“तुरही” संगीत के लिए या लोगों को घोषणा या सभा के लिए एकत्र करने के लिए वाद्ययन्त्र था।
* तुरही सामान्यतः धातु, शंख या पशु के सींग से बनाई जाती थी।
* तुरही युद्ध के लिए या इस्राएल की सार्वजनिक सभा के लिए फूंकी जाती थी।
* प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में अन्त समय के दृश्य का वर्णन किया गया है जब स्वर्गदूत तुरही फूंकेंगे जो पृथ्वी का परमेश्वर के प्रकोप को उण्डेले जाने का संकेत होगा।