/help/gen/36/01) +* [यशायाह 11:14-15](rc://hi/tn/help/isa/11/14) +* [यहोशू 11:16-17](rc://hi/tn/help/jos/11/16) +* [ओबद्याह 01:2](rc://hi/tn/help/oba/01/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H123, H130, H8165, G2401 diff --git a/bible/names/esau.md b/bible/names/esau.md index 7dbaba8..8e232c5 100644 --- a/bible/names/esau.md +++ b/bible/names/esau.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# एसाव # +# एसाव -## तथ्य: ## +## तथ्य: एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था। -* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था। +* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच दिया था। * एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया। * एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [सदोम](../names/edom.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) +(यह भी देखें: [एदोम](../names/edom.md), [इसहाक](../names/isaac.md), [याकूब](../names/jacob.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 25:24-26](rc://en/tn/help/gen/25/24) -* [उत्पत्ति 25:29-30](rc://en/tn/help/gen/25/29) -* [उत्पत्ति 26:34-35](rc://en/tn/help/gen/26/34) -* [उत्पत्ति 27:11-12](rc://en/tn/help/gen/27/11) -* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://en/tn/help/gen/32/03) -* [इब्रानियों 12:14-17](rc://en/tn/help/heb/12/14) -* [रोमियो 09:10-13](rc://en/tn/help/rom/09/10) +* [उत्पत्ति 25:24-26](rc://hi/tn/help/gen/25/26) +* [उत्पत्ति 25:29-30](rc://hi/tn/help/gen/25/29) +* [उत्पत्ति 26:34-35](rc://hi/tn/help/gen/26/34) +* [उत्पत्ति 27:11-12](rc://hi/tn/help/gen/27/11) +* [उत्पत्ति 32:3-5](rc://hi/tn/help/gen/32/05) +* [इब्रानियों 12:14-17](rc://hi/tn/help/heb/12/17) +* [रोमियो 09:10-13](rc://hi/tn/help/rom/09/13) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[06:07](rc://en/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया। -* __[07:02](rc://en/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया। -* __[07:04](rc://en/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया। -* __[07:05](rc://en/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा। -* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। +* __[6:7](rc://hi/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम __एसाव__ रखा गया। +* __[7:2](rc://hi/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया। +* __[7:4](rc://hi/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह __एसाव__ है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया। +* __[7:5](rc://hi/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार और आशीषों को छीन लिया था। +* __[7:10](rc://hi/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को पहले ही माफ़ कर चुका था, और वे एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H6215, G2269 diff --git a/bible/names/josephot.md b/bible/names/josephot.md index d649a61..effb1a1 100644 --- a/bible/names/josephot.md +++ b/bible/names/josephot.md @@ -1,37 +1,34 @@ -# यूसुफ (पुराना नियम) # +# यूसुफ (पुराना नियम) -## तथ्य: ## +## तथ्य: -यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। +यूसुफ याकूब का ग्यारहवां और माता राहेल का पहला पुत्र था। उसके दो पुत्रों,एप्रैम और मनश्शे के वंशज इस्राएल के दो गोत्र हुए| +#इब्रानी नाम यूसुफ़ उन दो इब्रानी शब्दों का सा है जिनका अर्थ, "जोड़ना, बढाना" और दूसरा, "एकत्र करना,ले जाना" होता है| +#उत्पत्ति के पुस्तक का एक बड़ा भाग युसूफ की कहानी का है कि वह कैसे अनेक कठिनाइयों में परमेश्वर का निष्ठावान रहा और उसने अपने भाइयों को भी क्षमा कर दिया जिन्होंने उसको मिस्र में दास होने के लिए बेच दिया था| +# अंत में परमेश्वर ने यूसुफ़ को अधिकार में मिस्र का दूसरा सर्वोच्च अधिकारी बना दिया था और उसको मिस्र की प्रजा तथा परिवेश के जातियों को भोजन की कमी होने पर काम में लिया| यूसुफ़ ने अपने परिवार को भी भूखे मरने से बचाया और उनको लाकर अपने पास मिस्र में बसा दिया| -* यूसुफ अपने पिता का प्रियतम पुत्र था। -* उस कारण उसके भाई उससे डाह करते थे और उसे दास होने के लिए बेच दिया। -* मिस्र देश में यूसुफ पर झूठा दोष लगाकर कारावास में डाल दिया गया। -* सब कष्टों के उपरान्त भी यूसुफ परमेश्वर का निष्ठावान रहा। -* परमेश्वर उसे मिस्र देश में अधिकार के दूसरे सर्वोच्च स्थान पर ले आया और जब भोजन कम था तब उसके द्वारा मनुष्यों को बचाया। मिस्र की प्रजा वरन यूसुफ का अपना परिवार भी भूखें मरने से बचाया गया। +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(यह भी देखें: [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md), [एप्रैम](../names/ephraim.md), [मनश्शे](../names/manasseh.md), [याकूब](../names/jacob.md), [राहेल](../names/rachel.md)) -(यह भी देखें: [मिस्र](../names/egypt.md), [याकूब](../names/jacob.md)) +## बाइबल सन्दर्भ: -## बाइबल सन्दर्भ: ## +* [उत्पत्ति 30:22-24](rc://hi/tn/help/gen/30/22) +* [उत्पत्ति 33:1-3](rc://hi/tn/help/gen/33/01) +* [उत्पत्ति 37:1-2](rc://hi/tn/help/gen/37/01) +* [उत्पत्ति 37:23-24](rc://hi/tn/help/gen/37/23) +* [उत्पत्ति 41:55-57](rc://hi/tn/help/gen/41/55) +* [यूहन्ना 04:4-5](rc://hi/tn/help/jhn/04/04) -* [उत्पत्ति 30:22-24](rc://en/tn/help/gen/30/22) -* [उत्पत्ति 33:1-3](rc://en/tn/help/gen/33/01) -* [उत्पत्ति 37:1-2](rc://en/tn/help/gen/37/01) -* [उत्पत्ति 37:23-24](rc://en/tn/help/gen/37/23) -* [उत्पत्ति 41:55-57](rc://en/tn/help/gen/41/55) -* [यूहन्ना 04:4-5](rc://en/tn/help/jhn/04/04) +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* __[8:2](rc://hi/tn/help/obs/08/02)__ __यूसुफ__ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे। +* __[8:4](rc://hi/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी __यूसुफ__ को मिस्र ले गए। +* __[8:5](rc://hi/tn/help/obs/08/05)__ यहाँ तक की बंदीगृह में भी __यूसुफ__ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी। +* __[8:7](rc://hi/tn/help/obs/08/07)__ परमेश्वर ने __यूसुफ__ को योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। +* __[8:9](rc://hi/tn/help/obs/08/09)__ __यूसुफ__ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा। +* __[9:2](rc://hi/tn/help/obs/09/02)__मिस्र वासी अब __यूसुफ__ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे। -* __[08:02](rc://en/tn/help/obs/08/02)__ __यूसुफ__ के भाई उससे बैर रखते थे क्योंकि जब यूसुफ के भाइयो ने देखा कि हमारा पिता हम सबसे अधिक उसी से प्रीति रखता है, और यूसुफ ने स्वप्न में देखा था कि वह अपने भाइयो पर राज्य करे। -* __[08:04](rc://en/tn/help/obs/08/04)__ और व्यापारी __यूसुफ__ को मिस्र ले गए। -* __[08:05](rc://en/tn/help/obs/08/05)__ यहाँ तक की बंदीगृह में भी __यूसुफ__ परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहा और परमेश्वर ने उसे आशीष दी। -* __[08:07](rc://en/tn/help/obs/08/07)__ परमेश्वर ने __यूसुफ__ को यह योग्यता दी थी कि वह स्वप्न का अर्थ समझ सके, इसलिये फ़िरौन ने यूसुफ को बंदीगृह से बुलवा भेजा। -* __[08:09](rc://en/tn/help/obs/08/09)__ __यूसुफ__ ने सात वर्ष अच्छी उपज के दिनों में भोजनवस्तुएँ इकट्ठा करने के लिये लोगों से कहा। -* __[09:02](rc://en/tn/help/obs/09/02)__मिस्र वासी अब __यूसुफ__ को भूल गये थे और उन कार्यो को जो उसने उनकी सहायता करने के लिये किये थे। - -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H3084, H3130, G2500, G2501 diff --git a/bible/names/negev.md b/bible/names/negev.md index 1a512e6..8c81aa0 100644 --- a/bible/names/negev.md +++ b/bible/names/negev.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# दक्षिण देश # +# दक्षिण देश -## तथ्य: ## +## तथ्य: -दक्षिण देश इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिण में था। +नेगेव इस्राएल के दक्षिणी भाग में एक रेगिस्तानी क्षेत्र था जो खारे ताल के दक्षिणपूर्व में था। -* मूल शब्द का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है। -* यह हो सकता है कि "दक्षिण" वहाँ नहीं है, जहां आज नेगेव रेगिस्तान स्थित है। +* मूल शब्द, नेगेव का अर्थ है “दक्षिण” कुछ अंग्रेजी अनुवादों में यही अनुवाद किया गया है। +* हो सकता है कि जहां आज नेगेव रेगिस्तान है वह "दक्षिण" नहीं है| * कादेश में वास करते समय अब्राहम नेगेव या दक्षिणी क्षेत्र में था। * इसहाक नेगेव में ही रहता था जब रिबका यात्रा करके उससे विवाह करने आई थी। * यहूदियों के गोत्र का यूहदा और शमौन इस दक्षिणी भाग में रहते थे। * नेगेव क्षेत्र का सबसे बड़ा नगर बर्शेबा था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [बेर्शेबा](../names/beersheba.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [यहूदा](../names/judah.md), [कादेश](../names/kadesh.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [शमौन](../names/simeon.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 12:8-9](rc://en/tn/help/gen/12/08) -* [उत्पत्ति 20:1-3](rc://en/tn/help/gen/20/01) -* [उत्पत्ति 24:61-62](rc://en/tn/help/gen/24/61) -* [यहोशू 03:14-16](rc://en/tn/help/jos/03/14) -* [गिनती 13:17-20](rc://en/tn/help/num/13/17) +* [उत्पत्ति 12:9](rc://hi/tn/help/gen/12/09) +* [उत्पत्ति 20:1-3](rc://hi/tn/help/gen/20/01) +* [उत्पत्ति 24:62](rc://hi/tn/help/gen/24/62) +* [यहोशू 03:14-16](rc://hi/tn/help/jos/03/14) +* [गिनती 13:17-20](rc://hi/tn/help/num/13/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H5045, H6160 diff --git a/bible/names/obadiah.md b/bible/names/obadiah.md index 02db50b..a2f4c18 100644 --- a/bible/names/obadiah.md +++ b/bible/names/obadiah.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# ओबद्याह # +# ओबद्याह -## तथ्य: ## +## तथ्य: ओबद्याह पुराने नियम का एक भविष्यद्वक्ता था जिसने एदोमियों (एसाव वंशियों) के विरूद्ध भविष्यद्वाणी की थी। पुराने नियम में ओबद्याह नामक अनेक अन्य पुरुष हुए हैं। -* ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है और उसमें उसे दिए गए परमेश्वर के दर्शन की भविष्यद्वाणी बताई गई हैं। -* ओबद्याह के जीवन और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे। -* संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह का राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का। -* ओबद्याह नाम के अन्य पुरुष वह है शाऊल का वंशज था, गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था। +* ओबद्याह की पुस्तक पुराने नियम की सबसे छोटी पुस्तक है जिसमें ओबद्याह की भविष्यद्वाणी है जो उसने परमेश्वर प्रदत्त दर्शन में पाई थी। +* ओबद्याह के जीवन काल और भविष्यद्वाणी की सेवा का समय ज्ञात नहीं है। संभव है कि वह समय यहूदा के राजाओं यहोराम, अहजय्याह, योआश और रानी अतल्याह के राज्यकाल का है। दानिय्येल, यहेजकेल और यिर्मयाह भी इसी युग में कभी भविष्यद्वाणी कर रहे होंगे। +* संभव है कि ओबद्याह उत्तरकालीन समय का था, सिदकिय्याह के राज्यकाल या बेबीलोन की बन्धुवाई के समय का। +* ओबद्याह नाम के अन्य पुरुषों में थे,शाऊल का वंशज, एक गादवासी जो दाऊद का सेवक हो गया था, राजा आहाब के महल का भण्डारी, राजा यहोशापात का एक अधिकारी, राजा योशिय्याह के समय मन्दिर के सुधार कार्य में सहायक एक पुरुष और नहेम्याह के समय में एक लेवी पुरुष जो द्वारपाल था। * संभव है कि ओबद्याह की पुस्तक का लेखक इन पुरुषों में से एक हो। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [दाऊद](../names/david.md), [सदोम](../names/edom.md), [एसाव](../names/esau.md), [यहेजकेल](../names/ezekiel.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [लेवी](../names/levite.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md), [सिदकिय्याह](../names/zedekiah.md)) +(यह भी देखें: [अहाब](../names/ahab.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [दाऊद](../names/david.md), [एदोम](../names/edom.md), [एसाव](../names/esau.md), [यहेजकेल](../names/ezekiel.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [गाद](../names/gad.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [योशियाह](../names/josiah.md), [लेवी](../names/levite.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md), [सिदकिय्याह](../names/zedekiah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 03:19-21](rc://en/tn/help/1ch/03/19) -* [1 इतिहास 08:38-40](rc://en/tn/help/1ch/08/38) -* [एज्रा 08:8-11](rc://en/tn/help/ezr/08/08) -* [ओबद्याह 01:1-2](rc://en/tn/help/oba/01/01) +* [1 इतिहास 3:21](rc://hi/tn/help/1ch/03/21) +* [1 इतिहास 8:38-40](rc://hi/tn/help/1ch/08/38) +* [एज्रा 8:8-11](rc://hi/tn/help/ezr/08/08) +* [ओबद्याह 1:2](rc://hi/tn/help/oba/01/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H5662 diff --git a/bible/names/philistines.md b/bible/names/philistines.md index 979f472..682ca33 100644 --- a/bible/names/philistines.md +++ b/bible/names/philistines.