“वैश्या” और "व्यभिचारिणी " इस दोनों शब्दों का सन्दर्भ ऐसे मनुष्य से है जो पैसों के लिए या धार्मिक अनुष्ठानों के लिए व्यभिचार करता है। वैश्याएं प्रायः स्त्रियां होती थी परन्तु पुरुष भी होते थे।
* बाइबल में “वैश्या” शब्द कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो मूर्तिपूजक है या भूत सिद्धि करने वाला है।
* “व्यभिचार करना” अर्थात वैश्या के सदृश्य अनैतिक यौनाचार करना। बाइबल में यह उक्ति मूर्तिपूजक के लिए भी काम में ली गई है।
* “व्यभिचारिणी होना” अर्थात अनैतिक यौनाचार करना या प्रतीकात्मक रूप में देवी-देवताओं की पूजा करके परमेश्वर से विश्वासघात करना।
* प्राचीन युग में मन्दिरों में स्त्री और पुरूष दोनों ही धार्मिक अनुष्ठान के लिए व्यभिचार के पात्र होते थे।
* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द से किया जाए जिसका अर्थ वैश्या हो। कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: [व्यंजना](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism))