“कांपना” (थरथराना) अर्थात भय या घोर निराशा के कारण कंपकंपाना या लगातार कुछ-कुछ हिलना। इस शब्द को लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया जाता है जिसका अर्थ है, "अत्यधिक भयभीत होना|"
* कभी-कभी जब जमीन हिलती है, तो इसे "कम्पन" कहा जाता है। ऐसा भूकंप के समय या भयानक विस्फोट के समय होता है।
* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर की उपस्थिति में पृथ्वी कांप उठेगी। इसका अर्थ है कि पृथ्वी के लोग परमेश्वर के भय से कांप उठेंगे या पृथ्वी ही कांप उठेगी।
* इस शब्द का अनुवाद प्रकार के अनुसार हो सकता है, “भय माने” या “परमेश्वर से डरो” या “कांप उठो” या प्रकरण के अनुसार।