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# पलिश्तियों # +# पलिश्तियों -## तथ्य: ## +## तथ्य: पलिश्ती एक जाति थी जो भूमध्य सागर के तट पर पलिश्तीन देश में वास करती थी। इस नाम का अर्थ है, “समुद्री लोग” * पलिश्तियों के पांच मुख्य नगर थे: अश्दोद, अश्कलोन, एक्रोन, गत और गाज़ा। * अश्दोद नगर पलिश्तीन के उत्तर में था और गाज़ा नगर दक्षिण में था। -* पलिश्तियों को इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण अच्छे जाना गया था। +* पलिश्ती इस्राएल के साथ वर्षों युद्ध करने के कारण चिरपरिचित हो गए थे। * शिमशोन, एक न्यायी पलिश्तियों से युद्ध करने के लिए प्रसिद्ध था, वह परमेश्वर की अलौकिक शक्ति का उपयोग करता था। * राजा दाऊद ने भी पलिश्तियों के साथ अनेक युद्ध किए थे, उसने अपनी युवावस्था में पलिश्तियों के दानव गोलियत को हराया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अश्दोद](../names/ashdod.md), [अश्कलोन](../names/ashkelon.md), [दाऊद](../names/david.md), [एक्रोन](../names/ekron.md), [गत](../names/gath.md), [गाज़ा](../names/gaza.md), [गोलियत](../names/goliath.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 18:9-11](rc://en/tn/help/1ch/18/09) -* [1 शमूएल 13:3-4](rc://en/tn/help/1sa/13/03) -* [2 इतिहास 09:25-26](rc://en/tn/help/2ch/09/25) -* [उत्पत्ति 10:11-14](rc://en/tn/help/gen/10/11) -* [भजन संहिता 056:1-2](rc://en/tn/help/psa/056/001) +* [1 इतिहास 18:9-11](rc://hi/tn/help/1ch/18/09) +* [1 शमूएल 13:4](rc://hi/tn/help/1sa/13/04) +* [2 इतिहास 09:25-26](rc://hi/tn/help/2ch/09/25) +* [उत्पत्ति 10:11-14](rc://hi/tn/help/gen/10/11) +* [भजन संहिता 56:1-2](rc://hi/tn/help/psa/056/001) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H6429, H6430 diff --git a/bible/names/zechariahot.md b/bible/names/zechariahot.md index 630b330..b011d25 100644 --- a/bible/names/zechariahot.md +++ b/bible/names/zechariahot.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# जकर्याह (पुराना नियम) # +# ज़कर्याह (पुराना नियम) -## तथ्य: ## +## तथ्य: -जकर्याह फारसी दारा राजा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिसने लौटने वाले बंधुओं को मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया। +जकर्याह फारसी राजा, दारा प्रथम के युग में भविष्यद्वाणी करनेवाला एक भविष्यद्वक्ता था। पुराने नियम में जकर्याह नाम की पुस्तक में उसकी भविष्यद्वाणियां हैं जिनमें लौटने वाले निर्वासितों से मंदिर के पुन: निर्माण के लिए आग्रह किया। -* उसका सेवाकाल एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै के समय का है। यीशु द्वारा उसका उल्लेख अंतिम भविष्यवक्ताओं के रूप में हुआ था जिसका पुराने नियम के समय के दौरान हत्या हुई थी। -* जकर्याह नाम का एक और आदमी था जो राजा दाऊद के समय मन्दिर का प्रमुख द्वारपाल था। +* भविष्यद्वक्ता ज़कर्याह, एज्रा, नहेम्याह, जरूब्बाबेल तथा भविष्यद्वक्ता हागै का समकालीन था। यीशु द्वारा उसका उल्लेख यीशु ने उन अंतिम भविष्यवक्ताओं में क्या है जिनको पुराने नियम के समय घात किया गया था। +* जकर्याह नाम का एक और पुरुष था जो राजा दाऊद के समय मिलाप वाले मंदिर का प्रमुख द्वारपाल था। * राजा यहोशापात के पुत्रों में से एक का नाम जकर्याह था जिसकी हत्या उसी के भाई यहोराम ने की थी। -* जकर्याह नाम का एक याजक था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था। -* राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था और उसकी हत्या किए जाने के पहले उसने इस्राएल पर केवल छः महीने ही शासन किया। +* जकर्याह नाम का एक याजक भी था जिसने प्रजा को मूर्तिपूजा के लिए फटकारा था और लोगों ने उसे पत्थरवाह कर दिया था। +* राजा जकर्याह यारोबाम का पुत्र था, उसने मात्र छः महीने राज किया था और उसकी हत्या कर दी गई थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [दारा](../names/darius.md), [एज्रा](../names/ezra.md), [यहोशापात](../names/jehoshaphat.md), [यारोबाम](../names/jeroboam.md), [नहेम्याह](../names/nehemiah.md), [जरूब्बाबेल](../names/zerubbabel.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [एज्रा 05:1-2](rc://en/tn/help/ezr/05/01) +* [एज्रा 5:1-2](rc://en/tn/help/ezr/05/01) * [मत्ती 23:34-36](rc://en/tn/help/mat/23/34) -* [जकर्याह 01:1-3](rc://en/tn/help/zec/01/01) +* [जकर्याह 1:1-3](rc://en/tn/help/zec/01/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2148 diff --git a/bible/other/biblicaltimemonth.md b/bible/other/biblicaltimemonth.md index c5952ff..dd811a5 100644 --- a/bible/other/biblicaltimemonth.md +++ b/bible/other/biblicaltimemonth.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# महीने, महीनों, महीने के # +# महीने, महीनों, महीने के -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य का कैलेण्डर काम में लिया जाता है। +“महीना” शब्द चार सप्ताहों के समय के संदर्भ में है। प्रत्येक महीने के दिनों में अन्तर तब आ जाता है जब चांद या सूर्य पर आधारित कैलेण्डर काम में लिया जाता है। -* चांद के कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी। -* “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद के प्रत्येक महीने का आरंभ है। +* चांद आधारित कैलेण्डर में महीने का समय चांद द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा के दिनों पर आधारित होता है अर्थात 29 दिन। इस प्रणाली में वर्ष 12 या 13 महीनों का होता है। 12 या 13 महीनों का वर्ष होने के उपरान्त भी प्रथम माह का नाम वही होता है यद्यपि ऋतु अलग होगी। +* “नया चांद” या चांद का आरंभिक चरण-चांदी का सा प्रकाश, चांद आधारित कैलेण्डर के प्रत्येक महीने का आरंभ है। * बाइबल में जिन महीनों का उल्लेख किया गया है वे चन्द्र वर्ष के महीने हैं क्योंकि इस्राएल इसी कैलेण्डर को मानता था। आज के यहूदी धार्मिक उद्देश्यों में इसी कैलेण्डर को मानते हैं। -* आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य के परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है। +* आज का प्रचलित कैलेण्डर सौर कैलेण्डर निर्भर करता है कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने में कितने दिन लगाती है (लगभग 365 दिन) इस कैलेण्डर में वर्ष बारह महीनों में विभाजित होता है, प्रत्येक वर्ष 28 से 31 दिन तक का होता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 20:32-34](rc://en/tn/help/1sa/20/32) -* [प्रे.का. 18:9-11](rc://en/tn/help/act/18/09) -* [इब्रानियों 11:23-26](rc://en/tn/help/heb/11/23) -* [गिनती 10:10](rc://en/tn/help/num/10/10) +* [1 शमूएल 20:34](rc://hi/tn/help/1sa/20/34) +* [प्रे.का. 18:9-11](rc://hi/tn/help/act/18/09) +* [इब्रानियों 11:23](rc://hi/tn/help/heb/11/23) +* [गिनती 10:10](rc://hi/tn/help/num/10/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2320, H3391, H3393, G3376 diff --git a/bible/other/blotout.md b/bible/other/blotout.md index d8fecc9..2e4c779 100644 --- a/bible/other/blotout.md +++ b/bible/other/blotout.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिटा डाले, मिटा, मिट गए # +# मिटा दे, मिटा देता, मिटाया जाता, मिट गए -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “मिटा दे” और “मिटा डाले” अर्थात किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को पूर्ण रूप से नष्ट कर देना या हटा देना। -* इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को मिटा डालता है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है। -* इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को मिटा देने, पाप के कारण उन्हें नष्ट कर देने के लिए भी किया जाता है। -* बाइबल में मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया जाता” या “मिटा डाले” की चर्चा की गई है, अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा। +* इन शब्दों का उपयोग सकारात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे परमेश्वर अपराधों को "मिटा डालता" है, उन्हें क्षमा करके कभी स्मरण नहीं करता है। +* इसका नकारात्मक उपयोग अधिकतर जातियों को "नष्ट कर देने" या पाप के कारण उनका "सर्वनाश" कर देने के लिए भी किया जाता है। +* बाइबल में वर्णन है कि मनुष्य का नाम परमेश्वर की जीवन की पुस्तक में से “मिटाया गया” या “हटा दिया गया” , अर्थात उस मनुष्य को अनन्त जीवन प्राप्त नहीं होगा। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार इनका अनुवाद “पीछा छुड़ाना” या “हटाना” या “पूर्णतः नष्ट कर देना” या “पूर्ण रूप से समाप्त कर देना” हो सकता है। * जीवन की पुस्तक से किसी का नाम मिटा देने के संदर्भ में इसका अनुवाद “हटा देना” या “मिटाना” हो सकता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 29:20-21](rc://en/tn/help/deu/29/20) -* [निर्गमन 32:30-32](rc://en/tn/help/exo/32/30) -* [उत्पत्ति 07:23-24](rc://en/tn/help/gen/07/23) -* [भजन 051:1-2](rc://en/tn/help/psa/051/001) +* [व्यवस्थाविवरण 29:20](rc://hi/tn/help/deu/29/20) +* [निर्गमन 32:30-32](rc://hi/tn/help/exo/32/30) +* [उत्पत्ति 07:23](rc://hi/tn/help/gen/07/23) +* [भजन 51:1](rc://hi/tn/help/psa/051/001) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3971, H4229, G631, G1591, G1813 +* Strong's: H4229, H8045, G1813 diff --git a/bible/other/bowweapon.md b/bible/other/bowweapon.md index 29891fb..37db4dc 100644 --- a/bible/other/bowweapon.md +++ b/bible/other/bowweapon.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# धनुष और तीर, धनुष और तीर # +# धनुष और तीर, धनुष -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: यह एक धनुषाकार हथियार से तीर चलानेवाला शस्त्र है। बाइबल के युग में इसका उपयोग बैरी की सेना से लड़ने में किया जाता था और खाने के लिए पशुओं को मारने में भी किया जाता था। -* धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था। +* धनुष लकड़ी, हड्डी, धातु या अन्य कठोर वस्तु से जैसे हिरण मृगश्रृड्ग से बनाया जाता था। वह रस्सी या तांत या लता के द्वारा बान्ध कर धनुषाकार बनाया जाता था। * तीर एक पतली डंडी होता है जिसका एक सिरा नुकीला होता था। प्राचीन युग में तीर विभिन्न वस्तुओं से बनाये जाते थे जैसे लकड़ी, हड्डी, पत्थर या धातु से।धनुष और तीर सामान्यतः शिकारियों तथा योद्धाओं द्वारा काम में लिए जाते थे। -* बाइबल में तीर का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है। +* बाइबल में "तीर" का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में शत्रु के आक्रमण या परमेश्वर के दण्ड के लिए भी किया गया है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 21:14-16](rc://en/tn/help/gen/21/14) -* [हबक्कूक 03:9-10](rc://en/tn/help/hab/03/09) -* [अय्यूब 29:20-22](rc://en/tn/help/job/29/20) -* [विलापगीत 02:3-4](rc://en/tn/help/lam/02/03) -* [भजन संहिता 058:6-8](rc://en/tn/help/psa/058/006) +* [उत्पत्ति 21:16](rc://hi/tn/help/gen/21/16) +* [हबक्कूक 3:9-10](rc://hi/tn/help/hab/03/09) +* [अय्यूब 29:20-22](rc://hi/tn/help/job/29/20) +* [विलापगीत 2:4](rc://hi/tn/help/lam/02/04) +* [भजन संहिता 58:6-8](rc://hi/tn/help/psa/058/006) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2671, H7198, G5115 diff --git a/bible/other/consume.md b/bible/other/consume.md index 627bddb..063008e 100644 --- a/bible/other/consume.md +++ b/bible/other/consume.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# भस्म कर देगा, खाए, भस्म किया, भस्म करती जाएगी # +# भस्म कर देगा, खाए, ## परिभाषा: ## -“भस्म करना” (खा जाना) का मूल अर्थ है, समाप्त करना इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं। +“भस्म करना” का मूल अर्थ है, उपभोग करके समाप्त करना| इसके अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं। -* बाइबल में "खाए" शब्द को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है। -* आग भस्म करती है अर्थात जलाकर राख कर देती है। -* परमेश्वर को “भस्म करने वाली आग” कहा गया है जो पाप के विरूद्ध उसके क्रोध का वर्णन है। उसका क्रोध पश्चातापरहित पापियों को भयानक दण्ड देता है। -* भोजन खा जाना अर्थात किसी भोजन वस्तु को खाना-पीना। -* "भूमि को नष्ट करना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है। +* बाइबल में "खाए" शब्द को वस्तुओं या मनुष्यों को नष्ट करने के संदर्भ में काम में लिया गया है। +* आग भस्म करती है अर्थात जलाकर राख कर देती है। +* परमेश्वर को “भस्म करने वाली आग” कहा गया है जो पाप के विरूद्ध उसके क्रोध का वर्णन है। उसका क्रोध पश्चातापरहित पापियों को भयानक दण्ड देता है। +* भोजन खा जाना अर्थात किसी भोजन वस्तु को खाना-पीना। +* "भूमि को भस्म कर देना" का अनुवाद "उसका विनाश करना।" हो सकता है। ## अनुवाद के सुझाव ## -* भूमि और मनुष्यों के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “विनाश” किया जा सकता है। -* जब संदर्भ आग का हो तो इसका अनुवाद “जलाकर राख कर देना” हो सकता है। -* मूसा ने जिस जलती हुई झाड़ी को देखा था वह "भस्म नहीं हो रही थी", इसका अनुवाद हो सकता है, “जल कर राख नहीं हुई” या “जल कर समाप्त नहीं हुई” -* भोजन के संदर्भ में "भस्म कर देगा" का अनुवाद हो सकता है, “खाना” या “चट कर जाना” -* किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म किया" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”। -* “परमेश्वर भस्म करने वाली आग है” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ऐसी आग है जो खाक कर देती है” या “परमेश्वर पाप से क्रोधित होकर पापियों को आग की तरह जलाकर राख कर देता है।” +* भूमि और मनुष्यों के संदर्भ में इस शब्द का अनुवाद “विनाश” किया जा सकता है। +* जब संदर्भ आग का हो तो इसका अनुवाद “जलाकर राख कर देना” हो सकता है। +* मूसा ने जिस जलती हुई झाड़ी को देखा था वह "भस्म नहीं हो रही थी", इसका अनुवाद हो सकता है, “जल कर राख नहीं हुई” या “जल कर समाप्त नहीं हुई” +* भोजन के संदर्भ में "भस्म कर देगा" का अनुवाद हो सकता है, “खाना” या “चट कर जाना” +* किसी की शक्ति के संदर्भ में "भस्म होना" का अनुवाद हो सकता है, उसकी शक्ति “समाप्त हो गई” या “क्षीण हो गई”। +* “परमेश्वर भस्म करने वाली आग है” इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ऐसी आग है जो खाक कर देती है” या “परमेश्वर पाप से क्रोधित होकर पापियों को आग की तरह जलाकर राख कर देता है।” (यह भी देखें: [चट कर जाना](../other/devour.md), [क्रोध](../kt/wrath.