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# यहूदी अधिकारी, यहूदी अगुवे
2018-02-02 09:02:31 +00:00
## तथ्य: ##
शब्द "यहूदी नेता" या "यहूदी अधिकार" धार्मिक नेताओं जैसे कि पुजारी और भगवान के कानूनों के शिक्षकों को संदर्भित करता है। उन्हें गैर-धार्मिक मामलों के बारे में भी निर्णय लेने का अधिकार था।
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* यहूदियों के अगुवे थे प्रधान पुरोहित, प्रमुख पुरोहित और विधि शिक्षक (परमेश्वर प्रदत्त विधान के शिक्षक)
* यहूदी अगुवों के प्रमुख पंथों में थे फरीसी और सदूकी।
* यरूशलेम की महासभा में विधान संबन्धित विषयों पर निर्णय लेने के लिए सत्तर यहूदी अगुवे एकत्र हुए थे।
* अनेक यहूदी अगुवे घमण्डी थे और अपने आप को धर्मपरायण समझते थे। * वे यीशु से ईर्ष्या करते थे और उसे हानि पहुंचाना चाहते थे। वे परमेश्वर को जानने का दावा तो करते थे, परन्तु उसकी आज्ञाओं को नहीं मानते थे।
* “यहूदी” शब्द अधिकतर यहूदी अगुवों के लिए काम में लिया जाता था। विशेष करके जब वे यीशु पर कुपित होकर उसे जाल में फंसाना चाहते थे या उसे हानि पहुंचाना चाहते थे।
* इन शब्दों का अनुवाद किया जा सकता है, “यहूदी शासक” या “यहूदियों के प्रशासनिक अधिकारी” या “यहूदी धर्मगुरू”
2018-02-08 11:13:37 +00:00
(यह भी देखें: [यहूदी](../kt/jew.md), [प्रधान-याजकों](../other/chiefpriests.md), [महासभा](../other/council.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [याजक](../kt/priest.md), [सदूकी](../kt/sadducee.md), [शास्त्री](../kt/scribe.md))
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
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* [निर्गमन 16:22-23](rc://en/tn/help/exo/16/22)
* [यूहन्ना 02:17-19](rc://en/tn/help/jhn/02/17)
* [यूहन्ना 05:10-11](rc://en/tn/help/jhn/05/10)
* [यूहन्ना 05:16-18](rc://en/tn/help/jhn/05/16)
* [लूका 19:47-48](rc://en/tn/help/luk/19/47)
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[24:03](rc://en/tn/help/obs/24/03)__ __उन्होंने__ अपने-अपने पापों को मानकर, बपतिस्मा लिया, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से बपतिस्मा लेने को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया |
* __[37:11](rc://en/tn/help/obs/37/11)__ परन्तु __यहूदियों के धार्मिक गुरु__ यीशु से ईर्षा रखते थे, इसलिये उन्होंने आपस में मिलकर योजना बनाना चाहा कि कैसे वह यीशु और लाजर को मरवा सके।
* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ वह(यहूदा) जानता था कि __ यहूदी गुरुओं__ ने यीशु को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
* __[38:03](rc://en/tn/help/obs/38/03)__ __यहूदी गुरुओं__ ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए।
* __[39:05](rc://en/tn/help/obs/39/05)__ __यहूदी नेताओं__ ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है।”
* __[39:09](rc://en/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह __यहूदी नेताओ__ ने यीशु को ले जाकर पिलातुस को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था।
* __[39:11](rc://en/tn/help/obs/39/11)__ परन्तु __यहूदी गुरुओं__ ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस में चढ़ा दो।”
* __[40:09](rc://en/tn/help/obs/40/09)__ तब यूसुफ और नीकुदेमुस, दो __यहूदी याजक__ जिन्हें विश्वास था कि यीशु ही मसीह है, पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा।
* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि __यहूदी याजक __पतरस और यूहन्ना को लेकर महायाजक के पास गए।
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## शब्द तथ्य: ##
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* Strong's: G2453