“योद्धा” और “सैनिक” दोनों शब्द सेना में युद्ध करनेवाले मनुष्य के संदर्भ में हैं। परन्तु इनमें कुछ अन्तर है।
* “योद्धा” एक सामान्य एवं एक व्यापक शब्द है जो युद्ध के राज्य में एक निपुण एवं साहसी मनुष्य होता है।
* यहोवा को प्रतीकात्मक रूप में “योद्धा” कहा गया है।
* “सैनिक” अर्थात सेना का एक सदस्य जो किसी युद्ध में लड़ता है।
* यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने के लिए नियुक्त किए गए थे। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बन्दी बनाए हुए थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था।
* अनुवादक को ध्यान देना है कि उसकी भाषा में “योद्धा” और “सैनिक” के लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, जिनका अर्थ और उपयोग भी अलग अलग है।