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 18:38-40](rc://en/tn/help/1ki/18/38) -* [व्यवस्थाविवरण 07:16](rc://en/tn/help/deu/07/16) -* [यिर्मयाह 03:23-25](rc://en/tn/help/jer/03/23) -* [अय्यूब 07:8-10](rc://en/tn/help/job/07/08) -* [गिनती 11:1-3](rc://en/tn/help/num/11/01) +* [1 राजा 18:38-40](rc://hi/tn/help/1ki/18/38) +* [व्यवस्थाविवरण 07:16](rc://hi/tn/help/deu/07/16) +* [यिर्मयाह 03:23-25](rc://hi/tn/help/jer/03/23) +* [अय्यूब 7:9](rc://hi/tn/help/job/07/09) +* [गिनती 11:1-3](rc://hi/tn/help/num/11/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H1497, H1846, H2000, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4127, H4529, H4743, H5486, H5487, H5595, H6244, H6789, H7332, H7646, H7829, H8046, H8552, G355, G1159, G2618, G2654, G2719, G5315, G5723 +* Strong's: H398, H402, H1086, H1104, H1197, H2628, H3615, H3617, H3631, H3857, H4529, H5595,H8046, H8552, G355, G2618, G2654, G2719, G5315, diff --git a/bible/other/courtyard.md b/bible/other/courtyard.md index a741fa2..ace7f81 100644 --- a/bible/other/courtyard.md +++ b/bible/other/courtyard.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# आँगन, आँगनों, आँगन, आँगनों # +# परिसर, आँगन, आँगनों, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“आँगन” और “न्यायालय” अर्थात दीवारों से घिरा खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं +“आँगन” और “परिसर” अर्थात दीवारों से घिरा खुला आकाश के नीचे खुला स्थान। अंग्रेजी का शब्द “कोर्ट” न्यायालय को भी कहते हैं * मिलापवाला तम्बू मोटे कपड़े के परदों द्वारा घिरे हुए आँगन के भीतर था। * मन्दिर के तीन भीतरी आँगन थे एक याजकों के लिए, एक यहूदी पुरुषों के लिए और एक यहूदी स्त्रियों के लिए। @@ -11,25 +11,25 @@ * “राजा का आँगन” का संदर्भ राजा के महल या उसके राजमहल के उस स्थान से हो सकता है जहां राजा निर्णय देने के लिए बैठता है। * “यहोवा के आँगनों” यह उक्ति यहोवा के निवास स्थान या मनुष्यों के लिए यहोवा की आराधना के स्थान के संदर्भ में प्रतीकात्मक उपयोग है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “आँगन” का अनुवाद “संलग्न जगह ” या “दीवारों से घिरा स्थान”, या “मन्दिर का मैदान” या “मन्दिर परिसर” -* कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” से है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से। -* “यहोवा के आँगनों” का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है। +* कभी-कभी “मन्दिर” शब्द का अनुवाद “मंदिर के आँगनों” या “मन्दिर परिसर” द्वारा किया जाना होता है ताकि स्पष्ट हो कि संदर्भ प्रांगण से है न कि मन्दिर से। +* “यहोवा के आँगनों” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद “यहोवा का निवास स्थान” या “यहोवा का आराधना स्थल” हो सकता है। * “राजा का आँगन” का शब्द यहोवा के आंगन के लिए भी काम में लिया जा सकता है। (यह भी देखें: [अन्य-जाति](../kt/gentile.md), [न्याय](../other/judgeposition.md), [राजा](../other/king.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 20:4-5](rc://en/tn/help/2ki/20/04) -* [निर्गमन 27:9-10](rc://en/tn/help/exo/27/09) -* [यिर्मयाह 19:14-15](rc://en/tn/help/jer/19/14) -* [लूका 22:54-55](rc://en/tn/help/luk/22/54) -* [मत्ती 26:69-70](rc://en/tn/help/mat/26/69) -* [गिनती 03:24-26](rc://en/tn/help/num/03/24) -* [भजन संहिता 065:4](rc://en/tn/help/psa/065/004) +* [2 राजा 20:4-5](rc://hi/tn/help/2ki/20/04) +* [निर्गमन 27:9](rc://hi/tn/help/exo/27/09) +* [यिर्मयाह 19:14-15](rc://hi/tn/help/jer/19/14) +* [लूका 22:55](rc://hi/tn/help/luk/22/55) +* [मत्ती 26:69-70](rc://hi/tn/help/mat/26/69) +* [गिनती 3:26](rc://hi/tn/help/num/03/26) +* [भजन संहिता 65:4](rc://hi/tn/help/psa/065/4) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1004, H1508, G2681, H2691, H5835, H6503, H7339, G833, G933, G4259 +* Strong's: H1004, H1508, H2691, H5835, H7339, H8651, G833, G4259 diff --git a/bible/other/cupbearer.md b/bible/other/cupbearer.md index 1a0f5c4..a31ca15 100644 --- a/bible/other/cupbearer.md +++ b/bible/other/cupbearer.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# पिलानेहारा, पिलानेवाले # +# पिलानेहारा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: पुराने नियम के युग में “पिलानेहारा” राजा का वह सेवक होता था जो राजा को मदिरा का कटोरा देता था, वह पहले स्वयं मदिरा का स्वाद लेकर निश्चित करता था कि उसमें विष तो नहीं है। * इसका शाब्दिक अर्थ हो सकता है “कटोरा लाने वाला” या “वह जो कटोरा लाता है”। * “पिलानेहारा” विश्वासयोग्य होने और राजा का स्वामी-भक्त होने के लिए जाना जाता था। * उसकी विश्वसनीय स्थिति के कारण पिलानेहारा प्रायः शासक द्वारा लिए गए निर्णय पर प्रभाव डाल सकता था। -* नहेम्याह अर्तक्षत्र राजा का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे। +* नहेम्याह फारस के राजा, अर्तक्षत्र का पिलानेहारा था, उस समय भी कुछ इस्राएली बेबीलोन की बन्धुआई में थे। (यह भी देखें: [अर्तक्षत्र](../names/artaxerxes.md), [बाबेल](../names/babylon.md), [बन्दी](../other/captive.md), [फारस](../names/persia.md), [फिरौन](../names/pharaoh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 10:3-5](rc://en/tn/help/1ki/10/03) -* [नहेम्याह 01:10-11](rc://en/tn/help/neh/01/10) +* [1 राजा 10:3-5](rc://hi/tn/help/1ki/10/03) +* [नहेम्याह 01:11](rc://hi/tn/help/neh/01/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H8248 diff --git a/bible/other/cutoff.md b/bible/other/cutoff.md index 7f256aa..c854367 100644 --- a/bible/other/cutoff.md +++ b/bible/other/cutoff.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# नाश किया, नाश करे, काटकर # +# नाश किया, काटकर गिराया -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“काटा जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना। +“काट दिया जाए” एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मूल समुदाय से अलग किया जाना, देश निकाला देना, या संबन्ध विच्छेद कर देना। इसका संदर्भ पाप के दण्ड के परमेश्वर के कार्य द्वारा घात किया जाना भी हो सकता है। * पुराने नियम में परमेश्वर की आज्ञाएं नहीं मानने का परिणाम होता था काटा जाना या परमेश्वर की प्रजा या उसकी उपस्थिति से अलग कर दिया जाना। * परमेश्वर ने यह भी कहा था कि वह अन्य जातियों को “नाश किया” या नष्ट कर देगा क्योंकि वे उसकी उपासना नहीं करते थे न ही उसकी आज्ञा का पालन करते थे वरन् वे इस्राएल के शत्रु थे। -* “नाश किया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है। +* “रोक दिया” परमेश्वर द्वारा नदी के प्रवाह को रोकने के संदर्भ में भी काम में लिया गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “काट दिया जाए” का अनुवाद हो सकता है, “देश से निकाल दिया जाए”, या “दूर भेज दिया जाए” या “विच्छेदित कर दिया जाए” या “मार डाला जाए” या “नष्ट कर दिया जाए”। * प्रकरण के अनुसार “काट देना” का अनुवाद किया जा सकता है, “नष्ट करना” या “दूर कर देना” या “विच्छेदित करना” या “नाश करना”। * प्रवाहित जल काट देने का अनुवाद हो सकता है, “रोक देना” या “जल प्रवाह रोक देना” या “जल विभाजित कर देना”। * चाकू द्वारा किसी वस्तु को काटने का अर्थ इस शब्द के प्रतीकात्मक अनुवादों से सर्वथा भिन्न होना है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 17:12-14](rc://en/tn/help/gen/17/12) -* [न्यायियों 21:6-7](rc://en/tn/help/jdg/21/06) -* [नीतिवचन 23:17-18](rc://en/tn/help/pro/23/17) +* [उत्पत्ति 17:14](rc://hi/tn/help/gen/17/14) +* [न्यायियों 21:6](rc://hi/tn/help/jdg/21/06) +* [नीतिवचन 23:18](rc://hi/tn/help/pro/23/18) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G609, G851, G1581, G2407, G5257, H1214, H1219, H1438, H1468, H1494, H1504, H1629, H1820, H1824, H1826, H2498, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6202, H6789, H6990, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113 +* Strong's: H1214, H1219, H1438, H1494, H1504, H1629, H1820, H2686, H3582, H3772, H5243, H5352, H6789, H7082, H7088, H7096, H7112, H7113, G609, G851, G1581 diff --git a/bible/other/disperse.md b/bible/other/disperse.md index 36d1e6e..1748b60 100644 --- a/bible/other/disperse.md +++ b/bible/other/disperse.md @@ -1,23 +1,24 @@ -# छितरा, तितर-बितर होकर # +# छितरा, तितर-बितर होकर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: * “छितरा” और “तितर-बितर होकर” मनुष्यों या वस्तुओं का विभिन्न दिशाओं में बिखर जाना। * पुराने नियम में परमेश्वर लोगों को “तितर-बितर” करने की बात कहता है। उन्हें अलग-अलग करके एक दूसरे से दूर अलग अलग स्थानों में कर देगा। उन्हें पाप का दण्ड देने के लिए परमेश्वर ने ऐसा किया था। संभव था कि तितर-बितर होने के कारण वे मन फिराएं और पुनः परमेश्वर की उपासना करने लगें। -* नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में चला जाना पड़ा था। +* नये नियम में “तितर-बितर” होना, सताव के कारण विश्वासियों को अपना घर त्याग कर विभिन्न स्थानों में जाना पड़ा था। * “तितर-बितर” का अनुवाद हो सकता है, “विभिन्न स्थानों में विश्वासी” या “विभिन्न देशों में जाकर रहने वाले लोग”। -* “तितर-बितर करना” का अनुवाद “विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”। +* “तितर-बितर करना” का अनुवाद “अनेक विभिन्न स्थानों में भेजना” या “परदेश में विस्थापित करना” या “विभिन्न देशों में वास करने के लिए विवश करना”। -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [सताना](../other/persecute.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [सताना](../other/persecute.md)), +[बंदी](../other/captive.md), [exile](../other/exile.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:1-2](rc://en/tn/help/1pe/01/01) -* [यहेजकेल 12:14-16](rc://en/tn/help/ezk/12/14) -* [यहेजकेल 30:22-24](rc://en/tn/help/ezk/30/22) -* [भजन संहिता 018:13-14](rc://en/tn/help/psa/018/013) +* [1 पतरस 1:1](rc://hi/tn/help/1pe/01/01) +* [यहेजकेल 12:15](rc://hi/tn/help/ezk/12/15) +* [यहेजकेल 30:23](rc://hi/tn/help/ezk/30/23) +* [भजन संहिता 18:14](rc://hi/tn/help/psa/018/014) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2219, H4127, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650 +* Strong's: H2219, H5310, H6327, H6340, H6504, H8600, G1287, G1290, G4650 diff --git a/bible/other/eagle.md b/bible/other/eagle.md index f590282..2c71cb0 100644 --- a/bible/other/eagle.md +++ b/bible/other/eagle.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# उकाब, उकाबों # +# उकाब -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे खाता है। +उकाब एक विशाल पक्षी होता है जो मछली, चूहा, सांप और मुर्गी के बच्चे जैसे छोटे जीव जंतु खाता है। -* बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना उकाब की झपटने की फुर्ती से की गई है। +* बाइबल में सेना की गति और बल की तुलना शिकार पर उकाब के झपटने की फुर्ती से की गई है। * यशायाह कहता है कि परमेश्वर का भय माननेवाले उकाब के समान हवा से बातें करेंगे। यह एक रूपक है जिसका अर्थ है परमेश्वर में विश्वास करने और उसकी आज्ञाओं को मानने से स्वतंत्रता और शक्ति प्राप्त होती है। -* दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी लम्बा होता है। +* दानिय्येल की पुस्तक में राजा नबूकदनेस्सर के बालों की लम्बाई की तुलना उकाब के परों से की गई है, उकाब का पर 50 सेन्टी मीटर से भी अधिक लम्बा होता है। (यह भी देखें: [दानिय्येल](../names/daniel.md), [स्वतंत्र](../other/free.md), [नबूकदनेस्सर](../names/nebuchadnezzar.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md)) -(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 शमूएल 01:23-24](rc://en/tn/help/2sa/01/23) -* [दानिय्येल 07:4-5](rc://en/tn/help/dan/07/04) -* [यिर्मयाह 04:13-15](rc://en/tn/help/jer/04/13) -* [लैव्यव्यवस्था 11:13-16](rc://en/tn/help/lev/11/13) -* [प्रका. 04:7-8](rc://en/tn/help/rev/04/07) +* [2 शमूएल 1:23](rc://hi/tn/help/2sa/01/23) +* [दानिय्येल 7:4](rc://hi/tn/help/dan/07/04) +* [यिर्मयाह 4:13-15](rc://hi/tn/help/jer/04/13) +* [लैव्यव्यवस्था 11:13-16](rc://hi/tn/help/lev/11/13) +* [प्रका. 