(यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [वंशज](../other/descendant.md), [हव्वा](../names/eve.md), [परमेश्वर का रूप](../kt/imageofgod.md), [जीवन](../kt/life.md))
* __[01:09](rc://en/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे।”
* __[01:10](rc://en/tn/help/obs/01/10)__ आदमी का नाम __आदम__ था। परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाया, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया।
* __[01:12](rc://en/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है।” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था।
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को ढका।
* __[02:12](rc://en/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने सुंदर बगीचे से __आदम__ और हव्वा को बाहर भेज दिया।
* __[49:08](rc://en/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो इसने उनकी सारी संतानों को प्रभावित किया।
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।