* यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था।
* __[23:9](rc://hi/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों के राजा__का जन हुआ है।
* __[39:9](rc://hi/tn/help/obs/39/09)__ पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू __यहूदियों का राजा__ है?”
* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “__यहूदियों का राजा__ देखो”।
* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह __यहूदियों का राजा__ है।”