4:7](rc://hi/tn/help/rev/04/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H5403, H5404, H7360, G105 diff --git a/bible/other/fig.md b/bible/other/fig.md index 026d20b..82151b3 100644 --- a/bible/other/fig.md +++ b/bible/other/fig.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# अंजीर, अंजीरों # +# अंजीर, अंजीरों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “अंजीर” एक छोटा मीठा फल होता है जो पेड़ में उगता है। पक जाने पर इस फल के विभिन्न रंग होते हैं, भूरा, पीला या बैंगनी। * अंजीर का पेड़ छः मीटर तक लम्बा हो जाता है और इसके चौड़े पत्तों के कारण पेड़ के नीचे बहुत छाया होती है । इसके फल की लम्बाई 3-5 से.मी. होती है। * आदम और हव्वा ने पाप करने के बाद अंजीर के पत्तों से अपने वस्त्र बनाए थे। * अंजीर का फल खाया जाता है, पकाया जाता है या सुखा कर भी रखा जाता है। लोग उन्हें टुकड़े करके उनकी टिक्कियाँ बनाकर सुखा लेते हैं कि बाद में खाने के काम आए। -* बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण थे। +* बाइबल के युग में अंजीर खाने के लिए और बेचकर पैसा कमाने के लिए महत्त्वपूर्ण स्रोत थे। * फलदायक अंजीर के पेड़ की चर्चा बाइबल में बार-बार की गई है। जिसका संदर्भ समृद्धि से है। * यीशु ने भी अनेक बार अंजीर के वृक्षों का उदाहरण देकर आत्मिक सत्यों की व्याख्या की थी। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [हबक्कूक 03:17](rc://en/tn/help/hab/03/17) -* [याकूब 03:11-12](rc://en/tn/help/jas/03/11) -* [लूका 13:6-7](rc://en/tn/help/luk/13/06) -* [मरकुस 11:13-14](rc://en/tn/help/mrk/11/13) -* [मत्ती 07:15-17](rc://en/tn/help/mat/07/15) -* [मत्ती 21:18-19](rc://en/tn/help/mat/21/18) +* [हबक्कूक 3:17](rc://hi/tn/help/hab/03/17) +* [याकूब 3:12](rc://hi/tn/help/jas/03/12) +* [लूका 13:7](rc://hi/tn/help/luk/13/07) +* [मरकुस 11:14](rc://hi/tn/help/mrk/11/14) +* [मत्ती 7:17](rc://hi/tn/help/mat/07/17) +* [मत्ती 21:18](rc://hi/tn/help/mat/21/18) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1061, H1690, H6291, H8384, G3653, G4808, G4810 diff --git a/bible/other/fire.md b/bible/other/fire.md index e9a324f..30978e2 100644 --- a/bible/other/fire.md +++ b/bible/other/fire.md @@ -1,28 +1,29 @@ -# आग, आग, लुकटियों, करछों, चिमनियों, भट्ठा, अंगीठियाँ # +# आग, लुकटियों, अग्निपात्र, भट्ठा, अंगीठियाँ # ## परिभाषा: ## -आग, किसी वस्तु के जलने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ। +आग: किसी वस्तु के जलाने पर उत्पन्न ऊष्मा, प्रकाश और लौ। * लकड़ी आग में जलकर राख हो जाती है। +*आंधी के परिप्रेक्ष्य में आग का सन्दर्भ बिजली से भी होता है या स्वर्ग की अग्नि से। * शब्द“आग” को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया गया है, जिसका संदर्भ प्रायः दण्ड और शोधन से है। -* अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाता है। -* आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा विपरीत परिस्थितियों से मनुष्य के शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है। -* “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध करने के लिए कष्ट उठाने के लिए बाध्य करना।” +* अविश्वासियों का अन्तिम दण्ड नरक की आग में डाला जाना है। +* आग सोने और अन्य धातुओं का शोधन करती है। बाइबल में इस शोधन प्रक्रिया को परमेश्वर द्वारा मनुष्य की जीवन में कठिन परिस्थितियों द्वारा उसके शोधन को दर्शाने के लिए काम में लिया गया है। +* “आग से बपतिस्मा देना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है “शुद्ध होने के लिए कष्ट उठाने विवश होना।” (यह भी देखें: [शुद्ध](../kt/purify.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 16:18-20](rc://en/tn/help/1ki/16/18) -* [2 राजा 01:9-10](rc://en/tn/help/2ki/01/09) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:6-8](rc://en/tn/help/2th/01/06) -* [प्रे.का. 07:29-30](rc://en/tn/help/act/07/29) -* [यूहन्ना 15:5-7](rc://en/tn/help/jhn/15/05) -* [लूका 03:15-16](rc://en/tn/help/luk/03/15) -* [मत्ती 03:10-12](rc://en/tn/help/mat/03/10) -* [नहेम्याह 01:3](rc://en/tn/help/neh/01/03) +* [1 राजा 16:18-20](rc://hi/tn/help/1ki/16/18) +* [2 राजा 1:10](rc://hi/tn/help/2ki/01/10) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:8](rc://hi/tn/help/2th/01/08) +* [प्रे.का. 7:29-30](rc://hi/tn/help/act/07/29) +* [यूहन्ना 15:6](rc://hi/tn/help/jhn/15/06) +* [लूका 3:16](rc://hi/tn/help/luk/03/16) +* [मत्ती 3:12](rc://hi/tn/help/mat/03/12) +* [नहेम्याह 1:3](rc://hi/tn/help/neh/01/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H215, H217, H398, H784, H800, H801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457 +* Strong's: H0215, H0217, H0398, H0784, H0800, H0801, H1197, H1200, H1513, H2734, H3341, H3857, H4071, H4168, H5135, H6315, H8316, G439, G440, G1067, G2741, G4442, G4443, G4447, G4448, G4451, G5394, G5457 diff --git a/bible/other/firstborn.md b/bible/other/firstborn.md index 090e256..96509db 100644 --- a/bible/other/firstborn.md +++ b/bible/other/firstborn.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# पहलौठे # +# पहलौठे -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सबसे पहले बच्चे को कहते हैं। +“पहलौठे” शब्द मनुष्य या पशु के सब बच्चों में सबसे पहले जन्मे बच्चे को कहते हैं। * बाइबल में “पहलौठे” का संदर्भ सबसे पहले जन्म लेनेवाले पुत्र से है। * बाइबल के युग में सबसे पहले जन्म लेने वाले पुत्र को प्रमुख स्थान दिया जाता था और माता-पिता की सम्पदा में से अन्य पुत्रों की तुलना में दो गुणा भाग दिया जाता था। -* परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पहला नर बच्चा होता था। +* परमेश्वर के लिए जिस पशु की बली चढ़ाई जाती थी वह पशु का पहला नर बच्चा होता था। * इसका उपयोग रूपक स्वरूप भी किया जा सकता है। उदाहरणार्थ, इस्राएल जाति को परमेश्वर का पहलौठा कहा गया है क्योंकि परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों की तुलना में विशेष सौभाग्य प्रदान किए हैं। -* परमेश्वर का पुत्र यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण। +* परमेश्वर के पुत्र, यीशु को पहिलौठा कहा गया है, उसके महत्व और सब मनुष्यों पर उसके अधिकार के कारण। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* यदि पहलौठा अभिलेख में अकेला शब्द है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “पहलौठा पुरुष” या “पहलौठा पुत्र” क्योंकि इसका अभिप्राय यही है। (देखें: [ग्रहण ज्ञान और अंतर्निहित सूचना](rc://en/ta/man/translate/figs-explicit)) +* यदि पहलौठा अभिलेख में अकेला शब्द है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “पहलौठा पुरुष” या “पहलौठा पुत्र” क्योंकि इसका अभिप्राय यही है। (देखें: [ग्रहण ज्ञान और अंतर्निहित सूचना](rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit)) * इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “बेटा जो पहले पैदा हुआ” या “सबसे बड़ा बेटा” या “पहला बेटा”। -* प्रतीकात्मक उपयोग में यीशु, एक शब्द या वाक्यांश के साथ अनुवाद किया जा सकता है जिसका अर्थ है "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।" -* सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि वह बनाया गया था। +* यीशु के लिए लाक्षणिक प्रयोग में इसका अनुवाद, एक ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "पुत्र जो सब कुछ पर अधिकार रखता है" या "पुत्र, जो सम्मान में पहला है।" +* सावधान: सुनिश्चित करें कि यीशु के सन्दर्भ में इस शब्द के अनुवाद से ऐसा न लगे कि वह सृजा गया था। -(यह भी देखें: [अधिकारी होना](../kt/inherit.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [पुत्र](../kt/son.md)) +(यह भी देखें: [अधिकारी होना](../kt/inherit.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [पुत्र](../kt/son.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [कुलुस्सियों 01: 15-17](rc://en/tn/help/col/01/15) -* [उत्पत्ति 04:3-5](rc://en/tn/help/gen/04/03) -* [उत्पत्ति 29:26-27](rc://en/tn/help/gen/29/26) -* [उत्पत्ति 43:32-34](rc://en/tn/help/gen/43/32) -* [लूका 02:6-7](rc://en/tn/help/luk/02/06) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://en/tn/help/rev/01/04) +* [कुलुस्सियों 1: 15](rc://hi/tn/help/col/01/15) +* [उत्पत्ति 4:3-5](rc://hi/tn/help/gen/04/03) +* [उत्पत्ति 29:26-27](rc://hi/tn/help/gen/29/26) +* [उत्पत्ति 43:33](rc://hi/tn/help/gen/43/33) +* [लूका 2:6-7](rc://hi/tn/help/luk/02/06) +* [प्रकाशितवाक्य 1:5](rc://hi/tn/help/rev/01/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1060, H1062, H1067, H1069, G4416, G5207 diff --git a/bible/other/firstfruit.md b/bible/other/firstfruit.md index d0d1bf2..39a970b 100644 --- a/bible/other/firstfruit.md +++ b/bible/other/firstfruit.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# पहली उपज # +# पहली उपज -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पहली उपज” अर्थात मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश। +“पहली उपज” अर्थात प्रत्येक मौसम के फल और सब्जियों की पहली फसल का एक अंश। -* इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल भेंट-स्वरूप लाते थे। +* इस्राएली परमेश्वर के लिए ये पहले फल आत्मत्याग की भेंट-स्वरूप लाते थे। * बाइबल में इस उक्ति का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, पहलौठा पुत्र परिवार का पहला फल है। क्योंकि वह परिवार में जन्म लेने वाला पहला पुत्र है, वह परिवार का नाम और सम्मान वाहक है। -* यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह यीशु के सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे। -* यीशु के विश्वासियों को भी सृष्टि का “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को दर्शाता है। +* यीशु मृतकों में से जी उठा इसलिए वह अपने सब विश्वासियों में पहला फल है क्योंकि वे भी एक दिन मृतकों में से जी उठेंगे। +* यीशु के विश्वासियों को सम्पूर्ण सृष्टि की “पहली उपज” कहा गया है, यीशु ने जिनका उद्धार किया और अपने लोग होने के लिए बुलाया है उनके विशेष सौभाग्य और पद को इसके द्वारा दर्शाया गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस उक्ति के यर्थाथ उपयोग का अनुवाद “प्रथम अंश(फसल का)” या "फसल का पहला हिस्सा" किया जा सकता है। -* यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों की अनुमति देने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और अलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा। +* यदि संभव हो तो, अलग-अलग संदर्भों में अलग-अलग अर्थों दर्शाने के लिए, लाक्षणिक उपयोगों का शाब्दिक अनुवाद ही किया जाना चाहिए। यह शाब्दिक अर्थ और आलंकारिक उपयोगों के बीच के संबंध को भी दिखाएगा। (यह भी देखें: [पहलौठा](../other/firstborn.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 31:4-5](rc://en/tn/help/2ch/31/04) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13) -* [निर्गमन 23:16-17](rc://en/tn/help/exo/23/16) -* [याकूब 01:17-18](rc://en/tn/help/jas/01/17) -* [यिर्मयाह 02:1-3](rc://en/tn/help/jer/02/01) -* [भजन संहिता 105:34-36](rc://en/tn/help/psa/105/034) +* [2 इतिहास 31:4-5](rc://hi/tn/help/2ch/31/04) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:13](rc://hi/tn/help/2th/02/13) +* [निर्गमन 23:16-17](rc://hi/tn/help/exo/23/16) +* [याकूब 1:18](rc://hi/tn/help/jas/01/18) +* [यिर्मयाह 2:3](rc://hi/tn/help/jer/02/03) +* [भजन संहिता 105:36](rc://hi/tn/help/psa/105/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1061, H6529, H7225, G536 diff --git a/bible/other/frankincense.md b/bible/other/frankincense.md index 4c0cdd0..1aa001a 100644 --- a/bible/other/frankincense.md +++ b/bible/other/frankincense.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# लोबान # +# लोबान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: लोबान पेड़ के रस से बना एक सुगंधित द्रव्य है। इससे इत्र और धूप बनाए जाते थे। * बाइबल के युग में शवों को दफन के लिए तैयार करने में लोबान एक अत्यधिक महत्वपूर्ण द्रव्य था। -* यह पदार्थ चंगाई और शक्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है। -* जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था। +* यह पदार्थ चंगाई और शान्ति देने के गुणों के लिए मान्यता रखता है। +* जब ज्योतिषी बालक यीशु से भेंट करने पूर्व से चलकर बैतलहम आए थे तब जो तीन उपहार वे लाए थे उनमें लोबान भी था। (यह भी देखें: [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [ज्योतिषी](../other/learnedmen.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 09:28-29](rc://en/tn/help/1ch/09/28) -* [निर्गमन 30:34-36](rc://en/tn/help/exo/30/34) -* [मत्ती 02:11-12](rc://en/tn/help/mat/02/11) -* [गिनती 05:15](rc://en/tn/help/num/05/15) +* [1 इतिहास 9:28-29](rc://hi/tn/help/1ch/09/28) +* [निर्गमन 30:34-36](rc://hi/tn/help/exo/30/34) +* [मत्ती 2:11-12](rc://hi/tn/help/mat/02/11) +* [गिनती 5:15](rc://hi/tn/help/num/05/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H3828, G3030 diff --git a/bible/other/gird.md b/bible/other/gird.md index f857747..c75292d 100644 --- a/bible/other/gird.md +++ b/bible/other/gird.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# बाँधे, बांधा हुआ # +# कमर कसना, कमर कसी, लापता, बांधा हुआ, कटीबन्ध, कटिबन्ध कसना, कटिबन्ध बाँधना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“बाँधे” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे। +“बाँधना” अर्थात किसी वस्तु पर कुछ बान्धना। इसका अर्थ प्रायः बागा की कमर पर पट्टा बान्धना होता है कि वह अपने स्थान पर रहे। * “कमर कसना” अर्थात वस्त्र का नीचे का भाग उठाकर कमर में बांधना कि मनुष्य आसानी से काम कर पाए। * इस मुहावरे का अर्थ है "काम करने के लिए तैयार होना" या कठिन काम करने की तैयारी करना। -* “कमर कसना” के अनुवाद में लक्षित भाषा के समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका सरल अनुवाद भी किया जा सकता है, “कार्य करने के लिए तैयार होना” या “तैयार हो जाना।” +* “कमर कस लो” के अनुवाद में लक्षित भाषा की समानार्थक उक्ति काम में ली जा सकती है। या इसका लाक्षणिक अनुवाद भी किया जासकता है, “कार्य करने के लिए तैयार हो जाओ” या “तैयार हो जाओ।” * “लिपटा हुआ” अर्थात “चारों ओर लपेटा हुआ” या “घिरा हुआ” या “बन्धा हुआ” (यह भी देखें: [कमर](../other/loins.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:13-14](rc://en/tn/help/1pe/01/13) -* [अय्यूब 38:1-3](rc://en/tn/help/job/38/01) +* [1 पतरस 1:13](rc://hi/tn/help/1pe/01/13) +* [अय्यूब 38:3](rc://hi/tn/help/job/38/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H247, H640, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024 +* Strong's: H640, H247, H2290, H2296, H8151, G328, G1241, G2224, G4024 diff --git a/bible/other/grape.md b/bible/other/grape.md index bc11dd0..1a976c5 100644 --- a/bible/other/grape.md +++ b/bible/other/grape.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# अंगूर, दाख, दाख की लता # +# अंगूर, दाख, दाख की लता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: अंगूर (दाख) एक छोटा चिकना गोल फल होता है जो दाखलता में गुच्छों में उगता है। अंगूर का रस मदिरा बनाने के काम में आता है। * अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल। -* प्रत्येक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है। -* अंगूर के बगीचों को दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं। +* एक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है। +* अंगूर के बगीचे लगाए जाते हैं जिन्हें दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं। * बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था। * अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है। * यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था। (यह भी देखें: [दाखलता](../other/vine.md), [दाख की बारी](../other/vineyard.md), [दाखरस](../other/wine.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 23:24-25](rc://en/tn/help/deu/23/24) -* [होशे 09:10](rc://en/tn/help/hos/09/10) -* [अय्यूब 15:31-33](rc://en/tn/help/job/15/31) -* [लूका 06:43-44](rc://en/tn/help/luk/06/43) -* [मत्ती 07:15-17](rc://en/tn/help/mat/07/15) -* [मत्ती 21:33-34](rc://en/tn/help/mat/21/33) +* [व्यवस्थाविवरण 23:24](rc://hi/tn/help/deu/23/24) +* [होशे 9:10](rc://hi/tn/help/hos/09/10) +* [अय्यूब 15:33](rc://hi/tn/help/job/15/33) +* [लूका 6:43-44](rc://hi/tn/help/luk/06/43) +* [मत्ती 7:15-17](rc://hi/tn/help/mat/07/15) +* [मत्ती 21:33](rc://hi/tn/help/mat/21/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H2490, H3196, H5563, H5955, H6025, H6528, G288, G4718 +* Strong's: H811, H891, H1154, H1155, H1210, H3196, H5955, H6025, H6528, G288, G4718 diff --git a/bible/other/harp.md b/bible/other/harp.md index 2d26820..7798262 100644 --- a/bible/other/harp.md +++ b/bible/other/harp.md @@ -1,26 +1,30 @@ -# वीणा, वीणाओं, बजानेवाला, वीणा बजानेवाले # +# वीणा, वीणाओं, वीणा बजानेवाला -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -* वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था। +वीणा, एक तारवाला वाद्य यन्त्र होता था जिसकी बड़ी चौखट में तार लागे होते थे। -* बाइबल में चीड़ की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे। -* वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाया जाता था। -* बाइबल में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी। -* दाऊद के अनेक भजन वीणा के संगीत पर रचे गए थे। -* वह राजा शाऊल की परेशान आत्मा को शान्ति देने के लिए भी वीणा बजाता था। - +* बाइबल के युग में सनौवर की लकड़ी से वीणा एवं अन्य वाद्ययंत्र बनाए जाते थे। + +* वीणा हाथ में उठाकर चलते हुए बजाई जाती थी। + +* बाइबल में अनेक उदाहरणों में वीणा परमेश्वर की स्तुति एवं उपासना में बजाई जाती थी। + +* दाऊद के अनेक भजन लिखे जो वीणा के संगीत पर रचे गए थे। + +* वह राजा शाऊल की परेशान आत्मा को शान्ति देने के लिए भी वीणा बजाता था। + -(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [सनौबर](../other/fir.md), [भजन](../kt/psalm.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md)) +(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [सनौव्र](../other/fir.md)र, [भजन](../kt/psalm.md), [शाऊल (पुराना नियम)](../names/saul.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 15:16-18](rc://en/tn/help/1ch/15/16) -* [आमोस 05:23-24](rc://en/tn/help/amo/05/23) -* [दानिय्येल 03:3-5](rc://en/tn/help/dan/03/03) -* [भजन संहिता 033:1-3](rc://en/tn/help/psa/033/001) -* [प्रकाशितवाक्य 05:8](rc://en/tn/help/rev/05/08) +* [1 इतिहास 15:16-18](rc://hi/tn/help/1ch/15/16) +* [आमोस 5:23-24](rc://hi/tn/help/amo/05/23) +* [दानिय्येल 3:3-5](rc://hi/tn/help/dan/03/05) +* [भजन संहिता 33:1-3](rc://hi/tn/help/psa/033/001) +* [प्रकाशितवाक्य 5:8](rc://hi/tn/help/rev/05/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3658, H5035, H5059, H7030, G2788, G2789, G2790 +* Strong's: H3658, H5035, H5059, H7030, G2788, G2789, G2790 \ No newline at end of file diff --git a/bible/other/horn.md b/bible/other/horn.md index eecb682..7dcb64c 100644 --- a/bible/other/horn.md +++ b/bible/other/horn.md @@ -1,27 +1,26 @@ -# सींग, सींगों, सींग वाले # +# सींग, सींगों, सींग वाले -## तथ्य: ## +## तथ्य -सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग होते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण। +सींग, अनेक पशुओं के सिर पर कठोर नुकीले भाग उग आते हैं, जैसे मवेशी, भेड़, बकरी, हिरण आदि। -* भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहता है जिसे खास उत्सव जैसे कि धार्मिक पर्वों पर फूंका जाता था। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसी रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को सींग कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे। -* सींग कभी-कभी पानी या तेल के पात्र को भी कहा जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था। तेल का ऐसा सींग रूपक पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक किया था जब उसने काम में लिया था। +* भेढ़े(नर भेड़) की सींग से संगीत वाद्य बनाया जाता था, जिसे “नरसिंगा” या “शोफार” कहते थे जिसे अवसर विशेष पर फूंका जाता था, जैसे धार्मिक पर्वों पर। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि धूप जलाने की और पीतल की वेदियों के चारों कोनों पर सींग जैसे उभार की रचना करें। यद्यपि इन रचनाओं को "सींग" कहते थे, वे वास्तव में पशुओं के सींग नहीं थे। +* "सींग" शब्द कभी-कभी पानी या तेल के "पात्र" के सन्दर्भ में भी काम में लिया जाता था जिसका आकार सींग जैसा होता था और उसमें जल या तेल रखा जाता था। तेल का ऐसा सींग रूपी पात्र राजा के अभिषेक में काम आता था जैसे शमूएल ने दाऊद का अभिषेक में काम में लिया था। * इस शब्द का अनुवाद तुरही शब्द के अनुवाद से एक सर्वथा भिन्न शब्द द्वारा किया जाना चाहिए। * सींग शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग शक्ति, सामर्थ्य, अधिकार और वैभव को दर्शाने के लिए भी काम में लिया गया है। - (यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [गाय](../other/cow.md), [हिरण](../other/deer.md), [बकरी](../other/goat.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md) [राजसी](../other/royal.md), [भेड़](../other/sheep.md), [तुरही](../other/trumpet.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 15:27-28](rc://en/tn/help/1ch/15/27) -* [1 राजा 01:38-40](rc://en/tn/help/1ki/01/38) -* [2 शमूएल 22:3-4](rc://en/tn/help/2sa/22/03) -* [यिर्मयाह 17:1-2](rc://en/tn/help/jer/17/01) -* [भजन संहिता 022:20-21](rc://en/tn/help/psa/022/020) +* [1 इतिहास 15:27-28](rc://hi/tn/help/1ch/15/27) +* [1 राजा 1:39](rc://hi/tn/help/1ki/01/39) +* [2 शमूएल 22:3](rc://hi/tn/help/2sa/22/03) +* [यिर्मयाह 17:1](rc://hi/tn/help/jer/17/01) +* [भजन संहिता 022:21](rc://hi/tn/help/psa/022/21) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2689, H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768 +* Strong's: H3104, H7160, H7161, H7162, H7782, G2768 diff --git a/bible/other/interpret.md b/bible/other/interpret.md index 11d2529..19221d9 100644 --- a/bible/other/interpret.md +++ b/bible/other/interpret.md @@ -1,29 +1,27 @@ -# भेद करना, अनुवाद करना, समझा दिया, व्याख्या, अर्थ बताना, व्याख्याओं, फल का बतानेवाला # +# अनुवाद करना, व्याख्या, व्याख्याता -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“भेद करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझाना। +“व्याख्या करना” और “अर्थ बताना” का अर्थ है किसी अस्पष्ट बात का अर्थ समझना और उसकी व्याख्या करना। -* बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है। -* बेबीलोन के राजा ने स्वप्न देखा और वह परेशान हो गया तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उसका स्वप्न बताए और उसका अर्थ समझाता। -* स्वप्न का “अर्थ” बताना अर्थात उस स्वप्न का समझाना। -* पुराने नियम में परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की बातें बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भविष्यद्वाणी होता था। - -“अर्थ बताना” अन्य बातों का भेद समझाना भी होता है, जैसे कि यह पता लगाना कि मौसम कितना ठंडा या गर्म है, कैसी हवा है, और आकाश कैसा दिखता है। - -* “अर्थ बताना” का अनुवाद “अर्थ निर्धारण” या “व्याख्या करना” या “अर्थ समझाना” भी हो सकता है। -* “अर्थ बताना” का अनुवाद “व्याख्या” या “अर्थ निर्धारण” भी हो सकता है। +* बाइबल में इन शब्दों का संदर्भ प्रायः स्वप्नों एवं दर्शनों के अर्थ बताने से है। +* जब बेबीलोन के राजा ने बड़े ही परेस्शान करने वाले स्वप्न देखे थे, तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उनका अर्थ समझाए और उनका सन्दर्भ स्पष्ट करे। +* स्वप्न का “अर्थ” बताने का तात्पर्य उस स्वप्न की व्याख्या करने से है। +* पुराने नियम में, परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की घटनाएं बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भाविश्यद्वानियाँ होता था। +* "व्याख्या" शब्द का सन्दर्भ अन्य बातों के अर्थ का अनुमान लगाना भी हो सकता है, जैसे सर्द या गर्म के आधार पर, वायु प्रवाह के आधार पर, और आकाश को देख कर मौसम का निर्धारण करना। +* "व्याख्या" शब्द के अनुवाद रूप हो सकते हैं: "अर्थ का मान निर्धारण करना या "वर्णन करना" या "अर्थ बताना।" +* "व्याख्या" शब्द का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वर्णन करना" या "अर्थ निर्धारान।" (यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [दर्शन](../other/vision.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 12:9-11](rc://en/tn/help/1co/12/09) -* [दानिय्येल 04:4-6](rc://en/tn/help/dan/04/04) -* [उत्पत्ति 40:4-5](rc://en/tn/help/gen/40/04) -* [न्यायियों 07:15-16](rc://en/tn/help/jdg/07/15) -* [लूका 12:54-56](rc://en/tn/help/luk/12/54) +* [1 कुरिन्थियों 12:10](rc://hi/tn/help/1co/12/10) +* [दानिय्येल 4:4-6](rc://hi/tn/help/dan/04/04) +* [उत्पत्ति 40:4-5](rc://hi/tn/help/gen/40/04) +* [न्यायियों 7:15-16](rc://hi/tn/help/jdg/07/15) +* [लूका 12:56](rc://hi/tn/help/luk/12/56) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H995, H3887, H6591, H6622, H6623, H7667, H7760, H7922, G1252, G1328, G1329, G1381, G1955, G2058, G3177, G4793 diff --git a/bible/other/loins.md b/bible/other/loins.md index a93317c..b593a0c 100644 --- a/bible/other/loins.md +++ b/bible/other/loins.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# कमर # +# कटी, कमर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“कमर” शरीर का वह भाग है जो पसलियों और नितम्बों के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है। +“कमर” मनुष्य या पशु के शरीर का वह भाग है जो अंतिम पसली और कूल्हे की हड्डी के मध्य का भाग है जिसे निचले पेट के रूप में भी जाना जाता है। -* “कमर कसना” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कमर में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए। -* “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के लिए काम में लिया जाता था। -* बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक रूप में शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)). -* “से उत्पन्न होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)). -* शरीर के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “उदर” या “पेट” या “कमर” प्रकरण के अनुसार। +* “कमर कस लो” अर्थात् परिश्रम करने के लिए तैयार हो जाओ। यह मुहावरा उस अभ्यास से आता है जब वे अपने बागे के निचले भाग को उठाकर कटिबन्ध में बांध लेते थे कि चलना फिरना आसान हो जाए। +* “कमर” शब्द बाइबल में प्रायः बलि पशु के पिछले भाग के सन्दर्भ में लिया जाता था। +* बाइबल में “कमर” का प्रतीकात्मक एवं शिष्टोक्ति रूप में मनुष्य के संतानोत्पत्ति के स्रोत, गुप्तांगों के लिए काम में लिया गया शब्द है। (देखें: [शिष्टोक्ति](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism)). +* “तुझ से उत्पन्न होगा” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है: “तेरी सन्तान होगी” या “तेरे अंश से उत्पन्न होगा” या “परमेश्वर तुम से उत्पन्न करेगा।” (देखें: [शिष्टोक्ति](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism)). +* शरीर के किसी अंग के संदर्भ में इसका अनुवाद, प्रकरण के अनुसार हो सकता है: “उदर” या “कूल्हा” या “कमर।" -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [नगर बसाना](../other/gird.md), [सन्तान](../other/offspring.md)) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [कमर कसना](../other/gird.md), [सन्तान](../other/offspring.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 01:13-14](rc://en/tn/help/1pe/01/13) -* [2 इतिहास 06:7-9](rc://en/tn/help/2ch/06/07) -* [व्यवस्थाविवरण 33:11](rc://en/tn/help/deu/33/11) -* [उत्पत्ति 37:34-36](rc://en/tn/help/gen/37/34) -* [अय्यूब 15:27-28](rc://en/tn/help/job/15/27) +* [1 पतरस 1:13](rc://hi/tn/help/1pe/01/13) +* [2 इतिहास 6:9](rc://hi/tn/help/2ch/06/09) +* [व्यवस्थाविवरण 33:11](rc://hi/tn/help/deu/33/11) +* [उत्पत्ति 37:34](rc://hi/tn/help/gen/37/34) +* [अय्यूब 15:27](rc://hi/tn/help/job/15/27) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2504, H2783, H3409, H3689, H4975, G3751 +* Strong's: H2504, H3409, H3689, H4975, G3751 diff --git a/bible/other/messenger.md b/bible/other/messenger.md index f1dd249..3aa044c 100644 --- a/bible/other/messenger.md +++ b/bible/other/messenger.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# दूत, दूतों # +# दूत -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“दूत” अर्थात किसी तक सन्देश पहुंचानेवाला। +“दूत” शब्द का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जिसे मनुष्यों को सुनाने के लिए कोई सन्देश दिया जाता है। -* प्राचीन युग में सन्देशवाहक युद्ध क्षेत्र से नगर में मनुष्यों को सन्देश देने भेजा जाता था कि युद्ध का समाचार सुनाए। -* स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “दूत” किया गया है। -* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी एक दूत था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे। -* प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए। +* प्राचीन युग में सन्देशवाहक को युद्ध क्षेत्र से नगर में भेजा जाता था कि नगर की प्रजा को युद्ध का समाचार सुनाए। +* स्वर्गदूत एक विशेष सन्देशवाहक होता था जिसे परमेश्वर मनुष्यों को सन्देश देने भेजता था। कुछ अनुवादों में “स्वर्गदूत” का अनुवाद “सन्देश वाहक” भी किया गया है। +* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला भी दूत कहलाता था जो यीशु के पहले आया कि मसीह के आगमन का समाचार दे और उसे ग्रहण करने के लिए मनुष्यों को तैयार करे। +* यीशु के प्रेरित उसके दूत थे कि परमेश्वर के राज्य का शुभ सन्देश मनुष्यों को सुनाए। (यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 19:1-3](rc://en/tn/help/1ki/19/01) -* [1 शमूएल 06:21](rc://en/tn/help/1sa/06/21) -* [2 राजा 01:1-2](rc://en/tn/help/2ki/01/01) -* [लूका 07:27-28](rc://en/tn/help/luk/07/27) -* [मत्ती 11:9-10](rc://en/tn/help/mat/11/09) +* [1 राजा 19:1-3](rc://hi/tn/help/1ki/19/01) +* [1 शमूएल 6:21](rc://hi/tn/help/1sa/06/21) +* [2 राजा 1:1-2](rc://hi/tn/help/2ki/01/01) +* [लूका 7:27](rc://hi/tn/help/luk/07/27) +* [मत्ती 11:10](rc://hi/tn/help/mat/11/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1319, H4397, H4398, H5046, H5894, H6735, H6737, H7323, H7971, G32, G652 diff --git a/bible/other/mock.md b/bible/other/mock.md index 0e9089a..d679b91 100644 --- a/bible/other/mock.md +++ b/bible/other/mock.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# निन्दा, ठट्ठा करता, उपहास करके, उपहास, ठट्ठा करनेवाला, ठट्टा करनेवालों, हँसी उड़ाने, कलंक लगाते, उपहास करने लगे, घृणा करते, ठट्ठे में उड़ाया # +# निन्दा, ठट्ठा, ठट्ठा करनेवाला, निंदा, हँसी उड़ाना, ताना कसना, उपहास का पात्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“निन्दा”, “निन्दा करना”, “उपहास करना” अर्थात किसी को निर्दयता से ठट्ठे में उड़ाना । +“ठट्ठा करना”, “निन्दा करना”, “उपहास करना,” इन सब उक्तियों का सन्दर्भ किसी का ठट्ठा करने से है और वह भी निर्दयता से करने से है। -* ठट्ठा करने में किसी के शब्दों एवं अंग-विन्यास की नकल करना कि उसे लज्जित करें या घृणा व्यक्त करें। -* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ उपहास किया था। -* युवकों द्वारा एलीशा का भी ठट्ठा किया या उपहास उड़ाया था, उसके गंजे सिर की हंसी करके। -* किसी विचार को विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न मानना भी “ठट्ठा करना” था। -* एक "ठट्ठा करनेवाला" वह है जो मजाक उड़ाता है और लगातार उपहास करता है। +* ठट्ठा करने में किसी को लज्जित करने या उसके प्रति घृणा प्रकट करने की मंशा से उसके शब्दों या अंग-विन्यास की नकल करना। +* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था या उसकी निंदा की थी जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ राजा का सा व्यवहार किया था। +* युवकों के एक दल ने एलीशा का भी ठट्ठा या उपहास किया था, जब उन्होंने उसके गंजे सिर को नाम देकर हंसी की थी। +* "ठट्ठा करना" का सन्दर्भ किसी ऐसे विचार का उपहास करना भी होता है जिसको विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न समझा जाए। +* "ठट्ठा करनेवाला" वह मनुष्य है जो लगातार ठट्ठा करता और उपहास करता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 03:3-4](rc://en/tn/help/2pe/03/03) -* [प्रे.का. 02:34-36](rc://en/tn/help/act/02/12) -* [गलातियों 06:6-8](rc://en/tn/help/gal/06/06) -* [उत्पत्ति 39:13-15](rc://en/tn/help/gen/39/13) -* [लूका 22:63-65](rc://en/tn/help/luk/22/63) -* [मरकुस 10:32-34](rc://en/tn/help/mrk/10/32) -* [मत्ती 09:23-24](rc://en/tn/help/mat/09/23) -* [मत्ती 20:17-19](rc://en/tn/help/mat/20/17) -* [मत्ती 27:27-29](rc://en/tn/help/mat/27/27) +* [2 पतरस 3:3](rc://hi/tn/help/2pe/03/04) +* [प्रे.का. 2:12-13](rc://hi/tn/help/act/02/12) +* [गलातियों 6:6-8](rc://hi/tn/help/gal/06/06) +* [उत्पत्ति 39:13-15](rc://hi/tn/help/gen/39/13) +* [लूका 22:63-65](rc://hi/tn/help/luk/22/63) +* [मरकुस 10:34](rc://hi/tn/help/mrk/10/34) +* [मत्ती 9:23-24](rc://hi/tn/help/mat/09/23) +* [मत्ती 20:19](rc://hi/tn/help/mat/20/19) +* [मत्ती 27:29](rc://hi /tn/help/mat/27/29) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको __ठट्ठों में उड़ाएँगे__, और उसे मारेंगे। -* __[39:05](rc://en/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी नेताओं ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है |” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढक दी, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __मजाक उड़ाया__ | -* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ “यहूदियों का राजा” देखो | -* __[40:04](rc://en/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक जब यीशु का __ठट्ठा उड़ा रहा था__ तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? -* __[40:05](rc://en/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का __मज़ाक उड़ा रहे थे__ यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |” +* __[21:12](rc://hi/tn/help/obs/21/12)__ यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको __ठट्ठों में उड़ाएँगे__, और उसे मारेंगे। +* __[39:05](rc://hi/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी अगुवों ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है!” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढांककर, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __ठट्ठा उड़ाया__ | +* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और राजसी बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ देखो, “यहूदियों का राजा!” +* __[40:4](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक ने यीशु का __ठट्ठा उड़ाया__ परन्तु दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? +* __[40:5](rc://hi/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वे यीशु का __ठट्ठा करके__ कहते थे,, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर आ, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H5953, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512 +* Strong's: H1422, H2048, H2049, H2778, H2781, H3213, H3887, H3931, H3932, H3933, H3934, H3944, H3945, H4167, H4485, H4912, H5058, H5607, H6026, H6711, H7046, H7048, H7814, H7832, H8103, H8148, H8437, H8595, G1592, G1701, G1702, G1703, G2301, G2606, G3456, G5512 diff --git a/bible/other/newmoon.md b/bible/other/newmoon.md index 4e0d87f..a7d6d01 100644 --- a/bible/other/newmoon.md +++ b/bible/other/newmoon.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# नया चाँद, नये चाँद # +# नया चाँद, नये चाँद -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“नया चाँद” बाइबल में चाँद के बारे में है जब वह प्रकाश को एक छोटा, अर्धचंद्र-आकार सा दिखाई देता है। सुर्यास्त पर पृथ्वी की परिक्रमा में यह स्थिति चाँद का प्रथम चरण है। यह भी पहले दिन को संदर्भित करता है कि चंद्रमा के कुछ दिनों के लिए अंधेरा होने के बाद एक नया चंद्रमा दिखाई देना चाहिए। +“नया चाँद” शब्द का सन्दर्भ चाँद की उस स्थिति से है जब वह अर्धचंद्र-आकार सा प्रकाश की चमक प्रकट करता। यह सूर्यास्त से आरम्भ होकर पृथ्वी की परिक्रमा में चाँद की प्रथम कला है। इसका सन्दर्भ कुछ दिन की अंधेरी रात के बाद चाँद के प्रकट होने के पहले दिन से है। -* प्राचीन समय में नया चांद समय के आरंभ जैसे महीनों के आरंभ का संकेत माना जाता था। -* इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे और नरसिंगा फूंकते थे। +* प्राचीन युग में नया चांद निश्चित समयोँ के आरंभ का द्योतक था, जैसे महीनों के आरंभ का। +* इस्राएली नये चांद का पर्व मनाते थे जिसकी पहचान नरसिंगा फूंकने से होती थी। * बाइबल में इस समय को “महीने का आरंभ” माना गया है। (यह भी देखें: [महीने](../other/biblicaltimemonth.md), [पृथ्वी](../other/earth.md), [पर्व](../other/festival.md), [सींग](../other/horn.md), [भेड़](../other/sheep.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 23:30-31](rc://en/tn/help/1ch/23/30) -* [1 शमूएल 20:4-5](rc://en/tn/help/1sa/20/04) -* [2 राजा 04:23-24](rc://en/tn/help/2ki/04/23) -* [यहेजकेल 45:16-17](rc://en/tn/help/ezk/45/16) -* [यशायाह 01:12-13](rc://en/tn/help/isa/01/12) +* [1 इतिहास 23:31](rc://hi/tn/help/1ch/23/31) +* [1 शमूएल 20:5](rc://hi/tn/help/1sa/20/05) +* [2 राजा 4:23-24](rc://hi/tn/help/2ki/04/23) +* [यहेजकेल 45:16-17](rc://hi/tn/help/ezk/45/16) +* [यशायाह 1:12-13](rc://hi/tn/help/isa/01/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2320, G3376, G3561 diff --git a/bible/other/olive.md b/bible/other/olive.md index 6a06754..ffd94ae 100644 --- a/bible/other/olive.md +++ b/bible/other/olive.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# जैतून # +# जैतून -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है, यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था। +जैतून एक छोटा अण्डाकार फल होता है जो जैतून के वृक्ष में फलता है।यह अधिकतर भूमध्यसागर के परिवेश में उगाया जाता था। -* जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और उन्हें पानी भी बहुत कम चाहिए होता है। -* जैतून का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होता था। +* जैतून के वृक्ष सदाबहार बड़ी झाड़ी होते है, उनके फूल छोटे और सफेद होते हैं। वे गर्म जलवायु में सबसे अच्छे उगते हैं और बहुत कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं। +* जैतून के वृक्ष का फल हरा होता है और पकने पर काला पड़ जाता है। जैतून भोजन के लिए और उनसे निकाले जाने वाले तेल के लिए उपयोग होते हैं। * जैतून का तेल पकाने के, दीप जलाने और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए काम आता था। -* बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए जाते थे। +* बाइबल में जैतून के वृक्ष एवं डालियां कभी-कभी मनुष्यों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं। (यह भी देखें: [दीया](../other/lamp.md), [समुद्र](../names/mediterranean.md), [जैतून पर्वत](../names/mountofolives.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 27:28-29](rc://en/tn/help/1ch/27/28) -* [व्यवस्थाविवरण 06:10-12](rc://en/tn/help/deu/06/10) -* [निर्गमन 23:10-11](rc://en/tn/help/exo/23/10) -* [उत्पत्ति 08:10-12](rc://en/tn/help/gen/08/10) -* [याकूब 03:11-12](rc://en/tn/help/jas/03/11) -* [लूका 16:5-7](rc://en/tn/help/luk/16/05) -* [भजन संहिता 052:8-9](rc://en/tn/help/psa/052/008) +* [1 इतिहास 27:28-29](rc://hi/tn/help/1ch/27/28) +* [व्यवस्थाविवरण 6:10-12](rc://hi/tn/help/deu/06/10) +* [निर्गमन 23:10-11](rc://hi/tn/help/exo/23/10) +* [उत्पत्ति 8:11](rc://hi/tn/help/gen/08/11) +* [याकूब 3:12](rc://hi/tn/help/jas/03/12) +* [लूका 16:6](rc://hi /tn/help/luk/16/06) +* [भजन संहिता 52:8](rc://hi/tn/help/psa/052/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2132, H3323, H8081, G65, G1636, G1637, G2565 diff --git a/bible/other/spear.md b/bible/other/spear.md index 1ff8c4d..660935f 100644 --- a/bible/other/spear.md +++ b/bible/other/spear.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# भाला, भाले, भाला धारण करनेवाला सिपाही # +# भाला, भाले, कुन्तधारी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -भाला एक ऐसा हथियार था जिसके धातु के फल के पीछे लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था। +भाला एक ऐसा हथियार होता था जिसके सिरे पर धातु का सां चदाया हुआ फल लगा होता था तथा उसके पीछे पकड़ने हेतु लम्बा डंडा लगा होता था और उसे फेंक कर दूर तक वार किया जाता था। -* बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में आते थे। आज भी कभी-कभी जन समुदायों के झगड़े में भाले काम में लिए जाते हैं। +* बाइबल के युग में युद्ध के लिए भाले काम में लेना एक आम अभ्यास था। आज भी कभी-कभी जन जातियों के झगड़ों में भाले काम में लिए जाते हैं। * यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक रोमी सैनिक ने भाले से उसकी पसली को छेदा था । * कभी-कभी लोग मछली या अन्य शिकार को मारने के लिए भाला काम में लेते हैं। * ऐसे ही हथियार “बर्छी” और "शूल” हैं। -* सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घांपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है। +* सुनिश्चित करें कि भाले का अनुवाद “तलवार” के अनुवाद से भिन्न हो। तलवार भोंकने या घोंपने के काम में आती है न कि फेंक कर वार करने के। तलवार का फल लम्बा होता है और पकड़ने के लिए हत्था होता है। जबकि भाले में एक लम्बे डंडे के सिरे पर एक छोटा फल लगा होता है। (यह भी देखें: [शिकार](../other/prey.md), [रोम.](../names/rome.md), [तलवार](../other/sword.md), [योद्धा](../other/warrior.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 13:19-21](rc://en/tn/help/1sa/13/19) -* [2 शमूएल 21:18-19](rc://en/tn/help/2sa/21/18) -* [नहेम्याह 04:12-14](rc://en/tn/help/neh/04/12) -* [भजन संहिता 035:1-3](rc://en/tn/help/psa/035/001) +* [1 शमूएल 13:19-21](rc://hi/tn/help/1sa/13/19) +* [2 शमूएल 21:19](rc://hi/tn/help/2sa/21/19) +* [नहेम्याह 4:12-14](rc://hi/tn/help/neh/04/12) +* [भजन संहिता 35:3](rc://hi/tn/help/psa/035/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1265, H2595, H3591, H6767, H7013, H7420, G3057 diff --git a/bible/other/stiffnecked.md b/bible/other/stiffnecked.md index 6038be7..1cbcafc 100644 --- a/bible/other/stiffnecked.md +++ b/bible/other/stiffnecked.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# हठीले, हठीला, कठोर होकर, कठोरता # +# अकड़ी गर्दन, हठीला, कठोर मन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“हठीले”, बाइबल में इस्तेमाल किया जाने वाली उक्ति है जो उन लोगों के लिए है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानते हैं और पश्चाताप करने से इंकार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है। +“हठीले”, शब्द बाइबल में प्रयुक्त एक मुहावरा है जो उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करते रहते हैं और मन फिराने से इन्कार करते हैं। ऐसे लोग बहुत अहंकारी होते है और परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं होते है। -* इसी प्रकार, "हठीला" शब्द का वर्णन उस व्यक्ति के बारे में किया गया है, जिसने ऐसा करने के लिए कहा जाने पर भी अपना मन या कार्य बदलना नकार दिया है। हठीले लोग अच्छी सलाह या चेतावनी नहीं सुनेंगे जो अन्य लोग उन्हें देते हैं। -* पुराने नियम ने इस्राएलीयों को "कठोर" कहा क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उन्हें पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया। -* यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ता नहीं । लक्षित भाषा में एक अलग मुहावर हो सकती है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "असहनीय" है जिसमें वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है । -* इस शब्द का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और निराधार" या "परिवर्तन करने से इनकार कर सकते हैं" शामिल हो सकते हैं। +* इसी प्रकार, "हठीला" शब्द उस व्यक्ति का वर्णन करता है जो मन फिराने से और कर्मों से फिर जाने से इन्कार करता है, चाहे उस से कितना भी आग्रह किया जाए| हठीले लोग मनुश्यों द्वारा दिए गए अच्छे परामर्श को या चेतावनी को नहीं मानते हैं। +* पुराने नियम में इस्राएलीयों को "कठोर मन" का कहा गया है क्योंकि उन्होंने परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओं से बहुत से संदेश नहीं सुने, जिन्होंने उनसे पश्चाताप करने और यहोवा के पास वापस लौटने का आग्रह किया। +* यदि एक गर्दन "कठोर" है तो यह आसानी से मुड़ती नहीं। लक्षित भाषा में एक अलग मुहावरा हो सकता है जो संचार करता है कि कोई व्यक्ति "लचीला" नहीं है अर्थात वह अपने तरीके को बदलने से इनकार करता है । +* इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अभिमानी जिद्दी" या "अभिमानी और न झुकने वाला" या "परिवर्तन से इनकार करने वाला"। (यह भी देखें: [अभिमानी](../other/arrogant.md), [घमण्डी](../other/proud.md), [मन फिराव करना](../kt/repent.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:51-53](rc://en/tn/help/act/07/51) -* [व्यवस्थाविवरण 09:13-14](rc://en/tn/help/deu/09/13) -* [निर्गमन 13:14-16](rc://en/tn/help/exo/13/14) -* [यिर्मयाह 03:17-18](rc://en/tn/help/jer/03/17) +* [प्रे.का. 7:51](rc://hi/tn/help/act/07/51) +* [व्यवस्थाविवरण 9:13-14](rc://hi/tn/help/deu/09/13) +* [निर्गमन 13:14-16](rc://hi/tn/help/exo/13/14) +* [यिर्मयाह 03:17](rc://hi/tn/help/jer/03/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H47, H3513, H5637, H6203, H6484, H7185, H7186, H7190, H8307, G483, G4644, G4645 diff --git a/bible/other/storehouse.md b/bible/other/storehouse.md index 9ef91f8..c59cfcf 100644 --- a/bible/other/storehouse.md +++ b/bible/other/storehouse.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# भण्डार, भण्डार # +# भण्डार, भण्डार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -"भण्डार" अन्न और अन्य वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए बनाये गए विशेष गृह। +"भण्डार गृह" प्रायः अन्न और अन्य वस्तुओं को लम्सुबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई बड़ी बड़ी इमारतें होती हैं। -* बाइबल में “भण्डार” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाता था, जब अकाल के कारण भोजन की कमी हो जाए। +* बाइबल में “भण्डार गृह” प्रायः अतिरिक्त अन्न तथा भोजन सामग्री को भविष्य के लिएअकाल के समय हेतु सुरक्षित रखने के लिए काम में लिए जाते थे। * यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन सब अच्छी वस्तुओं के लिए भी काम में लिया जाता है जो परमेश्वर अपने लोगों को देना चाहता है। -* मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा गया था। -* “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं “अन्न भण्डार का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”। +* मंदिर के भण्डार में मूल्यवान चीजें थीं जो यहोवा को समर्पित थीं, जैसे सोने और चांदी। मंदिर में मरम्मत और रखरखाव करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इनमें से कुछ चीजों को भी वहां रखा जाता था। +* “भण्डार” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अन्न भण्डारण का गोदाम” या “भोजन संरक्षण का स्थान” या “मूल्यवान वस्तुओं को सुरक्षित रखने का कक्ष”। (यह भी देखें: [अभिषेक करना](../kt/consecrate.md), [समर्पण करना](../other/dedicate.md), [अकाल](../other/famine.md), [सोना](../other/gold.md), [अन्न](../other/grain.md), [चांदी](../other/silver.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 16:2-3](rc://en/tn/help/2ch/16/02) -* [लूका 03:17](rc://en/tn/help/luk/03/17) -* [मत्ती 03:10-12](rc://en/tn/help/mat/03/10) -* [भजन-संहिता 033:7-9](rc://en/tn/help/psa/033/007) +* [2 इतिहास 16:2-3](rc://hi/tn/help/2ch/16/02) +* [लूका 3:17](rc://hi/tn/help/luk/03/17) +* [मत्ती 3:12](rc://hi/tn/help/mat/03/12) +* [भजन-संहिता 33:7](rc://hi/tn/help/psa/033/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H214, H618, H624, H4035, H4200, H4543, G596 diff --git a/bible/other/thief.md b/bible/other/thief.md index 9836c5a..4aad3b4 100644 --- a/bible/other/thief.md +++ b/bible/other/thief.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# चोर, चोर, लूटने, लूटने, लूटने, डाकू, लुटेरे, डकैती, लूट # +# चोर, लूटना, लूटेरा, लूटना, डाकू -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" शब्द "डाकू" अक्सर एक चोर को दर्शाता है जो शारीरिक रूप से उन लोगों को हानि पहुँचाता या धमकाता है जिससे वह चोरी करता हैं। +“चोर” या “लुटेरा” वह व्यक्ति है जो मनुष्यों का पैसा या सामान चुराता है। "चोर" का बहुवचन है "चोरों।" "डाकू" शब्द अधिकतर एक ऐसे चोर का सन्दर्भ देता है जो लुटने वालों को शारीरिक हानि पहुंचाता है या भयभीत करता है। * यीशु ने एक सामरी का दृष्टान्त सुनाया, जिसने एक यहूदी व्यक्ति का ख्याल रखा जिस पर लुटेरों ने हमला किया था। लुटेरों ने यहूदी व्यक्ति को पीटा और उसके पैसे और कपड़े चोरी करने से पहले उसे घायल कर दिया था। * चोर और लुटेरों दोनों चोरी करने अचानक ही आते है, जब लोग इसकी उम्मीद नहीं करते। वे प्रायः अन्धकार में काम करते हैं कि छिपे रहें। -* नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो लोगों से अच्छी चीजें चोरी कर लेगा जो परमेश्वर ने उनके लिए योजना बनाई है। -* यीशु ने अपने पुनरागमन की तुलना चोर से किया जो अचानक लोगों से चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो। +* नये नियम में शैतान को प्रतीकात्मक रूप में एक चोर कहा गया है जो चोरी करने, हत्या करने और नाश करने आता है। इसका अर्थ है कि शैतान की योजना है कि परमेश्वर के लोगों को भरमाकर उसकी आज्ञा मानने से रोके। अगर शैतान ऐसा करने में सफल हुआ तो वह लोगों से उन अच्छी बातों को चुरा जिनकी योजना परमेश्वर ने उनके लिए बनाई है। +* यीशु ने अपने आकस्मिक पुनरागमन की तुलना चोर के अकस्मात् आ जाने से की थी जो की चोरी करने आता है। जैसे चोर ऐसे समय आता है जब मनुष्य उसकी प्रतीक्षा में नहीं रहता है वैसे ही यीशु भी अकस्मात ही आ जाएगा जब मनुष्य उसके आगमन के लिए तैयार न हो। -(यह भी देखें: [आशिष](../kt/bless.md), [अपराध](../other/criminal.md), [क्रूस पर चढ़ाई](../kt/crucify.md), [अन्धकार](../other/darkness.md), [विनाशकारी](../other/destroyer.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [शैतान](../kt/satan.md)) +(यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md), [अपराध](../other/criminal.md), [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [अन्धकार](../other/darkness.md), [विनाशक](../other/destroyer.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [शैतान](../kt/satan.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 पतरस 03:10](rc://en/tn/help/2pe/03/10) -* [लूका 12:33-34](rc://en/tn/help/luk/12/33) -* [मरकुस 14:47-50](rc://en/tn/help/mrk/14/47) -* [नीतिवचन 06:30-31](rc://en/tn/help/pro/06/30) -* [प्रकाशितवाक्य 03:3-4](rc://en/tn/help/rev/03/03) +* [2 पतरस 03:10](rc://hi/tn/help/2pe/03/10) +* [लूका 12:33](rc://hi/tn/help/luk/12/33) +* [मरकुस 14:48](rc://hi/tn/help/mrk/14/48) +* [नीतिवचन 6:30](rc://hi/tn/help/pro/06/30) +* [प्रकाशितवाक्य 3:3](rc://hi/tn/help/rev/03/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H6782, H7703, G727, G1888, G2417, G2812, G3027 +* Strong's: H1214, H1215, H1416, H1589, H1590, H1980, H6530, H7703, G727, G2417, G2812, G3027 diff --git a/bible/other/tomb.md b/bible/other/tomb.md index 49d343e..0c95d90 100644 --- a/bible/other/tomb.md +++ b/bible/other/tomb.md @@ -1,36 +1,36 @@ -# कब्र, मिट्टी देनेवाले, कब्रें, कब्र, कब्रों, कब्रिस्तान # +# कब्र, कब्र देनेवाले, कब्रें, कब्रिस्तान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -* “कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। * इसी संदर्भ में “कब्रिस्तान” भी है। +* “कब्र” वह स्थान है जहां मृतक के शव को रखा जाता है। “कब्रिस्तान” एक अधिक सामान्य शब्द है जो इसके ही सन्दर्भ में काम में अता है। -* यहूदी कभी-कभी गुफाओं में मृतकों को रखते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों में गुफा खोदते थे। -* नये नियम के समय ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था। -* यदि कब्र का अर्थ शव को दफन करने के लिए जमीन के नीचे गड्डा हो तो इसका अनुवाद करने के और तरीके “गुफा” या “पहाड़ में छेद करना” हो सकता है। -* प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक के सदृश्य अवस्था को या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है। +* यहूदी कभी-कभी प्राकृतिक गुफाओं को कब्रों के लिए काम में लेते थे। कभी-कभी वे पहाड़ों की चट्टानों में गुफा खोदते थे। +* नये नियम के युग में, ऐसी कब्रों को बन्द करने के लिए उन पर बड़ा पत्थर लुढ़का देना एक आम अभ्यास था। +* यदि लक्षित भाषा में कब्र के लिए प्रयुक्त शब्द केवल शव को गाड़ने के लिए धरती में बनाया गया एक छेद के सन्दर्भ में हो तो इसके अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं: "गुफा" या पहाड़ में किया गया छेद"। +* प्रतीकात्मक रूप में और अक्सर “कब्र” शब्द मृतक अवस्था को दर्शाने या मृतकों की आत्माओं के स्थान के लिए काम में आता है। (यह भी देखें: [दफन करना](../other/bury.md), [मृत्यु](../other/death.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:29-31](rc://en/tn/help/act/02/29) -* [उत्पत्ति 23:5-6](rc://en/tn/help/gen/23/05) -* [उत्पत्ति 50:4-6](rc://en/tn/help/gen/50/04) -* [यूहन्ना 19:40-42](rc://en/tn/help/jhn/19/40) -* [लूका 23:52-53](rc://en/tn/help/luk/23/52) -* [मरकुस 05:1-2](rc://en/tn/help/mrk/05/01) -* [मत्ती 27:51-53](rc://en/tn/help/mat/27/51) -* [रोमियो 03:13-14](rc://en/tn/help/rom/03/13) +* [प्रे.का. 2:29-31](rc://hi/tn/help/act/02/29) +* [उत्पत्ति 23:5-6](rc://hi/tn/help/gen/23/06) +* [उत्पत्ति 50:5](rc://hi/tn/help/gen/50/05) +* [यूहन्ना 19:41](rc://hi/tn/help/jhn/19/41) +* [लूका 23:53](rc://hi/tn/help/luk/23/53) +* [मरकुस 5:1-2](rc://hi/tn/help/mrk/05/01) +* [मत्ती 27:53](rc://hi/tn/help/mat/27/53) +* [रोमियो 3:13](rc://hi/tn/help/rom/03/13) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[32:04](rc://en/tn/help/obs/32/04)__ वह __कब्रों__ में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था | -* __[37:06](rc://en/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "__कब्र__ में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया | -* __[37:07](rc://en/tn/help/obs/37/07)__ वो __कब्र__ एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लगा हुआ था | -* __[40:09](rc://en/tn/help/obs/40/09)__ तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई __कब्र__ में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया | -* __[41:04](rc://en/tn/help/obs/41/04)__ उसने कब्र के पत्थर को जो __कब्र__ के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, __कब्र__ की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए | -* __[41:05](rc://en/tn/help/obs/41/05)__ जब महिलाएँ __कब्र__ पर पहुँची, स्वर्गदूत ने स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है |" आओ, यह स्थान देखो |” तब सस्त्रियों ने __कब्र__ में और जहा यीशु का शरीर रखा गया था देखा | उसका शरीर वहा नहीं था | +* __[32:4](rc://hi/tn/help/obs/32/04)__ वह __कब्रों__ में रहा करता था। वह रात दिन चिल्लाता रहता था| +* __[37:6](rc://hi/tn/help/obs/37/06)__ यीशु ने उनसे पूछा “तुमने लाज़र को कहाँ रखा है?” उन्होंने उससे कहा, "__कब्र__ में, आओ और देख लो |” तब यीशु रोया| +* __[37:7](rc://hi/tn/help/obs/37/07)__ वो __कब्र__ एक गुफा थी जिसके द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था| +* __[40:9](rc://hi/tn/help/obs/40/09)__ तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो यहूदी याजक जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा | उन्होंने उसके शव को उज्ज्वल चादर में लपेटा, और चट्टान में खुदवाई गई __कब्र__ में रख दिया | तब उन्होंने द्वार पर बड़ा पत्थर लुढ़काकर उसे बन्द कर दिया| +* __[41:4](rc://hi/tn/help/obs/41/04)__ उसने कब्र के पत्थर को जो __कब्र__ के द्वार पर लगा था हटा दिया और उस पर बैठ गया, __कब्र__ की रखवाली करने वाले पहरुए काँप उठे और मृतक समान हो गए| +* __[41:5](rc://hi/tn/help/obs/41/05)__ जब महिलाएँ __कब्र__ पर पहुँची, तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा, “मत डरो | यीशु यहाँ नहीं है, परन्तु अपने वचन के अनुसार जी उठा है|" आओ, यह स्थान देखो |” तब उन स्त्रियों ने __कब्र__ में देखा और जहा यीशु का शरीर रखा गया था वहाँ देख| उसका शरीर वहा नहीं था| -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1164, H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G86, G2750, G3418, G3419, G5028 +* Strong's: H1430, H6900, H6913, H7585, H7845, G3418, G3419, G5028 diff --git a/bible/other/trouble.md b/bible/other/trouble.md index 72bab07..f312bb0 100644 --- a/bible/other/trouble.md +++ b/bible/other/trouble.md @@ -1,34 +1,32 @@ -# दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, सतानेवाले, उपद्रवी # +# दुःख, क्लेश, परेशान होना, सताना, कठिनाइयां, आपदा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दुःख” जीवन की कठिनाइयों एवं निराशाओं का अनुभव। * “क्लेश” अर्थात् किसी को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना। +“दुःख” जीवन का अनुभव है अर्थात कठिन और निराशा का।किसी को “क्लेश” पहुचाना अर्थात् उस मनुष्य को “परेशान” करना या “कष्ट” देना।“परेशान होना” का अर्थ है किसी बात से घबराना एवं हताश होना। -* घबराना, शरीर, भावनाओं या आत्मिक दुःख के कारण हो सकता है। -* बाइबल में परमेश्वर विश्वासियों के विकास एवं परिपक्वता के लिए परखने के ऐसे समय उत्पन्न करता है। -* पुराने नियम में “दुःख” अनैतिक और परमेश्वर का त्याग करनेवाले देशों का दण्ड माना गया है। +* कष्ट, शरीरिक, मानसिक या आत्मिक हो सकता है जिससे मनुष्य आहत होता है। +* बाइबल में, कष्ट परिक्षा के समय होते हैं जिनके द्वारा परमेश्वर विश्वासियों को विश्वास में परिपक्व एवं विकसित होने में सहायता करता है। +* पुराने नियम में “कष्ट” अनैतिक जीवनशैली और परमेश्वर का त्याग करनेवाली जातियों के दण्ड के सन्दर्भ में आया है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* “घबराना” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “मुश्किल अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है। +* “कष्ट” या “क्लेश” का अनुवाद “संकट” या “दुःखदायी घटनाएं”या “उत्पीड़न” या “दुखद अनुभव” या “विपत्ति” भी किया जा सकता है। * “घबराना” का एसे शब्द या उक्ति से अनुवाद किया जा सकता है, जिसका अर्थ हो “कष्टों में होना” या “भयानक कष्ट का अनुभव करना” या “गहरी चिन्ता” या “तनाव” या “विपत्ति” या “भय” या “परेशानी”। * “उसे परेशान मत करो” का अनुवाद हो सकता है, “उसे रहने दो” या “उसकी आलोचना मत करो” * “विपत्ति के दिन” या “विपत्ति के समय” का अनुवाद हो सकता है, “जब तुम कष्टों का अनुभव करो” या “जब तुम्हारे सामने कठिनाइयां आएं” या “जब परमेश्वर विपत्तियां लाए”। * “कष्ट लाना” या “कष्ट का कारण” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टकारी बातें करना” या “कठिनाई उत्पन्न करना” या “कठिनाइयों का अनुभव कराना” - - (यह भी देखें: [क्लेश देना](../other/afflict.md), [सताना](../other/persecute.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 18:18-19](rc://en/tn/help/1ki/18/18) -* [2 इतिहास 25:18-19](rc://en/tn/help/2ch/25/18) -* [लूका 24:38-40](rc://en/tn/help/luk/24/38) -* [मत्ती 24:6-8](rc://en/tn/help/mat/24/06) -* [मत्ती 26:36-38](rc://en/tn/help/mat/26/36) +* [1 राजा 18:18-19](rc://hi /tn/help/1ki/18/18) +* [2 इतिहास 25:19](rc://hi/tn/help/2ch/25/19) +* [लूका 24:38](rc://hi/tn/help/luk/24/38) +* [मत्ती 24:6](rc://hi/tn/help/mat/24/06) +* [मत्ती 26:36-38](rc://hi/tn/help/mat/26/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H205, H598, H926, H927, H928, H1204, H1205, H1607, H1644, H1804, H1993, H2000, H2113, H2189, H2560, H2960, H4103, H5590, H5753, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7481, H7489, H7515, H7561, H8513, G387, G1298, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2553, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5016, G5182 +* Strong's: H205, H926, H927, H1204, H1607, H1644, H1804, H2000, H4103, H5916, H5999, H6031, H6040, H6470, H6696, H6862, H6869, H6887, H7264, H7267, H7451, H7489, H8513, G387, G1613, G1776, G2346, G2347, G2350, G2360, G2873, G3636, G3926, G3930, G3986, G4423, G4660, G5015, G5182 diff --git a/bible/other/vineyard.md b/bible/other/vineyard.md index ec76964..d3c6515 100644 --- a/bible/other/vineyard.md +++ b/bible/other/vineyard.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# दाख की बारी, दाख की बारियों # +# दाख की बारी, दाख की बारियों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -दाख की बारी एक बड़ा बगीचा क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगते हैं और अंगूर की खेती होती है। +दाख की बारी एक बड़ा बागवानी क्षेत्र है जहाँ अंगूर उगाए जाते हैं और अंगूर की खेती होती है। -* दाख की बारी दीवारों से घिरी होती है कि चारों ओर जानवरों से दाख की रक्षा की जाए। -* परमेश्वर इस्राएल की तुलना दाख की बारी से करता है और उसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* दाख की बारी प्रायः दीवारों से घिरी होती है कि चोरों और जानवरों से दाख की रक्षा की जाए। +* परमेश्वर ने इस्राएल की तुलना उस दाख की बारी से की थी जिसमें अच्छे फल नहीं लगे। (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) * दाख की बारी का अनुवाद किया जा सकता है, “अंगूरों का बगीचा” या “अंगूर की खेती” (यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [दाखलता](../other/vine.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 09:20-21](rc://en/tn/help/gen/09/20) -* [लूका 13:6-7](rc://en/tn/help/luk/13/06) -* [लूका 20:15-16](rc://en/tn/help/luk/20/15) -* [मत्ती 20:1-2](rc://en/tn/help/mat/20/01) -* [मत्ती 21:40-41](rc://en/tn/help/mat/21/40) +* [उत्पत्ति 9:20-21](rc://hi/tn/help/gen/09/20) +* [लूका 13:6](rc://hi/tn/help/luk/13/06) +* [लूका 20:15](rc://hi/tn/help/luk/20/15) +* [मत्ती 20:2](rc://hi/tn/help/mat/20/02) +* [मत्ती 21:40-41](rc://hi /tn/help/mat/21/40) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H64, H1612, H3657, H3661, H3754, H3755, H8284, G289, G290 +* Strong's: H1612, H3754, H3755, H8284, G289, G290 diff --git a/bible/other/winepress.md b/bible/other/winepress.md index 0d5ecd7..ff7d79a 100644 --- a/bible/other/winepress.md +++ b/bible/other/winepress.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# दाखरस के कुण्ड # +# दाखरस के कुण्ड -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में दाखरस के कुण्ड वह स्थान था जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए। +बाइबल के युग में दाखरस के कुण्ड वे वृहत कुंड या खुले स्थान थे जहाँ दाख का रस निकाला जाता था कि दाखरस तैयार किया जाए। -* इस्राएल दाख के ये कुण्ड भूमि में बनाए गए बड़े और चौड़े गड्ढे होते थे। दाख के गुच्छे इन गड्ढों में डालकर पांवों से रौंदे जाते थे कि रस बह निकले। -* आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां यह एकत्र किया जा सकता है। - -यह शब्द प्रतीकात्मक रूप बाइबल में दुष्ट लोगों पर का परमेश्वर के प्रकोप के उण्डेले जाने का संदर्भ भी देता हे। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* इस्राएल में दाखरस के ये कुण्ड बहुत बड़े होते थे जिनको कठोर चट्टानों में खोद कर बनाया जाता था। दाख के गुच्छे इन गड्ढों के समतल तल पर डाल कर मनुष्यों द्वारा पांवों से रौंदा जाता था कि दाख रस बहकर बाहर निकले। +* आमतौर पर एक दाखरस के कुंड का दो स्तर होता है, शीर्ष स्तर पर अंगूरों को कुचल दिया जाता है, जिससे कि रस निचले स्तर पर चला जाएगा जहां वह एकत्र होगा। +* "दाखरस का कुंड" बाईबल में लाक्षणिक रूप में परमेश्वर के प्रकोप के लिए काम में लिया गया है जो दुष्टों पर उंडेला जाएगा| +(देखें: [रूपक](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) (यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [प्रकोप](../kt/wrath.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यशायाह 63:1-2](rc://en/tn/help/isa/63/01) -* [मरकुस 12:1-3](rc://en/tn/help/mrk/12/01) -* [मत्ती 21:33-34](rc://en/tn/help/mat/21/33) -* [प्रकाशितवाक्य 14:19-20](rc://en/tn/help/rev/14/19) +* [यशायाह 63:2](rc://hi/tn/help/isa/63/02) +* [मरकुस 12:1](rc://hi/tn/help/mrk/12/01) +* [मत्ती 21:33](rc://hi/tn/help/mat/21/33) +* [प्रकाशितवाक्य 14:20](rc://en/hi/help/rev/14/20) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H1660, H3342, H6333, G3025, G5276